यूपी के सीएम योगी का सचिव बनकर, बीस IAS अधिकारियों को लगाया चूना

ऐसे हुआ खुलासा
कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के सीडीओ को एक कॉल आई, जिसमें Truecaller पर सीएम योगी आदित्यनाथ का नाम डिस्प्ले हो रहा था। कॉलर ने खुद को मुख्यमंत्री का सचिव बताते हुए सीडीओ को एक शिकायत की जांच के आदेश के बारे में बताया। उसने कहा कि यदि सीडीओ चाहे तो शिकायतकर्ता के साथ मीटिंग करवा सकता है, लेकिन इसके लिए कुछ खर्चा करना पड़ेगा। इसी दिन विवेक ने बस्ती के जिलाधिकारी को भी कॉल किया और तबादला रोकने के लिए पैसे की मांग की। UP Newsजानें कैसे करता था ठगी
आखिरी गलती विवेक ने बस्ती के जिलाधिकारी को डरा कर पैसे वसूलने की कोशिश की, जिसके बाद यूपी STF ने उसे एक एसडीएम को ठगने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में STF और पुलिस को विवेक की हैरान करने वाली बातें पता चलीं। वह ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं है, लेकिन उसके दिमाग में ठगी के कई आइडिया चलते रहते हैं। विवेक के पास BSNL के एक दर्जन सिम कार्ड थे, जिनके सीरियल नंबर 945440 और 945441 से मिलते-जुलते थे। इसके अलावा, उसे उत्तर प्रदेश के पुलिस और जिला प्रशासन के लगभग 180 अफसरों के नंबर मुंह जुबानी याद थे।ठगी के कारनामे
UP News
विवेक ने उत्तर प्रदेश STF के सामने कबूल किया कि वह अब तक करीब उत्तर प्रदेश के 20 IAS अफसरों को ठगने के उद्देश्य से कॉल कर चुका है, जिनमें उत्तर प्रदेश के कई जिलों के डीएम शामिल थे। कई अफसरों ने उसके झांसे में आकर उसे पैसे भी दिए थे, हालांकि कुछ अफसरों ने शक होने पर उसके खिलाफ FIR भी दर्ज करवाई। विवेक के खिलाफ धारा 420 के तहत उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में 5, मथुरा में 4, अलीगढ़ और हरदोई में 2-2, तथा बांदा और कानपुर में 1-1 मुकदमा दर्ज है।UP Newsनीट परीक्षा धांधली के खिलाफ सड़क पर उतरे सपाई, दादरी में प्रदर्शन
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कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के सीडीओ को एक कॉल आई, जिसमें Truecaller पर सीएम योगी आदित्यनाथ का नाम डिस्प्ले हो रहा था। कॉलर ने खुद को मुख्यमंत्री का सचिव बताते हुए सीडीओ को एक शिकायत की जांच के आदेश के बारे में बताया। उसने कहा कि यदि सीडीओ चाहे तो शिकायतकर्ता के साथ मीटिंग करवा सकता है, लेकिन इसके लिए कुछ खर्चा करना पड़ेगा। इसी दिन विवेक ने बस्ती के जिलाधिकारी को भी कॉल किया और तबादला रोकने के लिए पैसे की मांग की। UP Newsजानें कैसे करता था ठगी
आखिरी गलती विवेक ने बस्ती के जिलाधिकारी को डरा कर पैसे वसूलने की कोशिश की, जिसके बाद यूपी STF ने उसे एक एसडीएम को ठगने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में STF और पुलिस को विवेक की हैरान करने वाली बातें पता चलीं। वह ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं है, लेकिन उसके दिमाग में ठगी के कई आइडिया चलते रहते हैं। विवेक के पास BSNL के एक दर्जन सिम कार्ड थे, जिनके सीरियल नंबर 945440 और 945441 से मिलते-जुलते थे। इसके अलावा, उसे उत्तर प्रदेश के पुलिस और जिला प्रशासन के लगभग 180 अफसरों के नंबर मुंह जुबानी याद थे।ठगी के कारनामे
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विवेक ने उत्तर प्रदेश STF के सामने कबूल किया कि वह अब तक करीब उत्तर प्रदेश के 20 IAS अफसरों को ठगने के उद्देश्य से कॉल कर चुका है, जिनमें उत्तर प्रदेश के कई जिलों के डीएम शामिल थे। कई अफसरों ने उसके झांसे में आकर उसे पैसे भी दिए थे, हालांकि कुछ अफसरों ने शक होने पर उसके खिलाफ FIR भी दर्ज करवाई। विवेक के खिलाफ धारा 420 के तहत उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में 5, मथुरा में 4, अलीगढ़ और हरदोई में 2-2, तथा बांदा और कानपुर में 1-1 मुकदमा दर्ज है।UP Newsनीट परीक्षा धांधली के खिलाफ सड़क पर उतरे सपाई, दादरी में प्रदर्शन
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