Monday, 7 April 2025

जेवर में एयरपोर्ट संचालन के साथ ही उड़ान भरेंगी जमीन की कीमतें

Greater Noida News : नोएडा के जेवर एयरपोर्ट के व्यावसायिक संचालन के साथ यमुना सिटी के भूखंड की कीमतें भी…

जेवर में एयरपोर्ट संचालन के साथ ही उड़ान भरेंगी जमीन की कीमतें

Greater Noida News : नोएडा के जेवर एयरपोर्ट के व्यावसायिक संचालन के साथ यमुना सिटी के भूखंड की कीमतें भी उड़ान भरने वाली हैं। जेवर एयरपोर्ट के तीसरे और चौथे चरण में मुआवजे में 30 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी का भार कम करने के लिए यमुना प्राधिकरण अब आवासीय, कॉमर्शियल और औद्योगिक श्रेणी के भूखंडों की दरें डेढ़ गुना तक बढ़ाने की तैयारी में है। फरवरी में प्रस्तावित प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में यमुना सिटी की नई कीमतों पर मुहर लग जाएगी।

जमीन की नई कीमतें लागू करने की तैयारी

यमुना प्राधिकरण पहली अप्रैल 2025 से जमीन की नई कीमतें लागू करने की तैयारी में है। इसके लिए सभी विभागों ने आवासीय, व्यावसायिक और औद्योगिक के साथ ही संस्थागत, स्कूल सहित अन्य गतिविधियों के लिए जमीन की उपलब्धता की रिपोर्ट मांगी गई है। इस बार सभी श्रेणी की जमीनों की कीमत 25 से 30 फीसदी तक बढ़ाने की तैयारी है। वर्तमान में यमुना सिटी में आवासीय भूखंड की कीमत 25900 रुपये वर्गमीटर की दर से आवंटित की जाती है। सबसे ज्यादा बढ़ोतरी आवासीय श्रेणी में करने की तैयारी है और इसे 32 से 34 हजार रुपये प्रति वर्गमीटर तक किए जाने की तैयारी है। ऐसे ही अन्य श्रेणी के जमीन की कीमतें भी तय की जा रही हैं।

जमीन अधिग्रहण के लिए किसानों की सूची तैयार

एयरपोर्ट के तीसरे और चौथे चरण के जमीन अधिग्रहण के लिए किसानों की सूची तैयार कर ली गई है। इन चरणों में 40 हजार किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इसके तहत 14 गांव की जमीन चिन्हित की गई है। किसानों को मुआवजे के तौर पर 10 हजार करोड़ रुपये दिए जाने की योजना बनाई गई है। मुआवजे की नई कीमतें तय होने के बाद अब प्राधिकरण पर करीब तीन हजार करोड़ रुपये का बोझ बढ़ गया है। इसके साथ ही एयरपोर्ट के व्यावसायिक संचालन से पहले ही यमुना सिटी में ग्रुप हाउसिंग, व्यावसायिक से लेकर औद्योगिक और अन्य गतिविधियों के लिए जमीन की मांग बढ़ी है। अहम यह है कि अमेरिका की बड़ी कंपनी ने अमेरिकन सिटी की परिकल्पना के साथ 100 एकड़ जमीन के लिए 32 करोड़ प्राधिकरण को दे दिया हैं। जमीन की बढ़ती मांग और मुआवजे के बोझ से बचने के लिए प्राधिकरण अब जमीन की बढ़ी कीमतों से भरपाई करेगा। Greater Noida News

10 हजार वर्गमीटर तक की अलग-अलग दरें

प्राधिकरण की ओर से वर्तमान में अलग अलग श्रेणी के भूखंड के लिए अलग अलग आकार के भूखंड की कीमत निर्धारित करता है। इसमें चार हजार से 10 हजार वर्गमीटर तक के भूखंड आंवटित किए जाते हैं। भूखंड के आकार बढ़ने के साथ ही कीमतें भी कम हो जाती है। जैसे वर्तमान में चार हजार वर्गमीटर तक के औद्योगिक भूखंड 14240 रुपये प्रति वर्गमीटर में है और चार हजार वर्ग मीटर से आठ हजार वर्ग मीटर तक होते ही 12130 रुपये प्रति वर्गमीटर हो जाता है। 80 हजार वर्गमीटर भूखंड के लिए प्राधिकरण 8670 रुपये प्रतिवर्ग मीटर की दर से पैसा लेता है। Greater Noida Newsv

पांच साल में बढ़ीं 40 फीसदी कीमतें

पिछले पांच सालों में इस क्षेत्र में जमीन की कीमतों में 40 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है। वहीं वर्ष 2030 तक यहां की जमीन की कीमतों में और 50 फीसदी बढ़ोतरी का अनुमान है। यहां की जमीन में इजाफे का प्रमुख कारण नोएडा एयरपोर्ट के साथ-साथ मेट्रो ट्रेन के एक्सपेंशन और थीम बेस्ड सिटी प्रोजेक्ट्स जैसे प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर की वजह से जमीन की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। Greater Noida News

पिछले वर्ष 10% बढ़ाई गई थीं दरें, हुआ था मुनाफा

यमुना प्राधिकरण ने मार्च 2024 में हुई बोर्ड बैठक में जमीन की कीमतों में 10 फीसदी की बढ़ोतरी की थी। एक अप्रैल 2024 से लागू कीमतों के बाद प्राधिकरण ने बड़ा मुनाफा प्राप्त किया था। विश्वंभर बाबू, महाप्रबंधक (वित्त), यमुना प्राधिकरण ने बताया कि मुआवजे की दर 35 फीसदी तक बढ़ 6 चुकी है। इसी औसत से नई दर का हम जमीन की प्रस्ताव तैयार कर रहे हैं। हम अनुमोदन के लिए बोर्ड में प्रस्ताव लाएंगे। जैसा निर्णय होगा वैसा अमल करेंगे।

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