Job Update-CG Police ने निकाली 975 पदों पर भर्तियां





प्रयागराज: देश भर में अपने बयान के कारण सुर्खियों में बने रहने वाले अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि Mahant Narendra Giri की संदिग्ध हालात में मौत हो गई है। उनका शव अल्लापुर स्थित बाघरी गद्दी मठ के कमरे में लटका हुआ था। पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुँचकर मामले का जायज़ा लिया। आईजी रेंज केपी सिंह ने कहा कि यह फांसी लगाकर आत्महत्या का मामल नजर आ रहा है। फोरैंसिक टीम को घटनास्थल पर भी बुला लिया गया है। मठ पर बड़ी संख्या में भक्त और श्रद्धालु भी पहुंच चुके हैं।
संगम तट स्थित लेटे हनुमान मंदिर के महंत स्वामी नरेंद्र गिरि Mahant Narendra Giri और उनके शिष्य चर्चित योग गुरू आनंद गिरि के बीच पिछले दिनों विवाद सुर्खियों में बना हुआ था। आनंद गिरि को अखाड़ा परिषद तथा मठ बाघंबरी गद्दी के पदाधिकारी के पद से निष्कासित किया गया था। तब दोनों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप भी लगाए थे जिसको लेकर दोनों के रिश्तों में थोड़ा फर्क आय़ा था। तमाम साधु संत महंत नरेंद्र गिरि के समर्थन में खड़े हुए थे। बाद में आनंद गिरि ने माफी मांगी थी। इसके बाद भी उनका निष्कासन वापस नहीं हुआ।
महंत नरेंद्र गिरि पिछले करीब दो दशक से साधु संतों के बीच काफी महत्व बनाए हुए थे। संगम नगरी आगमन पर बडे़ नेता के अलावा आला पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी महंत से आशीर्वाद लेने और हनुमान जी के दर्शन के लिए जाते रहते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद सहित अन्य मंत्री और सांसद तथा विधायक मंदिर और बांघबरी मठ में आगमन करते रहते हैं। रविवार के दिन डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने मंदिर जाकर महंत द्वारा आशीर्वाद लिया था। पिछले दिनों डीजीपी मुकुल गोयल भी मंदिर में दर्शन पूजन करने के लिए उपस्थित हुए थे।
प्रयागराज: देश भर में अपने बयान के कारण सुर्खियों में बने रहने वाले अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि Mahant Narendra Giri की संदिग्ध हालात में मौत हो गई है। उनका शव अल्लापुर स्थित बाघरी गद्दी मठ के कमरे में लटका हुआ था। पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुँचकर मामले का जायज़ा लिया। आईजी रेंज केपी सिंह ने कहा कि यह फांसी लगाकर आत्महत्या का मामल नजर आ रहा है। फोरैंसिक टीम को घटनास्थल पर भी बुला लिया गया है। मठ पर बड़ी संख्या में भक्त और श्रद्धालु भी पहुंच चुके हैं।
संगम तट स्थित लेटे हनुमान मंदिर के महंत स्वामी नरेंद्र गिरि Mahant Narendra Giri और उनके शिष्य चर्चित योग गुरू आनंद गिरि के बीच पिछले दिनों विवाद सुर्खियों में बना हुआ था। आनंद गिरि को अखाड़ा परिषद तथा मठ बाघंबरी गद्दी के पदाधिकारी के पद से निष्कासित किया गया था। तब दोनों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप भी लगाए थे जिसको लेकर दोनों के रिश्तों में थोड़ा फर्क आय़ा था। तमाम साधु संत महंत नरेंद्र गिरि के समर्थन में खड़े हुए थे। बाद में आनंद गिरि ने माफी मांगी थी। इसके बाद भी उनका निष्कासन वापस नहीं हुआ।
महंत नरेंद्र गिरि पिछले करीब दो दशक से साधु संतों के बीच काफी महत्व बनाए हुए थे। संगम नगरी आगमन पर बडे़ नेता के अलावा आला पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी महंत से आशीर्वाद लेने और हनुमान जी के दर्शन के लिए जाते रहते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद सहित अन्य मंत्री और सांसद तथा विधायक मंदिर और बांघबरी मठ में आगमन करते रहते हैं। रविवार के दिन डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने मंदिर जाकर महंत द्वारा आशीर्वाद लिया था। पिछले दिनों डीजीपी मुकुल गोयल भी मंदिर में दर्शन पूजन करने के लिए उपस्थित हुए थे।