भाजपा को फंसा दिया है कंगना रनौत ने, हरियाणा में होगा नुकसान

भाजपा को फंसा दिया है कंगना रनौत ने, हरियाणा में होगा नुकसान
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 06:22 AM
bookmark
Haryana Election 2024 : हरियाणा में विधानसभा का चुनाव चल रहा है। हरियाणा में मात्र 10 दिन बाद वोट डाले जाएंगे। हरियाणा चुनाव के मौके पर भाजपा की लाड़ली सांसद कंगना रनौत ने अपनी पार्टी को फंसा दिया है। कंगना रनौत के एक और विवादित बयान का भाजपा को हरियाणा में बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। यही कारण है कि भाजपा के नेता कंगना रनौत के बयान को निजी बयान बताकर पूरी तरह से खारिज कर रहे हैं।

कंगना के बयान से हरियाणा में बड़ा नुकसान

आपको बता दें कि हरियाणा प्रदेश किसानों का प्रदेश है। हरियाणा की राजनीति को किसान ही दशा तथा दिशा देते हैं। यह सब जानते हुए भी भाजपा की सांसद कंगना रनौत अपनी किसान विरोधी सोच से बाहर नहीं आ रही थी। कंगना रनौत के पुराने बयान का असर हरियाणा में अभी भी कायम है। इस बीच कंगना रनौत ने किसानों के खिलाफ फिर बयाान दे डाला है। कंगना रनौत के इस बयान का हरियाणा में भाजपा को बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।

कंगना ने कर दी किसान कानून लाने की मांग

हाल ही में कंगना रनौत ने एक विवादित बयान दिया है। बड़े किसान आंदोलन के बाद रदद किए गए तीन कृषि कानूनों को वापस लाने की मांग कंगना रनौत ने अपने बयान में कही। कंगना ने कहा कि ज्यादातर विश्लेषक मान रहे हैं कि कंगना रनौत के बयानों का हरियाणा में भाजपा को बहुत भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। हरियाणा विधानसभा के चुनाव में 5 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे। हरियाणा के चुनावों का रिजल्ट 8 अक्टूबर को आ जाएगा। तब पता चलेगा कि कंगना के बयानों का भाजपा को हरियाणा में कितना नुकसान हुआ है। हो सकता है ये विवादित बयान हो लेकिन किसान हमारे देश के विकास का प्रमुख हिस्सा हैं। केवल कुछ एक राज्यों ने इन कृषि कानूनों को लेकर आपत्ति जताई थी। मैं किसानों से हाथ जोडक़र अपील करती हूं कि इन कृषि कानूनों को वापस लाने के लिए वह खुद आगे आएं और इनकी मांग करें। इस बयान पर हरियाणा में तीखी प्रतिक्रिया हुई। इस पर भाजपा ने बयान से किनारा कर लिया। पार्टी के किनारा करने के बाद कंगना रनौत ने बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया के बयान को लेकर अपने एक्स (X) हैंडल पर लिखा कि "बिल्कुल, किसान कानूनों पर मेरे विचार निजी हैं और वे उन विधेयकों पर पार्टी के रुख का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं" इसके बाद कंगना रनौत ने 1 मिनट 8 सेकेंड का वीडियो भी जारी किया जिसमें उन्होंने कहा कि "बीते कुछ दिनों में मीडिया ने मुझसे कृषि कानूनों पर कुछ सवाल किए थे। मैंने ये सुझाव दिए कि किसानों को कृषि कानून वापस लाने का पीएम मोदी से निवेदन करना चाहिए। मेरी इस बात से बहुत सारे लोग निराश हैं। जब कृषि कानून लाए गए थे तो बहुत सारे लोगों ने उनका समर्थन किया था लेकिन बड़ी ही संवेदनशीलता और सहानुभूति से हमारे प्रधानमंत्री ने वो कानून वापस ले लिये थे। ये हम सब कार्यकर्ताओं का कर्तव्य बनता है कि हम उनके शब्दों की गरिमा रखें। मुझे ये बात भी ध्यान रखनी होगी कि मैं अब एक कलाकार नहीं भारतीय जनता पार्टी की कार्यकर्ता हूं और मेरे ओपिनियन अपने नहीं होने चाहिए, वो पार्टी का स्टैंड होना चाहिए। अगर मैंने अपने शब्दों और सोच से किसी को निराश किया है तो मुझे खेद रहेगा। मैं अपने शब्द वापस लेती हूं।" दरअसल ये पहली बार नहीं है जब भारतीय जनता पार्टी ने अपनी सांसद कंगना रनौत के बयान से किनारा किया हो। करीब एक महीने पहले भी कृषि कानूनों को लेकर दिए गए एक बयान पर बीजेपी ने उनके बयान से असहमति जताई थी और नीतिगत विषयों पर ना बोलने और इस तरह के बयान ना देने की हिदायत भी दी थी।

