400 पार ! टीम इंडिया ने टेस्ट में किया बड़ा कारनामा

भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में अपने प्रदर्शन से क्रिकेट जगत को चौंका दिया है। भले ही स्कोरलाइन फिलहाल टीम इंडिया के पक्ष में न हो लेकिन बल्लेबाजों के बल्ले से निकली हर बाउंड्री ने इतिहास रच दिया है।

400 पार ! टीम इंडिया ने टेस्ट में किया बड़ा कारनामा
locationभारत
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calendar01 Aug 2025 06:53 PM
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भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में अपने प्रदर्शन से क्रिकेट जगत को चौंका दिया है। भले ही स्कोरलाइन फिलहाल टीम इंडिया के पक्ष में न हो, लेकिन बल्लेबाजों के बल्ले से निकली हर बाउंड्री ने इतिहास रच दिया है। पहली बार भारतीय टेस्ट टीम ने किसी एक श्रृंखला में 400 से ज्यादा चौके-छक्के जमाए हैं । Indian Cricket Team पहली बार एक सीरीज में 400 से ज्यादा बाउंड्री

भारतीय बल्लेबाजों ने पांचवें टेस्ट की पहली पारी में 23 बाउंड्री लगाई, जिसके साथ ही इस सीरीज़ में कुल बाउंड्री का आंकड़ा 416 पर पहुंच गया। यह भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में किसी एक श्रृंखला में सर्वाधिक बाउंड्री का नया कीर्तिमान है। इससे पहले भारत ने 1964 में इंग्लैंड के खिलाफ 384 बाउंड्री लगाई थीं। मौजूदा प्रदर्शन के साथ भारतीय टीम ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ते हुए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर छू लिया है।

यह भी पढ़े:रिहा होगा आतंक का आका? हारून असवत को लेकर ब्रिटेन में हंगामा61 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा

1964 की टेस्ट सीरीज में भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ 384 बाउंड्री लगाकर नया रिकॉर्ड बनाया था। तब से अब तक यह आंकड़ा अजेय बना रहा था। लेकिन शुभमन गिल, केएल राहुल, ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा जैसे बल्लेबाजों ने इस आंकड़े को पीछे छोड़ दिया। उल्लेखनीय है कि 1979 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत ने 361 बाउंड्री लगाई थीं।

गिल और राहुल रहे बल्लेबाजी के स्तंभ

श्रृंखला में शुभमन गिल भारत के सबसे सफल बल्लेबाज साबित हुए हैं। उन्होंने अब तक 743 रन बनाए हैं, जिनमें चार शानदार शतक शामिल हैं। केएल राहुल ने भी निरंतरता का परिचय देते हुए 525 रन ठोके हैं, जिनमें दो शतक शामिल हैं। दोनों ही खिलाड़ी टीम के शीर्ष क्रम की रीढ़ बनकर उभरे हैं।

अन्य प्रमुख योगदान

  • ऋषभ पंत – 479 रन
  • रवींद्र जडेजा – 463 रन
  • यशस्वी जायसवाल – 293 रन
  • वॉशिंगटन सुंदर – 224 रन  Indian Cricket Team


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जर्मनी की ओलंपियन एथलीट लॉरा डाहलमेयर की पाकिस्तान में मौत, पर्वतारोहण के समय हादसा

जर्मनी की ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता बायथलीट लॉरा डाहलमेयर की पाकिस्तान में पर्वतारोहण के दौरान हुए हादसे में मौत हो गई। 31वर्षीय लॉरा काराकोरम पर्वत शृंखला की लैला चोटी पर अचानक हुए भू-स्खलन की चपेट में आकर संभल नहीं पाईं।

Mout
Berlin/Islamabad :
locationभारत
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calendar02 Dec 2025 01:44 AM
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जर्मनी की ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता बायथलीट लॉरा डाहलमेयर की पाकिस्तान में पर्वतारोहण के दौरान हुए हादसे में मौत हो गई। 31वर्षीय लॉरा काराकोरम पर्वत शृंखला की लैला चोटी पर अचानक हुए भू-स्खलन की चपेट में आकर संभल नहीं पाईं। दो बार ओलंपिक चैंपियन रहीं लॉरा के निधन पर जर्मन ओलंपिक खेल परिसंघ (DOSB) और परिवार ने गहरा दुख जताया है। Berlin/Islamabad :डीओएसबी ने लॉरा के निधन की पुष्टि की


सीएनएन चैनल की खबर के अनुसार, DOSB ने लॉरा के निधन की पुष्टि की है। लॉरा डाहलमेयर 2018 के शीतकालीन ओलंपिक में स्प्रिंट और पर्स्यूट स्पर्धा में अलग-अलग स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली महिला बायथलीट बनीं। अगले साल 2019 में वह विश्व चैंपियनशिप में पांच स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली बायथलीट बनीं। इसके बाद उन्होंने इस खेल से संन्यास ले लिया। बुधवार को जारी बयान में उनकी प्रबंधन टीम ने कहा, " अलविदा लॉरा। आपने हमारे और कई अन्य लोगों के जीवन को समृद्ध बनाया है। आप बहुत याद आएंगी। आपने अपने कार्यक्रमों के समन्वय के लिए हम पर भरोसा जताया, इसके लिए आपका आभार। आपका संघर्ष हमें आगे बढ़ने की हिम्मत देता रहेगा।" डीओएसबी के अध्यक्ष वीकेर्ट ने श्रद्धांजलि देते कहा, " लॉरा डाहलमेयर अपने पीछे समृद्ध विरासत छोड़ गई हैं। खेल के प्रति उनका समर्पण, प्रकृति के प्रति उनका जुनून और समाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता उन्हें एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व बनाती हैडीओएसबी और पूरा जर्मन खेल जगत ने लॉरा के निधन पर शोक जताया


