Entertainment : सिनेमा के पहले महानायक केएल सहगल और लारा दत्ता का है गाजियाबाद से नाता
भारत
चेतना मंच
02 Dec 2025 03:01 AM
सिनेमा के पहले महानायक केएल सहगल, विश्व सुंदरी लारा दत्ता, बाबी फिल्म के गायक शैलेन्द्र सिंह और बड़ी-बडी फिल्में बनाने वाली निर्माता निर्देशक जोड़ी अंकुर गर्ग, लवरंजन एवं कवि, अभिनेता व निर्माता रवि यादव का नाता भी है गाजियाबाद से।सुशील कुमार शर्मा
पुरानी कहावत है, बात निकली है तो दूर तलक जाएगी, कुछ ऐसा ही मेरे साथ हुआ, जब अभी पिछले दिनों मैंने 60 के दशक में गाजियाबाद में वसुंधरा में फिल्म नगरी का उद्घाटन होने और 1967 में सत्ता परिवर्तन के बाद उसके निरस्त होने तथा फिल्म नगरी मुंबई में जगमगा रहे गाजियाबाद से संबंधित रंगकर्मी और अभिनेताओं पर विस्तृत लेख लिखा। गाजियाबाद के अशोक नगर निवासी देश के अग्रणी पत्रकार कुलदीप तलवार ने कहा कि वसुंधरा की जगह पर हुए फिल्म नगरी के उद्घाटन समारोह को तो हम भूल ही चुके थे, यह तुमने याद दिला दिया। उन्होंने कहा कि तुमने इस लेख में अपनी यादों को ताजा किया है। लेकिन, तुम्हारे जन्म से पहले भी गाजियाबाद से बडे़-बडे़ अभिनेता, सह अभिनेता, गायक, संगीतकारों का नाता रहा है। उसे भी अखबारों के माध्यम से महानगर के लोगों से साझा करें। उन्होंने बताया कि 1940 के दशक में भारतीय फिल्म के पहले महानायक, पहले सुपरस्टार जो पहले गायक और अभिनेता भी थे केएल सहगल (कुंदन लाल सहगल 1904-1947) गाजियाबाद भूड़ भारत नगर में ही रहते थे। वह गाजियाबाद में रेलवे में नौकरी करते थे। उन्होंने एक म्यूजिकल क्लब भी यहां चलाया था। बाद में नौकरी छोड़ कर फिल्मों में अपना भाग्य आजमाने फिल्म नगरी कोलकाता चले गए।
उस समय फिल्म नगरी मुंबई नहीं थी, बल्कि कोलकाता थी। जब मुंबई फिल्म नगरी बनी तो मुंबई चले गए। उन्हें मां सरस्वती का ऐसा आशीर्वाद मिला कि उन्होंने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। वर्ष-1917 में आयी उनकी देवदास फिल्म से उन्हें बहुत शोहरत मिली। वह दो दशक फिल्मों में छाये रहे। बतौर गायक उन्होंने 43 फिल्मी और गैर फिल्मी गीत गाए। कुलदीप तलवार ने बताया कि यह 1950 के दशक की बात है गाजियाबाद के प्रसिद्ध उद्यमी पंजाब आयल एक्सपैलर कंपनी के मालिक हरिश्चंद्र शर्मा की कोठी महानंद मिशन कालेज रोड पर मुड़ने के बाद ही थी। मैंने बताया कि मुझे उनकी स्मृति है वह मेरे पिता वरिष्ठ पत्रकार स्वर्गीय श्याम सुंदर वैद्य (तड़क वैद्य) के मित्र थे तथा मुझसे भी बहुत स्नेह करते थे।
वर्ष-1971 में मैंने जब सेठ मुकंद लाल इन्टर कालेज में छात्रसंघ बनाई थी और मैं पहला अध्यक्ष बना था। वह मुझे समझाने के लिए अक्सर आते थे। उस समय वह इस शहर के गिने चुने प्रतिष्ठित लोगों में थे। कुलदीप तलवार ने बताया कि हरिश्चंद्र शर्मा के पड़ोस में एक नरूला परिवार रहता था। वह चौपला हनुमान मंदिर के समीप स्थित उस समय के प्रसिद्ध हकीम अमीर सिंह नरूला परिवार से संबंधित थे। इस परिवार का एक बेटा जोगेन्द्र सिंह आकर्षक व्यक्तित्व का स्वामी था और खिलाड़ी भी था। उनके समीप में 4-5 कोठी छोड़कर शम्भु दयाल कालेज के तत्कालीन प्रिंसिपल सक्सेना जी रहते थे। सक्सेना जी की बेटी शांति और जोगेन्द्र में प्यार हो गया। दोनों का प्रेम विवाह हुआ। वह बताते हैं यह इस महानगर की सम्भवतः पहली लव मैरिज थी।
बजरिया में एक अहाते के ऊपर नेशनल होटल हुआ करता था। वहां शादी की दावत हुई थी। शादी के बाद जोगेन्द्र मुंबई चले गये थे। वहां वह उस समय के प्रसिद्ध अभिनेता और फिल्म निर्माता वी. शांताराम के चीफ असिस्टेंट बन गये। शांताराम की लगभग सभी फिल्मों में वह सह अभिनेता के तौर पर आते थे। शांताराम की सुरंग फिल्म में उसका यादगार रोल था। जोगेंद्र मुंबई में ही बस गए। प्रख्यात अभिनेता और आरके फिल्म्स के निर्माता राजकपूर की फिल्म बाबी (ऋषि कपूर और डिंपल) के प्रसिद्ध गानों से उस समय पूरे देश में तहलका मचाने वाले गायक शैलेन्द्र सिंह गाजियाबाद निवासी जोगेन्द्र सिंह के ही पुत्र हैं।
