BPCL ने अपने स्थापना दिवस पर ग्राहकों के लिए शानदार ऑफर पेश किया, मिलेगा मुफ्त पेट्रोल

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calendar29 Nov 2025 09:04 PM
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Great Offer : भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड BPCL ने अपने स्थापना दिवस के अवसर पर ग्राहकों के लिए एक शानदार ऑफर पेश किया है। इस ऑफर के तहत, दोपहिया वाहन चालकों को 75 रुपये का मुफ्त पेट्रोल मिल सकता है। यह ऑफर 28 फरवरी 2025 तक उपलब्ध रहेगा। अगर आप इस ऑफर का लाभ उठाना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए आसान चरणों का पालन करें।

कैसे मिलेगा 75 रुपये का फ्री पेट्रोल?

1. इंजन ऑयल खरीदें - इस ऑफर का लाभ उठाने के लिए आपको BPCL पेट्रोल पंप से 'MK 4T' इंजन ऑयल का कम से कम एक पैक खरीदना होगा। 2. इंस्टेंट फ्री पेट्रोल प्राप्त करें - इंजन ऑयल खरीदते ही आपको तुरंत 75 रुपये का मुफ्त पेट्रोल दिया जाएगा। - यह पेट्रोल आपको उसी पेट्रोल पंप पर दिया जाएगा, जहां से आपने इंजन ऑयल खरीदा है। 3. इंजन ऑयल फ्री में बदलवाएं - अगर आप चाहें, तो BPCL पेट्रोल पंप पर ही अपने वाहन का इंजन ऑयल मुफ्त में बदलवा सकते हैं। - इससे न सिर्फ आपके वाहन की परफॉर्मेंस बेहतर होगी, बल्कि आपको इंजन ऑयल खरीदने का अतिरिक्त फायदा भी मिलेगा। 4. दफ कोड स्कैन करें और 1,000 रुपये तक का कैशबैक पाएं - इंजन ऑयल के पैक पर एक दफ कोड दिया गया होगा। - इस दफ कोड को पेट्रोल पंप पर मौजूद कर्मचारी स्कैन करेगा। - दफ कोड स्कैन करने के बाद आपको 1,000 रुपये तक का कैशबैक जीतने का मौका मिल सकता है।

इस ऑफर की मुख्य शर्तें

- इस ऑफर में भाग लेने के लिए आपकी आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए। - BPCL के कर्मचारी, डीलर्स, डिस्ट्रिब्यूटर्स, उनके कर्मचारी और परिजन इस ऑफर का लाभ नहीं उठा सकते। - जिन राज्यों या केंद्र शासित प्रदेशों में इस तरह के ऑफर पर कानूनी पाबंदी है, वहां यह ऑफर मान्य नहीं होगा। - एक मोबाइल नंबर से इस ऑफर का लाभ केवल एक बार उठाया जा सकता है। - भारत पेट्रोलियम आपके मोबाइल नंबर का उपयोग भविष्य में अन्य ऑफर्स की जानकारी देने के लिए कर सकता है।

BPCL का यह ऑफर क्यों खास है?

महंगाई के इस दौर में पेट्रोल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। ऐसे में भारत पेट्रोलियम का यह ऑफर दोपहिया वाहन चालकों के लिए एक शानदार मौका है। आपको न सिर्फ 75 रुपये का फ्री पेट्रोल मिलेगा, बल्कि इंजन ऑयल खरीदने पर आपका वाहन भी बेहतर प्रदर्शन करेगा। इसके अलावा, दफ कोड स्कैन करके 1,000 रुपये तक का कैशबैक जीतने का अवसर भी है।

इस ऑफर का लाभ कहां और कैसे उठाएं?

अगर आप इस ऑफर का लाभ उठाना चाहते हैं, तो 28 फरवरी 2025 से पहले अपने नजदीकी BPCL पेट्रोल पंप पर जाएं। वहां इंजन ऑयल खरीदें और तुरंत 75 रुपये का फ्री पेट्रोल प्राप्त करें। दफ कोड स्कैन करना न भूलें, ताकि आपको 1,000 रुपये तक का कैशबैक पाने का मौका मिल सके।अगर आप पेट्रोल की बढ़ती कीमतों से परेशान हैं, तो यह ऑफर आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। जल्दी करें, क्योंकि यह ऑफर सिर्फ 28 फरवरी 2025 तक ही उपलब्ध है!

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अमेरिका ने चार भारतीय कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध, जानें क्या है वजह

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Restricted Companies
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 02:35 AM
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Restricted Companies : अमेरिकी विदेश विभाग ने ईरान के पेट्रोलियम और पेट्रोकेमिकल उद्योग से जुड़े 16 संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाए हैं, जिनमें चार भारतीय कंपनियाँ शामिल हैं। ये प्रतिबंध ईरान के तेल व्यापार को सीमित करने और उस पर दबाव बनाने के उद्देश्य से लगाए गए हैं। हालांकि भारत सरकार पहले ही कह चुकी है कि वह ईरान से अपनी सुविधा के अनुसार और अपने हित में तेल का व्यापार जारी रखेगी। प्रतिबंधित भारतीय कंपनियाँ 1. आॅस्टिनशिप मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड 2. बीएसएम मरीन एलएलपी 3. कॉसमॉस लाइन्स इंक 4. फ्लक्स मैरीटाइम एलएलपी

