Kedarnath केदारनाथ यात्रा VIP एंट्री पर लगाई गई रोक, सेफ्टी अलर्ट जारी

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar13 May 2022 10:37 PM
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Kedarnath : उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी है। जिसे देखते हुए प्रशासन ने शुक्रवार को अति​ विशिष्ठ व्यक्ति यानि VIP के प्रवेश पर रोक लगा दी है। यहां पर अब अब सभी VIP को भी आम यात्रियों की तरह ही दर्शन करना होगा। इसके लिए केवल दो घंटे का समय दिया जाएगा। इसके पहले सही इंतजाम नहीं होने की वजह से 28 लोगों की मौत भी हो चुकी है।

आपको बता दें कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने लोगों से अपील की है कि जिन लोगों को स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी है, वे कुछ दिन बाद ही यात्रा करें। आपको यह भी बता दें कि करीब दो साल बाद शुरू हुई है। दर्शन करने के लिए श्रद्धालु भारी मात्रा में पहुंच रहे हैं। पिछले 6 दिनों में करीब 1 लाख 30 हजार लोगों ने दर्शन किए हैं। इसी वजह से प्रशासन ने वीआईपी एंट्री पर रोक लगा दी है।

इसके पहले प्रशासन की और से सही इंतजाम नहीं होने की वजह से कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। रुदप्रयाग से 11 बीमार लोगों को एयरलिफ्ट करके दूसरी जगहों पर भेजा गया। हालात इतने खराब थे कि भगदड़ और लाठीचार्ज की स्थिति पैदा हो गई। केदारनाथ के अलावा बद्रीनाथ और यमुनोत्री में भी प्रशासन की लापरवाही सामने आई है।

आपको बता दें कि धाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं को अब एक ही लाइन में खड़े होकर दर्शनों के लिए इंतजार करना होगा। लाइन में खड़े श्रद्धालुओं को दो घंटे में दर्शन कराने के निर्देश भी दिए गए हैं।

रोजाना बढ़ती भीड़ को देखते हुए मंदिर में आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही रास्तों में पुलिस के जवान लोगों की मदद भी कर रहे हैं। पिछले दिनों कुछ लापरवाही के मामले सामने आए थे। इसी वजह से कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।

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Uttarakhand- 22 मई से खुल जायेगा श्री हेमकुंड साहिब का कपाट, हटा दी गई है बर्फ

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श्री हेमकुंड साहिब के कपाट 22 मई से खुलेंगे
locationभारत
userचेतना मंच
calendar12 May 2022 12:41 AM
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Uttarakhand- उत्तराखंड राज्य में स्थित चित्रों के पवित्र तीर्थस्थल से हेमकुंड साहिब का कपाट 22 मई से खोल दिया जाएगा। सेना के जवानों द्वारा यहां पर जमी हुई बर्फ को पूरी तरह से साफ कर दिया गया। बर्फ को साफ करने के लिए 14 अप्रैल से सेना के जवान यहां पर काम कर रहे थे। अब यह पूरी तरह से साफ हो चुका है। श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा अब यात्रा के लिए पूरी तरह से तैयार है।

उत्तराखंड में स्थित श्री हेमकुंड साहिब सिक्खों का पवित्र तीर्थस्थल है-

उत्तराखंड राज्य में स्थित श्री हेमकुंड साहिब सिखों के पवित्र स्थलों में से एक है। यह उत्तराखंड के प्रमुख धार्मिक एवं दार्शनिक स्थलों में से एक है। उत्तराखंड के पर्यटन में इसका एक महत्वपूर्ण स्थान है। 22 मई 2022 को कपाट खुलने की खबर सामने आने से सिख समुदाय में उत्सव का माहौल है।

निरीक्षण के बाद प्रशासन अधिकारियों से विचार-विमर्श करने के बाद लिया गया है निर्णय -

श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे का कपाट खोलने का निर्णय मैनेजमेंट ट्रस्ट के ट्रस्टियों द्वारा पूरे निरीक्षण के बाद उत्तराखंड के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ विचार विमर्श करने के बाद लिया गया है।
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22 मई को कपाट खुलने के बाद आने वाले यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए हेमकुंड साहिब के ट्रस्ट की तरफ से वहां मौजूद सभी गुरुद्वारों धर्मशाला और विश्राम स्थलों के व्यवस्था को दुरुस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जानकारी के मुताबिक 22 मई 2022 को श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे का द्वार सुबह 10:30 पर खोला जाएगा।
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Cyber Crime: स्वामी रामदेव के नाम पर फिर हुई ठगी, साइबर गिरोह सक्रिय

HARIDWAR
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locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 10:38 PM
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Noida/Jewar/Haridwar : नोएडा/जेवर/हरिद्वार। योग गुरू स्वामी रामदेव (Yoga Guru Swami Ramdev) के पंतजलि योगपीठ (Patanjali Yogapeeth)  में ईलाज कराने के नाम पर ऑनलाइन ठगी (cyber crime) का एक और मामला प्रकाश में आया है। जेवर कस्बे के एक व्यक्ति से ठगों ने 50 हजार रूपए ठग लिए। मिली जानकारी के मुताबिक जेवर कस्बे में रहने वाले कदम सिंह ने अपना ईलाज कराने के लिए वेबसाइट (cyber crime) के जरिए पंतजलि योगपीठ में बुकिंग करायी थी। बुकिंग की नियत तिथि पर जब कदम सिंह स्वामी रामदेव के आश्रम पंतजलि योगपीठ पहुंचा तो उसे बताया गया कि यहां उसके नाम की कोई बुकिंग है ही नहीं। तब श्री सिंह को ठगी का पता चला। दरअसल किसी ठग गिरोह ने फर्जी वेबसाइट के जरिए यह ठगी की है। श्री सिंह से पूरे 50600 रूपए ठगे गए हैं। Sedition Law: राजद्रोह कानून पर SC की रोक, जानें कब तक दर्ज नहीं होंगे केस स्वामी रामदेव ने संगठन से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि पूरे प्रकरण की जानकारी स्वामी जी व योगपीठ के उच्च प्रबंधन को दे दी गयी है। पहले भी ठगी के कई मामले सामने आ चुके हैं। सभी मामलों की शिकायत प्रबंधन ने पुलिस से कर रखी है। अभी तक उत्तराखंड पुलिस ठगों का सुराग नहीं लगा पाई है। इन अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि यह एक गंभीर मामला है।  यदि लोग इसी प्रकार ठगे जाते रहे तो आम जनता का व्यवस्था के ऊपर से विश्वास ही उठ जाएगा। चेतना मंच ने किया था खुलासा चेतना मंच ने स्वामी रामदेव के नाम पर ठगी करने के मामले का पहले ही खुलासा किया था। चेतना मंच के 5 मई के अंक में इस संबंध में विस्तार से समाचार प्रकाशित हुआ है।