कुलदीप तलवार ने दिल्ली गेट गाजियाबाद निवासी मुंबई फिल्म नगरी में एक्स्ट्रा सप्लायर शेरा की भी याद दिलाई, जिसे मैं भूल गया था। जबकि शेरा का भाई संतोष मेरा सहपाठी रहा है, जो बाद में शम्भु दयाल कालेज में शिक्षक भी रहा है। सबसे छोटा भाई राजू भी मेरा मित्र है, जो इलेक्ट्रीशियन है। शेरा ग्रुप डांसों में भी नजर आता था। अपने जमाने के दिग्गज हास्य अभिनेता भगवान दादा की फिल्म अलबेला, जिसमें वह हीरो थे। एक डांस सीन में शेरा भी शामिल था। उन्होंने बताया कि यह फिल्म गाजियाबाद के मनोहर टाकीज में लगी थी। फिल्म में जब शेरा का सीन आता था तो दिल्ली गेट के लोग शोर मचाते थे। यह सीन दोबारा दिखाओ अपने शहर का लड़का है। उन्हें दिखाना पड़ता था।
मुझे याद आया, जब राजेश खन्ना का जलवा था। तब गाजियाबाद के जटवाड़ा निवासी एक युवा की फिल्म आयी थी। वह उसमें हीरो था और उसका नाम उसमें राकेश खन्ना था। पर यह राजेश खन्ना का डुप्लीकेट चल नहीं पाया था और फिर गुमनामी के अंधेरे में गायब हो गया। एक और स्मृति साझा करना चाहूंगा। दिग्गज अभिनेत्री और वर्ष 2000 की विश्व सुंदरी मिस यूनिवर्स लारा दत्ता का जन्म गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस परिसर में हुआ था। उनके पिता एलके दत्ता व उनकी माता जेनिफर दत्त एंग्लो इंडियन थीं। उनके पिता की तब गाजियाबाद हिंडन एयरबेस पर पोस्टिंग थी। उनकी शादी प्रख्यात टेनिस प्लेयर महेश भूपति से हुई है।
कुलदीप तलवार जी ने एक और स्मृति साझा की। उन्होंने बताया कि गाजियाबाद के दिल्ली गेट में ही तेली वाली गली में 1947 में पंजाबी फिल्मों में हास्य अभिनय करने वाले खैराती लाल रहते थे। उन्होंने बहुत सारी पंजाबी फिल्मों में काम किया था। उन्होंने 1950 दशक की एक और स्मृति साझा की। पंजाबी फिल्मों के अभिनेता और संगीतकार सुरेन्द्र कोहली भी लाइनपार भूड़ भारत नगर में रहे हैं। उन्होंने रेलवे रोड पर चुंगी के सामने म्यूजिक स्कूल भी खोला था। उन्होंने कुलदीप तलवार जी के चाचा अभिनेता एवं गायक सीएल तलवार से ज्ञान लिया था। सीएल तलवार विभाजन से पहले से ही फिल्मों में काम कर रहे थे। फिल्म नीलमपरी में उन्होंने दिग्गज अभिनेत्री गीता बाली के पिता का रोल किया। फिल्म खुश्बू में अभिनेत्री श्यामा के पिता का रोल किया। प्रसिद्ध फिल्मकार राजेन्द्र सिंह बेदी की फिल्म बदनाम में बलराज साहनी के विरुद्ध विलेन का रोल किया। उनके साथ संगत में दिल्ली गेट निवासी राधे श्याम गौड़ (हारमोनियम वादक) व जी टी रोड स्थित भोंदू मल अहाता निवासी टीटू भाई (तबला वादक)होते थे। विदित हो कुलदीप तलवार जी के छोटे भाई शक्तिमान तलवार मुंबई फिल्म नगरी में बड़े फिल्म लेखक हैं।सनी देओल की फिल्म गदर- एक प्रेम कथा उन्ही की लिखी फिल्म है। आजकल जिसके दूसरे पार्ट की शूटिंग चल रही है।
ऐसा ही फोन और मैसेज देश के दिग्गज कवियों में शुमार दिनेश रघुवंशी जी का मुझे मिला। उन्होंने बताया कि गाजियाबाद के दो युवाओं अंकुर गर्ग व लवरंजन ने कई बड़ी-बडी फिल्में बनाई हैं और बना रहे हैं। अंकुर गर्ग के पिता उद्यमी अनिल गर्ग गोल्फ लिंक में (बाईपास पर) रहते हैं। उन्होंने उनका फोन नंबर भी दिया। जब मैंने अनिल गर्ग जी को अपनी पहली खबर का फेसबुक का लिंक भेजा तथा दिनेश रघुवंशी जी से हुई वार्ता की मैसेज से जानकारी दी तथा उनके पुत्र और उसके मित्र का फोटो और उनकी जर्नी की जानकारी का अनुरोध किया तो मुझे उनका यह मैसेज पढ़कर सुखद आश्चर्य हुआ कि वह बचपन में मेरे सहपाठी रहे थे। उन्होंने बताया कि मैं आपके साथ दिल्ली गेट कम्बल वाले स्कूल में पढा हूं। वह मुकंद नगर में रहते थे। 1969 में उनके पिता गाजियाबाद से हरिद्वार शिफ्ट हो गये थे। फिर अंतराल के बाद वापस गाजियाबाद आ गये थे।
