Tuesday, 16 April 2024

Dadri Land Scam Exclusive-‘चिटहेरा’ घोटाला अब जाएगा हाईकोर्ट

आर.पी. रघुवंशी दादरी/नोएडा। चिटहेरा गांव में हुए प्रदेश के सबसे बड़े भूमि घोटाले (Dadri Land Scam) की गूंज जल्द ही…

Dadri Land Scam Exclusive-‘चिटहेरा’ घोटाला अब जाएगा हाईकोर्ट

आर.पी. रघुवंशी

दादरी/नोएडा। चिटहेरा गांव में हुए प्रदेश के सबसे बड़े भूमि घोटाले (Dadri Land Scam) की गूंज जल्द ही हाईकोर्ट तक सुनाई देगी। अफसरों-भूमाफियाओं एवं राजनेताओं के गठजोड़ से हुए इस घोटाले की सीबीआई से जांच कराने की मांग करते हुए हाईकोर्ट (Highcourt) में एक याचिका दायर की जाएगी। जिले का एक प्रमुख सामाजिक संगठन याचिका के लिए आवश्यक दस्तावेज एकत्र कर रहा है।

सब जानते हैं कि चिटहेरा गांव में उत्तर प्रदेश (Chithara Village in Uttar Pradesh) का सबसे बड़ा भूमि घोटाला (Dadri Land Scam) हुआ है। इस गांव में स्थित 700 बीघे से अधिक सरकारी जमीन की खुली लूट हुई है। वर्ष-1976 से चल रही इस लूट में 300 करोड़ रूपए से अधिक का मुआवजा भी हड़प लिया गया है। इस प्रकरण को धरातल पर अंजाम देने वाला कुख्यात भू-माफिया यशपाल तोमर (Yashpal Tomar) उत्तराखंड की जेल में है।

पिछले लम्बे अर्से से ‘चेतना मंच’ इस प्रकरण की परत-दर-परत पोल खोल रहा है। ‘चेतना मंच’ की टीम का स्पष्ट मत है कि इस मामले में अभी भी ‘खेला’ चल रहा है। (देखें चेतना मंच का कल का अंक) इस पूरे प्रकरण में दादरी तहसील के छोटे अधिकारियों से लेकर जिले के अपर जिलाधिकारी तथा मंडल के कमिश्नर तक दोषी हैं। इन 7-8 अधिकारियों के साथ ही अनेक सफेद पोश भी इस अवैध धंधे में शामिल रहे हैं। इन सफेदपोशों में गांव के पूर्व प्रधानों, पूर्व ब्लॉक प्रमुखों से लेकर सत्तारूढ दल भाजपा के बड़े नेता तक शामिल हैं।

जिला प्रशासन की पहल पर इस मामले में दादरी थाने पर दो एफआईआर दर्ज हुई हैं। दुर्भाग्य से दोनों ही एफआईआर ‘मैनेज्ड’ हैं। एक भी एफआईआर में इस लूट में प्रत्यक्ष तौर पर दोषी रहे अधिकारियों, कर्मचारियों व माफिया यशपाल तोमर को संरक्षण देने वाले नेताओं का जिक्र तक नहीं है। यह अलग बात है कि पुलिस यदि सख्ती से जांच करे तो एफआईआर में लिखी गई तहरीर से कडिय़ां जोड़ी जा सकती हैं।

यह मामला यूं ही छोटे-मोटे अपराधी को जेल भेजकर दबा ना दिया जाए। इस बात से चिंतित एक सामाजिक संगठन ने पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई से कराने की मांग की हैं। संगठन के कर्ताधर्ता एक व्यापक याचिका के साथ इस मामले को हाईकोर्ट में ले जा रहे हैं। इस संगठन के एक पदाधिकारी ने ‘चेतना मंच’ से कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है। इससे हमारे जनपद खासतौर से दादरी (Dadri) का नाम बदनाम हुआ है। इस मामले का एक-एक दोषी पकड़ा जाए। इसके लिए संगठन जहां-जहां भी लडऩा पड़ेगा जरूर लड़ाई लड़ेगा।

इस बीच इस मामले की एफआईआर में नामित किए गए तीन संदिग्धों के तार उत्तराखंड (Uttarakhand) के दो आईएएस अधिकारियों व एक आईपीएस अधिकारी से जुड़ रहे हैं। यह कनेक्शन जुडऩे से उत्तराखंड में भी यह प्रकरण चर्चा का विषय बन गया है।

जानकार सूत्रों का दावा है कि नामजद किए गए के.एम. संत (K M Saint)उर्फ खचेरमल उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के बेहद करीबी आईएएस अधिकारी के पिता हैं। इसी प्रकार गिरीश वर्मा के पुत्र भी उत्तराखंड सरकार के प्रभावशाली अफसर आईएएस अधिकारी हैं। एक और आरोपी श्रीमती सरस्वती देवी उत्तराखंड में ही तैनात आईपीएस अफसर की पत्नी हैं। उत्तराखंड में यह मामला मीडिया की मुख्य सुर्खियां बटोर रहा है।

उत्तराखंड के अफसर घिरे

इस बीच इस मामले की एफआईआर में नामित किए गए तीन संदिग्धों के तार उत्तराखंड के दो आईएएस अधिकारियों व एक आईपीएस अधिकारी से जुड़ रहे हैं। यह कनेक्शन जुडऩे से उत्तराखंड में भी यह प्रकरण चर्चा का विषय बन गया है।

Dadri Land Scam- चिटहेरा भूमि घोटाले में जारी है खेला

जानकार सूत्रों का दावा है कि नामजद किए गए के.एम. संत उर्फ खचेरमल उत्तराखंड के मुख्यमंत्री (Chief minister of Uttarakhand) के बेहद करीबी आईएएस अधिकारी के पिता हैं। इसी प्रकार गिरीश वर्मा (Girish Verma) के पुत्र भी उत्तराखंड सरकार के प्रभावशाली अफसर आईएएस अधिकारी हैं। एक और आरोपी श्रीमती सरस्वती देवी उत्तराखंड में ही तैनात आईपीएस अफसर की पत्नी हैं। उत्तराखंड में यह मामला मीडिया की मुख्य सुर्खियां बटोर रहा है।

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