ग्लोबल हाइलाइट्स 2025: आज की अहम घटनाओं का पूरा सार

ग्लोबल हाइलाइट्स 2025: आज की अहम घटनाओं का पूरा सार
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userचेतना मंच
calendar16 Oct 2025 10:59 AM
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आज का युग सूचना का युग है, जहाँ हर पल दुनिया बदल रही है और नई खबरें आपके सामने आती रहती हैं। पहले लोग खबरों के लिए महंगे अख़बार या देर से आने वाले टीवी समाचारों पर निर्भर रहते थे, लेकिन अब समय कीमती है और हर जानकारी की सटीकता मायने रखती है। चेतना मंच आपको देता है ताज़ा और भरोसेमंद खबरें तुरंत, शुद्ध हिंदी में। राजनीति की हलचल हो, शेयर बाजार की तेजी-उतार, समाजिक मुद्दों की गहराई या अंतरराष्ट्रीय घटनाओं की जानकारी—हर अपडेट आपको मिलती है स्पष्ट, संक्षिप्त और तथ्यपूर्ण अंदाज में।  International News

1. हमास ने सौंपे दो और शव, रेडक्रॉस ने इजराइल को किया ट्रांसफर

गाजा संघर्ष के बीच हमास ने अंतरराष्ट्रीय रेडक्रॉस समिति को दो और शव सौंपे, जिन्हें बाद में इजराइली सेना को ट्रांसफर कर दिया गया। इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने इसकी पुष्टि की। हमास का दावा है कि अब सभी मृत बंधकों को वापस कर दिया गया है, लेकिन इस दावे पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।   International News

शवों की पहचान के लिए भेजा गया फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट

द टाइम्स ऑफ़ इजराइल के अनुसार, सौंपे गए शवों को पहचान के लिए अबू कबीर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक मेडिसिन भेजा गया है। आईडीएफ ने बताया कि चौथा शव, जिसे हमास ने सौंपा, वास्तव में एक फिलीस्तीनी नागरिक का था और वह बंधक नहीं था।    International News

युद्धविराम की शर्तें और बंधकों की रिहाई

युद्धविराम समझौते के तहत हमास को सभी जीवित और मृत बंधकों को सोमवार तक सौंपना था। मंगलवार रात गाजा सिटी में चार शव रेडक्रॉस को सौंपे गए, जिन्हें बाद में इजरायली सेना को दिया गया। इससे पहले सोमवार को हमास ने अंतिम 20 जीवित बंधकों को रिहा किया था।

नेतन्याहू का कड़ा संदेश

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि अगर हमास निशस्त्रीकरण से इनकार करता है तो भारी तबाही मच सकती है। उन्होंने सीबीएस न्यूज को दिए इंटरव्यू में कहा कि फिलहाल शांति को एक मौका दिया गया है, लेकिन गाजा में इजराइली सेना की तैनाती और हमास की गतिविधियों के चलते स्थिति नाजुक बनी हुई है।

मिस्र ने दी चेतावनी

इजराइल ने हमास के दावों को टालमटोल की रणनीति बताते हुए चेतावनी दी है कि अगर समूह शेष शवों को तुरंत वापस नहीं करता है, तो मदद सीमित कर दी जाएगी और मिस्र के साथ राफाह सीमा बंद कर दी जाएगी। इसके साथ ही, सैन्य कार्रवाई फिर से शुरू होने का खतरा भी जताया गया है।  अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि हमास ने मध्यस्थों को मृत बंधकों के बारे में गुमराह किया। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि यदि समझौता निभाया नहीं गया तो इजराइल को गाजा में फिर से कार्रवाई करनी पड़ सकती है।