किसानों के खिलाफ बोली कंगना

करीब एक महीने पहले कंगना रनौत ने एक इंटरव्यू के दौरान किसान आंदोलन को लेकर विवादित बयान दिया था। कंगना ने कहा था कि "जैसा बांग्लादेश में हुआ, वैसा यहां भी (भारत) में भी होते देर नहीं लगती, अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व अगर इतना सशक्त नहीं होता। यहां पर जो किसान आंदोलन हुए, वहां पर लाशें लटकी थी, वहां पर रेप हो रहे थे और जब किसानों की हितकारी बिल को वापस लिया गया था, तब पूरा देश चौक गया था। वो किसान आज भी वहां बैठे हुए हैं। उन्होंने कभी सोचा ही नहीं कि बिल वापस होगा। ये बड़ी लंबी प्लानिंग थी, जैसे बांग्लादेश में हुआ। इस तरह की षड्यंत्र के पीछे चीन और अमेरिका जैसी विदेशी ताकतें हैं, जो यहां काम कर रही है"। यह देखना बेहद दिलचस्प होगा कि भाजपा सांसद कंगना रनौत के बयान से नाराज हरियाणा के किसानों को भाजपा कैसे मनाएगी। Haryana Election 2024

किताब पर भड़क गए बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

किताब पर भड़क गए बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

किताब पर भड़क गए बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 09:25 AM
bookmark
Baba Bageshwar Dham : बाबा बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अक्सर चर्चा में रहते हैं। एक बार फिर बाबा बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री चर्चा के केन्द्र में आ गए हैं। बाबा बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने एक किताब पर भड़कते हुए उस किताब को तुरंत हटाने की मांग की है। बाबा बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने किताब में प्रकाशित "चिटठी" को सौ करोड़ हिन्दू समाज के विरूद्ध एक बड़ी साजिश बताया है।

क्यों भड़के बाबा बागेश्वर धाम

आपको बाबा बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के भड़कने का पूरा मामला समझा देते हैं। दरअसल मध्य प्रदेश के स्कूलों में पढ़ाई जा रही एनसीआरटी की एक किताब पर विवाद चल रहा है। इस किताब में "चिट्ठी आई है" शीर्षक से एक कहानी प्रकाशित हुई है। कक्षा-3 की किताब की कहानी "चिट्ठी आई है" में एक युवती किसी युवक को पत्र लिखती है। कहानी में युवती का नाम रीना है तथा जिस व्यक्ति को रीना चिटठी लिखती है उसका नाम अहमद लिखा गया है। इस किताब पर खूब बवाल मचा हुआ है। जानकारों का कहना है कि एक अभिभावक द्वारा शिकायत दर्ज करने से यह विवाद शुरू हुआ था। इस किताब को बाबा बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने भी पढ़ा है। किताब पढ़ते ही बाबा बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री किताब पर भड़क गए है।

बाबा बोले यह लव जिहाद है

इस मामले को लेकर बाबा बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का एक वीडियो आग की तरह फैल रहा है। इसमें उन्होंने शिकायत करते हुए बताया कि इस पाठ में लव जिहाद को बढ़ावा दिया गया है। यही नहीं उन्होंने सवाल उठाया कि कहीं प्रायोजित तरीके से हिंदू बेटियों को लव जिहाद के चक्कर में पड़वाया जा रहा है? एनसीईआरटी और जिम्मेदारों पर सवाल दागते हुए पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा है कि क्या अहमद के स्थान पर अविनाश, आदर्श, आकाश जैसा नाम क्यों नहीं हो सकता? रीना ने अहमद को ही पत्र क्यों लिखा? किताब में इस तरह की सामग्री दिए जाने के पीछे भी कोई मकसद हो सकता है। धीरेंद्र शास्त्री ने सभी किताबों को वापस मंगाकर इस तरह के चैप्टर को तुरंत हटाने की मांग की है। अबोध बच्चों के मन में गंदे विचार भरे जा रहे है इस किताब को सरकार को वापस लेना चाहिए।

बाबा बागेश्वर धाम ने उठाए सवाल

बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने आगे कहा कि धर्म विरोधियों की ताकत लगातार हावी हो रही है। 100 करोड़ हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चिट्ठी के प्रारूप को समझने में जिस तरह की भाषा इस्तेमाल की गई है, उससे तमाम तरह के प्रश्न खड़े हो रहे हैं। कक्षा तीन में पढ़ने वाली हिंदू लडक़ी आखिर मुसलमान लड़के को पत्र क्यों लिखे? छोटे बच्चों में इस तरह की भावनाएं विकसित करने वालों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि इस तरह के षडयंत्रों को नाकाम करने और षड्यंत्रकारियों को कुचलने के लिए किसी एक व्यक्ति की जिम्मेदारी तय नही की जा सकती। देश के सभी हिंदुओं को एक स्वर में ऐसी ताकतों के खिलाफ आवाज उठानी होगी।

