National News ‘चैरिटी’ का उद्देश्य धर्मांतरण नहीं होना चाहिए: उच्चतम न्यायालय

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Joshimath Update
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 01:04 PM
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National News: धर्मार्थ कार्य (चैरिटी) का उद्देश्य धर्मांतरण नहीं होने पर बल देते हुए उच्चतम न्यायालय ने एक बार फिर सोमवार को कहा कि जबरन धर्मांतरण एक ‘गंभीर मुद्दा’ है और यह संविधान के विरूद्ध है। शीर्ष न्यायालय वकील अश्विनी कुमार उपाध्याय की याचिका पर सुनवाई कर रहा है।

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याचिकाकर्ता ने ‘‘डरा-धमकाकर, उपहार या मौद्रिक लाभ का लालच देकर’’ किये जाने वाले कपटपूर्ण धर्मांतरण को रोकने के लिए कठोर कदम उठाने का केंद्र को निर्देश देने का अनुरोध किया है। केंद्र ने न्यायालय से कहा कि वह ऐसे तरीकों से होने वाले धर्मांतरण पर राज्यों से सूचनाएं जुटा रहा है। केंद्र की ओर से पेश हुए सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने न्यायमूर्ति एम आर शाह और न्यायमूर्ति सी टी रविकुमार की पीठ से इस मुद्दे पर विस्तृत सूचना दाखिल करने के लिए समय मांगा। उन्होंने एक सप्ताह का समय देने का अनुरोध किया, जिसे शीर्ष न्यायालय ने मंजूर कर लिया। न्यायालय ने कहा, ‘‘ चैरिटी का उद्देश्य धर्मांतरण नहीं होना चाहिए। लालच खतरनाक है।’’ शीर्ष न्यायालय ने स्वीकार किया कि जबरन धर्मांतरण बहुत ही गंभीर मामला है। जब एक वकील ने इस याचिका की विचारणीयता पर सवाल उठाया तो पीठ ने कहा, ‘‘ इतना तकनीकी मत बनिए। हम यहां हल ढूंढने के लिए बैठे हैं। हम चीजों को सही करने के लिए बैठे हैं। यदि किसी चैरिटी (धर्मार्थ कार्य या धर्मार्थ संगठन) का उद्देश्य नेक है तो वह स्वागतयोग्य है लेकिन जिस बात की यहां जरूरत है, वह नीयत है।’’ पीठ ने कहा, ‘‘ इसे विरोधात्मक रूप में मत लीजिए। यह बहुत गंभीर मुद्दा है। आखिरकार यह हमारे संविधान के विरूद्ध है। जो व्यक्ति भारत में रह रहा है उसे भारत की संस्कृति के अनुसार चलना होगा।’’ दरअसल, कुछ धर्मों के कुछ लोगों पर आरोप लगाये जा रहे हैं कि वे लोगों के बच्चे को शिक्षा मुहैया करने समेत विभिन्न प्रकार के धर्मार्थ कार्यों के माध्यम से उनका धर्मांतरण कर रहे हैं। शीर्ष न्यायालय इस मामले की अगली सुनवाई 12 दिसंबर को करेगी। इसने हाल में कहा था कि जबरन धर्मांतरण राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाल सकता है और नागरिकों की धार्मिक आजादी का हनन कर सकता है। न्यायालय ने केंद्र से इस ‘‘गंभीर’’ मुद्दे से निपटने के लिए ईमानदार कोशिश करने को कहा था। उच्चतम न्यायालय ने चेतावनी दी थी कि यदि धोखाधड़ी, लालच या डरा-धमकाकर किये जा रहे धर्मांतरण पर रोक नहीं लगी, तो ‘बहुत कठिन स्थिति’ उत्पन्न हो जाएगी। इससे पहले, गुजरात सरकार ने उच्चतम न्यायालय से राज्य के एक कानून के उस प्रावधान पर उच्च न्यायालय के स्थगन को हटाने का अनुरोध किया था, जिसमें शादी के माध्यम से धर्मांतरण के लिए जिलाधिकारी की पूर्वानुमति लेने को आवश्यक किया गया था।

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Exit Polls: हिमाचल प्रदेश: कई एग्जिट पोल में भाजपा को बढ़त का अनुमान

