Good Health Tips : गुड हैल्थ टिप्स : जीरा पानी (सेहत का खजाना)

जीरा पानी :
मैं पंजाबी घर की लड़की पर ब्याह किया राजस्थान के लड़के से। मेरी सासु माँ सदा कहतीं ऐ बहु तू पंजाबी बहुओं की तरह मोटी न हो जाना। देख हमारे राजस्थान की बेटी बहू कैसे पतली चुस्त-दुरुस्त रहती हैं। कभी- कभी मैं सोचती क्यों कहतीं हैं? ऐसे अम्मा मुझे, पर मेरी बेटी हो जाने के बाद ही मुझे फर्क समझ में आ गया। मेरी अपनी दो भाभियाँ पंजाबी मुटियारे एक-एक बच्चा हो जाने के बाद से ही पूरी फैल गई यानि अच्छी मोटी हो गईं । लेकिन मैं अपनी बेटी के जन्म के 5 महीने बाद ही अपने पहले वाले सूट पहनने लगी थी। इसलिए आप से भी यह राज साँझा करती हूँ । बेटी के जन्म के तीन दिन बाद ही मैं हॉस्पिटल से घर आई। आते ही सोचा पहले पेट भर ठंडा पानी पियूँगी। तभी अम्मा किचन से हाथ में एक कप में गुनगुना सा येलो ब्राउन सा पानी ले आईं। और बोलीं न बेटा अब कुछ दिन ये जीरा पानी भी पीयो। क्या करती जवाब न दे सकी सो पी लिया फिर बड़े प्यार से बोलीं देख एक पतीली पानी में सिर्फ एक चम्मच जीरा ही उबाला है। कुछ दिन ऐसे पी। जी तो बहुत जला पर जवाब न दे सकी सो पी लिया। पीने के फायदे भी साथ ही नजर आने लगे। 4 दिन से हॉस्पिटल में थी डिलीवरी के बाद सो परेशानियाँ। पेट बहुत फुला फुला, गैस, डकार से आ रहे थे। लगभग आधे घंटे बाद ही मैं चैन से सो रही थी। जब सो कर उठी तो अम्मा बोलीं देख ये जीरे का पानी तुझे चिड़चिड़ा आंत्र रोग से भी बचाएगा। यह उन सभी की सूची में सबसे पहले होना चाहिए जो अपने पेट की समस्याओं के लिए एक सरल, त्वरित उपाय की तलाश में हैं। अम्मा बोलीं- देख बेटी गर्भावस्था के दौरान ये जो तेरा शरीर फैला है न यह जीरा पानी तेरा ये सारा मोटापा कम कर देगा। मैंने भी यही पाया क्योंकि वजन कम करने की कोशिश के समय भोजन की क्रेविंग होना नॉर्मल है। ऐसे में जीरा पानी प्रोसेस्ड फूड की क्रेविंग और भूख को कम करता है । यदि हम एक गिलास जीरा पानी पीते हैं, तो पेट काफी समय तक भरा हुआ महसूस होता है। इतना ही नहीं जिनका लीवर कमजोर हो जाता है इसमें मौजूद थायमोक्विनोन लीवर की भी सुरक्षा करता है। जिनके घर में पीने-खाने का रिवाज हो उन्हें तो दिन में एक बार जीरे का पानी पीना ही चाहिए। जीरे का पानी, आम तौर पर भोजन के पाचन एंजाइमों के स्राव को उत्तेजित करता है जिससे हमारी पाचन प्रक्रिया तेज होती है और ये हमें पतला करती है। जीरे के पानी में कैल्शियम, पोटेशियम, मैंगनीज और सेलेनियम जैसे खनिज प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं यानि चेहरे की त्वचा पर कॉस्मेटिक का इस्तेमाल कर चमकाने से अधिक अच्छा है। हम जीरा पानी पीकर त्वचा की चमक बढ़ाएँ। इसमें फाइबर, आयरन, कॉपर, जिंक और मैग्नीशियम जैसे खनिज और विटामिन-ए, बी, सी