2 अमेरिका सरकारी शटडाउन से जूझ रहा, सीनेट का वित्त पोषण बिल पारित नहीं हो सका

 संयुक्त राज्य अमेरिका का सरकारी तंत्र इन दिनों शटडाउन के प्रभाव में है। शटडाउन के 15 दिन पूरे हो चुके हैं और इस दौरान सीनेट ने नौ बार सरकार को वित्त पोषित करने के प्रयास किए, लेकिन कोई भी प्रयास सफल नहीं हुआ। सीनेट ने बुधवार को प्रतिनिधि सभा से पारित रिपब्लिकन पार्टी के बिल को पास कराने की कोशिश की, लेकिन असफल रही। डेमोक्रेट्स ने स्वास्थ्य सेवा कर क्रेडिट के विस्तार की मांग की और उन्होंने कोई अतिरिक्त समर्थन नहीं दिया। रिपब्लिकन पार्टी को पांच और सीनेटरों को अपने पक्ष में लाने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।  International News

सीबीएस न्यूज के अनुसार, गुरुवार को सीनेट में दसवीं बार इस बिल पर मतदान होगा। बहुमत नेता जॉन थून ने कहा कि वे पेंटागन को वित्तपोषित करने के लिए साल भर के विनियोग विधेयक को पास कराने का प्रयास करेंगे। इस विधेयक को पास करने के लिए 60 मतों की आवश्यकता होगी।    International News

सैनिकों को वेतन का भुगतान जारी

ट्रम्प प्रशासन ने शटडाउन के बावजूद सैन्य कर्मियों और संघीय कर्मचारियों को वेतन देने की तैयारी की है। प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष माइक जॉनसन ने चेतावनी दी कि यह केवल अस्थायी उपाय है और शटडाउन जारी रहने पर सैनिकों को महीने के अंत में वेतन नहीं मिल पाएगा।

एफबीआई निदेशक काश पटेल ने राष्ट्रपति ट्रम्प का आभार जताया और कहा कि "एफबीआई की ओर से हम आपके बहुत बड़े ऋणी हैं।" व्हाइट हाउस ने भी कहा कि शटडाउन के दौरान सेना को भुगतान के लिए अप्रयुक्त धन का इस्तेमाल किया जाएगा।

राष्ट्रपति ट्रम्प ने जताई गंभीर चिंता

राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि सैनिकों को वेतन न देना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है। उन्होंने कहा कि इस स्थिति से बचने के लिए सेना के वेतन का भुगतान जारी रखना जरूरी है। सैन्य अधिकारियों ने बताया कि पेंटागन अप्रयुक्त अनुसंधान और विकास निधि का इस्तेमाल वेतन भुगतान के लिए कर रहा है।

संघीय न्यायाधीश ने किया दखल

सैन फ्रांसिस्को की अमेरिकी जिला न्यायाधीश सुसान इल्स्टन ने कहा कि नौकरी में कटौती राजनीति से प्रेरित प्रतीत होती है और इसका मानवता पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। उन्होंने नौकरियों में कटौती पर रोक लगाने के लिए अस्थायी निरोधक आदेश जारी किया।

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3. अहमदाबाद को 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी के लिए प्रस्तावित, मांडविया बोले- भारतीय खेलों के लिए ऐतिहासिक पल

युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने अहमदाबाद को 2030 शताब्दी राष्ट्रमंडल खेलों के मेजबान शहर के रूप में अनुशंसित किए जाने को भारत के लिए ऐतिहासिक क्षण बताया। उन्होंने इसे भारतीय खेलों के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर करार दिया।    International News

मांडविया ने जताई खुशी और आभार

मांडविया ने कहा, "2030 राष्ट्रमंडल खेलों के लिए अहमदाबाद को प्रस्तावित मेज़बान शहर के रूप में अनुशंसित करने के लिए मैं कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स की कार्यकारी बोर्ड का आभारी हूं। यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत की वैश्विक खेल प्रतिष्ठा को दर्शाता है।  International News

2036 ओलंपिक की दिशा में मजबूती

मंत्रि ने कहा कि यह पहल भारत के 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी के सपने को भी बल देगी। उन्होंने कहा, "केंद्र सरकार की दृष्टि के अनुरूप यह एक बड़ा कदम है। हाल ही में नई दिल्ली में विश्व पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के सफल आयोजन ने भारत की संगठन क्षमता साबित की है।  International News

