Train Fire- सहारनपुर से दिल्ली जा रही पैसेंजर ट्रेन के इंजन और डिब्बे में आग लगने से मची अफरातफरी

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पैसेंजर ट्रेन में लगी आग (PC- Hindustan Times)
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 09:31 AM
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Train Fire- आज सुबह सहारनपुर से दिल्ली (Fire in saharanpur to Delhi Passenger train) जा रही पैसेंजर ट्रेन में अचानक आग लग गई। यह हादसा तब हुआ जब ट्रेन मेरठ के दौराला (Daurala Station Meerut) स्टेशन पर पहुंची थी। इस हादसे में ट्रेन के इंजन सहित दो डिब्बे जलकर खाक हो गए। इस हादसे की वजह ट्रेन का ब्रेक जाम होना बताया जा रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आज सुबह जैसे ही पैसेंजर ट्रेन मेरठ के दौराला स्टेशन पर पहुंची ट्रेन के इंजन में आग लग (Train Fire) गई और इंजन से सटे हुए दो और डिब्बों में सीट के नीचे से धुआं निकलने लगा। ट्रेन में सवार यात्रियों में अफरा तफरी मच गई। और सभी यात्री शोर मचाते हुए ट्रेन से उतरकर प्लेटफार्म की तरफ दौड़ने लगे। यात्रियों ने ड्राइवर को ट्रेन में आग लगने की बात की खबर दी। आग लगने की खबर सामने आते ही पूरी ट्रेन में सवार यात्री घबरा गए और शोर मचाने लगे। देखते ही देखते आग की लपटें तेज हो गई और इंजन के साथ साथ दो अन्य डिब्बों को आग ने पूरी तरह से चपेट में ले लिया। जब तक आग को बुझाने की व्यवस्था की गई तब तक इंजन और दो डिब्बे जलकर पूरी तरह से राख हो गए। यात्रियों और रेलवे कर्मियों की मदद से आज लगे हुए इंजन और दोनो डिब्बों को अन्य डिब्बों से काटकर अलग किया गया। इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर सामने नहीं आई है।
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क्या है ट्रेन में सवार यात्रियों का कहना-

ट्रेन में सवार यात्रियों का कहना है कि देवबंद से ही उन्हें ट्रेन में दुर्गंध आ रही थी और कुछ अजीब सी आवाजें सुनाई दे रही थी हालांकि सबने इसे नजरअंदाज कर दिया। लेकिन जब सीट के नीचे से धुआं निकलने लगा तो सब ने शोर मचाना शुरू किया। परंतु ट्रेन के ड्राइवर तक शोर की आवाज नहीं पहुंची। ऐसे में जैसे ही ट्रेन दौराला स्टेशन पर रुकी तो सब ट्रेन से उतरकर प्लेटफार्म की तरफ दौड़ने लगे।
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Ukraine Russia War यूक्रेन से हरदोई लौटी छात्रा अब पड़ सकती है मुसीबत में, जानें क्यों?

Vaishaliyadav
Ukraine Russia War
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 03:19 AM
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Ukraine Russia War : यूक्रेन (Ukraine Russia War) में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने के लिए भारत सरकार का ऑपरेशन गंगा (Ukraine Russia War) जारी है। अब तक हजारों बच्चों को वापस लाया जा चुका है। शुक्रवार की सुबह भी एयरफोर्स के दो C-17 विमानों से 210 छात्रों की भारत वापसी हुई है। ये दोनों विमान नई दिल्ली के करीब हिंडन एयरबेस पर उतरे। युद्ध के हालात, डर और दहशत के बीच यूक्रेन में फंसे छात्र-छात्राओं में से अगर किसी की सबसे ज्यादा हुई तो वह उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले की रहने वाली वैशाली यादव हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि वैशाली यादव ग्राम प्रधान हैं और वह लंबे समय से गांव छोड़ यूक्रेन में रह रही थीं। इस बात का खुलासा तब हुआ जब रूस ने यूक्रेन पर हमला कर लिया और वैशाली ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई।

Ukraine Russia War

फिलहाल, वैशाली यादव अपने देश लौट आई हैं। वह शुक्रवार को लखनऊ स्थित अपने घर पहुंची हैं। न्यूज 18 की खबर के मुताबिक, वैशाली के पिता महेंद्र यादव ने बताया कि उनकी बेटी यूक्रेन से सकुशल वापस भारत आ चुकी है और अभी वह लखनऊ में है। साथ ही यह भी बताया कि वह वर्तमान में प्रधान है और साल में दो उपस्थिति दर्ज कराना आवश्यक होता है, इसके लिए वह एक उपस्थिति दर्ज कराकर गई थी। दूसरी के लिए अभी समय है। इस बीच जो भी काम पड़े वह इंटरनेश के जरिए हुए जैसे अन्य प्रधानों के होते हैं। उन्‍होंने बताया कि उनकी बेटी ने ऐसा कोई काम नहीं किया जिससे उनकी छवि खराब हो।