उन्हें बताया कि आपका अखबार, छत्ते मोहल्ले का पीपल का पेड़, आपके पिताजी सब याद है। फिर मैंने फोन पर बात की तो उन्होंने बताया कि हम सपरिवार गाजियाबाद ही रहते हैं। गोल्फ लिंक में है। बेटे का जन्म 6-4-1982 में गाजियाबाद का ही है। उसने पुणे विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (सूचना प्रौद्योगिकी) की और आईआईएम अहमदाबाद से प्रबंध कार्यक्रम किया। उन्होंने माइक्रोसाफ्ट में 7 वर्ष काम किया। वह वहां लीड कस्टमर व पार्टनर एक्सपीरियंस पद पर थे। 2012 में उन्होंने सर्विस छोड़ दी। वह अपने गाजियाबाद निवासी बचपन के मित्र लवरंजन के साथ फिल्म निर्माण में लग गए। लवरंजन उसका बचपन का मित्र है। उसका परिवार राजनगर में रहता है। दोनों ने मिलकर लव फिल्म कम्पनी का गठन कर बहुत सी बड़ी फिल्में बनाई हैं और बना रहे हैं। उन्होंने मुझे दोनों की जानकारी भी उपलब्ध कराई।
लवफिल्म ने 2015 में रोमांटिक कॉमेडी फिल्म प्यार का पंचनामा 2 बनाई। जिसकी सफलता के बाद 2016 में वेब सीरीज लाइफ सही है बनाई। जो यूट्यूब और फेसबुक पर रिलीज हुई थी। 2018 में लवरंजन के निर्देशन में पुनः रोमांटिक कॉमेडी फिल्म सोनू के टीटू की स्वीटी बनाई। जिसमें कार्तिक आर्यन, नुसरत भरूचा और सनी सिंह स्टार थे।2019 में दे दे प्यार दे (अजय देवगन, तब्बू, रघुकुल प्रीत) और 2020 में जय मम्मी दी (सनी सिंह, सोनाली सहगल, पूनम ढिल्लो, सुप्रिया पाठक), मलंग (आदित्य रॉय कपूर, दिशा पाटनी, अनिल कपूर, कुनाल खेमू ) इसके सीक्वल की भी घोषणा हो चुकी है और छलांग (राजकुमार राव, नुसरत भरूचा) फिल्म बनाई। इस वर्ष फरवरी में एक अनाम फिल्म की घोषणा हो चुकी है, जिसमें रणबीर कपूर और श्रद्धा कपूर व डिंपल कपाड़िया स्टार हैं। लवरंजन का नुसरत भरूचा के साथ लम्बे समय तक रोमांस चला था। अंततः शादी उन्होंने अपनी सहपाठी रही अलीशा वैद से आगरा में इसी साल फरवरी माह में की है। उनकी शादी में रणबीर कपूर, अर्जुन कपूर, राज कुमार राव, रघुकुल प्रीत, जैकी भगनानी, फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा, संगीतकार प्रीतम, फिल्म निर्माता निर्देशक दिनेश विजान पहुंचे थे। एक दिन पहले मेहंदी पर श्रद्धा कपूर, कार्तिक आर्यन व नुसरत भरूचा भी पहुंचे थे। शादी में राजकुमार राव जमकर नाचे थे। एक फोन अनुज, पत्रकार व लेखक मनु भारद्वाज मनु का भी आया कि लाइनपार क्षेत्र निवासी प्रख्यात कवि, अभिनेता व फिल्म निर्माता रवि यादव का भी आपके लेख में उल्लेख नहीं हो पाया। रवि यादव मेरे अभिन्न मित्र के पी यादव के भी बहुत करीबी हैं। उन्होंने मेरी रवि यादव से बात भी कराई। इस समय रवि यादव 24 जुलाई तक रिवाड़ी में शूटिंग में व्यस्त हैं।
उल्लेखनीय है रवि यादव के पिता लाइन पार क्षेत्र में प्राथमिक स्कूल में शिक्षक रहे हैं। अपनी व्यस्तता के चलते रवि यादव अब अधिकतर मुंबई ही रहते हैं। लेकिन जब भी समय मिलता है अपने परिजनों से मिलने गाजियाबाद आते रहते हैं। उन्होंने कहा कि वापसी पर गाजियाबाद कुछ दिन रहूंगा। उल्लेखनीय है रवि यादव ने बतौर अभिनेता अनेक फिल्मों व धारावाहिकों में अभिनय किया है। अपनी प्रोडक्शन कंपनी रवि पिक्चर्स के बैनर तले इन्होने अनेक टी वी विज्ञापन, कविता संकलन ,बूढ़ी धूप सहित कहानी और हाइकू के इनके चार संकलन प्रकाशित हो चुके हैं। इन्होने दूरदर्शन, रेडियो एवं अन्य बड़े मंचों से अनेक बार काव्य पाठ किया है।अनेक राष्ट्रीय स्तर के समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में इनकी कविताओं का प्रकाशन होता रहता है। बतौर गायक इनके अनेक गीत की रिकार्डिंग भी होती रहती है। इनके लिखे गीतों को कुमार शानू, उदित नारायण, कैलाश खेर,शान, विनोद राठौर, साधना सरगम, महालक्ष्मी सहित मशहूर गायकों ने भी गाया है। रवि यादव अपने गीतों के माध्यम से सामाजिक मुद्दों को उठाते रहे हैं। पिता और पुत्र के भावनात्मक रिश्ते पर आधारित उनका गीत बाबूजी काफी चर्चित रहा है। इसमें प्रख्यात चरित्र अभिनेता आलोक नाथ को बाबूजी के रूप में पर्दे पर उतारा गया था। गंगा सफाई पर गाया उनका गीत भी बहुत सराहा गया था। 1962 के चीन के भारत पर हमले पर शहीदों को याद कर लिखा उनका गीत को गायक विनोद राठौर ने सुर दिया था। रवि यादव लगातार यूट्यूब पर भी दिग्गज कवियों की गोष्ठियों का आयोजन भी करते रहते हैं।