भारत की खेल अवसंरचना और विकास

मांडविया ने कहा कि बीते एक दशक में भारत ने विश्व स्तरीय खेल अवसंरचना, नीतिगत सुधार, खेल विज्ञान और वित्तीय सहयोग के माध्यम से 'चैंपियनों का देश' बनने की दिशा में तेज़ी से प्रगति की है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का शानदार प्रदर्शन देश की बढ़ती खेल प्रभाव का प्रमाण है।    International News

कार्यकारी बोर्ड की सिफारिश और अनुमोदन

कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स की कार्यकारी बोर्ड ने अहमदाबाद को 2030 राष्ट्रमंडल खेलों के मेजबान शहर के रूप में प्रस्तावित किया है। यह सिफारिश अब 26 नवंबर 2025 को होने वाली जनरल असेंबली में अनुमोदन के लिए रखी जाएगी। 2030 के राष्ट्रमंडल खेल शताब्दी वर्ष में आयोजित होंगे और 74 सदस्य देशों के बीच सहयोग, समावेशिता और खेल उत्कृष्टता का प्रतीक बनेंगे। यह आयोजन भारत को वैश्विक खेल केंद्र के रूप में स्थापित करने के विजन को और मजबूत करेगा।    International News

4. बांग्लादेश में जुलाई चार्टर पर जनमत संग्रह को लेकर राजनीतिक गतिरोध

बांग्लादेश में जुलाई चार्टर पर राष्ट्रीय जनमत संग्रह कराने के समय को लेकर राजनीतिक दलों में असहमति का मामला बढ़ता जा रहा है। अंतरिम सरकार इस मुद्दे पर धर्मसंकट में है और संकेत हैं कि मुख्य सलाहकार डॉ. मोहम्मद यूनुस जल्द ही निर्णायक हस्तक्षेप कर सकते हैं।  International News

बीएनपी और अन्य दलों के बीच मतभेद

बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने प्रस्ताव रखा है कि जनमत संग्रह आगामी राष्ट्रीय चुनाव के दिन ही कराया जाए। वहीं, बांग्लादेश जमात-ए-इस्लामी और नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) चाहते हैं कि यह मतदान से पहले हो। उनका तर्क है कि चार्टर पर जनता की राय पहले से पता होना चाहिए।  International News

अंतरिम सरकार और सलाहकार की भूमिका

ढाका ट्रिब्यून के अनुसार, अंतरिम सरकार शुक्रवार को जुलाई चार्टर पर हस्ताक्षर करने वाली है। राजनीतिक दलों के बीच समय और प्रक्रिया को लेकर मतभेद बने हुए हैं। इसे सुलझाने के प्रयास में सर्वसम्मति आयोग के अध्यक्ष डॉ. यूनुस ने बुधवार को प्रमुख राजनीतिक दलों और गठबंधनों के नेताओं से चर्चा की। चर्चा के बाद वामपंथी गठबंधन ने अनसुलझे मुद्दों का हवाला देते हुए चार्टर पर हस्ताक्षर करने से इनकार किया।

एनसीपी और अन्य दलों की समीक्षा

एनसीपी नेता अख्तर हुसैन ने कहा कि पार्टी अभी हस्ताक्षर पर अपने फैसले की समीक्षा कर रही है। अंतरिम सरकार के विभाग भी जनमत संग्रह की समय-सीमा को लेकर विभाजित हैं। जुलाई चार्टर पर हस्ताक्षर समारोह कल राष्ट्रीय संसद के साउथ प्लाजा में होने वाला है, जिसमें कम से कम 30 राजनीतिक दलों के शामिल होने की उम्मीद है।

बीएनपी का रुख और चेतावनी

बीएनपी के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान की अध्यक्षता में स्थायी समिति ने बैठक कर रुख स्पष्ट किया कि जनमत संग्रह राष्ट्रीय चुनाव के साथ ही होना चाहिए। महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने कहा कि शीघ्र जनमत संग्रह का प्रस्ताव चुनाव में देरी की चाल है और यदि सरकार सहमत शर्तों से पीछे हटती है तो बीएनपी जनमत संग्रह और चुनाव दोनों का बहिष्कार कर सकती है।

