UP Political News : समाज को बांटने वाली ताकतों को सत्ता से बाहर करना है : अखिलेश यादव

Sapa
The forces that divide the society have to be thrown out of power: Akhilesh Yadav
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 01:18 PM
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Lucknow : लखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रदेश सम्मेलन में पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव जमकर गरजे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने विकास के जो काम किए थे, भाजपा की सरकार उसके आगे कुछ भी नहीं कर पाई है। सम्मेलन के दौरान नरेश उत्तम पटेल को सपा का दोबारा प्रदेश अध्यक्ष चुना गया है। सपा नेता प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए केवल एक ही नामांकन आया है। नरेश उत्तम का प्रस्ताव पर्चा सही पाया गया। बताया जा रहा है कि नरेश उत्तम को अखिलेश यादव के करीबी होने का लाभ मिला है। साल, 2017 में जब विवाद हुआ था तो अखिलेश यादव ने नरेश उत्तम को प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। अब दोबारा उन्हें ही प्रदेश अध्यक्ष चुना गया है।

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राजधानी के रमाबाई अंबेडकर मैदान में हो रहे सम्मेलन में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि हमारा सपना है कि समाज को बांटने वाली ताकतों को सत्ता से बाहर करेंगे। सपा ने पिछले लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक फैसला लिया था। हमने बहुजन समाज की ताकत को एक मंच पर लाने का प्रयास किया। हर स्तर पर त्याग किया। डॉ. आंबेडकर और लोहिया के सपनों को साकार करने की कोशिश की थी। समाजवादी लोग बड़ी जीत चाहते थे, लेकिन सत्ता में बैठे लोगों ने अपनी शक्तियों का दुरुपयोग किया। उन्होंने कहा कि वर्ष-2022 में हम समान विचारधारा के लोगों को एक मंच पर लाए। सत्ता नहीं मिली, लेकिन वोट प्रतिशत बढ़ा। उन्होंने कहा कि सिर्फ सपा ही सांप्रदायिक ताकतों को रोक सकती है।

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अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाईं और कहा कि हम जब भी सत्ता में आएंगे, किसानों के लिए काम करेंगे। सर्वसमाज को शिक्षित करेंगे। सपा सरकार ने जो काम किया था, भाजपा उससे आगे कुछ भी नहीं कर पाई है। उन्होंने अपने भाषण में मेट्रो निर्माण और नदियों की सफाई आदि का मुद्दा उठाया। कार्यक्रम की शुरुआत में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में राष्ट्रगान हुआ। इसके बाद पार्टी का ध्वज फहराया गया। प्रांतीय एवं राष्ट्रीय सम्मेलन को लेकर सपा नेताओं में जबरदस्त जोश है। पार्टी कार्यालय से लेकर रमाबाई अंबेडकर मैदान तक सड़क के दोनों तरफ सपाई झंडे लगाए गए हैं। जगह-जगह बैनर पोस्टर के साथ कटआउट भी लगाए गए हैं। खास बात यह है कि ज्यादातर कटआउट पर सिर्फ अखिलेश यादव नजर आ रहे हैं। कुछ में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव और आजम खां, प्रो. रामगोपाल सहित अन्य स्थानीय नेताओं की तस्वीर लगी है। लेकिन, ये कटआउट इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि यह सम्मेलन पूरी तरह से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर केंद्रित है।
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Ghaziabad News : एकलव्य शूटिंग अकैडमी के निशानेबाजों ने दो स्वर्ण समेत चार पदकों पर लगाए निशाने