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चेतना मंच
02 Dec 2025 03:01 AM
सिनेमा के पहले महानायक केएल सहगल, विश्व सुंदरी लारा दत्ता, बाबी फिल्म के गायक शैलेन्द्र सिंह और बड़ी-बडी फिल्में बनाने वाली निर्माता निर्देशक जोड़ी अंकुर गर्ग, लवरंजन एवं कवि, अभिनेता व निर्माता रवि यादव का नाता भी है गाजियाबाद से।सुशील कुमार शर्मा
पुरानी कहावत है, बात निकली है तो दूर तलक जाएगी, कुछ ऐसा ही मेरे साथ हुआ, जब अभी पिछले दिनों मैंने 60 के दशक में गाजियाबाद में वसुंधरा में फिल्म नगरी का उद्घाटन होने और 1967 में सत्ता परिवर्तन के बाद उसके निरस्त होने तथा फिल्म नगरी मुंबई में जगमगा रहे गाजियाबाद से संबंधित रंगकर्मी और अभिनेताओं पर विस्तृत लेख लिखा। गाजियाबाद के अशोक नगर निवासी देश के अग्रणी पत्रकार कुलदीप तलवार ने कहा कि वसुंधरा की जगह पर हुए फिल्म नगरी के उद्घाटन समारोह को तो हम भूल ही चुके थे, यह तुमने याद दिला दिया। उन्होंने कहा कि तुमने इस लेख में अपनी यादों को ताजा किया है। लेकिन, तुम्हारे जन्म से पहले भी गाजियाबाद से बडे़-बडे़ अभिनेता, सह अभिनेता, गायक, संगीतकारों का नाता रहा है। उसे भी अखबारों के माध्यम से महानगर के लोगों से साझा करें। उन्होंने बताया कि 1940 के दशक में भारतीय फिल्म के पहले महानायक, पहले सुपरस्टार जो पहले गायक और अभिनेता भी थे केएल सहगल (कुंदन लाल सहगल 1904-1947) गाजियाबाद भूड़ भारत नगर में ही रहते थे। वह गाजियाबाद में रेलवे में नौकरी करते थे। उन्होंने एक म्यूजिकल क्लब भी यहां चलाया था। बाद में नौकरी छोड़ कर फिल्मों में अपना भाग्य आजमाने फिल्म नगरी कोलकाता चले गए।
उस समय फिल्म नगरी मुंबई नहीं थी, बल्कि कोलकाता थी। जब मुंबई फिल्म नगरी बनी तो मुंबई चले गए। उन्हें मां सरस्वती का ऐसा आशीर्वाद मिला कि उन्होंने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। वर्ष-1917 में आयी उनकी देवदास फिल्म से उन्हें बहुत शोहरत मिली। वह दो दशक फिल्मों में छाये रहे। बतौर गायक उन्होंने 43 फिल्मी और गैर फिल्मी गीत गाए। कुलदीप तलवार ने बताया कि यह 1950 के दशक की बात है गाजियाबाद के प्रसिद्ध उद्यमी पंजाब आयल एक्सपैलर कंपनी के मालिक हरिश्चंद्र शर्मा की कोठी महानंद मिशन कालेज रोड पर मुड़ने के बाद ही थी। मैंने बताया कि मुझे उनकी स्मृति है वह मेरे पिता वरिष्ठ पत्रकार स्वर्गीय श्याम सुंदर वैद्य (तड़क वैद्य) के मित्र थे तथा मुझसे भी बहुत स्नेह करते थे।
वर्ष-1971 में मैंने जब सेठ मुकंद लाल इन्टर कालेज में छात्रसंघ बनाई थी और मैं पहला अध्यक्ष बना था। वह मुझे समझाने के लिए अक्सर आते थे। उस समय वह इस शहर के गिने चुने प्रतिष्ठित लोगों में थे। कुलदीप तलवार ने बताया कि हरिश्चंद्र शर्मा के पड़ोस में एक नरूला परिवार रहता था। वह चौपला हनुमान मंदिर के समीप स्थित उस समय के प्रसिद्ध हकीम अमीर सिंह नरूला परिवार से संबंधित थे। इस परिवार का एक बेटा जोगेन्द्र सिंह आकर्षक व्यक्तित्व का स्वामी था और खिलाड़ी भी था। उनके समीप में 4-5 कोठी छोड़कर शम्भु दयाल कालेज के तत्कालीन प्रिंसिपल सक्सेना जी रहते थे। सक्सेना जी की बेटी शांति और जोगेन्द्र में प्यार हो गया। दोनों का प्रेम विवाह हुआ। वह बताते हैं यह इस महानगर की सम्भवतः पहली लव मैरिज थी।