और ई जैसे विटामिन भी भरपूर होते हैं। मैं समझ रही थी शायद इसलिए ही अम्मा मुस्कुरायी और बोलीं । देख बेटी तेरी भाभियाँ इतनी खुराक खा रही हैं फिर भी चेहरे पर काली झाइयां दिखने लगी हैं यकीन मान तेरे चेहरे पर ये झाइयां नहीं आयेंगी। यह अपच, पेट फूलना और पेट दर्द जैसी पाचन संबंधी परेशानियों के उपचार के लिए एक बेहतरीन औषधि है। यह पाचन को बेहतर और मजबूत बनाता है। इसके अलावा जीरे के पानी को आंतों के लिए भी अच्छा माना जाता है। यह आंतों को स्वस्थ रखता है। यानि पियोगी तुम और तुम्हारी दूध पीती बेटी को भी लाभ होगा। जीरे का पानी हम सभी को पीना चाहिए क्योंकि इसमें एंटी हाइपरटेंसिव प्रभाव पाए जाते हैं, जबकि उच्च रक्तचाप की समस्या को कम करते हैं । इसमें पाया जाने वाला पोटैशियम भी कोशिका और शरीर के तरल पदार्थों के लिए जरूरी होता है। जीरा आयरन और मिनरल का अच्छा स्रोत है यह जीरा शरीर की ऊर्जा को बढ़ाता है । इसमें इम्यूनोमॉड्यूलेटरी प्रभाव होता है, जो की हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूती देता है इससे हमारा रक्षा तंत्र मजबूत होता है । जीरे में भरपूर मात्रा में आयरन होता है, जो रक्त में हीमोग्लोबिन को बढ़ाता है यानि एनीमिया की समस्या से निजात पाया जा सकता है। आप जीरा चाय यानि पानी में जीरा उबाल कर पी कर देखें नींद बहुत अच्छी आएगी। नींद आएगी तो इनसोमनीय नहीं रहेगा । इतने सारे मिनरल्स जब शरीर में जाएँगे और वो भी हर रोज तो बाल भी नहीं गिरेंगे । कैसे बनाएं जीरा पानी लगभग ढाई कप पानी में एक छोटा चम्मच जीरा सोने से पहले डालें। सुबह उठ इस रात भर जीरा भीगे पानी को उबाल लें। एक कप सुबह और एक कप शाम को पियें। कुछ जीरा भूनकर भी रख लें यदि व्यस्तता के कारण जीरा पानी नहीं पिया तो चुटकी भर भुना जीरा ही चबा लें। अधिक सेवन से नुकसान जीरे में खून में व्याप्त शर्करा के स्तर को कम करने की ताकत होती है। यदि आप इसका अधिक मात्रा में सेवन करेंगे तो ब्लड शुगर तेजी से कम होगा, जो सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। जीरे के अधिक सेवन से पेट में जलन की समस्या हो सकती है, क्योंकि यह काफी तेज प्रवृत्ति का हर्ब है। इसलिए कम मात्रा में ही इसका सेवन करें। अधिक सेवन से जी मिचलाना । सिर चकराना । पेट में दर्द जैसी समस्या भी हो सकती हैं। इसके इस्तेमाल से स्वयं को तथा अपने परिवार को भी बचाएं एसिडिटी और मुह की गंध से । यकीन मानिए आज भी दूर-दराज गाँव देहात में इलाज की सुविधा नहीं है। रोग तो किसी को भी हो सकता है ऐसे में घरेलू उपचार तथा स्वास्थ्यवर्धक भोजन ही इलाज बनता है। आज के लिए बस इतना ही आप चेतना मंच द्वारा प्रकाशित इन टिप्स के साथ स्वस्थ रहें, सआनंद रहें। मिलते है और गुड हेल्थ टिप्स के साथ अगले लेख में।अगली खबर पढ़ें
