गाजा की बर्बादी पर फूटा ओवैसी का गुस्सा, नेतन्याहू को ठहराया जिम्मेदार

Asaduddin Owaisi on Gaza : गाजा में फिलिस्तीनियों पर इजरायल की बमबारी और सैन्य कार्रवाई को लेकर देश के वरिष्ठ सांसद और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तीखा विरोध जताया है। उन्होंने न केवल इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को ‘मानवता के खिलाफ अपराधी’ करार दिया, बल्कि कुछ मुस्लिम देशों की चुप्पी पर भी सवाल उठाए।
ओवैसी ने कहा, हम सब अपनी आंखों से देख रहे हैं कि गाजा में किस तरह मासूमों का कत्ल-ए-आम हो रहा है। महिलाएं, बच्चे, और बुजुर्ग—कोई भी सुरक्षित नहीं। यह जो हो रहा है, वह केवल युद्ध नहीं बल्कि इंसानियत पर हमला है। यह शर्मनाक है।
मुस्लिम देशों की चुप्पी पर भी साधा निशाना
उन्होंने कहा कि “इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) ने नेतन्याहू के खिलाफ वारंट जारी किया है, जो इस बात का संकेत है कि वैश्विक मंचों पर अब इजरायल की ज़्यादतियों को गंभीरता से लिया जा रहा है। हम खुदा से दुआ करते हैं कि जो लोग इन जुल्मों के ज़िम्मेदार हैं, उन्हें सज़ा मिले। ओवैसी ने तुर्किए और अजरबैजान जैसे देशों के रवैये पर निराशा जाहिर की। उन्होंने कहा, जब भारत-पाक तनाव होता है, तब ये देश पाकिस्तान के पक्ष में खुलकर बयान देते हैं। लेकिन जब गाजा में जुल्म होते हैं, तो इजरायल के खिलाफ बोलने से कतराते हैं। ये दोहरा मापदंड क्यों?
भारत को निभानी चाहिए ऐतिहासिक भूमिका
AIMIM चीफ ने भारत सरकार से अपील करते हुए कहा कि भारत ने हमेशा फिलिस्तीन के साथ खड़ा रहने की परंपरा निभाई है। आज जब गाजा में निहत्थे लोग भूख से मर रहे हैं, मस्जिदें तबाह की जा रही हैं, तो भारत को आगे आकर मानवीय सहायता और कूटनीतिक दबाव दोनों सुनिश्चित करने चाहिए। ओवैसी ने कहा, “गाजा में ISIS नहीं है, वहां कोई आतंकी संगठन नहीं बल्कि निर्दोष आम जनता को टारगेट किया जा रहा है। ड्रग्स बेचने वाले कुछ इजरायली लोग सुरक्षा बलों की आड़ में वहां कत्लेआम कर रहे हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक मस्जिदों को भी बख्शा नहीं गया। Asaduddin Owaisi on Gaza
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Asaduddin Owaisi on Gaza : गाजा में फिलिस्तीनियों पर इजरायल की बमबारी और सैन्य कार्रवाई को लेकर देश के वरिष्ठ सांसद और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तीखा विरोध जताया है। उन्होंने न केवल इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को ‘मानवता के खिलाफ अपराधी’ करार दिया, बल्कि कुछ मुस्लिम देशों की चुप्पी पर भी सवाल उठाए।
ओवैसी ने कहा, हम सब अपनी आंखों से देख रहे हैं कि गाजा में किस तरह मासूमों का कत्ल-ए-आम हो रहा है। महिलाएं, बच्चे, और बुजुर्ग—कोई भी सुरक्षित नहीं। यह जो हो रहा है, वह केवल युद्ध नहीं बल्कि इंसानियत पर हमला है। यह शर्मनाक है।
मुस्लिम देशों की चुप्पी पर भी साधा निशाना
उन्होंने कहा कि “इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) ने नेतन्याहू के खिलाफ वारंट जारी किया है, जो इस बात का संकेत है कि वैश्विक मंचों पर अब इजरायल की ज़्यादतियों को गंभीरता से लिया जा रहा है। हम खुदा से दुआ करते हैं कि जो लोग इन जुल्मों के ज़िम्मेदार हैं, उन्हें सज़ा मिले। ओवैसी ने तुर्किए और अजरबैजान जैसे देशों के रवैये पर निराशा जाहिर की। उन्होंने कहा, जब भारत-पाक तनाव होता है, तब ये देश पाकिस्तान के पक्ष में खुलकर बयान देते हैं। लेकिन जब गाजा में जुल्म होते हैं, तो इजरायल के खिलाफ बोलने से कतराते हैं। ये दोहरा मापदंड क्यों?
भारत को निभानी चाहिए ऐतिहासिक भूमिका
AIMIM चीफ ने भारत सरकार से अपील करते हुए कहा कि भारत ने हमेशा फिलिस्तीन के साथ खड़ा रहने की परंपरा निभाई है। आज जब गाजा में निहत्थे लोग भूख से मर रहे हैं, मस्जिदें तबाह की जा रही हैं, तो भारत को आगे आकर मानवीय सहायता और कूटनीतिक दबाव दोनों सुनिश्चित करने चाहिए। ओवैसी ने कहा, “गाजा में ISIS नहीं है, वहां कोई आतंकी संगठन नहीं बल्कि निर्दोष आम जनता को टारगेट किया जा रहा है। ड्रग्स बेचने वाले कुछ इजरायली लोग सुरक्षा बलों की आड़ में वहां कत्लेआम कर रहे हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक मस्जिदों को भी बख्शा नहीं गया। Asaduddin Owaisi on Gaza