जमात और अन्य दलों का सुलह का आह्वान

जमात महासचिव प्रो. मिया गुलाम पोरवार ने बातचीत और आम सहमति के स्वर को अपनाया। उन्होंने आम सहमति में बाधा डालने वाले नेताओं के अहंकार की आलोचना की। गणसंघति आंदोलन और जातीय दलों ने भी इस मसले पर राजनीतिक समझौते की जरूरत पर जोर दिया।    International News

डॉ. यूनुस का संभावित हस्तक्षेप

बीएनपी और गणतंत्र मंच के नेता मानते हैं कि डॉ. यूनुस इस मुद्दे पर अब तक चुप रहे हैं। हाल ही में संयुक्त राष्ट्र यात्रा से लौटने के बाद उनकी स्थिति मजबूत मानी जा रही है। यदि डॉ. यूनुस जल्द ही जनमत संग्रह पर राजपत्र जारी करते हैं तो राजनीतिक दलों के पास पैंतरेबाजी करने की गुंजाइश बहुत कम हो जाएगी।  International News

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दीपिका पादुकोण बनीं मेटा AI की नई आवाज, अब 6 देशों में गूंजेगी उनकी टोन!

दीपिका पादुकोण बनीं मेटा AI की नई आवाज, अब 6 देशों में गूंजेगी उनकी टोन!
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calendar16 Oct 2025 10:38 AM
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बॉलीवुड की सुपरस्टार दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) एक बार फिर चर्चा में हैं। हाल ही में उन्हें भारत की पहली मेंटल हेल्थ एंबेसडर के रूप में सम्मानित किया गया था, और अब उन्होंने एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली है। दीपिका अब मेटा AI की नई आवाज बन गई हैं। यानी दुनिया भर के यूजर्स अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बात करते वक्त दीपिका की आवाज सुन सकेंगे।

सोशल मीडिया पर किया ऐलान

दीपिका ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर करते हुए इस खबर की जानकारी दी। वीडियो में वह रिकॉर्डिंग स्टूडियो में नजर आ रही हैं और कहती हैं— “मैं मेटा AI की नई आवाज हूं। क्या आप तैयार हैं?” वीडियो के साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा— “यह सच में बहुत मजेदार है! अब मैं मेटा AI का हिस्सा हूं और आप भारत, अमेरिका, कनाडा, यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में मेरी आवाज में इंग्लिश में चैट कर सकते हैं। इसे आजमाएं और बताएं कैसा लगा!”

6 देशों में गूंजेगी दीपिका की आवाज

दीपिका की आवाज अब सिर्फ भारत तक सीमित नहीं रहेगी। मेटा AI में उनकी आवाज अब भारत, अमेरिका, कनाडा, यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में सुनी जा सकेगी। यह किसी भी भारतीय कलाकार के लिए एक ग्लोबल अचीवमेंट है, जिससे फैंस भी बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं।

फैंस ने जताई खुशी

दीपिका की इस नई उपलब्धि पर सोशल मीडिया पर फैंस ने जमकर प्रतिक्रिया दी। एक यूजर ने लिखा— “हर दिन एक नई उपलब्धि, दीपिका आप पर गर्व है।” तो दूसरे यूजर ने कहा— “आपकी आवाज बहुत सुकून देने वाली है।” वहीं एक अन्य फैन ने लिखा— “दीपिका वाकई ग्लोबल आइकॉन हैं। मेटा ने सही चुनाव किया है।”