जीरा पानी :
मैं पंजाबी घर की लड़की पर ब्याह किया राजस्थान के लड़के से। मेरी सासु माँ सदा कहतीं ऐ बहु तू पंजाबी बहुओं की तरह मोटी न हो जाना। देख हमारे राजस्थान की बेटी बहू कैसे पतली चुस्त-दुरुस्त रहती हैं। कभी- कभी मैं सोचती क्यों कहतीं हैं? ऐसे अम्मा मुझे, पर मेरी बेटी हो जाने के बाद ही मुझे फर्क समझ में आ गया। मेरी अपनी दो भाभियाँ पंजाबी मुटियारे एक-एक बच्चा हो जाने के बाद से ही पूरी फैल गई यानि अच्छी मोटी हो गईं । लेकिन मैं अपनी बेटी के जन्म के 5 महीने बाद ही अपने पहले वाले सूट पहनने लगी थी। इसलिए आप से भी यह राज साँझा करती हूँ । बेटी के जन्म के तीन दिन बाद ही मैं हॉस्पिटल से घर आई। आते ही सोचा पहले पेट भर ठंडा पानी पियूँगी। तभी अम्मा किचन से हाथ में एक कप में गुनगुना सा येलो ब्राउन सा पानी ले आईं। और बोलीं न बेटा अब कुछ दिन ये जीरा पानी भी पीयो। क्या करती जवाब न दे सकी सो पी लिया फिर बड़े प्यार से बोलीं देख एक पतीली पानी में सिर्फ एक चम्मच जीरा ही उबाला है। कुछ दिन ऐसे पी। जी तो बहुत जला पर जवाब न दे सकी सो पी लिया। पीने के फायदे भी साथ ही नजर आने लगे। 4 दिन से हॉस्पिटल में थी डिलीवरी के बाद सो परेशानियाँ। पेट बहुत फुला फुला, गैस, डकार से आ रहे थे। लगभग आधे घंटे बाद ही मैं चैन से सो रही थी। जब सो कर उठी तो अम्मा बोलीं देख ये जीरे का पानी तुझे चिड़चिड़ा आंत्र रोग से भी बचाएगा। यह उन सभी की सूची में सबसे पहले होना चाहिए जो अपने पेट की समस्याओं के लिए एक सरल, त्वरित उपाय की तलाश में हैं। अम्मा बोलीं- देख बेटी गर्भावस्था के दौरान ये जो तेरा शरीर फैला है न यह जीरा पानी तेरा ये सारा मोटापा कम कर देगा। मैंने भी यही पाया क्योंकि वजन कम करने की कोशिश के समय भोजन की क्रेविंग होना नॉर्मल है। ऐसे में जीरा पानी प्रोसेस्ड फूड की क्रेविंग और भूख को कम करता है । यदि हम एक गिलास जीरा पानी पीते हैं, तो पेट काफी समय तक भरा हुआ महसूस होता है। इतना ही नहीं जिनका लीवर कमजोर हो जाता है इसमें मौजूद थायमोक्विनोन लीवर की भी सुरक्षा करता है। जिनके घर में पीने-खाने का रिवाज हो उन्हें तो दिन में एक बार जीरे का पानी पीना ही चाहिए। जीरे का पानी, आम तौर पर भोजन के पाचन एंजाइमों के स्राव को उत्तेजित करता है जिससे हमारी पाचन प्रक्रिया तेज होती है और ये हमें पतला करती है। जीरे के पानी में कैल्शियम, पोटेशियम, मैंगनीज और सेलेनियम जैसे खनिज प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं यानि चेहरे की त्वचा पर कॉस्मेटिक का इस्तेमाल कर चमकाने से अधिक अच्छा है। हम जीरा पानी पीकर त्वचा की चमक बढ़ाएँ। इसमें फाइबर, आयरन, कॉपर, जिंक और मैग्नीशियम जैसे खनिज और विटामिन-ए, बी, सी और ई जैसे विटामिन भी भरपूर होते हैं। मैं समझ रही थी