Gorakhpur : चिड़ियाघर में कैमरों से होगी वन्यजीवों के स्वास्थ्य व सुरक्षा की निगरानी, प्रशासन हुआ सक्रिय

27 18
Gorakhpur News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 06:26 AM
bookmark
Gorakhpur : उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान में चिड़ियाघर प्रशासन वन्यजीवों के स्वास्थ्य व सुरक्षा को लेकर बेहद गंभीर है। ऐसे में इस प्राणि उद्यान में कुल 50 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं।

Gorakhpur News

शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान में वन्यजीवों को उद्दंड दर्शकों से सुरक्षित करने और उनकी स्वास्थ्य की निगरानी करने के लिए प्रशासन 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगा रहा है। आए दिन प्राणि उद्यान में आने वाले दर्शकों द्वारा जीवों को छेड़ने, परेशान करने की शिकायत आती रहती है। ऐसे में दर्शकों की गतिविधियों की निगरानी के लिए कुल बीस कैमरे उद्यान की स्थापना के साथ ही लगा दिए गए थे, परंतु कैमरों की ये संख्या वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त नहीं थे। एक दर्शक की ऐसी ही उद्दंड गतिविधि के कारण बीते दिनों एक मात्र शेर पटौदी का पैर गम्भीर रूप से चोटिल हो गया था, जिसके कारण उसे दो महीने तक बाड़े से बाहर चिकित्सकीय परिवेश में रखा गया था।

वन्यजीवों के स्वास्थ्य स्थिति पर भी होगी नजर

प्राणि उद्यान में किसी वन्यजीव की तबीयत बिगड़ने की स्थिति में उसकी गतिविधियों पर नजर रखने में उद्यान प्रशासन को काफी समस्या आ रही थी। इसी के निराकरण के लिए 50 अतिरिक्त कैमरे लगाने का निर्णय लिया गया है। संवेदनशील वन्यजीवों जैसे शेर एवं बाघ के बाड़ों पर विशेष नजर रखी जाएगी।

क्या कहते हैं अधिकारी

गोरखपुर प्राणी उद्यान के पशु चिकित्सक डॉ. योगेश प्रताप सिंह ने कहा कि कई बार मना करने के बावजूद भी बहुत से दर्शक वन्यजीवों के बाड़े में पानी का बोतल, कंकड़-पत्थर आदि फेंक देते हैं जिससे जीवों का स्वास्थ्य प्रभावित होता है। इसे देखते हुए अतिरिक्त 50 कैमरे बाड़ों के बाहर से लेकर नाइट सेल तक लगाए जा रहे हैं। अब इन कैमरों की सहायता से वन्यजीवों पर 24 घंटे निगरानी सुनिश्चित की जा सकेगी।

Meerut News कोल्ड स्टोरेज की निर्माणाधीन छत गिरी, पांच लोगों की मौत

उत्तर प्रदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुकपर लाइक करें या ट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

Meerut News कोल्ड स्टोरेज की निर्माणाधीन छत गिरी, पांच लोगों की मौत

26 17
Meerut News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar25 Feb 2023 01:09 AM
bookmark

Meerut News:  यूपी में मेरठ जिला मुख्यालय से करीब 30 किमी दूर दौराला क्षेत्र में शुक्रवार की दोपहर कोल्ड स्टोरेज में निर्माणाधीन छत के गिर जाने से पांच मजदूरों की मौत हो गई तथा कई अन्य घायल हो गये।

Meerut News

पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। छत गिरने से पूरा मलबा नीचे काम कर रहे मजदूरों पर गिर पड़ा। इस हादसे में मलबे में दब जाने के कारण पांच मजदूरों की मौत होने के अलावा दर्जनों मजदूरों के घायल होने की सूचना है।

आधा दर्जन लोग मलबे में दबे

पुलिस और प्रशासन की टीम बचाव और राहत कार्य में जुटी है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) को भी बुलाया गया है। अभी तक 26 लोगों को निकाला जा चुका है। अभी आधा दर्जन से अधिक लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जतायी जा रही हैं।