वर्क फ्रंट पर भी बिजी हैं दीपिका

काम की बात करें तो दीपिका पादुकोण इन दिनों कई बड़े प्रोजेक्ट्स को लेकर सुर्खियों में हैं। वह शाहरुख खान की फिल्म ‘किंग’ और अल्लू अर्जुन की ‘AA22xA6’ में नजर आने वाली हैं। दीपिका पादुकोण सिर्फ फिल्मों तक सीमित नहीं हैं। उनकी यह नई पहचान बताती है कि वह एक ग्लोबल ब्रांड बन चुकी हैं, जो अब टेक्नोलॉजी की दुनिया में भी अपनी छाप छोड़ रही हैं। बिग बॉस में चौथी बार राखी सावंत की एंट्री? एयरपोर्ट पर कहा- ‘मुझे वोट करना…’
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ग्लोबल अपडेट्स 2025: एक नजर में जानें आज की बड़ी घटनाएँ

ग्लोबल अपडेट्स 2025: एक नजर में जानें आज की बड़ी घटनाएँ
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calendar02 Dec 2025 04:37 AM
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आज का युग सूचना का युग है, जहां हर सेकंड नई घटनाएँ घट रही हैं। पहले लोग खबर पाने के लिए महंगे अख़बार या देर से आने वाले टीवी समाचारों पर निर्भर रहते थे, लेकिन अब समय कीमती है और सटीकता सबसे बड़ी आवश्यकता। चेतना मंच आपको देता है खबरें तुरंत, भरोसेमंद और शुद्ध हिंदी में। चाहे राजनीति में हलचल हो, बाजार में उथल-पुथल, समाजिक मुद्दे या अंतरराष्ट्रीय घटनाएँ—हर अपडेट आपको मिलती है स्पष्ट, संक्षिप्त और तथ्यपूर्ण रूप में, ताकि आप जानकारी की दौड़ में सबसे हमेशा आगे रहें।  International News

1. नेपाल: अंतरिम सरकार और संसद विघटन के खिलाफ 10 याचिकाएं, सुनवाई की तारीख आज तय होगी

नेपाल में जेन जी विद्रोह के बाद मंगलवार को उच्चतम न्यायालय ने अपने कामकाज का पहला दिन शुरू किया। इसी दौरान पूर्व प्रधान न्यायाधीश सुशीला कार्की के नेतृत्व में अंतरिम सरकार के गठन और संसद विघटन के फैसले के खिलाफ कुल 10 याचिकाएं दायर की गईं।  International News

सुनवाई की तारीख आज तय होगी

उच्चतम न्यायालय के प्रवक्ता अर्जुन कोईराला ने पुष्टि की कि बुधवार को सभी याचिकाओं का अध्ययन किया जाएगा और सुनवाई की तारीख का निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि याचिकाओं का स्वरूप एक समान होने के कारण संभव है कि सभी याचिकाओं की सुनवाई एक साथ की जाए।    International News

चुनौती में शामिल प्रमुख मुद्दे

इन याचिकाओं में सुशीला कार्की को प्रधानमंत्री पद पर नियुक्त करने और संसद को विघटन करने के फैसले को चुनौती दी गई है। सभी याचिकाओं में राष्ट्रपति रामचन्द्र पौडेल, अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की और अंतरिम मंत्रिपरिषद को प्रतिवादी बनाया गया है। नेपाल में जेन जी विद्रोह के बाद, अंतरिम सरकार के गठन के साथ ही राष्ट्रपति ने संसद विघटन का निर्णय लिया था। इस कदम को लेकर राजनीतिक दलों और नागरिक समाज में तीखी बहस छिड़ी हुई है। अब अदालत के फैसले पर पूरा देश नजर रखे हुए है।

2. पाकिस्तान-तालिबान सीमा संघर्ष: चौकियां और टैंक नष्ट होने का दावा

 पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले में अफगानिस्तान से लगी सीमा पर पाकिस्तानी सेना और अफगान तालिबान के बीच हिंसक झड़पें हुईं। पाकिस्तान का दावा है कि अफगान पक्ष ने बिना किसी उकसावे गोलीबारी शुरू की, जिसका जवाब देते हुए उसकी कई चौकियां और टैंक नष्ट कर दिए गए।

