Sunday, 29 December 2024

जेवर एयरपोर्ट पर दिखेगी आधुनिक काशी की झलक, एयरपोर्ट से अप्रैल 2025 से शुरू हो जाएंगी पैसेंजर उड़ानें

Jewar Airport :  ग्रेटर नोएडा के पास जेवर में बनाये जा रहे जेवर एयरपोर्ट (नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट) में उत्तर प्रदेश…

जेवर एयरपोर्ट पर दिखेगी आधुनिक काशी की झलक, एयरपोर्ट से अप्रैल 2025 से शुरू हो जाएंगी पैसेंजर उड़ानें

Jewar Airport :  ग्रेटर नोएडा के पास जेवर में बनाये जा रहे जेवर एयरपोर्ट (नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट) में उत्तर प्रदेश की संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। जेवर एयरपोर्ट के निर्माण का काम 70 प्रतिशत पूरा हो चुका है और जेवर एयरपोर्ट से अप्रैल 2025 में पैसेंजर उड़ानें शुरू कर दी जाएंगी।

आ गई एयरपोर्ट पर उड़ानों की तारीख

जेवर एयरपोर्ट (नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट) का निर्माण कर रही कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ क्रिस्टोफ़ श्नेलमैन ने बताया कि ज़ेवर एयरपोर्ट से पैसेंजर पलाइट इस वर्ष सितंबर से शुरू होनी थी जो कि ज़ेवर एयरपोर्ट के निर्माण में देरी के बीच शुरू नहीं हो पाएगी। चेतना मंच के संवाददाता ने जब ज़ेवर एयरपोर्ट का विकास कर रही कंपनी के CEO क्रिस्टोफ़ श्नेलमैन से बात की तो उन्होंने बताया कि ज़ेवर एयरपोर्ट से पैसेजर फ्लाइट का संचालन अप्रैल 2025 के अंत तक शुरू हो जाएगा।

क्रिस्टोफ ने बताया कि एयरपोर्ट का निर्माण 4 चरणों में किया जाएगा जिसमे पहले चरण का काम 70 प्रतिशत पूरा हो चुका है। उन्होंने बताया कि पहले चरण में हवाई अड्डे में एक रनवे, एक टर्मिनल और 12 मिलियन यात्री हैंडलिंग क्षमता होगी। सितंबर में इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग स्येस्टम के लिये कैलिब्रेशन उड़ाने देखने की उम्मीद है। हमने यात्री टर्मिनल के लिए जो डिजाइन चुना है उसमे समृद्ध वास्तुकला विरासत को शामिल किया गया है। कार्गो टर्मिनल और मल्टी मॉडल कार्गो हब पर विकास कार्य भी पूरे जोरों पर है। इसके संचालन होने के बाद 1 लाख टन से अधिक कार्गो की क्षमता हो जाएगी।

एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट

जेवर एयरपोर्ट के निर्माण से जुड़ी कंपनी ने बुधवार को मीडिया के सामने ज़ेवर एयरपोर्ट के निर्माण से जुड़ा पॉवर प्वाइंट पेश किया। YIAPL की चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर किरण जैन ने बताया कि ज़ेवर एयरपोर्ट एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा।एयरपोर्ट को पहले फेज में 1334 हेक्टेयर में 12 मिलियन कैपेसिटी के साथ एयरपोर्ट जल्द शुरू होगा। एयरपोर्ट पर पैसेंजर टर्मिनल,ATC और रनवे का काम लगभग पूरा हो चुका है। रनवे पर लाइटिंग का काम भी लगभग पूरा हो चुका है। दिसंबर 2024 में फ्लाइट की ट्रायल और टेस्टिंग की जाएगी और अप्रैल 2025 में एयरपोर्ट पैसेंजर फ़्लडलाइट्स की उड़ानों के लिए तैयार हो जाएगा। उड़ानों के लिए अकासा और इंडिगो एयरलाइन से MOU बॉण्ड भी साइन हो चुका है।

जेवर एयरपोर्ट पर यूपी हेरिटेज की दिखेगी झलक

किरण जैन ने जेवर हवाई अड्डे के निर्माण मे सबसे बड़ी बात है कि एयरपोर्ट भारतीय संस्कृति का साक्षी बनेगा। ज़ेवर एयरपोर्ट के मुख्य द्वार को बनारस घाट की तरह विकसित किया जा रहा है। किरण जैन ने बताया कि बनारस के घाट को और मॉडर्न तरीक़े से डेवलप कर मुख्य द्वार पर प्रदर्शित किया जाएगा। इसके साथ ही एयरपोर्ट पर बनाए जा रहे फूड कोर्ड में भी उत्तर प्रदेश की संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी।

डिजिटल होंगी सारी सुविधाएं Jewar Airport

निर्माणधीन जेवर एयरपोर्ट डिजिटल सुविधाओं से लैस होगा। ज़ेवर एयरपोर्ट से यात्रा करने वाले लोगों को टिकट का प्रिंट या कोई और दस्तावेज की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। एयरपोर्ट की वेबसाइट के ज़रिए ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि यात्रियों को अपने मोबाइल पर ही सारी सुविधाएं मिल जाये। एयरपोर्ट में सेल्फ बैग ड्राप और सेल्फ बोर्डिंग की सुविधा भी होगी। यह इनोवेशन एयरपोर्ट के यूजर फ्रेंडली इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ यात्रियों को सहज यात्रा का अनुभव देगा।

कैलिब्रेशन फ्लाइट्स से होगी नेविगेशन व रनवे आदि की जांच

जेवर एयरपोर्ट का विकास कर रही कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल (एजी) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। YIAPLकी चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर किरण जैन ने बताया कि इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (115) के लिए कैलिब्रेशन फ्लाइट्स सितंबर और अक्टूबर में होने की उम्मीद है। ये उड़ाने एयरपोर्ट अथॉर्टी ऑफ इंडिया (एएआई) द्वारा संचालित की जाती है। कैलिब्रेशन फ्लाइट्स नेविगेशन एंड रनवे पर लाइट की व्यवस्था और एबरस्पेस के प्रशिक्षण के लिए होती है। कॉमर्शियल फ्लाईट्स को चलाने से पहले कैरिवेशन फ्लाइट टेस्ट किया जाता है।

DGCA जारी करेगी लाइसेंस

यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड की चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर किरण जैन ने एयरपोर्ट परियोजना स्थल पर चेतना मंच के संवाददाता को बताया कि दिसंबर में, एप्रोच और डिपार्चर प्रक्रियाओं के लिए वैलिडेशन फ्लाइट्स एक निजी वाहक द्वारा संचालित की जाएंगी। एक बार ये उड़ाने सफलतापूर्वक पूरी हो जाने के बाद, ऑपरेटर दिसंबर में एयरोड्रम लाइसेंस के लिए आवेदन करेगा। एयरोड्रम लाइसेंस डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) द्वारा जारी किया जाता है। Jewar Airport

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