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Shooters of Eklavya Shooting Academy targeted four medals including two gold
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 03:19 AM
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Ghaziabad News : गाजियाबादः एकलव्य शूटिंग अकैडमी भागीरथ पब्लिक स्कूल के निशानेबाजों ने स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप में चार पदकों पर निशाना लगाया। इनमें से तीन पदक इंटरनेशनल निशानेबाज पवन यादव ने जीते व एक पदक वाजिद ने उधार की पिस्टल से जीता। अकैडमी के कोच रईस मलिक ने बताया कि दिल्ली में 17 सितंबर से 24 सितंबर तक 45 वीं उत्तर प्रदेश स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप हुई थी। चैंपियनशिप में पवन यादव ने ण्32 बोर सेंटर फायर पिस्टल 25 मीटर आईएसएसएफ सीनियर मेन वर्ग में 600 में से 569 निशाने लगाकर स्टेट रिकॉर्ड स्कोर बनाया व स्वर्ण पदक जीता। वहीं ण्22 बोर 50 मीटर फ्री पिस्टल आईएसएसएफ सीनियर मेन वर्ग में 527 स्कोर के साथ स्वर्ण व ण्22 बोर 25 मीटर स्टैंडर्ड पिस्टल आईएसएसएफ सीनियर मेन वर्ग में 547 का स्कोर बनाकर रजत पदक जीता। वाजिद ने ण्22 बोर 25 मीटर स्टैंडर्ड पिस्टल जूनियर एनआर वर्ग में 300 में से 248 निशाने लगाकर रजत पदक जीता व 25 मीटर ण्22 बोर स्पोर्ट्स पिस्टल जूनियर मैन एनआर वर्ग तथा ण्22 बोर फ्री पिस्टल 50 मीटर मैन एनआर वर्ग में ऑल इंडिया के लिए क्वालीफाई भी किया।
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UP News : जहां बिकनी चाहिए बच्चों की किताबें , वहां बिक रहा है सूखा नशा

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Omni Chemical Fluid
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Sep 2022 04:48 PM
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UP News :  गाजियाबाद/मैनपुरी। नशे की मंडी में अब नौनिहालों की भी एंट्री हो गई है। चरस, गांजा, अफीम, मुनक्का (भांग की गोली) और स्मेक जैसे नशे के बारे में तो हम सभी वाकिफ हैं। लेकिन, इन दिनों एक नए नशे की एंट्री हो गई है, जो आसानी से उपलब्ध है। हैरानी की बात है कि नशे के कारोबारियों ने अपनी पहुंच गांवों तक बना ली है। इससे नाबालिग नशेबाजों की एक ऐसी फौज पनपने लगी है, जिसमें नौनिहालों के वर्तमान और भविष्य पर ग्रहण लगा दिए हैं।

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उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद और मैनपुरी जनपद को अब नशे की मंडी के नाम से जाना जाता है। यहां हर प्रकार के नशे का काला कारोबार धड़ल्ले से किया जाता है। यदाकदा पुलिस द्वारा भी चरस और हेरोइन की खेप बरामद कर इस बात की पुष्टि की जा चुकी है। इन दोनों जिले की नौनिहालों की बड़ी संख्या ऐसे नशे की गिरफ्त में हैं, जो बाजार में किराने और स्टेशनरी की दुकान से बड़ी आसानी से मिल जाता है। इस नए नशे की श्रेणी में आती है साइकिल के पंचर को जोड़ने वाला सल्यूशन। ये आसानी से दुकानों पर उपलब्ध हो जाता है। बोनफिक्स और उसी श्रेणी के दूसरे तरल पदार्थों की जैसे ओमीनी केमिकल फ्लूड,Omni Chemical Fluid) जिनका प्रयोग पंचर जोड़ने के लिए किया जाता है। यह बात हैरान करने वाला है, लेकिन सच है। कचरा बीनने वाले और गरीब तबके के बच्चे स्टेशनरी और किराने की दुकान से इन चीजों को खरीदने के बाद रूई या फिर सूती कपड़ों में डालकर नाक के जरिए सूंघते हैं। कचरा बीनने वाले बच्चों का कहना है कि इससे उन्हें नशा का एहसास होता है। नशा करने वाले बच्चों ने बताया कि इस नशे को करने के बाद उन्हें भूख भी नहीं लगती है। यह एक ऐसा नशा है, जो तिल-तिल कर इंसान को मौत के दरवाजे तक ले जाता है। शहर से लेकर ग्रामीण अंचल तक यह नशा पिछले कुछ महीनों से जोर पकड़ता जा रहा है। हैरत की बात तो यह है कि खुलेआम बिक रहे इस जहरीले नशे से पुलिस प्रशासन, एनजीओ, आयुर्वेदिक, ड्रग्स और फूड्स सभी विभाग अनजान बने हुए हैं। जानकारों के अनुसार यदि समय रहते इस नशे पर रोक नहीं लगाई गई तो नौनिहालों का भविष्य तबाह हो जाएगा। यह नशा गंभीर बीमारियां दे सकता है।