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Exit Polls: 
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 04:47 AM
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Exit Polls: नयी दिल्ली। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद आए एग्जिट पोल में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच कड़ी टक्कर के अनुमान जताए गए हैं। हालांकि, कई सर्वेक्षणों में कहा गया है कि भाजपा को बढ़त मिल सकती है। ‘इंडिया टुडे- एक्सिस माय इंडिया’ के एग्जिट पोल में कांग्रेस की सरकार बनने का अनुमान जताया गया है। इसके अनुसार, कांग्रेस को 44 प्रतिशत मतों के साथ 30 से 40 सीट मिल सकती है, तो सत्तारूढ़ भाजपा को 42 प्रतिशत मतों के साथ 24 से 34 सीट हासिल हो सकती है। ‘इंडिया टीवी-मैट्रिज’ के चुनाव बाद सर्वेक्षण में कहा गया है कि हिमाचल प्रदेश में भाजपा को 35 से 40 सीट मिल सकती है, जबकि कांग्रेस को 26 से 31 सीट पाकर एक बार फिर से विपक्ष में रहना पड़ सकता है।

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‘न्यूज एक्स-जन की बात’ के एग्जिट पोल में भी हिमाचल प्रदेश में भाजपा को बढ़त मिलने का अनुमान जताया गया है। इसमें कहा गया है कि भाजपा को 32 से 40 सीट मिल सकती है, तो कांग्रेस को 27 से 34 सीट मिलने का अनुमान जताया गया है। ‘रिपब्लिक टीवी-पीमार्क’ के सर्वेक्षण में अनुमान जताया गया है कि हिमाचल प्रदेश में भाजपा को 34 से 39 सीट मिल सकती है, जबकि कांग्रेस को 28 से 33 सीट हासिल हो सकती है। हिमाचल प्रदेश की 68 सदस्यीय विधानसभा के लिए 12 नवंबर को मतदान हुआ था।

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Exit Polls Gujarat 2022 गुजरात में किस दल की बनने जा रही सरकार, जानें अभी

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Exit Polls Gujarat 2022
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 10:50 PM
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Exit Polls Gujarat 2022: गुजरात विधानसभा के लिए दूसरे चरण का मतदान सोमवार की शाम को समाप्त हो चुका है। जिसके बाद विभिन्न सर्वे एजेंसियों ने गुजरात विधानसभा चुनाव परिणाम किस दल के पक्ष में रह सकता है, इसकी संभावना भी जाहिर करना शुरु कर दी है। विभिन्न एजेंसियों के एग्जिट पोल पर नजर डाले तो गुजरात में फिर से भाजपा की वापसी हो सकती है। आइए देखते हैं कौन सी एजेंसी क्या कह रही है।

Exit Polls Gujarat 2022

टाइम्स नाऊ के एग्जिट पोल में भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाती नजर आ रही है। एग्जिट पोल की मानें, तो भाजपा को 131 सीट, कांग्रेस को 41 सीट, आप को 6 सीटें, जबकि अन्य को 4 सीट मिलने का अनुमान है।

टीवी 9 भारतवर्ष के एग्जिट पोल में गुजरात चुनाव में भाजपा को 125-130 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है। वहीं, कांग्रेस को 40 से 50 और आप को केवल 3-5 सीटें मिलने का अनुमान जताया है, जबकि अन्य के खाते में 3 से 7 सीटें जाती नजर आ रही है।

रिपब्लिक न्यूज के एग्जिट पोल में भाजपा के पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में वापसी का अनुमान जताया गया है। एग्जिट पोल के मुताबिक, भाजपा को 128 से 148 सीट, कांग्रेस को 30-42 सीट, आप को 2 से 10 सीटें, जबकि अन्य को 0 से 3 सीट मिलने का अनुमान है।

न्यूज एक्स और जन की बात के एग्जिट पोल में भाजपा को पूर्ण बहुमत का अनुमान जताया गया है। एग्जिट पोल की मानें, तो भाजपा को 117 से 140 सीट, कांग्रेस को 34-51 सीट, आप को 6 से 13 सीटें, जबकि अन्य को 1 से 2 सीट मिलने का अनुमान है।

आपको बता दें कि कांग्रेस ने गुजरात में 1962, 1967 और 1972 में पहले तीन विधानसभा चुनाव जीते थे। 1975 में आपातकाल लागू होने के बाद लड़े गए चुनावों में, उसे मोरारजी देसाई के नेतृत्व वाले दलों के गठबंधन, जनसंघ और बागी कांग्रेस नेता चिमनभाई पटेल के नेतृव वाली किसान मजदूर पार्टी से हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस ने इसके बाद 1980 और 1985 के चुनाव जीते। साल 1990 के चुनाव में जनता दल और भाजपा एक मजबूत ताकत के रूप में उभरे। साल 1995 के बाद हुए सभी चुनावों में भाजपा ने जीत दर्ज की है।

Mcd election: दिल्ली में ‘आप’ को बड़ी जीत मिलने के आसार : एग्जिट पोल

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