शायद इसलिए ही अम्मा मुस्कुरायी और बोलीं । देख बेटी तेरी भाभियाँ इतनी खुराक खा रही हैं फिर भी चेहरे पर काली झाइयां दिखने लगी हैं यकीन मान तेरे चेहरे पर ये झाइयां नहीं आयेंगी। यह अपच, पेट फूलना और पेट दर्द जैसी पाचन संबंधी परेशानियों के उपचार के लिए एक बेहतरीन औषधि है। यह पाचन को बेहतर और मजबूत बनाता है। इसके अलावा जीरे के पानी को आंतों के लिए भी अच्छा माना जाता है। यह आंतों को स्वस्थ रखता है। यानि पियोगी तुम और तुम्हारी दूध पीती बेटी को भी लाभ होगा। जीरे का पानी हम सभी को पीना चाहिए क्योंकि इसमें एंटी हाइपरटेंसिव प्रभाव पाए जाते हैं, जबकि उच्च रक्तचाप की समस्या को कम करते हैं । इसमें पाया जाने वाला पोटैशियम भी कोशिका और शरीर के तरल पदार्थों के लिए जरूरी होता है। जीरा आयरन और मिनरल का अच्छा स्रोत है यह जीरा शरीर की ऊर्जा को बढ़ाता है । इसमें इम्यूनोमॉड्यूलेटरी प्रभाव होता है, जो की हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूती देता है इससे हमारा रक्षा तंत्र मजबूत होता है । जीरे में भरपूर मात्रा में आयरन होता है, जो रक्त में हीमोग्लोबिन को बढ़ाता है यानि एनीमिया की समस्या से निजात पाया जा सकता है। आप जीरा चाय यानि पानी में जीरा उबाल कर पी कर देखें नींद बहुत अच्छी आएगी। नींद आएगी तो इनसोमनीय नहीं रहेगा । इतने सारे मिनरल्स जब शरीर में जाएँगे और वो भी हर रोज तो बाल भी नहीं गिरेंगे । कैसे बनाएं जीरा पानी लगभग ढाई कप पानी में एक छोटा चम्मच जीरा सोने से पहले डालें। सुबह उठ इस रात भर जीरा भीगे पानी को उबाल लें। एक कप सुबह और एक कप शाम को पियें। कुछ जीरा भूनकर भी रख लें यदि व्यस्तता के कारण जीरा पानी नहीं पिया तो चुटकी भर भुना जीरा ही चबा लें। अधिक सेवन से नुकसान जीरे में खून में व्याप्त शर्करा के स्तर को कम करने की ताकत होती है। यदि आप इसका अधिक मात्रा में सेवन करेंगे तो ब्लड शुगर तेजी से कम होगा, जो सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। जीरे के अधिक सेवन से पेट में जलन की समस्या हो सकती है, क्योंकि यह काफी तेज प्रवृत्ति का हर्ब है। इसलिए कम मात्रा में ही इसका सेवन करें। अधिक सेवन से जी मिचलाना । सिर चकराना । पेट में दर्द जैसी समस्या भी हो सकती हैं। इसके इस्तेमाल से स्वयं को तथा अपने परिवार को भी बचाएं एसिडिटी और मुह की गंध से । यकीन मानिए आज भी दूर-दराज गाँव देहात में इलाज की सुविधा नहीं है। रोग तो किसी को भी हो सकता है ऐसे में घरेलू उपचार तथा स्वास्थ्यवर्धक भोजन ही इलाज बनता है। आज के लिए बस इतना ही आप चेतना मंच द्वारा प्रकाशित इन टिप्स के साथ स्वस्थ रहें, सआनंद रहें। मिलते है और गुड हेल्थ टिप्स के साथ अगले लेख में।संबंधित खबरें
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