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गाजियाबाद नशा मुक्ति अभियान से जुड़े समाजसेवी ने इस नशे के बाबत एक वीडियो बनाकर प्रशासन को अवगत कराया है। इसमें आमजन जनमानस को जागरूक करने के लिए अनेक डॉक्टरों की सलाह और नशे में बीमार बच्चों की रोकथाम की सामग्री शामिल की गई है। गाजियाबाद जिला अस्पताल में तैनात नशा कंसल्टेंट साकेत तिवारी और मैनपुरी के डॉ. धर्मेंद्र सिंह का कहना है कि नशे के रूप में इन द्रव्यों का प्रयोग करने पर दिल की धड़कनें धीरे-धीरे कम होने लगती हैं। इन सल्यूशन को सूंघने से रासायनिक पदार्थ नाक के जरिए हमारे फेफड़ों में प्रवेश कर जाते हैं। इस नशे की लत में पड़कर लोग गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं। चित्रगुप्त महाविद्यालय के रसायन शास्त्र के विभागाध्यक्ष रहे डॉक्टर अवधेश जौहरी ने बताया कि पंचर व अन्य के सामानों को जोड़ने वाले द्रव्यों में एल्कोहल पदार्थ व टाक्सिक एसिड मिले होते हैं। चूंकि इनमें एल्कोहल पदार्थों की मात्रा होती है, इसलिए नाक से सूंघने पर नशे का होना स्वभाविक है। सूंघने पर रासायनिक पदार्थ सांस के जरिए ऑक्सीजन में घुल जाते हैं और शरीर की इम्यूनिटी को कम कर देते हैं। [caption id="attachment_36064" align="aligncenter" width="799"]Children taking drugs Children taking drugs[/caption] मैनपुरी जिला अस्पताल के डॉ. जेजे राम ने बताया कि पंचर जोड़ने वाली ट्यूब या बोनफिक्स नशे की हालत में जानलेवा या घातक हो सकते हैं। इसका विपरीत प्रभाव फेफड़े गुर्दा आदि पर सीधा पड़ता है। इंसान अपनी दिमागी संतुलन खो देता है, और पागल सा हो जाता है। उन्होंने बताया कि इन चीजों में मिथाइल, इथाइल, अल्कोहल मिली होती है, जो मानसिक रूप से इंसान को विकलांग बना देती है। गाजियाबाद के डॉ. सीपी कश्यप बताते हैं कि ओमीनी फ्लूड जैसे घातक केमिकल फ्लूड सूंघने से मस्तिष्क का कॉमन सेन्स खत्म हो जाता है। यह बॉडी में कम्पन पैदा कर देता है, जिससे इस नशे में दौरों आदि का आना आम बात है। नशा करने वालों को न्यूरल या एनजाइटी डिप्रेशन में अंनसेंस हो जाता है, इसको फोकस नशा भी बोलते है, जिससे भूख लगनी बंद हो जाती है, और धीरे-धीरे शरीर की हड्डियां गलने लगती हैं। गाजियाबाद के ही डॉ. आरके पोद्दार बताते हैं कि एंग्जायटी, अवसाद, निराशा व दुःख से जन्म लेती है। जब हम अपनी भावनाओं को अनदेखा करते हैं तो वे हमारे दुःख का कारण बनती है। ठीक इसी प्रकार, नजरअंदाज किए जाने पर अवसाद एंग्जायटी का रूप ले सकता है। इस स्थिति में व्यक्ति को हर वक्त इस बात का डर लगा रहता है कि कुछ गलत होने वाला है। इसी प्रकार न्यूरल डिप्रेशन जो इन पदार्थों का मनोरंजक रूप से उपयोग करते हैं। यह आपको अधिक सुस्त बनाता है और मस्तिष्क की गतिविधियां भी धीमी हो जाती हैं।