COVID19 4th Wave: IIT ने किया था जून में कोरोना की चौथी लहर आने का दावा, अब XE वैरिएंट ने बढ़ाया डर

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Corona Cases Update: The number of patients under treatment for corona virus infection in the country increased to 1,848
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calendar01 Dec 2025 02:04 AM
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COVID19 4th Wave: देश में एक बार फिर कोविड -19 के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं, जिसने स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ा दी हैं. पिछले लगभग 2 सालों से लगातार COVID-19 के नए वैरिएंट सामने आ रहे हैं. कुछ समय पहले भारत में कोरोना वायरस का नया वैरिएंट XE भी 2 राज्यों में दस्तक दे चुका है. हेल्थ मिनिस्ट्री (Ministry of Health) की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, भारत में पिछले 24 घंटे में 949 नए कोरोना वायरस संक्रमण के केस सामने आए. जिससे इंडिया में कुल एक्टिव केसेस की संख्या 11,191 हो गई है. कोरोना के केस लगातार बढ़ने के बाद कई एक्सपर्ट चौथी लहर (COVID-19 Fourth Wave) की आशंका भी जता रहे हैं. चौथी लहर को लेकर IIT कानपुर ने एक स्टडी की थी, जिसमें कहा था कि चौथी लहर (COVID-19 Fourth Wave) कब आ सकती है. >> ये भी पढ़े:- Ranbir Alia Wedding Inside Photos: रणबीर और आलिया की शादी के ऐसे इनसाइड फोटोज जो शायद ही आपने देखे हो

COVID19 4th Wave: क्या कहा था IIT कानपुर ने

IIT कानपुर के स्टडी के मुताबिक, भारत में COVID-19 महामारी (COVID-19 pandemic) की संभावित चौथी लहर जून 2022 के आस-पास शुरू हो सकती है. और इस चौथी लहर का पीक अगस्त के आखिरी पर चरम पर हो सकता है. प्री प्रिंट रिपोजिटरी MedRxiv पर शेयर किए गए रिव्यू के मुताबिक, चौथी लहर का पता लगाने के लिए सांख्यिकीय मॉडल (Statistical Model) का उपयोग किया गया था, जिसमें पाया गया कि संभावित कोरोना की चौथी लहर 4 महीने तक चलेगी. >> ये भी पढ़े:- Saharanpur Police Bailout Cafe: सहारनपुर पुलिस का अनोखा प्रयोग, पुलिस का एक चेहरा यह भी IIT कानपुर के गणित और सांख्यिकी विभाग (Department of Mathematics and Statistics) के सबरा प्रसाद, सुभरा शंकर धर, राजेश भाई और शलभ के नेतृत्व में ये स्टडी की गई. स्टडी से पता चलता है कि  कोरोना की चौथी लहर की गंभीरता देश भर में कोरोना वायरस के नए XE वैरिएंट और वैक्सीनेशन की स्थिति पर निर्भर करेगी. >> ये भी पढ़े:- Lucknow News: 66 सरकारी स्कूलों की बिजली कटी, 1 करोड़ का बिजली बिल बकाया
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Delhi School- दिल्ली शिक्षामंत्री सिसोदिया का बड़ा बयान, स्कूल नहीं होंगे बंद, सेल्फ सेंटर एग्जाम से भी किया इंकार