बजरिया में एक अहाते के ऊपर नेशनल होटल हुआ करता था। वहां शादी की दावत हुई थी। शादी के बाद जोगेन्द्र मुंबई चले गये थे। वहां वह उस समय के प्रसिद्ध अभिनेता और फिल्म निर्माता वी. शांताराम के चीफ असिस्टेंट बन गये। शांताराम की लगभग सभी फिल्मों में वह सह अभिनेता के तौर पर आते थे। शांताराम की सुरंग फिल्म में उसका यादगार रोल था। जोगेंद्र मुंबई में ही बस गए। प्रख्यात अभिनेता और आरके फिल्म्स के निर्माता राजकपूर की फिल्म बाबी (ऋषि कपूर और डिंपल) के प्रसिद्ध गानों से उस समय पूरे देश में तहलका मचाने वाले गायक शैलेन्द्र सिंह गाजियाबाद निवासी जोगेन्द्र सिंह के ही पुत्र हैं।
कुलदीप तलवार ने दिल्ली गेट गाजियाबाद निवासी मुंबई फिल्म नगरी में एक्स्ट्रा सप्लायर शेरा की भी याद दिलाई, जिसे मैं भूल गया था। जबकि शेरा का भाई संतोष मेरा सहपाठी रहा है, जो बाद में शम्भु दयाल कालेज में शिक्षक भी रहा है। सबसे छोटा भाई राजू भी मेरा मित्र है, जो इलेक्ट्रीशियन है। शेरा ग्रुप डांसों में भी नजर आता था। अपने जमाने के दिग्गज हास्य अभिनेता भगवान दादा की फिल्म अलबेला, जिसमें वह हीरो थे। एक डांस सीन में शेरा भी शामिल था। उन्होंने बताया कि यह फिल्म गाजियाबाद के मनोहर टाकीज में लगी थी। फिल्म में जब शेरा का सीन आता था तो दिल्ली गेट के लोग शोर मचाते थे। यह सीन दोबारा दिखाओ अपने शहर का लड़का है। उन्हें दिखाना पड़ता था।
मुझे याद आया, जब राजेश खन्ना का जलवा था। तब गाजियाबाद के जटवाड़ा निवासी एक युवा की फिल्म आयी थी। वह उसमें हीरो था और उसका नाम उसमें राकेश खन्ना था। पर यह राजेश खन्ना का डुप्लीकेट चल नहीं पाया था और फिर गुमनामी के अंधेरे में गायब हो गया। एक और स्मृति साझा करना चाहूंगा। दिग्गज अभिनेत्री और वर्ष 2000 की विश्व सुंदरी मिस यूनिवर्स लारा दत्ता का जन्म गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस परिसर में हुआ था। उनके पिता एलके दत्ता व उनकी माता जेनिफर दत्त एंग्लो इंडियन थीं। उनके पिता की तब गाजियाबाद हिंडन एयरबेस पर पोस्टिंग थी। उनकी शादी प्रख्यात टेनिस प्लेयर महेश भूपति से हुई है।
कुलदीप तलवार जी ने एक और स्मृति साझा की। उन्होंने बताया कि गाजियाबाद के दिल्ली गेट में ही तेली वाली गली में 1947 में पंजाबी फिल्मों में हास्य अभिनय करने वाले खैराती लाल रहते थे। उन्होंने बहुत सारी पंजाबी फिल्मों में काम किया था। उन्होंने 1950 दशक की एक और स्मृति साझा की। पंजाबी फिल्मों के अभिनेता और संगीतकार सुरेन्द्र कोहली भी लाइनपार भूड़ भारत नगर में रहे हैं। उन्होंने रेलवे रोड पर चुंगी के सामने म्यूजिक स्कूल भी खोला था। उन्होंने कुलदीप तलवार जी के चाचा अभिनेता एवं गायक सीएल तलवार से ज्ञान लिया था। सीएल तलवार विभाजन से पहले से ही फिल्मों में काम कर रहे थे। फिल्म नीलमपरी में उन्होंने दिग्गज अभिनेत्री गीता बाली के पिता का रोल किया। फिल्म खुश्बू में अभिनेत्री श्यामा के पिता का रोल किया। प्रसिद्ध फिल्मकार राजेन्द्र सिंह बेदी की फिल्म बदनाम में बलराज साहनी के विरुद्ध विलेन का रोल किया। उनके साथ संगत में दिल्ली गेट निवासी राधे श्याम गौड़ (हारमोनियम वादक) व जी टी रोड स्थित भोंदू मल अहाता निवासी टीटू भाई (तबला वादक)होते थे। विदित हो कुलदीप तलवार जी के छोटे भाई शक्तिमान तलवार मुंबई फिल्म नगरी में बड़े फिल्म लेखक हैं।सनी देओल की फिल्म गदर- एक प्रेम कथा उन्ही की लिखी फिल्म है। आजकल जिसके दूसरे पार्ट की शूटिंग चल रही है।
ऐसा ही फोन और मैसेज देश के दिग्गज कवियों में शुमार दिनेश रघुवंशी जी का मुझे मिला। उन्होंने बताया कि गाजियाबाद के दो युवाओं अंकुर गर्ग व लवरंजन ने कई बड़ी-बडी फिल्में बनाई हैं और बना रहे हैं। अंकुर गर्ग के पिता उद्यमी अनिल गर्ग गोल्फ लिंक में (बाईपास पर) रहते हैं। उन्होंने उनका फोन नंबर भी दिया। जब मैंने अनिल गर्ग जी को अपनी पहली खबर का फेसबुक का लिंक भेजा तथा दिनेश रघुवंशी जी से हुई वार्ता की मैसेज से जानकारी दी तथा उनके पुत्र और उसके मित्र का फोटो और उनकी जर्नी की जानकारी का अनुरोध किया तो मुझे उनका यह मैसेज पढ़कर सुखद आश्चर्य हुआ कि वह बचपन में मेरे सहपाठी रहे थे। उन्होंने बताया कि मैं आपके साथ दिल्ली गेट कम्बल वाले स्कूल में पढा हूं। वह मुकंद नगर में रहते थे। 1969 में उनके पिता गाजियाबाद से हरिद्वार शिफ्ट हो गये थे। फिर अंतराल के बाद वापस गाजियाबाद आ गये थे।
