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Kendriya vidyalaya- अब डीएम और सांसद के कोटे से नहीं मिलेगा केंद्रीय विद्यालय में दाखिलाइस बार समर वेकेशन में भी पढ़ाई को जारी रखा जाएगा। शिक्षामंत्री (Education Minister) ने खुद ये बात कही है कि इस बार गर्मी की छुट्टियों में किसी भी तरह की कोई जल्दबाज़ी नहीं होगी और गर्मियों की छुट्टियों के दौरान भी बच्चों की पढ़ाई को जारी रखा जाएगा।
Kendriya vidyalaya- अब डीएम और सांसद के कोटे से नहीं मिलेगा केंद्रीय विद्यालय में दाखिलाइस बार समर वेकेशन में भी पढ़ाई को जारी रखा जाएगा। शिक्षामंत्री (Education Minister) ने खुद ये बात कही है कि इस बार गर्मी की छुट्टियों में किसी भी तरह की कोई जल्दबाज़ी नहीं होगी और गर्मियों की छुट्टियों के दौरान भी बच्चों की पढ़ाई को जारी रखा जाएगा।

Alcohol Earning : देशी विदेशी शराब (Alcohol Earning) से यूपी की योगी सरकार एक सौ रुपये में केवल करीब दस रुपये ही कमाई करती है। शराब से कमाई (Alcohol Earning) करने में कनार्टक राज्य सबसे उपर है। जिसके बाद देश की राजधानी दिल्ली का नंबर आता है। दिल्ली सरकार शराब से कमाई करने में दूसरे नंबर पर है। आइए जानते हैं कि देश का कौन से कौन से राज्य में शराब की बिक्री पर राज्य सरकार कितना कमाती है।
शराब का सेवन करने के शौकीन हर राज्य में हैं। कुछ लोग देसी का सेवन करते हैं तो कुछ अंग्रेजी शराब का। कुछ ऐसे हैं, जो बीयर से ही अपनी मृगतृष्णा को शांत करते हैं। देश के प्रत्येक राज्य में बिकने वाली शराब की बिक्री में राज्य सरकार भी कमाती है। कनार्टक देश का वो राज्य है, जिसमें शराब की बिक्री कनार्टक सरकार को एक सौ रुपये में 14.24 प्रतिशत रकम राज्य सरकार को जाती है।
आरबीआई स्टेट फाइनेंस की रिपोर्ट के अनुसार कनार्टक के बाद दिल्ली सरकार शराब से सबसे ज्यादा कमाई करती है। शराब की बिक्री से दिल्ली सरकार को 11.31 प्रतिशत राजस्व जाता है। तीसरे नंबर पर हरियाणा राज्य है। यह राज्य 10.49 प्रतिशत कमाई शराब की बिक्री से करता है। चौथे नंबर पर उत्तर प्रदेश सरकार है। यूपी सरकार शराब से होने वाली बिक्री पर 100 रुपये में 9.92 प्रतिशत कमाती है। इसके अलावा तेलंगाना 9.65, पश्चिम बंगाल 8.62, मध्य प्रदेश 7.35, पंजाब 7.35, उत्तराखंड 7.19, छत्तीसगढ़ 6.93, महाराष्ट्र 5.28, हिमाचल प्रदेश 5.04, गुजरात 0.09 प्रतिशत रकम शराब का राजस्व जाता है। बिहार में शराबबंदी होने के कारण वहां पर यह शून्यू है।
Alcohol Earning : देशी विदेशी शराब (Alcohol Earning) से यूपी की योगी सरकार एक सौ रुपये में केवल करीब दस रुपये ही कमाई करती है। शराब से कमाई (Alcohol Earning) करने में कनार्टक राज्य सबसे उपर है। जिसके बाद देश की राजधानी दिल्ली का नंबर आता है। दिल्ली सरकार शराब से कमाई करने में दूसरे नंबर पर है। आइए जानते हैं कि देश का कौन से कौन से राज्य में शराब की बिक्री पर राज्य सरकार कितना कमाती है।
शराब का सेवन करने के शौकीन हर राज्य में हैं। कुछ लोग देसी का सेवन करते हैं तो कुछ अंग्रेजी शराब का। कुछ ऐसे हैं, जो बीयर से ही अपनी मृगतृष्णा को शांत करते हैं। देश के प्रत्येक राज्य में बिकने वाली शराब की बिक्री में राज्य सरकार भी कमाती है। कनार्टक देश का वो राज्य है, जिसमें शराब की बिक्री कनार्टक सरकार को एक सौ रुपये में 14.24 प्रतिशत रकम राज्य सरकार को जाती है।
आरबीआई स्टेट फाइनेंस की रिपोर्ट के अनुसार कनार्टक के बाद दिल्ली सरकार शराब से सबसे ज्यादा कमाई करती है। शराब की बिक्री से दिल्ली सरकार को 11.31 प्रतिशत राजस्व जाता है। तीसरे नंबर पर हरियाणा राज्य है। यह राज्य 10.49 प्रतिशत कमाई शराब की बिक्री से करता है। चौथे नंबर पर उत्तर प्रदेश सरकार है। यूपी सरकार शराब से होने वाली बिक्री पर 100 रुपये में 9.92 प्रतिशत कमाती है। इसके अलावा तेलंगाना 9.65, पश्चिम बंगाल 8.62, मध्य प्रदेश 7.35, पंजाब 7.35, उत्तराखंड 7.19, छत्तीसगढ़ 6.93, महाराष्ट्र 5.28, हिमाचल प्रदेश 5.04, गुजरात 0.09 प्रतिशत रकम शराब का राजस्व जाता है। बिहार में शराबबंदी होने के कारण वहां पर यह शून्यू है।