ओ माय गॉड : सपने में आए भगवान

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

नागपुर से बदलकर दिल्ली होने वाला है RSS का नया पता

नागपुर से बदलकर दिल्ली होने वाला है RSS का नया पता
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 01:04 PM
bookmark
RSS : राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (RSS) का नाम आपने जरूर सुना होगा। RSS की स्थापना 27 सितंबर 1925 को हुई थी। वर्ष-2025 में  RSS अपना 100वां स्थापना दिवस मनाएगा।  RSS के 100वें स्थापना दिवस के साथ ही  RSS का पता भी बदल जाएगा। स्थापना के समय से ही  RSS का मुख्यालय महाराष्ट्र के नागपुर शहर में है। वर्ष-2025 में  RSS का मुख्यालय नागपुर से देश की राजधानी दिल्ली में शिफ्ट हो जाएगा। RSS के मुख्यालय के लिए दिल्ली में भव्य ईमारत बनाई गई है।

भव्य ईमारत में होगा RSS का मुख्यालय

आपको बता दें कि नागपुर के बाद दिल्ली के झंडेवालान में RSS का एक प्रमुख कार्यालय रहा है। दिल्ली के झंडेवालान वाले दफ्तर को तोडक़र वहां पर ढाई एकड़ जमीन के ऊपर भव्य ईमारत बनाई गई है। दिल्ली के झंडेवालान में ही  RSS का राष्ट्रीय मुख्यालय स्थापित किया जा रहा है। देश की राजधानी दिल्ली के झंडेवालान में स्थित इस नए कार्यालय में 3 टावर हैं, जिस पर 12 फ्लोर हैं। हर एक फ्लोर पर 7-8 कमरे बनाए गए हैं। इस तरह संघ के एक टावर में 80 से 90 के बीच कमरे होंगे। आपको बता दें कि पिछले 8 सालों से पुराने कार्यालय को तोडक़र नया कार्यालय बनाया जा रहा था। इस दौरान कार्यालय को दिल्ली स्थित उदासीन आश्रम, आरामबाग में शिफ्ट किया गया था। 2016 में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने इस नए भवन का शिलान्यास किया था। बता दें मौजूदा समय में संघ का मुख्यालय महाराष्ट्र के नागपुर में स्थित है, जो इस नए कार्यालय के मुकाबले इतना आधुनिक और बड़ा नहीं है।

12 मंजिला है पहला टावर

पहला टावर करीब 12 मंजिला है। इस टॉवर में  RSS के प्रकाशन विभाग, मुखपत्र ऑर्गनाइजर और पांचजन्य का ऑफिस और एक बड़ा ऑडिटोरियम होगा। इस टॉवर में संघ के कई अनुसांगिक संगठनों का दफ्तर और एक फ्लोर विश्व संवाद विभाग का होगा। आपको बता दें कि विश्व संवाद विभाग  RSS के मुद्दों पर प्रचार प्रसार का काम देखता है। इस कार्यालय में पहली बार संघ के प्रचार विभाग के लिए भी अलग से कक्ष होगा, जहां से संघ से जुड़ी जानकारी मिल सकेगी।

दूसरा टावर सबसे खास

बताया जा रहा है कि दूसरे टावर में ऊपर की चार मंजिलें संघ के बड़े पदाधिकारियों के लिए है। इसके सबसे ऊपर वाली मंजिल पर संघ के सरसंघचालक के ठहरने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा 9वें, 10वें और 11वें फ्लोर पर संघ के टॉप के पदाधिकारियों के कमरे होंगे। आपको बता दें कि हर फ्लोर पर 7-8 कमरे बनाए गए हैं।

RSS के मुख्यालय में है बहुत कुछ खास

संघ सूत्रों के मुताबिक, करीब 2.5 एकड़ में बने 'केशवकुंज' को अब आधुनिक और अधिक बड़ा बनाया गया है। इसमें कुल 13 लिफ्ट हैं। पहले और दूसरे टावर में 5-5 लिफ्ट लगाई गई हैं। वहीं, तीसरे टावर में तीन लिफ्ट हैं। दूसरे और तीसरे टावर के बीच में एक बड़ा मैदान है, जिसमें संघ के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार की मूर्ति लगाई गई है। बताया जा रहा है दो फ्लोर संघ के दिल्ली प्रांत को दिए जाएंगे।

20 बेड का अस्पताल, पार्किंग और भी बहुत कुछ

संघ सूत्रों के अनुसार, 'केशवकुंज' में लगभग 20 बेड का एक अस्पताल बनाया गया है, जिसमें एक लैब भी है। इस लैब में बेसिक जांच के उपकरण होंगे। इसमें एक योग कक्ष भी, जहां व्यायाम के आधुनिक उपकरण भी होंगे। इस नए कार्यालय में एक पार्किंग बनाई गई है, जहां 200 से ज्यादा गाडिय़ों खड़ी हो सकेंगी। 'केशवकुंज' में सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं। इस कार्यालय में सुरक्षा का भी खास इंतजाम किया गया है। संघ कार्यालय की सुरक्षा की जिम्मेदारी CISF के पास है। 'केशवकुंज' में एक सामग्री भंडार केंद्र भी खोला जाएगा।  यहां स्वयंसेवक के गणवेश से लेकर संघ से जुड़ी हर एक चीज मिल सकेगी। जल्दी ही वह दिन आने वाला है जब  RSS के राष्ट्रीय मुख्यालय का पता नागपुर से बदलकर दिल्ली में हो जाएगा। RSS 

ओ माय गॉड : सपने में आए भगवान

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।