मौसम ने रोकी श्रद्धा की राह, भारी बारिश के चलते केदारनाथ यात्रा ठप

Kedarnath Yatra
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locationभारत
userचेतना मंच
calendar07 Jul 2025 05:18 PM
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Kedarnath Yatra :  हिमालय की गोद में स्थित केदारनाथ धाम की ओर जा रही श्रद्धा की यात्रा एक बार फिर मौसम की मार के कारण थम गई है। लगातार हो रही तेज बारिश और भूस्खलन के बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रशासन ने केदारनाथ यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया है। सोनप्रयाग और गौरीकुंड में बड़ी संख्या में यात्री फिलहाल रोक दिए गए हैं। मौसम विभाग ने रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों के लिए भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। प्रशासन ने एहतियातन यात्रा पर विराम लगाते हुए सभी श्रद्धालुओं से सुरक्षित स्थानों पर ठहरने की अपील की है।

मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों के लिए भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। इसके बाद से प्रशासन ने यात्रा को रोकने का निर्णय लिया है। अलकनंदा नदी के जलस्तर में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, हालांकि फिलहाल यह खतरे के निशान से नीचे है। तेज बारिश के कारण कई जगह भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं। बद्रीनाथ मार्ग पर एक बड़े भूस्खलन के बाद आवाजाही पूरी तरह बंद कर दी गई है। गौरीकुंड में मलबा हटाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है ताकि स्थिति सामान्य होते ही यात्रा को फिर से शुरू किया जा सके।

प्रशासन के अनुसार, केदारनाथ से लौट रहे लगभग 40 श्रद्धालु बीते दिनों सोनप्रयाग के पास भूस्खलन में फंस गए थे, जिन्हें एसडीआरएफ की टीम ने समय रहते सुरक्षित बाहर निकाल लिया। लगातार हो रही बारिश के कारण राज्य के कई हिस्सों में बिजली और पानी की आपूर्ति भी प्रभावित हुई है। वहीं बरकोट क्षेत्र में बादल फटने की घटना ने संकट को और गहरा किया है।

केदारनाथ यात्रा का धार्मिक महत्व

केदारनाथ यात्रा भारत की सबसे प्रतिष्ठित तीर्थ यात्राओं में से एक मानी जाती है। यह यात्रा भगवान शिव को समर्पित केदारनाथ मंदिर तक जाती है, जो हिमालय की गोद में  स्थित है। यह मंदिर चार धाम यात्रा (यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ) का अहम हिस्सा है और 12 ज्योतिर्लिंगों में भी शामिल है। वहीं प्रशासन की ओर से सभी यात्रियों से अपील की गई है कि वे मौसम की स्थितियों को देखते हुए यात्रा से पहले अपडेट लेते रहें और सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।    Kedarnath Yatra

बिहार वोटर लिस्ट विवाद पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, गुरुवार को होगी सुनवाई

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बिहार वोटर लिस्ट विवाद पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, गुरुवार को होगी सुनवाई

बिहार वोटर लिस्ट विवाद पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, गुरुवार को होगी सुनवाई
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 05:48 PM
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Bihar Voter Verification Case :  बिहार में मतदाता सूची की व्यापक पुनरीक्षण प्रक्रिया को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। आशंका जताई जा रही है कि इस कवायद के तहत राज्यभर में लाखों नागरिकों के नाम मतदाता सूची से हटा दिए जाएंगे। इस मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय स्तर के राजनीतिक दलों और नागरिक संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। सोमवार को वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने मामले की त्वरित सुनवाई की मांग करते हुए इसे संवैधानिक और लोकतांत्रिक अधिकारों से जुड़ा गंभीर विषय बताया। सर्वोच्च अदालत ने याचिकाकर्ताओं की दलीलें सुनने के बाद गुरुवार, 11 जुलाई को इस मामले पर सुनवाई के लिए सहमति दे दी है।

क्या है विवाद की जड़?

बिहार में "विशेष गहन पुनरीक्षण" (Special Intensive Revision) के नाम पर निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर सुधार कार्य शुरू किया है। लेकिन याचिकाकर्ताओं का कहना है कि इस प्रक्रिया की आड़ में खास वर्गों—जैसे महिलाएं, गरीब, ग्रामीण और अल्पसंख्यक मतदाता—के नाम बड़ी संख्या में हटाए जा रहे हैं, जिससे लोकतांत्रिक भागीदारी खतरे में पड़ सकती है। कपिल सिब्बल के साथ अभिषेक मनु सिंघवी, शादाब फरासत और गोपाल शंकरनारायणन जैसे वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि यह प्रक्रिया भेदभावपूर्ण और अनुचित तरीके से लागू की जा रही है, जिसका असर लोकसभा और विधानसभा चुनावों में निष्पक्षता पर पड़ेगा।

उन्होंने तर्क दिया कि 25 जुलाई तक तय की गई समयसीमा बहुत ही सीमित है, जिसके भीतर राज्य भर में नामों की छंटनी से हजारों परिवारों के वोटिंग अधिकार छिन सकते हैं। याचिकाकर्ताओं की ओर से अदालत से अपील की गई है कि इस संशोधन अभियान पर तत्काल रोक लगाई जाए, ताकि मतदाता सूची में किसी भी प्रकार की अनुचित और पक्षपातपूर्ण छेड़छाड़ को रोका जा सके। उनका कहना है कि इस प्रक्रिया को तब तक स्थगित किया जाए जब तक इसकी पारदर्शिता और संवैधानिक वैधता की गारंटी न मिल जाए।

कौन-कौन हैं याचिकाकर्ता?