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दिल्ली में नही बंद होंगे स्कूल
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calendar30 Nov 2025 09:01 PM
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Delhi School बीते कुछ वर्षों में कोरोना ने इस कदर तबाही मचाई कि इससे बच्चों का भविष्य भी दांव पर लग गया। सभी स्कूल लॉकडाउन की वजह से बंद थे, जिसकी वजह से बच्चों की पढ़ाई पर काफी असर पड़ा। अब ऐसे में जब अभी स्कूल खुल ही गए हैं तो उन्हें फिर से कोरोना के डर से बंद कर देने से बच्चों के भविष्य पर असर करेगा। इसी ओर ध्यान देते हुए दिल्ली के शिक्षामंत्री (Education Minister of delhi) ने बच्चों के हित में एक बड़ा फैसला लिया है। अभी सभी यही चाहते हैं कि जैसे तैसे पढ़ाई एक बार फिर से राह पर आई है, तो वो राह पकड़कर बस चलती ही रहे। कहीं भटके न। ऐसे में स्कूल (Delhi School) खोलना बहुत आवश्यक है। कोरोना भी धीरे धीरे बच्चों को अपना शिकार बना रहा है। ऐसे में दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने एक गाइडलाइन जारी की है। इसके तहत जो भी शिक्षक या छात्र कोविड पॉजिटिव पाए जाते हैं, तो केवल उस क्लास या फिर विंग को बंद किया जाएगा। इसी के साथ ही अगर कोरोना का संक्रमण किसी स्कूल पर ज्यादा हावी होता है तो ऐसे में उस स्कूल को बंद किया जा सकता है। इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं होगा कि दिल्ली के सभी स्कूल बंद कर दिए जाएंगे। इससे पहले जब बच्चों के T1 एग्जाम कराए गए थे तो भी स्कूलों को एक ऑप्शन दिया गया था। जो स्कूल इनक्रिप्शन कर सकते थे, उन्हें सेल्फ सेंटर या फिर होम सेंटर का ऑप्शन प्रदान किया गया था। कुछ प्राइवेट स्कूल (Private School) थे भी जिन्होंने होम सेंटर का एक्शन लिया भी था। ऐसे में शिक्षामंत्री ने कहा कि अभी जो जैसे चल रहा है, चलने देना चाहिए। अगर स्तिथि बदलती है या फिर कोई बड़ी घटना घटती है तो ही इस तरह का कोई फैसला लिया जाएगा। शिक्षामंत्री सिसोदिया ने कहा कि अगर किसी स्कूल में संक्रमण फैलता है, तो ऐसे में उस स्कूल के स्टाफ के साथ साथ वहां के शिक्षक भी ज़िम्मेदार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जो भी गाइडलाइंस सीबीएसई जारी करेगा, वो उसी का पालन करेंगे। उन्होंने आगे यह भी कहा कि, अभी तक उन्हें सीबीएसई की गाइडलाइंस ठीक ही नज़र आ रही हैं। लेकिन आगे उन्हें इसमें कुछ दिक्कत नज़र आ रही है। अभी जो सिस्टम है उसके हिसाब से तो साल में दो बार इवैल्यूएशन किया जाएगा और फिर आखिरी जो नतीज़े होंगे वो उसी पर निकलकर सामने आएंगे। हालांकि अगले साल सीबीएसई इसको बदल रहा है।
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इस बार समर वेकेशन में भी पढ़ाई को जारी रखा जाएगा। शिक्षामंत्री (Education Minister) ने खुद ये बात कही है कि इस बार गर्मी की छुट्टियों में किसी भी तरह की कोई जल्दबाज़ी नहीं होगी और गर्मियों की छुट्टियों के दौरान भी बच्चों की पढ़ाई को जारी रखा जाएगा।
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Alcohol Earning यूपी सरकार शराब से कमाती है 100 में से 10, जानें अन्य राज्यों की कमाई

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calendar02 Dec 2025 02:18 AM
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Alcohol Earning : देशी विदेशी शराब (Alcohol Earning) से यूपी की योगी सरकार एक सौ रुपये में केवल करीब दस रुपये ही कमाई करती है। शराब से कमाई (Alcohol Earning)  करने में कनार्टक राज्य सबसे उपर है। जिसके बाद देश की राजधानी दिल्ली का नंबर आता है। दिल्ली सरकार शराब से कमाई करने में दूसरे नंबर पर है। आइए जानते हैं कि देश का कौन से कौन से राज्य में शराब की बिक्री पर राज्य सरकार कितना कमाती है।

Alcohol Earning

शराब का सेवन करने के शौकीन हर राज्य में हैं। कुछ लोग देसी का सेवन करते हैं तो कुछ अंग्रेजी शराब का। कुछ ऐसे हैं, जो बीयर से ही अपनी मृगतृष्णा को शांत करते हैं। देश के प्रत्येक राज्य में बिकने वाली शराब की बिक्री में राज्य सरकार भी कमाती है। कनार्टक देश का वो राज्य है, जिसमें शराब की बिक्री कनार्टक सरकार को एक सौ रुपये में 14.24 प्रतिशत रकम राज्य सरकार को जाती है।

आरबीआई स्टेट फाइनेंस की रिपोर्ट के अनुसार कनार्टक के बाद दिल्ली सरकार शराब से सबसे ज्यादा कमाई करती है। शराब की बिक्री से दिल्ली सरकार को 11.31 प्रतिशत राजस्व जाता है। तीसरे नंबर पर हरियाणा राज्य है। यह राज्य 10.49 प्रतिशत कमाई शराब की बिक्री से करता है। चौथे नंबर पर उत्तर प्रदेश सरकार है। यूपी सरकार शराब से होने वाली बिक्री पर 100 रुपये में 9.92 प्रतिशत कमाती है। इसके अलावा तेलंगाना 9.65, पश्चिम बंगाल 8.62, मध्य प्रदेश 7.35, पंजाब 7.35, उत्तराखंड 7.19, छत्तीसगढ़ 6.93, महाराष्ट्र 5.28, हिमाचल प्रदेश 5.04, गुजरात 0.09 प्रतिशत रकम शराब का राजस्व जाता है। बिहार में शराबबंदी होने के कारण वहां पर यह शून्यू है।