पाकिस्तानी सेना का जवाब तेज और निर्णायक

डान अखबार और पीटीवी न्यूज के अनुसार, मंगलवार रात फिर से संघर्ष शुरू हुआ। सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि तालिबान और प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (फितना अल-खवारिज) ने सीमा पर हमला किया। पाकिस्तानी सेना ने पूरी ताकत और तेज़ी से जवाब दिया। इस जवाबी कार्रवाई में तालिबान चौकियों को भारी नुकसान पहुंचा और कई टैंक तबाह हुए। शमसादर चौकी पर चौथा टैंक भी नष्ट किया गया।

हताहत और क्षति की रिपोर्ट

सूत्रों के मुताबिक, इस अभियान में फितना अल-खवारिज के एक बड़े कमांडर की मौत हुई। झड़पों में 23 पाकिस्तानी सैनिक और 200 से अधिक तालिबान लड़ाके मारे गए। अफगान पक्ष ने इस हमले को प्रतिशोध बताया और पाकिस्तान पर अपने इलाके में हवाई हमलों का आरोप लगाया।

कूटनीतिक पहल और सुरक्षा चिंताएं

विदेश सचिव राजदूत आमना बलोच ने इस्लामाबाद में स्थानीय राजदूतों को हाल के घटनाक्रमों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने पाकिस्तान की सुरक्षा चिंताओं और क्षेत्रीय अखंडता व राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा के संकल्प पर जोर दिया। रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि सीमा पार आतंकवाद और शत्रुतापूर्ण गतिविधियों के कारण माहौल तनावपूर्ण है और लड़ाई किसी भी समय भड़क सकती है।

सीमा पर बढ़ता तनाव

द बलोचिस्तान पोस्ट और अन्य स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, खोस्त प्रांत के जाजी मैदान और नांगरहार में भी झड़पें हुईं। हेलमंद प्रांत में नए संघर्ष की तैयारी की खबरें हैं। साथ ही, पाकिस्तानी सेना द्वारा बलोचिस्तान में सात अफगान नागरिकों की हत्या के आरोपों ने क्षेत्रीय तनाव और बढ़ा दिया है। अफगान अधिकारियों ने इन हत्याओं की कड़ी निंदा की है।

3. अमेरिकी सेना की घातक कार्रवाई: वेनेजुएला तट पर नाव सवार छह लोगों की मौत

अमेरिकी सेना ने वेनेजुएला के तट के पास एक नाव पर हमला कर छह लोगों को मार गिराया। यह जानकारी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्वयं सोशल मीडिया के माध्यम से साझा की। उन्होंने कहा कि इन लोगों के पास ड्रग्स थे और यह कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में की गई।

ट्रंप का दावा: ड्रग तस्करी रोकने के लिए कार्रवाई

राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्वीट में लिखा कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की जानकारी के अनुसार, नाव पर सवार लोग नशीले पदार्थों की तस्करी कर रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिकी सेना ने दो सितंबर के बाद यह पांचवीं कार्रवाई की है और अब तक 27 ऐसे मामलों में कार्रवाई की जा चुकी है।  International News

हवाई निगरानी वीडियो में देखा गया हमला

ट्रंप ने 33 सेकंड का हवाई निगरानी वीडियो भी साझा किया। इसमें एक छोटी नाव दिखाई देती है, जिसे मिसाइल से निशाना बनाया जाता है और नाव में विस्फोट हो जाता है। हालांकि, राष्ट्रपति ने मारे गए लोगों की राष्ट्रीयता या किसी ड्रग कार्टेल का नाम सार्वजनिक नहीं किया।    International News

4. नेतन्याहू का चेतावनी संदेश: हमास ने निरस्त्रीकरण नहीं किया तो तबाही होगी

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आज स्पष्ट कहा कि अगर हमास निरस्त्रीकरण के लिए सहमत नहीं होता है, तो गंभीर तबाही होगी। उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब गाजा में युद्धविराम का पहला चरण लागू हो चुका है और इजराइली बंधकों की रिहाई के साथ कुछ फिलिस्तीनी कैदी भी छोड़े जा रहे हैं।  International News