दौराला के पुलिस क्षेत्राधिकारी आशीष शर्मा ने बताया कि अभी तक पांच लोगों के मरने की सूचना है। अभी तक 26 लोगों को बाहर निकाला जा चुका है। राहत और बचाव अभियान जारी है।

जेसीबी मशीन से मलबा हटाने का काम हो रहा है। घायल मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है।

लिंटर शटरिंग गिरने से हुआ हादसा

सूत्रों के मुताबिक कोल्ड स्टोरेज में शुक्रवार दोपहर कोल्ड स्टोरेज में लिंटर डाला जा रहा था, लेकिन अचानक लिंटर की शटरिंग गिर गई और पूरा मलबा नीचे काम कर रहे मजदूरों पर आ गिरा।

सूचना पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी मौके पर पहुंचीं और बचाव कार्य जारी है। अधिकारियों के निर्देश पर जेसीबी मौके पर बुलाई गई हैं, जो मलबे को हटाकर दबे हुए मजदूरों को बाहर निकालने में लगी हैं।

आला अधिकारी पहुंचे मौके पर

मेरठ की आयुक्त सेल्वा कुमारी जे, जिलाधिकारी दीपक मीणा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवाण समेत तमाम आला पुलिस और प्रशासनिक अफसर मौके पर पहुंचे। राहत और बचाव का काम जारी है।

विदेश में नौकरी का सपना देखने वाले सावधान, जॉब के नाम पर करायी जा रही जिस्मफरोशी

उत्तर प्रदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुकपर लाइक करें या ट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

UP News: राज्यपाल के अभिभाषण को विपक्ष ने झूठ की स्याही से लिखी इबारत करार दिया

23 18
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 04:30 AM
bookmark

UP News: लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को सत्ता पक्ष ने राज्यपाल के अभिभाषण को सराहा, वहीं विपक्षी दल के सदस्यों ने अभिभाषण को सफेद कागज पर झूठ की काली स्याही से लिखी गई इबारत करार दिया।

UP News

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानमंडल के बजट सत्र की सोमवार को हंगामेदार शुरुआत हुई और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विपक्ष की नारेबाजी और शोरगुल के बीच अभिभाषण पढ़ा। उन्होंने ने सरकार की सराहना करते हुए कहा था कि सुशासन, सुरक्षा एवं विकास के मार्ग पर आगे बढ़ते हुए अपराध एवं भ्रष्टाचार के प्रति ‘कतई बर्दास्त नहीं’ करने की नीति के साथ शांति एवं सद्भाव का वातावरण सुनिश्चित किया जा रहा है।

विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्‍यवाद प्रस्‍ताव के लिए बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के सदस्य डॉक्टर नीलकंठ तिवारी ने प्रस्ताव दिया था जिसके बाद से चर्चा जारी है। शुक्रवार को प्रश्‍न काल और कार्य स्थगन के प्रस्तावों पर चर्चा के बाद विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा शुरू कराई।

प्रदेश सरकार के प्राविधिक शिक्षा मंत्री और अपना दल (एस) के नेता आशीष सिंह पटेल ने शुक्रवार को कहा कि हमारी सरकार सुशासन, सुरक्षा और विकास के मार्ग पर आगे बढ़ते हुए अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ सद्भाव का वातावरण सुनिश्चित कर रही है।

UP News जातीय जनगणना

उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी आज भी कह रही है कि जातीय जनगणना होनी चाहिए, हम नेता प्रतिपक्ष और समाजवादी पार्टी के साथियों से बस इतना पूछना चाहते हैं कि चार बार सत्ता में रहने के दौरान क्‍या सपा के साथियों ने एक बार भी जातीय जनगणना का विषय उठाया।

उन्होंने राज्यपाल के अभिभाषण की सराहना की। नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने अभिभाषण पर चर्चा के दौरान बुधवार को कहा था कि हमने अपने घोषणा पत्र में कहा था कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी तो तीन माह में जातीय जनगणना होगी। हमारी फिर मांग है कि जातीय जनगणना होनी चाहिए।

यादव ने बीच में कुछ टोकने पर सुभासपा नेता ओमप्रकाश राजभर से पूछा था कि आप किस दल के नेता हैं।