बता दें, वैशाली यादव सांडी विकासखंड के तेरपुरसौली गांव की ग्राम प्रधान हैं। प्रधान चुने जाने के दौरान ही वह यूक्रेन के इवानो फ्रेंक्विस्क में मेडिकल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहीं थीं। प्रधानी का चुनाव जीतने के बाद वह दोबारा यूक्रेन चली गईं। इसको लेकर गांव में लोगों के अंदर गुस्सा था। मामला सामने आने के बाद पंचायतराज ने भी गुस्सा जाहिर किया था। एडीएम वंदना त्रिवेदी के मुताबिक, वैशाली यादव के खिलाफ पंचायती राज अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।

युद्ध के हालात के बीच वैशाली ने यूक्रेन से वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर शेयर किया। हालांकि, यूजर्स ने इसे लेकर वैशाली को ट्रोल करना शुरू कर दिया और आरोप लगाया कि सपा नेता की बेटी होने के कारण वह सरकार की छवि को खराब करने की कोशिश कर रही हैं। इसके बाद सोशल मीडिया पर दावा किया जाने लगा कि वैशाली पर कार्रवाई हुई, उन्हें गिरफ्तार भी किया गया है। हालांकि, प्रशासन ने इस तरह की खबरों का खंडन किया।

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UP Elections 2022: यूपी के पूर्वांचल में किस दल की जगी छठे चरण के मतदान से उम्‍मीदें?

Up elections 2022
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locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 04:32 AM
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UP Elections 2022: नई दिल्‍ली. उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (UP Chunav 2022) चल रहे हैं, जिनका छठा चरण समाप्त हो गया है और सातवें चरण का चुनाव (UP Elections 2022) 7 मार्च को होना हैं। वहीं इस बीच छठे चरण में 10 जिलों की 57 सीटों पर 55.56 फीसदी मतदान हुआ, जो 2017 के चुनाव की तुलना में एक फीसदी कम है। छठे चरण के वोटिंग ट्रेंड देखें तो दलित बहुल जिलों में बंपर वोटिंग हुई है, तो वही मुस्लिम बहुल जिलों में मतदान फीका रहा, जबकि पहले पांच चरणों में मुस्लिम जमकर वोटिंग कर रहे थे। इस चरण में ओबीसी और ब्राह्मण वोटर भी निर्णायक माने गए हैं। 2012 की तरह दिखा छठे चरण का वोटिंग ट्रेंड यूपी विधानसभा चुनाव के छठे चरण के 10 जिलों में 57 सीटों पर उतरे 676 उम्मीदवारों की किस्मत अब ईवीएम में कैद हो गई हैं। अब तक के 5 चरण की तरह ही छठे चरण में भी वोटिंग परसेंटेज कम रही। वही गुरुवार को छठे फेज में पूर्वांचल के पूर्वी इलाके की सीटों पर मतदान हुए। जहां कुर्मी, यादव, निषाद, ब्राह्मण और दलित अहम भूमिका में है तो कुछ जिले में मुस्लिम भी निर्णायक साबित हो सकते हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक, छठे चरण की 57 सीटों पर 55.56 फीसदी  मतदान रहा जबकि 2017 के चुनाव में इन्हीं सीटों पर 56.52 फीसदी और 2012 में 55.19 फीसदी वोटिंग रही थी। UP Election 2022- मुख्तार अंसारी के बेटे का विवादित बयान ‘6 महीने तक ट्रांसफर पोस्टिंग नहीं’ किस जिले में कितनी रही वोटिंग यूपी विधानसभा चुनाव के छठे चरण के वोटिंग ट्रेंड को देखा जाये, तो पिछले चुनाव से एक फीसदी वोटिंग कम हुई है और 2012 के आसपास ही मतदान किस जिले में कितनी वोटिंग रही। इस फेज में अंबेडकरनगर में 62.22 फीसदी, बलिया में 53.93 फीसदी, बलरामपुर में 48.73 फीसदी, बस्ती में 56.81 फीसदी, देवरिया में 54.60 फीसदी, गोरखपुर में 56.23 फीसदी, कुशीनगर में 57.28 फीसदी, महराजगंज 59.63 फीसदी, संत कबीर नगर 54.39 फीसदी और सिद्धार्थ नगर 50.19 फीसदी मतदान रहा।