गाजा में युद्धविराम और बंधकों की अदला-बदली

हाल ही में हमास ने चार बंधकों के शव इजराइल को सौंपे हैं। नेतन्याहू ने सीबीएस न्यूज को दिए साक्षात्कार में कहा, "हम शांति को एक मौका देने के लिए सहमत हुए हैं, लेकिन अगर हमास निरस्त्रीकरण में असफल रहता है, तो परिणाम विनाशकारी होंगे।"  International News

निरस्त्रीकरण और विसैन्यीकरण की शर्तें

प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि युद्धविराम समझौते के तहत फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह को निरस्त्र और गाजा का पूरी तरह से विसैन्यीकृत किया जाना चाहिए। गाजा पट्टी में कोई हथियार निर्माण या तस्करी की अनुमति नहीं होनी चाहिए। अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी चेताया है कि अगर हमास अपने हिस्से का पालन नहीं करता है, तो उसे हिंसक तरीके से निरस्त्र किया जाएगा।

बंधकों की पहचान और शवों की संख्या

इजराइली स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि चार मृत बंधकों के अवशेष तेल अवीव स्थित अबू कबीर फॉरेंसिक संस्थान में पहचान के लिए भेजे गए हैं। पहचान प्रक्रिया में लगभग दो दिन लग सकते हैं। हमास ने सौंपे गए बंधकों की पहचान नहीं बताई है।

मध्यस्थों के अनुसार, हमास बुधवार को चार और बंधकों के शव इजराइल को सौंपेगा, जिससे कुल संख्या 12 हो जाएगी। हमास का दावा है कि कुछ शव आईडीएफ की बमबारी में ध्वस्त इमारतों और सुरंगों के मलबे में दबे हैं और कुछ आईडीएफ नियंत्रण वाले क्षेत्रों में हैं।    International News

इजराइल की कड़ी प्रतिक्रिया

इजराइल ने हमास के दावों को टालमटोल की रणनीति बताते हुए चेताया है कि यदि शेष शव तुरंत लौटाए नहीं गए तो मिस्र के साथ राफाह सीमा बंद कर दी जाएगी और लड़ाई फिर से शुरू हो जाएगी। अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी कहा कि हमास ने मध्यस्थों को मृतकों के बारे में गुमराह किया है।  International News

यह भी पढ़े: उत्तर प्रदेश में कानून का राज, योगी की पुलिस ने मार गिराए 256 दुर्दांत अपराधी

5 ग्लोबल मार्केट में मिला-जुला रुख, एशियाई बाजारों में तेज़ी

वैश्विक शेयर बाजारों में आज मिले-जुले संकेत देखने को मिल रहे हैं। अमेरिकी बाजार पिछली ट्रेडिंग सत्र में कमजोरी के साथ बंद हुए, जबकि यूरोपीय बाजारों में भी उतार-चढ़ाव रहा। दूसरी ओर, एशियाई बाजार आज सामान्य रूप से हरे निशान में ट्रेड कर रहे हैं।  International News

अमेरिकी बाजार: बिकवाली का दबाव जारी

वॉल स्ट्रीट में पिछली ट्रेडिंग सत्र में बिकवाली का दबाव बना रहा। एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.16 प्रतिशत गिरकर 6,644.31 अंक पर बंद हुआ। नैस्डेक इंडेक्स 172.91 अंक यानी 0.76 प्रतिशत की गिरावट के साथ 22,521.70 अंक पर बंद हुआ। हालांकि, डाउ जॉन्स फ्यूचर्स आज फिलहाल 0.15 प्रतिशत की बढ़त के साथ 46,339.31 अंक पर ट्रेड कर रहा है।  International News

यूरोपीय बाजार: मिला-जुला कारोबार

यूरोप के शेयर बाजारों में पिछली सत्र के दौरान दबाव देखने को मिला, लेकिन अंतिम समय में हुई खरीदारी के चलते बाजार ने मिला-जुला प्रदर्शन दिखाया।

