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Mahesh Sharma Security Breach: सांसद महेश शर्मा की सुरक्षा में चूक मामले में 2 दिन बाद भी दर्ज नहीं हुई FIR

Mahesh Sharma

Mahesh Sharma

Noida News : नोएडा/जेवर। सत्तारूढ़ पार्टी के सांसद महेश शर्मा (Mahesh Sharma) की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में दो दिन बाद भी पुलिस ने रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज नहीं की है। इस प्रकरण में पुलिस लगभग लीपापोती में लगी हुई है। जिले के नागरिक सवाल पूछ रहे हैं कि जब सांसद तक के मामले में एफआईआर नहीं लिखी जा रही है फिर भला आम जनता के मामलों का क्या होगा?

सर्वविदित है कि रविवार की शाम को जेवर के प्राचीन दाऊजी मंदिर में भगवान परशुराम की जयंती का समारोह चल रहा था। इस आयोजन के मुख्य अतिथि पूर्व केन्द्रीय मंत्री व सांसद डा. महेश शर्मा (Mahesh Sharma) थे। कार्यक्रम जब समाप्त होने ही वाला था तो एक बमनुमा चीज कार्यक्रम के टेंट के ऊपर आकर गिरी और टेंट में आग लग गयी। इस घटना से वहां अफरा-तफरी मच गयी और कार्यक्रम समाप्त कर दिया गया। समारोह के आयोजकों, भाजपा नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने इस घटना को सुरक्षा में भारी चूक की संज्ञा दी। उनका कहना था कि यदि वह बमनुमा चीज किसी के सिर अथवा दूसरे अंग पर गिर जाता तो ना जाने क्या हो जाता।

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इस पूरे घटनाक्रम की लिखित तहरीर रविवार देर रात में ही जेवर थाने में दी गयी। इस तहरीर पर भगवान श्री परशुराम युवा सेवा समिति के अध्यक्ष शिवकुमार शर्मा एवं महासचिव हेमन्त कुमार के हस्ताक्षर हैं। इस तहरीर को थाने में दिए हुए दो दिन हो गए हैं। पुलिस ने अब तक एफआईआर दर्ज नहीं की है। केवल तहरीर की एंट्री रोजनामचे में करने की मामूली सी औपचारिकता निभाई है। भाजपा नेता, कार्यकर्ता एवं आम नागरिक इस प्रकरण में पुलिस के रवैये पर गंभीर सवाल उठा रहे हैं।

भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब सत्तारूढ दल के पूर्व केन्द्रीय मंत्री व सांसद (Mahesh Sharma) की सुरक्षा के मामले में एफआईआर तक दर्ज नहीं हो रही है फिर भला आम जनता का क्या हाल होगा। जरा-जरा से मामलों को बड़ा-बड़ा दर्शाकर वाह-वाही लूटने वाली नोएडा कमिश्नरी की पुलिस इस मामले में सामान्य मर्यादा भी भूल गयी है। इन लोगों का कहना है कि सांसद डा. महेश शर्मा को केन्द्र सरकार ने वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान कर रखी है। ऐसे संवेदनशील मामले में हुई सुरक्षा चूक बेहद गंभीर मामला है। पुलिस को इस मामले में तुरन्त सख्त कार्यवाही करनी चाहिए। इस मुददे पर विभिन्न सामाजिक संगठन भी कार्यवाही की लगातार मांग कर रहे हैं।

सच्चाई बताएं: सक्सेना
नोएडा लोकमंच नामक प्रसिद्ध सामाजिक संस्था के महासचिव महेश सक्सेना ने गौतमबुद्धनगर के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह को पत्र लिखकर इस पूरे प्रकरण की सच्चाई जनता के सामने रखने की मांग की है। श्री सक्सेना ने कहा है कि यह एक बेहद गंभीर प्रकरण है। इस हादसे में सांसद डा. महेश शर्मा या किसी दूसरे की जान भी जा सकती थी। मामले में त्वरित कार्यवाही करते हुए पूरी सच्चाई जनता के सामने रखी जानी चाहिए।

पार्टी नेतृत्व को बता दिया: डा. महेश
इस विषय में पूछे जाने पर सांसद डा. महेश शर्मा (Mahesh Sharma) ने बताया कि उन्होंने पूरे मामले की विस्तृत जानकारी पार्टी के नेतृत्व को दे दी है। आवश्यक सलाह-मशविरा करने के बाद पत्र लिखकर पूरी जानकारी माननीय लोकसभा अध्यक्ष को भी जल्द ही दे दूंगा।

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भाजपाईयों में आक्रोश
डा. महेश शर्मा की सुरक्षा में हुई चूक पर भाजपा नेताओं में व्यापक आक्रोश है। भाजपा नेता एवं पंचायती राज प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक पं. लोकमन प्रधान ने इस विषय में कहा है कि यह बड़ी गंभीर चूक है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की गहनता से जांच होनी चाहिए। पं0 लोकमन प्रधान ने कहा कि जिस स्थान पर यह घटना घटित हुई वहां पर सांसद, एक विधायक समेत बड़ी संख्या में आम नागरिक भी मौजूद थे।

भाजपा नेता अनिल पंडित ने मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि डा. महेश शर्मा की बढ़ती हुई लोकप्रियता से कुछ लोग परेशान हैं। इसीलिए ऐसी घटना की गयी। अनिल पंडित ने कहा कि सांसद के कार्यक्रम में ऐसी घटना घटित होना कोई छोटी घटना नहीं है।

भाजपा कार्यकर्ता रवि पंडित ने घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधिकारी त्वरित जांच करें तथा दोषीजनों के खिलाफ सख्त कार्यवाही हो जिससे इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो। भाजपा के जिलाध्यक्ष पं. मुकेश प्रधान ने कहा कि पुलिस घटना की बड़ी धीमी गति से जांच कर रही है। जांच में तेजी लानी होगी। उन्होंने कहा कि सांसद डा. महेश शर्मा को क्षति पहुंचाने की नीयत से ऐसी घटना को अंजाम दिया गया।

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