उन्हें बताया कि आपका अखबार, छत्ते मोहल्ले का पीपल का पेड़, आपके पिताजी सब याद है। फिर मैंने फोन पर बात की तो उन्होंने बताया कि हम सपरिवार गाजियाबाद ही रहते हैं। गोल्फ लिंक में है। बेटे का जन्म 6-4-1982 में गाजियाबाद का ही है। उसने पुणे विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (सूचना प्रौद्योगिकी) की और आईआईएम अहमदाबाद से प्रबंध कार्यक्रम किया। उन्होंने माइक्रोसाफ्ट में 7 वर्ष काम किया। वह वहां लीड कस्टमर व पार्टनर एक्सपीरियंस पद पर थे। 2012 में उन्होंने सर्विस छोड़ दी। वह अपने गाजियाबाद निवासी बचपन के मित्र लवरंजन के साथ फिल्म निर्माण में लग गए। लवरंजन उसका बचपन का मित्र है। उसका परिवार राजनगर में रहता है। दोनों ने मिलकर लव फिल्म कम्पनी का गठन कर बहुत सी बड़ी फिल्में बनाई हैं और बना रहे हैं। उन्होंने मुझे दोनों की जानकारी भी उपलब्ध कराई।
लवफिल्म ने 2015 में रोमांटिक कॉमेडी फिल्म प्यार का पंचनामा 2 बनाई। जिसकी सफलता के बाद 2016 में वेब सीरीज लाइफ सही है बनाई। जो यूट्यूब और फेसबुक पर रिलीज हुई थी। 2018 में लवरंजन के निर्देशन में पुनः रोमांटिक कॉमेडी फिल्म सोनू के टीटू की स्वीटी बनाई। जिसमें कार्तिक आर्यन, नुसरत भरूचा और सनी सिंह स्टार थे।2019 में दे दे प्यार दे (अजय देवगन, तब्बू, रघुकुल प्रीत) और 2020 में जय मम्मी दी (सनी सिंह, सोनाली सहगल, पूनम ढिल्लो, सुप्रिया पाठक), मलंग (आदित्य रॉय कपूर, दिशा पाटनी, अनिल कपूर, कुनाल खेमू ) इसके सीक्वल की भी घोषणा हो चुकी है और छलांग (राजकुमार राव, नुसरत भरूचा) फिल्म बनाई। इस वर्ष फरवरी में एक अनाम फिल्म की घोषणा हो चुकी है, जिसमें रणबीर कपूर और श्रद्धा कपूर व डिंपल कपाड़िया स्टार हैं। लवरंजन का नुसरत भरूचा के साथ लम्बे समय तक रोमांस चला था। अंततः शादी उन्होंने अपनी सहपाठी रही अलीशा वैद से आगरा में इसी साल फरवरी माह में की है। उनकी शादी में रणबीर कपूर, अर्जुन कपूर, राज कुमार राव, रघुकुल प्रीत, जैकी भगनानी, फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा, संगीतकार प्रीतम, फिल्म निर्माता निर्देशक दिनेश विजान पहुंचे थे। एक दिन पहले मेहंदी पर श्रद्धा कपूर, कार्तिक आर्यन व नुसरत भरूचा भी पहुंचे थे। शादी में राजकुमार राव जमकर नाचे थे। एक फोन अनुज, पत्रकार व लेखक मनु भारद्वाज मनु का भी आया कि लाइनपार क्षेत्र निवासी प्रख्यात कवि, अभिनेता व फिल्म निर्माता रवि यादव का भी आपके लेख में उल्लेख नहीं हो पाया। रवि यादव मेरे अभिन्न मित्र के पी यादव के भी बहुत करीबी हैं। उन्होंने मेरी रवि यादव से बात भी कराई। इस समय रवि यादव 24 जुलाई तक रिवाड़ी में शूटिंग में व्यस्त हैं।
उल्लेखनीय है रवि यादव के पिता लाइन पार क्षेत्र में प्राथमिक स्कूल में शिक्षक रहे हैं। अपनी व्यस्तता के चलते रवि यादव अब अधिकतर मुंबई ही रहते हैं। लेकिन जब भी समय मिलता है अपने परिजनों से मिलने गाजियाबाद आते रहते हैं। उन्होंने कहा कि वापसी पर गाजियाबाद कुछ दिन रहूंगा। उल्लेखनीय है रवि यादव ने बतौर अभिनेता अनेक फिल्मों व धारावाहिकों में अभिनय किया है। अपनी प्रोडक्शन कंपनी रवि पिक्चर्स के बैनर तले इन्होने अनेक टी वी विज्ञापन, कविता संकलन ,बूढ़ी धूप सहित कहानी और हाइकू के इनके चार संकलन प्रकाशित हो चुके हैं। इन्होने दूरदर्शन, रेडियो एवं अन्य बड़े मंचों से अनेक बार काव्य पाठ किया है।अनेक राष्ट्रीय स्तर के समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में इनकी कविताओं का प्रकाशन होता रहता है। बतौर गायक इनके अनेक गीत की रिकार्डिंग भी होती रहती है। इनके लिखे गीतों को कुमार शानू, उदित नारायण, कैलाश खेर,शान, विनोद राठौर, साधना सरगम, महालक्ष्मी सहित मशहूर गायकों ने भी गाया है। रवि यादव अपने गीतों के माध्यम से सामाजिक मुद्दों को उठाते रहे हैं। पिता और पुत्र के भावनात्मक रिश्ते पर आधारित उनका गीत बाबूजी काफी चर्चित रहा है। इसमें प्रख्यात चरित्र अभिनेता आलोक नाथ को बाबूजी के रूप में पर्दे पर उतारा गया था। गंगा सफाई पर गाया उनका गीत भी बहुत सराहा गया था। 1962 के चीन के भारत पर हमले पर शहीदों को याद कर लिखा उनका गीत को गायक विनोद राठौर ने सुर दिया था। रवि यादव लगातार यूट्यूब पर भी दिग्गज कवियों की गोष्ठियों का आयोजन भी करते रहते हैं।