इस संवेदनशील मुद्दे पर याचिका दायर करने वालों में देश की प्रमुख विपक्षी पार्टियां—राष्ट्रीय जनता दल (RJD), कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा के साथ-साथ दो प्रतिष्ठित गैर-सरकारी संगठन—एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) और पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (PUCL) शामिल हैं। इन संगठनों ने इसे संविधान के अनुच्छेद 14 (समानता का अधिकार) और अनुच्छेद 326 (मतदान का अधिकार) के उल्लंघन के रूप में देखा है।       Bihar Voter Verification Case

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आपके मेकअप किट में छिपा है जहर! एक ही इस्तेमाल से हो सकता है भारी नुकसान

अगर आप भी रोजाना ब्यूटी प्रोडक्ट्स फाउंडेशन, क्रीम, लिपस्टिक या आई मेकअप का इस्तेमाल करती हैं तो ये खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। आपकी पसंदीदा स्किन व्हाइटनिंग क्रीम या एंटी-एजिंग प्रोडक्ट में एक ऐसा खतरनाक जहर हो सकता है जो धीरे-धीरे आपकी सेहत और त्वचा को नुकसान पहुंचा रहा है।

Makeup kit
Mercury Cosmetic Ban
locationभारत
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calendar06 Jul 2025 03:15 PM
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Mercury Cosmetic Ban : अगर आप भी रोजाना ब्यूटी प्रोडक्ट्स फाउंडेशन, क्रीम, लिपस्टिक या आई मेकअप का इस्तेमाल करती हैं तो ये खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। आपकी पसंदीदा स्किन व्हाइटनिंग क्रीम या एंटी-एजिंग प्रोडक्ट में एक ऐसा खतरनाक जहर हो सकता है, जो धीरे-धीरे आपकी सेहत और त्वचा को नुकसान पहुंचा रहा है। इसका नाम है मर्करी (Mercury) एक जहरीली धातु जिसे अब भारत सरकार पूरी तरह बैन करने की तैयारी कर रही है।

क्या है मर्करी और क्यों है खतरनाक?


मर्करी यानी पारा एक टॉक्सिक धातु है जो शरीर में जाने पर खून के जरिए अंगों तक पहुंच सकता है। यह आपकी त्वचा को पतला बना सकता है, चेहरे पर दाग-धब्बे छोड़ सकता है, स्किन की रंगत खराब कर सकता है और यहां तक कि आंतरिक अंगों को भी नुकसान पहुंचा सकता है। अक्सर स्किन-लाइटनिंग क्रीम, एंटी-एजिंग सीरम और कुछ आई मेकअप प्रोडक्ट्स में इसका उपयोग होता है। सबसे चिंताजनक बात ये है कि लोग इन प्रोडक्ट्स को लंबे समय तक रोज इस्तेमाल करते हैं बिना यह जाने कि वे धीरे-धीरे अपनी सेहत को खतरे में डाल रहे हैं।

मर्करी वाले कॉस्मेटिक्स होंगे बैन


एक रिपोर्ट के मुताबिक, DCGI (ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया) की सिफारिश पर सरकार अब ऐसे सभी कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स पर सख्त बैन लगाने की तैयारी में है, जिनमें मर्करी की मात्रा निर्धारित सीमा से अधिक पाई जाती है। फिलहाल भारत में नियम के मुताबिक, आई मेकअप प्रोडक्ट्स में अधिकतम 70 PPM (Parts Per Million) तक मर्करी की अनुमति है। अन्य कॉस्मेटिक्स में सिर्फ 1 PPM तक मर्करी इस्तेमाल की जा सकती है। लेकिन अब सरकार का मकसद है कि 1 PPM से अधिक मर्करी वाले किसी भी प्रोडक्ट को बाजार में बिकने से पूरी तरह रोका जाए चाहे वह ऑफलाइन स्टोर हो या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म।

ग्लोबल स्टैंडर्ड की ओर कदम

भारत का ये कदम Minamata Convention जैसे अंतरराष्ट्रीय समझौतों के अनुरूप है, जो दुनियाभर में मर्करी जैसे जहरीले पदार्थों को बैन करने के लिए बनाए गए हैं। इसका मकसद लोगों को इन अदृश्य लेकिन खतरनाक जहरों से बचाना है। किसी भी क्रीम या मेकअप प्रोडक्ट को खरीदने से पहले उसका लेबल पढ़ें। 'Skin whitening', 'anti-aging', 'quick glow' जैसे वादों से सावधान रहें ये मर्करी के इस्तेमाल का संकेत हो सकते हैं। बिना जांचे या बिना ब्रांड की जानकारी वाले सस्ते प्रोडक्ट्स से बचें खासकर जो ऑनलाइन बेचे जाते हैं। Mercury Cosmetic Ban मैरिड लाइफ को बनाएं रोमांटिक और मजेदार, अपनाएं ये गोल्डन रूल्स

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