Pakistan : बाधाओं के बाावजूद मीनार-ए-पाकिस्तान से जमकर गरजे इमरान खान

Imran
Despite the obstacles, Imran Khan roared fiercely from Minar-e-Pakistan
locationभारत
userचेतना मंच
calendar26 Mar 2023 04:41 PM
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Pakistan : लाहौर। पाकिस्तान के लाहौर को देश के शेष हिस्से से काटने और शहर में कंटेनर लगाने के बावजूद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान मीनार-ए-पाकिस्तान पर एक बड़ी रैली करने में कामयाब रहे। देश के मीडिया ने पीएमएल-एन नीत सरकार के दबाव की वजह से कार्यक्रम का प्रसारण नहीं किया। सरकार को सेना का समर्थन हासिल है।

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बुलेट प्रूफ शीशे के पीछे खड़े थे इमरान

खान ने बुलेट-प्रूफ शीशे के पीछे खड़े होकर रैली को संबोधित किया। खान पर पूर्व में हमला हो चुका है। ऐतिहासिक पार्क में बड़ी संख्या में महिलाएं भी जुटी थीं। खान की रैली को विफल करने के लिए पुलिस ने मीनार-ए-पाकिस्तान की ओर जाने वाली सभी प्रमुख सड़कों को कंटेनर और अवरोधक लगाकर बंद कर दिया था। इन बाधाओं की वजह से लोग लंबी दूरी पैदल चलकर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे।

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दो हजार से अधिक कार्यकर्ता गिरफ्तार

इस रैली से पहले पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ (पीटीआई) पार्टी के 2,000 से अधिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। पुलिस पर उन्हें प्रताड़ित करने के भी आरोप लगाए गए। इस कार्रवाई पर पुलिस और सेना को आड़े हाथों लेते हुए इमरान खान ने कहा कि एक बात तो साफ है कि सत्ता में जो भी होगा, उसे आज संदेश जाएगा कि लोगों के जुनून को बाधाओं और कंटेनर से नहीं दबाया जा सकता। उन्होंने सत्ता में बैठे लोगों से कहा कि अगर उनके पास देश को आर्थिक बदहाली से बाहर निकालने के लिए कोई एजेंडा है तो वह घर बैठने के लिए तैयार हैं। पाकिस्तान में आज सत्ता के गलियारे जिस तरह से बर्ताव कर रहे हैं, उससे लगता है कि देश की एकमात्र समस्या इमरान खान ही हैं।

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आर्थिक समृद्धि का खाका पेश किया

खान ने आर्थिक समृद्धि के लिए अपनी पार्टी का खाका भी पेश किया, जिसमें इस बात पर जोर दिया गया कि देश को अपने कर संग्रह और निर्यात में सुधार के लिए मुश्किल फैसले लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमारे घर को व्यवस्थित करने के लिए एक बड़ी सर्जरी की जरूरत है। प्रवासी पाकिस्तानी अपने डॉलर देश में लाएंगे बशर्ते उन्हें प्रोत्साहन दिया जाए। उन्होंने कहा कि 22 करोड़ पाकिस्तानियों में से सिर्फ 25 लाख लोग ही कर देते हैं।

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मेरे खिलाफ 100 से अधिक मामले : खान

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख खान ने कहा कि पिछले साल अप्रैल में उनकी सरकार गिराने के बाद देश पर चोरों के गिरोह को थोपा गया है। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ दर्ज मामलों की संख्या ने शतक पूरा कर लिया है और हो सकता है कि यह संख्या 150 को भी पार कर जाए। इस देश में गरीब अपनी पूरी जिंदगी झूठे मुकदमे लड़ने में गुजार देते हैं। अगर कानून का शासन नहीं होगा तो पाकिस्तान का कोई भविष्य नहीं है। खान ने कहा कि असली आजादी तभी आएगी जब देश में कानून का राज कायम होगा। सत्तर वर्षीय पीटीआई अध्यक्ष खान ने दुनियाभर में भीख मांगने के लिए बावजूद राहत नहीं मिलने पर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की आलोचना की।