Greater Noida news : लूट का अड्डा बने गौतमबुद्ध नगर के अस्पताल और स्कूल
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चेतना मंच
02 Dec 2025 03:18 AM
Greater Noida : ग्रेटर नोएडा। प्राधिकरण (Authority) से सस्ती दरों पर जमीनें आवंटित (Lands allotted) कराकर उस पर आलीशान अस्पताल (Luxurious hospital) व स्कूल (School) बनाकर खुल्लम-खुल्ला लूट का धंधा (Robbery) जनपद में खूब फल-फूल रहा है। ये अस्पताल व स्कूल खोलकर नियमों व जमीन आवंटन के दौरान रखी गई शर्तों को तोड़ रहे हैं।
लूट का अड्डा बने अस्पतालों व स्कूलों के खिलाफ अब एक संगठन ने आवाज उठाई है। सामाजिक संगठन जन-आंदोलन के अध्यक्ष ओमवीर आर्य एडवोकेट ने बताया कि गौतमबुद्धनगर में जहां जमीनों के दाम आसमान छू रहे हैं। वहीं, प्राधिकरण से सस्ती दरों पर भूखंड आवंटन कराकर बड़े-बड़े अस्पताल व स्कूल में खुलेआम आम जनता को लूटा जा रहा है। लीज डीड के दौरान तय की गयी शर्तों का इन अस्पतालों व स्कूलों में पालन नहीं किया जाता है। निजी अस्पतालों में शर्तों के मुताबिक दो घंटे सुबह व दो घंटे शाम को निम्न आय वर्ग के लिए निःशुल्क ओपीडी की व्यवस्था होनी चाहिए। साथ ही अस्पतालों में 10 प्रतिशत बेड निम्न आय वर्ग के लिए उपलब्ध कराना होता है, लेकिन निजी अस्पतालों में इस नियम का बिल्कुल पालन नहीं होता है।
ओमवीर आर्य ने बताया कि स्कूलों का भी यही हाल है। राइट टू एजुकेशन के नाम पर अभिभावक दाखिले के समय हर वर्ष जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं विद्यालयों के चक्कर लगाते हैं, किन्तु इस वर्ग के बच्चों को दाखिला नहीं मिलता है। शिकायतों के बावजूद निजी स्कूलों व अस्पतालों की इस खुली लूट पर लगाम नहीं लग पाती। प्राधिकरणों के अधिकारी व कर्मचारी भी इन अस्पतालों व स्कूलों की ताकत के आगे बौने साबित होते हैं।
संस्था के अध्यक्ष ने बताया कि अब उनके संगठन ने इस खुली लूट के खिलाफ आवाज बुलंद की है। प्रदेश के मुख्यमंत्री और गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन एडीएम (प्रशासन) नितिन मदान को सौंपा गया है। इसमें अस्पतालों व स्कूलों की खुली लूट पर लगाम लगाने की मांग की गई है। ज्ञापन सौंपने वालों में जन-आंदोलन संगठन के बलराज भाटी एडवोकेट राष्ट्रीय महासचिव, अजीत नागर एडवोकेट राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष और रोहताश नागर एडवोकेट उपस्थित रहे।
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भारत
चेतना मंच
02 Dec 2025 03:18 AM
Greater Noida : ग्रेटर नोएडा। प्राधिकरण (Authority) से सस्ती दरों पर जमीनें आवंटित (Lands allotted) कराकर उस पर आलीशान अस्पताल (Luxurious hospital) व स्कूल (School) बनाकर खुल्लम-खुल्ला लूट का धंधा (Robbery) जनपद में खूब फल-फूल रहा है। ये अस्पताल व स्कूल खोलकर नियमों व जमीन आवंटन के दौरान रखी गई शर्तों को तोड़ रहे हैं।
लूट का अड्डा बने अस्पतालों व स्कूलों के खिलाफ अब एक संगठन ने आवाज उठाई है। सामाजिक संगठन जन-आंदोलन के अध्यक्ष ओमवीर आर्य एडवोकेट ने बताया कि गौतमबुद्धनगर में जहां जमीनों के दाम आसमान छू रहे हैं। वहीं, प्राधिकरण से सस्ती दरों पर भूखंड आवंटन कराकर बड़े-बड़े अस्पताल व स्कूल में खुलेआम आम जनता को लूटा जा रहा है। लीज डीड के दौरान तय की गयी शर्तों का इन अस्पतालों व स्कूलों में पालन नहीं किया जाता है। निजी अस्पतालों में शर्तों के मुताबिक दो घंटे सुबह व दो घंटे शाम को निम्न आय वर्ग के लिए निःशुल्क ओपीडी की व्यवस्था होनी चाहिए। साथ ही अस्पतालों में 10 प्रतिशत बेड निम्न आय वर्ग के लिए उपलब्ध कराना होता है, लेकिन निजी अस्पतालों में इस नियम का बिल्कुल पालन नहीं होता है।