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) दल नेता ओमप्रकाश राजभर ने शुक्रवार को सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि चार बार इनकी सरकार थी, लेकिन तब इनको जातिवार जनगणना की याद नहीं आयी, अब याद आ रही है।

उन्होंने कहा कि हम मुख्‍यमंत्री से मिलते हैं तो इनको (सपा) बुरा लगता है, लेकिन राम गोपाल यादव (सपा महासचिव) उनसे मिलने जाते हैं तब तो इनको बहुत अच्छा लगता है। उन्होंने कहा कि हम आठ माह अखिलेश यादव के साथ रहे पर वह हमारी पार्टी का नाम पूछ रहे हैं, उन्हें आठ माह में पता ही नहीं चला कि हम किस पार्टी के हैं।

उन्होंने अभिभाषण के दौरान सपा के हंगामे पर तंज कसते हुए कहा कि राज्यपाल के भाषण को झूठ का पुलिंदा कहने से पहले पूरा सुनना चाहिए, तब तो आप चर्चा करेंगे।

झूठ की काली स्याही से सरकार द्वारा लिखी इबारत

कांग्रेस दल की नेता आराधना मिश्रा 'मोना' ने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण सफेद कागज पर झूठ की काली स्याही से सरकार द्वारा लिखी गयी एक इबारत है। उन्होंने कहा कि इसमें कहीं कोई सच नहीं है।

मिश्रा ने कहा कि अभिभाषण में 13 बार लक्ष्य, तीन बार संभावना, आठ बार कार्य प्रगति पर और 11 बार गतिमान शब्द का इस्तेमाल किया गया, लेकिन कहीं ऐसा नहीं था कि यह कार्य पूरा हो गया।

इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आंकड़ों को गिनाने का कार्य भाजपा ने किया और इसमें राज्यपाल का कोई दोष नहीं है, इन लोगों ने जो बनाकर दे दिया उसे पढ़ना उनकी मजबूरी थी।

इसके पहले निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद) के नेता और प्रदेश सरकार के मत्स्य मंत्री डॉक्टर संजय निषाद ने राज्यपाल के अभिभाषण की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ को धन्यवाद दिया और कहा कि हमारी सरकार सभी वर्गों की उन्नति के प्रति संकल्पित है। उन्होंने विपक्षी दलों पर प्रहार करते हुए कहा कि 20 वर्षों तक सरकार में रहने के बाद इन लोगों ने मछुआरा समाज के लिए कुछ नहीं किया।

दर-दर की ठोकर खा रही फूलन देवी की मां

उन्होंने कहा कि फूलन देवी (सपा की दिवंगत सांसद, पूर्व दस्यु सुंदरी) की मां दर-दर की ठोकर खा रही हैं, उनको इन लोगों ने सांसद की मां का दर्जा नहीं दिया, लेकिन हम दिला रहे हैं।

जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के नेता रघुराज प्रताप सिंह ने अभिभाषण पर चर्चा के दौरान जनप्रतिनिधियों पर आंदोलन तथा धरना-प्रदर्शन के दौरान दर्ज किये जा रहे मुकदमों पर रोक लगाने की मांग की। सिंह ने कहा कि 'मैं हिंसा और उपद्रव का समर्थन नहीं कर रहा हूं, लेकिन शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन के लिए हमको (विधायकों) अदालत के कठघरे में खड़ा न होना पड़े, जनता की लड़ाई लड़ने के लिए हमको मुकदमे न झेलने पड़ें।'

रघुराज ने कहा कि कोई भी सरकार इतनी अच्छी नहीं होती, जितनी सत्तापक्ष बताता है और इतनी बुरी भी नहीं होती, जितनी विपक्ष बताता है।

बहुजन समाज पार्टी के नेता उमाशंकर सिंह ने राज्यपाल के अभिभाषण में संशोधन प्रस्‍ताव पर बल देते हुए कहा कि बाबा साहेब ने संविधान बनाते समय सत्‍ता पक्ष और विपक्ष की जिम्मेदारी तय की है।

Nepal News: चीन का ‘ऋण जाल’, नेपाल का हो सकता है बुरा हाल

उत्तर प्रदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुकपर लाइक करें या ट्विटरपर फॉलो करें।