Greater Noida News : उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। खबर ये है कि कंपनी के जीएसटी शुल्क को सरकारी कोष में जमा कराने के बजाय हड़पने के आरोप में एक सीए के खिलाफ थाना सूरजपुर में मुकदमा दर्ज कराया गया है। कंपनी मालिक का आरोप है कि सीए ने फर्जीवाडा करते हुए 62,32,105 रुपए का गबन कर लिया है।
क्या है पूरा मामला?
सरस्वती अपार्टमेंट दादरी में रहने वाले सुजीत सिंह ने बताया कि, वह तेज कंटेनर सर्विसेज कंपनी का मालिक है। कंपनी में कंटेनरों की सर्विस का काम किया जाता है। वर्ष 2020 के अगस्त माह में शशांक सिंह राजपूत उनके कार्यालय में आए और बताया कि वह पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। उनकी आरकेएस इंश्योरेंस एडवाइजर नाम की कंपनी है जिसका कार्यालय लक्ष्मीनगर दिल्ली में है। उन्होंने कंपनी को अपनी सेवाएं देने का प्रस्ताव रखा। सुजीत सिंह के मुताबिक उन्होंने 10000 प्रति माह के वेतन पर उन्हें अपना सीए नियुक्त कर लिया।
लाखों रुपये किए गबन
कार्यालय रिकॉर्ड का निरीक्षण करके शशांक सिंह राजपूत प्रतिमा जीएसटी शुल्क की डिमांड भेज देते थे उनके डिमांड पर प्रार्थी द्वारा उक्त धनराशि उन्हें बैंक खाते में भेज दी जाती थी। 6 अगस्त 2020 से 23 सितंबर 2021 तक उनके खाते में जीएसटी शुल्क जमा करने के लिए 6232105 रुपए ट्रांसफर किए गए। अक्टूबर माह में उन्होंने जीएसटी के लिए कोई डिमांड नहीं भेजी और ना ही सैलरी की मांग की। इस पर उन्हें शक हुआ। उन्होंने जब शशांक सिंह राजपूत के नंबर पर कॉल की तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की। इसके बाद उन्होंने कंपनी में नए सीए की नियुक्ति कर ऑडिट कराया। ऑडिट के दौरान पता चला कि जीएसटी शुल्क के रूप में भेजी गई 62 लाख 325 रुपए की धनराशि सरकारी कोष में जमा करने के बजाय शशांक सिंह राजपूत ने उसे गबन कर लिया है।
मामले को लेकर पुलिस ने क्या कहा? Greater Noida News
इस मामले को लेकर थाना सूरजपुर प्रभारी ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और इसकी जांच-पड़ताल की जा रही है
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