ओमवीर आर्य ने बताया कि स्कूलों का भी यही हाल है। राइट टू एजुकेशन के नाम पर अभिभावक दाखिले के समय हर वर्ष जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं विद्यालयों के चक्कर लगाते हैं, किन्तु इस वर्ग के बच्चों को दाखिला नहीं मिलता है। शिकायतों के बावजूद निजी स्कूलों व अस्पतालों की इस खुली लूट पर लगाम नहीं लग पाती। प्राधिकरणों के अधिकारी व कर्मचारी भी इन अस्पतालों व स्कूलों की ताकत के आगे बौने साबित होते हैं।
संस्था के अध्यक्ष ने बताया कि अब उनके संगठन ने इस खुली लूट के खिलाफ आवाज बुलंद की है। प्रदेश के मुख्यमंत्री और गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन एडीएम (प्रशासन) नितिन मदान को सौंपा गया है। इसमें अस्पतालों व स्कूलों की खुली लूट पर लगाम लगाने की मांग की गई है। ज्ञापन सौंपने वालों में जन-आंदोलन संगठन के बलराज भाटी एडवोकेट राष्ट्रीय महासचिव, अजीत नागर एडवोकेट राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष और रोहताश नागर एडवोकेट उपस्थित रहे।
NGO News : एथोमार्ट चैरिटेबल ट्रस्ट की कार्यशाला में बच्चों को बताया सफाई का महत्व, बाल भी काटे
भारत
चेतना मंच
19 Jul 2022 10:00 PM
Greater Noida : ग्रेटर नोएडा। एथोमार्ट चैरिटेबल ट्रस्ट (Athomart Charitable Trust) की ओर से मंगलवार को आयोजित कार्यशाला में बच्चों को शारीरिक साफ सफाई (Physical cleaning) के प्रति जागरूक किया गया। कार्यशाला में सभी बच्चों की हेयर कटिंग (Hair cutting) की गयी, जिसमें प्रमुख योगदान ईएमसीटी की सदस्य शक्ति ने दिया।
ईएमसीटी की सदस्य शक्ति शुक्ला ने बताया कि ज्यादातर बच्चों के बालों में इन्फेक्शन है। गर्मी और बढ़ती हुई उमस की वजह से स्किन में भी इन्फेक्शन हो रहा है। ईएमसीटी द्वारा संचालित स्कूल में वंचित बच्चों के निशुल्क हेयर कट किए गए। ये सेवाएं समाज के वंचित वर्गों के बच्चों को दी जाएगी।
ईएमसीटी की संस्थापक रश्मि पाण्डेय ने बताया कि एक स्वस्थ्य शरीर में ही स्वस्थ्य दिमाग का विकास होता है। इसलिए हम बच्चों को निशुल्क शिक्षा के साथ साथ स्वास्थ्य सम्बंधित कार्यशाला और कैम्प का आयोजन भी करते हैं, ताकि बच्चों का सर्वांगीण विकास हो। उन्होंने बताया कि बच्चों को पर्सनल हाइजिन किट भी दी गई, जिसमें शैम्पू, साबुन, तेल, टूथ ब्रश और पेस्ट शामिल थे।
भारत
चेतना मंच
19 Jul 2022 10:00 PM
Greater Noida : ग्रेटर नोएडा। एथोमार्ट चैरिटेबल ट्रस्ट (Athomart Charitable Trust) की ओर से मंगलवार को आयोजित कार्यशाला में बच्चों को शारीरिक साफ सफाई (Physical cleaning) के प्रति जागरूक किया गया। कार्यशाला में सभी बच्चों की हेयर कटिंग (Hair cutting) की गयी, जिसमें प्रमुख योगदान ईएमसीटी की सदस्य शक्ति ने दिया।
ईएमसीटी की सदस्य शक्ति शुक्ला ने बताया कि ज्यादातर बच्चों के बालों में इन्फेक्शन है। गर्मी और बढ़ती हुई उमस की वजह से स्किन में भी इन्फेक्शन हो रहा है। ईएमसीटी द्वारा संचालित स्कूल में वंचित बच्चों के निशुल्क हेयर कट किए गए। ये सेवाएं समाज के वंचित वर्गों के बच्चों को दी जाएगी।
ईएमसीटी की संस्थापक रश्मि पाण्डेय ने बताया कि एक स्वस्थ्य शरीर में ही स्वस्थ्य दिमाग का विकास होता है। इसलिए हम बच्चों को निशुल्क शिक्षा के साथ साथ स्वास्थ्य सम्बंधित कार्यशाला और कैम्प का आयोजन भी करते हैं, ताकि बच्चों का सर्वांगीण विकास हो। उन्होंने बताया कि बच्चों को पर्सनल हाइजिन किट भी दी गई, जिसमें शैम्पू, साबुन, तेल, टूथ ब्रश और पेस्ट शामिल थे।