  • एफटीएसई इंडेक्स 0.10 प्रतिशत बढ़कर 9,452.77 अंक पर बंद हुआ।

  • सीएसी इंडेक्स 0.18 प्रतिशत गिरकर 7,919.62 अंक पर बंद हुआ।

  • डीएएक्स इंडेक्स 150.99 अंक यानी 0.62 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 24,236.94 अंक पर बंद हुआ।  International News

एशियाई बाजार: ज्यादातर सूचकांक हरे निशान में

एशियाई बाजारों में 9 प्रमुख सूचकांकों में से 8 में मजबूती रही, जबकि केवल जकार्ता कंपोजिट इंडेक्स 0.79 प्रतिशत गिरकर 8,003.09 अंक पर ट्रेड कर रहा है।

  • गिफ्ट निफ्टी 166.50 अंक यानी 0.66 प्रतिशत बढ़कर 25,361.50 अंक पर कारोबार कर रहा है।

  • स्ट्रेट्स टाइम्स इंडेक्स 0.36 प्रतिशत की तेजी के साथ 4,369.99 अंक पर पहुंचा।

  • कोस्पी इंडेक्स 2.02 प्रतिशत उछलकर 3,633.92 अंक पर ट्रेड कर रहा है।

  • ताइवान वेटेड इंडेक्स 363.72 अंक यानी 1.36 प्रतिशत बढ़कर 27,156.87 अंक पर आ गया है।

  • हैंग सेंग इंडेक्स 328.65 अंक यानी 1.29 प्रतिशत की मजबूती के साथ 25,770 अंक पर,

  • निक्केई इंडेक्स 580.68 अंक यानी 1.24 प्रतिशत तेजी के साथ 47,428 अंक पर,

  • सेट कंपोजिट इंडेक्स 0.81 प्रतिशत बढ़कर 1,276.69 अंक पर और

  • शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 0.10 प्रतिशत बढ़त के साथ 3,869.25 अंक पर कारोबार कर रहे हैं।  International News

6. भारत को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में सातवें कार्यकाल के लिए चुना गया

भारत को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) के 2026-28 के कार्यकाल के लिए चुना गया है। यह भारत का सातवां कार्यकाल होगा। चुनाव परिणामों की घोषणा मंगलवार को की गई और यह जानकारी यूएनएचआरसी ने अपने आधिकारिक ट्विटर/एक्स अकाउंट पर साझा की। भारत का नया तीन वर्षीय कार्यकाल 1 जनवरी 2026 से शुरू होगा।    International News

14 सदस्य देशों में भारत का नाम शामिल

यूएन महासभा के अनुसार, 2026-28 कार्यकाल के लिए मानवाधिकार परिषद के कुल 14 सदस्य देशों का चुनाव किया गया है। इन देशों में शामिल हैं: अंगोला, चिली, इक्वाडोर, मिस्र, एस्टोनिया, भारत, इराक, इटली, मॉरीशस, पाकिस्तान, स्लोवेनिया, दक्षिण अफ्रीका, यूनाइटेड किंगडम और वियतनाम।

भारत का प्रतिबद्ध संदेश

महासभा की घोषणा के बाद संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पी. हरीश ने कहा कि यह चुनाव मानवाधिकारों और मौलिक स्वतंत्रताओं के प्रति भारत की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हरीश ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि भारत अपने कार्यकाल के दौरान इन लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए हर संभव प्रयास करेगा। उन्होंने सभी प्रतिनिधिमंडलों का समर्थन और सहयोग देने के लिए आभार व्यक्त किया।

मानवाधिकार परिषद का महत्व

यूएनएचआरसी एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय निकाय है, जो विश्व स्तर पर मानवाधिकारों के संरक्षण और संवर्धन के लिए काम करता है। इस परिषद में कुल 47 सदस्य देश हैं। भारत को पहली बार इस परिषद में 2006 में चुना गया था, और तब से यह देश कई कार्यकालों के लिए सदस्य रह चुका है।    International News