थॉमस वीकेर्ट ने कहा कि वह सोमवार को स्थानीय समयानुसार दोपहर के आसपास कराकोरम पर्वत श्रृंखला में लैला चोटी पर चढ़ते समय गिर गईं। उनके साथी पर्वतारोही दल ने मंगलवार को इंस्टाग्राम पर यह दुखद सूचना साझा की। उन्होंने बुधवार को कहा कि डीओएसबी और पूरा जर्मन खेल जगत लॉरा डाहलमेयर के निधन पर शोक व्यक्त करता है। हमारी संवेदनाएं उनके परिवार और दोस्तों के साथ हैं। बताया गया है कि डाहलमेयर की पर्वतारोही साथी मरीना इवा के संकट संकेत भेजे जाने के बाद सोमवार को बचाव और खोज अभियान शुरू हुआ।बचाव अभियान में शामिल हेलीकॉप्टर मंगलवार को पहुंच सका

गिलगित-बाल्तिस्तान की क्षेत्रीय सरकार के प्रवक्ता फैजुल्लाह फराक ने बताया कि कम दृश्यता और खराब मौसम के कारण अभियान अपने सैन्य हेलीकॉप्टर तैनात नहीं कर पाया। साथी पर्वतारोहियों ने कहा कि बचाव अभियान में शामिल हेलीकॉप्टर मंगलवार सुबह घटनास्थल पर पहुंच सका। डाहलमेयर के प्रबंधन के बयान के अनुसार, इस एथलीट ने विशेष रूप से अनुरोध किया था कि दुर्घटना की स्थिति में कोई भी उसे बचाने या उसके शव को बरामद करने के लिए अपनी जान जोखिम में न डाले।

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तेज गेंदबाजों की खोज में उतरी BCCI, ये 7 गेंदबाज बनेंगे फ्यूचर बुमराह!

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने तेज गेंदबाजी विभाग को मजबूत करने के लिए एक नया मिशन शुरू किया है। जसप्रीत बुमराह की सीमित उपलब्धता, मोहम्मद सिराज का वर्कलोड और मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी ने बोर्ड को अब भविष्य के बुमराह और सिराज की तलाश करने पर मजबूर कर दिया है। इसी कड़ी में बोर्ड ने 7 युवा तेज गेंदबाजों को बेंगलुरु स्थित नेशनल क्रिकेट अकादमी (NCA) में विशेष ट्रेनिंग के लिए बुलाया है।

Bumrah
BCCI
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calendar31 Jul 2025 08:46 PM
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भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने तेज गेंदबाजी विभाग को मजबूत करने के लिए एक नया मिशन शुरू किया है। जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) की सीमित उपलब्धता, मोहम्मद सिराज का वर्कलोड और मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी ने बोर्ड को अब भविष्य के बुमराह और सिराज की तलाश करने पर मजबूर कर दिया है। इसी कड़ी में बोर्ड ने 7 युवा तेज गेंदबाजों को बेंगलुरु स्थित नेशनल क्रिकेट अकादमी (NCA) में विशेष ट्रेनिंग के लिए बुलाया है। BCCI

2 हफ्तों की स्पेशल ट्रेनिंग

एक रिपोर्ट के मुताबिक, BCCI बेंगलुरु स्थित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में दो हफ्ते का विशेष ट्रेनिंग कैंप आयोजित कर रहा है। इसका मकसद भारत के तेज गेंदबाजी संसाधनों को और धार देना है, ताकि आने वाले वर्षों में टीम इंडिया के पास गहराई हो और चोटिल खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में भी विकल्प मौजूद हों। जिन गेंदबाजों को BCCI से न्योता मिला है उनमें खलील अहमद, तुषार देशपांडे, विजयकुमार वैसाक, राज अंगद बावा, युद्धवीर सिंह, यश ठाकुर, अंशुल कंबोज शामिल हैं।

अंशुल कंबोज पर उठे सवाल

इन खिलाड़ियों को बोर्ड ने खासतौर पर चुना है, ताकि उनकी तकनीक, फिटनेस और स्पीड पर काम किया जा सके। खास बात यह है कि इनमें से कुछ गेंदबाजों ने घरेलू स्तर पर शानदार प्रदर्शन किया है, जबकि कुछ को हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू का मौका मिला था।अंशुल कंबोज का मैनचेस्टर में डेब्यू कुछ खास नहीं रहा था। उनकी गति 130 किमी/घंटा से कम थी, जिसे लेकर आलोचना भी हुई। हालांकि, रिपोर्ट्स की मानें तो फिटनेस संबंधी दिक्कत के कारण उनका प्रदर्शन प्रभावित हुआ था। बावजूद इसके, रणजी ट्रॉफी में एक पारी में 10 विकेट लेने जैसा दुर्लभ कारनामा करने वाले अंशुल पर बोर्ड का भरोसा बरकरार है।

तेज गेंदबाजों के लिए विशेष कॉन्ट्रैक्ट की हकीकत

BCCI ने फरवरी 2024 में 6 युवा तेज गेंदबाजों को विशेष कॉन्ट्रैक्ट सिस्टम में शामिल किया था। इनमें मयंक यादव, उमरान मलिक, यश दयाल, आकाश दीप, विजयकुमार वैसाक और विद्वत कवरेप्पा जैसे नाम शामिल थे। इनमें से कई खिलाड़ी इस समय या तो चोट से जूझ रहे हैं या विवादों में फंसे हुए हैं। गौर करने वाली बात यह है कि यश दयाल को इस बार NCA कैंप के लिए आमंत्रित नहीं किया गया है, जिसका कारण उनके खिलाफ चल रही अनुशासनात्मक जांच बताई जा रही है।