ईरान को नुकसान पहुंचाने को अमेरिकी कार्रवाई

अमेरिकी वित्त विभाग के अनुसार, ये कंपनियाँ ईरान के तेल और पेट्रोकेमिकल उत्पादों के व्यापार में शामिल थीं, जिससे ईरान को आर्थिक लाभ हो रहा था। इस कदम का उद्देश्य ईरान के अवैध शिपिंग नेटवर्क को बाधित करना है, जो एशिया में खरीदारों को ईरानी तेल बेचने का प्रयास कर रहा था। हालांकि इन कंपनियों का कहना है कि हम तेल और पेट्रोकेमिकल उत्पादों का ईरान से लीगल आधार पर खरीद करते हैं।

व्यापार का फायदा ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम के लिए कर रहा

अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि इस व्यापार से प्राप्त राजस्व का उपयोग ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम, बैलिस्टिक मिसाइल विकास, और आतंकवादी समूहों के समर्थन के लिए कर रहा है, जिससे क्षेत्रीय स्थिरता को खतरा है। इसलिए, अमेरिका ने इन कंपनियों और व्यक्तियों पर प्रतिबंध लगाकर ईरान के तेल उद्योग पर दबाव बढ़ाने का प्रयास किया है।

चीन जैसे देश अमेरिकी प्रतिबंधों को मान्यता नहीं देते

यह कार्रवाई अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य ईरान की तेल निर्यात को शून्य पर लाना और उसके परमाणु एवं मिसाइल कार्यक्रमों के लिए धन की आपूर्ति को रोकना है। हालांकि, चीन जैसे देश अमेरिकी प्रतिबंधों को मान्यता नहीं देते, जिससे ईरान को अभी भी कुछ राजस्व प्राप्त हो रहा है।

इससे पहले भी अमेरिका लगा चुका है प्रतिबंध

इससे पहले भी, दिसंबर 2024 में, अमेरिका ने ईरान के तेल परिवहन में शामिल 35 कंपनियों और जहाजों पर प्रतिबंध लगाए थे, जिनमें भारत की दो कंपनियाँ, विजन शिप मैनेजमेंट एलएलपी और टाइटशिप शिपिंग मैनेजमेंट (ओपीसी) प्राइवेट लिमिटेड शामिल थीं। इन प्रतिबंधों का उद्देश्य ईरान के तेल राजस्व को कम करना और उसके परमाणु कार्यक्रम को वित्तीय सहायता से वंचित करना था। अभी तक अमेरिका के प्रतिबंधों का असर ईरान पर साफ तौर पर कुछ भी नहीं दिख रहा है। अमेरिकी सरकार ने स्पष्ट किया है कि वह ईरान के अवैध तेल व्यापार को रोकने के लिए सभी उपलब्ध साधनों का उपयोग करेगी, ताकि क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

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विदेशी निवेशकों की बिकवाली का सिलसिला जारी, जानें कारण

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Stock Market :
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userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 10:57 AM
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Stock Market : भारतीय शेयर बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) की बिकवाली का सिलसिला फरवरी 2025 में भी जारी है। फरवरी के पहले दो सप्ताह में, FPI ने भारतीय शेयर बाजारों से 21,272 करोड़ रुपये की निकासी की है, जिससे इस वर्ष की कुल निकासी लगभग 99,299 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। ट्रंप के सत्ता संभालने के बाद से ही निवेशकों में अनिश्चिता की भावना पैदा होने और आयात पर नए शुल्क लगाए जाने के कारण विदेशी निवेशकों ने शेयर मार्केट से निकासी का रास्ता चुना है।

बिकवाली के पीछे वैश्विक और घरेलू कारकों का मिश्रण

इस बिकवाली के पीछे प्रमुख कारण वैश्विक और घरेलू कारकों का मिश्रण है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा इस्पात और एल्युमीनियम आयात पर नए शुल्क लगाए जाने से वैश्विक व्यापार में तनाव बढ़ा है, जिससे निवेशकों में अनिश्चितता की भावना पैदा हुई है। घरेलू मोर्चे पर, कंपनियों के उम्मीद से कमतर तिमाही नतीजों और डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट ने भी भारतीय संपत्तियों के आकर्षण को कम किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि डॉलर सूचकांक में गिरावट आने पर एफपीआई की रणनीति में बदलाव संभव है, जिससे भारतीय बाजारों में स्थिरता लौट सकती है।

शेयर बाजारों में कमजोरी के कारण रुपया कमजोर हुआ

इस बीच, भारतीय रुपया भी दबाव में है। शुक्रवार को, आयातकों की डॉलर मांग और स्थानीय शेयर बाजारों में कमजोरी के कारण रुपया कमजोर हुआ, हालांकि सप्ताहिक आधार पर यह 0.1% की मामूली बढ़त पर रहा। रुपये में हो रही लगातार गिरावट के कारण भी शेयर बाजार में बिकवाली का दवाब बढ़ा है। हालांकि भारतीय रुपया डॉलर के सामने लगातार डटकर खड़ा हुआ है। इतना बिकवाली के दवाब के बावजूद रुपया अपना स्टैण्ड बनाए हुए है।

भारतीय शेयर बाजार में बनी हुई है अस्थिरता

कुल मिलाकर, विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के चलते भारतीय शेयर बाजार में अस्थिरता बनी हुई है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सतर्क रहें और बाजार की गतिशीलता पर करीबी नजर रखें। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आएदिन की जा रही घोषणाओं से भी बाजार में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है। इस प्रमुख कारण से भी विदेशी निवेशक लगातार बिकवाली कर रहे हैं। Stock Market :

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