सेना प्रमुख शहबाज को 40 मिनट तक डांटते थे

शहबाज पर तंज कसते हुए खान ने कहा कि पूर्व सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने कहा था कि वह शहबाज को 40 मिनट तक डांटते थे और वह कोई जवाब नहीं देते थे और धैर्य से सुनते थे। ऐसा तब होता है, जब आप (शहबाज) पिछले दरवाजे से सत्ता में आते हैं। पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि उन्हें पहली बार वैसा महसूस हुआ जैसा फलस्तीनी महसूस करते हैं। उन्होंने (सरकार ने) मेरे खिलाफ आतंकवाद के 40 मामले दर्ज किए हैं। क्या देश यह मानेगा कि इमरान खान एक आतंकवादी है? खान ने कहा कि सरकार और उनके आकाओं का एकमात्र एजेंडा उन्हें सत्ता में वापस आने से रोकना है। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
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ISRO : इसरो का कमाल, अंतरिक्ष में एक साथ भेजे 36 उपग्रह

Isro 1
ISRO's wonder, sent 36 satellites together in space
locationभारत
userचेतना मंच
calendar26 Mar 2023 04:08 PM
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श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने कमाल कर दिया। उसने एक बार फिर दुनिया को बता दिया कि वह किसी से कम नहीं है। इसरो ने एक साथ 36 उपग्रहों को प्रक्षेपित कर इतिहास रच दिया। उसने इस काम को सबसे भारी रॉकेट एलवीएम3 के माध्यम से अंजाम दिया। ये उपग्रह ब्रिटेन स्थित संचार कंपनी वनवेब के थे।

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बीते साल भी एक साथ भेजे थे 36 उपग्रह

ब्रिटेन की नेटवर्क एक्सेस एसोसिएट्स लिमिटेड (वनवेब ग्रुप कंपनी) ने पृथ्वी की निचली कक्षा (एलईओ) में 72 उपग्रहों को प्रक्षेपित करने के लिए इसरो की वाणिज्यिक शाखा न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड के साथ एक करार किया है। इस करार के तहत यह वनवेब के लिए दूसरा प्रक्षेपण था। वनवेब ग्रुप कंपनी के लिए पहले 36 उपग्रह 23 अक्टूबर 2022 को प्रक्षेपित किए गए थे।

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सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से भेजे उपग्रह

इसरो के 43.5 मीटर लंबे रॉकेट को 24.5 घंटे की उल्टी गिनती समाप्त होने के बाद चेन्नई से करीब 135 किलोमीटर दूर सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में दूसरे लॉन्च पैड से रविवार सुबह नौ बजे प्रक्षेपित किया गया। भारती एंटरप्राइजेज वनवेब समूह में बड़ी निवेशक है। वनवेब अंतरिक्ष से संचालित एक वैश्विक संचार नेटवर्क है, जो सरकारों एवं उद्योगों को सम्पर्क की सुविधा मुहैया कराता है। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
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International : भारतीय मूल के दक्षिण अफ्रीकी स्वतंत्रता सेनानी मूसी मूला का निधन

Sa
Indian-origin South African freedom fighter Musi Moolah passes away
locationभारत
userचेतना मंच
calendar26 Mar 2023 03:31 PM
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जोहानिसबर्ग। भारतीय मूल के दक्षिण अफ्रीकी स्वतंत्रता सेनानी मूसा ‘मूसी’ मूला का निधन हो गया। वह लंबे वक्त से बीमार थे। वह 88 वर्ष के थे। छोटे से शहर क्रिस्टियाना में जन्मे मूला ने ‘ट्रांसवाल इंडियन कांग्रेस’ (टीआईसी) की युवा शाखा के लिए काम करते समय रंगभेद का विरोध करने वाले पोस्टर गुप्त रूप से लगाने में सक्रिय भूमिका निभाई थी। बाद में मूला को टीआईसी के कार्यकारी के रूप में चुना गया था। उन्होंने इसके पूर्णकालिक आयोजक के रूप में भी सेवा दी थी। मूला को कई बार गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था, लेकिन वह और तीन अन्य मार्शल स्वाक्यर थाने से भाग गए थे।

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गैर कानूनी तरीके से दक्षिण अफ्रीका छोड़ने के बाद मूला दार-एस-सलाम में अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस (एएनसी) के निर्वासित नेताओं के साथ मिल गए। एएनसी ने 1969 में मूला को तत्कालीन बंबई में तैनात किया था, जहां एएनसी का पहला विदेशी मिशन स्थित था राजनीतिक बंदी के रूप में नेल्सन मंडेला की 27 साल बाद रिहाई के पश्चात 1990 में मूला वतन लौटे।

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साल 1994 में मंडेला के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद मूला को ईरान में दक्षिण अफ्रीका का राजदूत नियुक्त किया गया। इसके बाद वह पाकिस्तान में उच्चायुक्त भी रहे। मूला के तीन बच्चे हैं। उनके अंतिम संस्कार के बारे कोई घोषणा अभी नहीं की गई है। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।