PM Modi : श्रीलंका का साफ संदेश : भारत की सुरक्षा से नहीं कोई समझौता

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calendar24 Nov 2025 05:05 PM
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PM Modi : कोलंबो में आयोजित एक अहम कार्यक्रम के दौरान श्रीलंका ने एक कूटनीतिक संदेश देते हुए यह साफ कर दिया कि वह अपनी भूमि का इस्तेमाल भारत के सुरक्षा हितों के खिलाफ नहीं होने देगा। खास बात यह रही कि श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में दिया, लेकिन बिना चीन का नाम लिए।

रणनीतिक साझेदारी की नई दिशा

प्रधानमंत्री मोदी की कोलंबो यात्रा के दौरान भारत और श्रीलंका के बीच कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इसमें सबसे महत्वपूर्ण रक्षा सहयोग से जुड़ा समझौता रहा, जिसे दोनों देशों के बीच अब तक का सबसे महत्वाकांक्षी समझौता माना जा रहा है। यह समझौता भारत और श्रीलंका के रणनीतिक संबंधों को नई मजबूती देगा और क्षेत्रीय संतुलन के लिहाज से भी भारत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग – त्रिंकोमाली और सामपुर को केंद्र

दोनों देशों ने सामपुर सौर ऊर्जा परियोजना का वर्चुअल उद्घाटन किया, जो हरित ऊर्जा की दिशा में साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इसके साथ ही त्रिंकोमाली को ऊर्जा केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए भी एक विशेष समझौता किया गया है। यह क्षेत्र रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है और भविष्य में भारत-श्रीलंका आर्थिक सहयोग का नया केंद्र बन सकता है।

कोलंबो से कूटनीतिक संदेश

राष्ट्रपति दिसानायके ने चीन का नाम लिए बिना यह स्पष्ट कर दिया कि श्रीलंका की जमीन का उपयोग किसी भी ऐसे उद्देश्य के लिए नहीं किया जाएगा, जो भारत के सुरक्षा हितों के विरुद्ध हो। यह बयान ऐसे समय में आया है जब चीन की गतिविधियों को लेकर पूरे दक्षिण एशिया में चिंताएं जताई जा रही हैं। श्रीलंका का यह रुख भारत के साथ उसकी मित्रता और पारस्परिक विश्वास को दर्शाता है।

मित्रता का सम्मान – 'मित्र विभूषण' से नवाजे गए पीएम मोदी

श्रीलंका सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘मित्र विभूषण’ पुरस्कार से सम्मानित किया, जो श्रीलंका द्वारा किसी विदेशी नेता को दिया जाने वाला सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। पीएम मोदी ने इस सम्मान को भारत-श्रीलंका संबंधों की गहराई का प्रतीक बताया और कहा कि दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और रणनीतिक रिश्ते सदियों पुराने हैं।

मानवता आधारित दृष्टिकोण पर सहमति

मछुआरों के मुद्दे को लेकर भी दोनों नेताओं ने संवाद किया और इस पर सहमति बनी कि इससे जुड़ी समस्याओं का समाधान मानवीय दृष्टिकोण से किया जाएगा। यह संकेत देता है कि भविष्य में दोनों देशों के बीच विवादों को संवाद और सहानुभूति से सुलझाने की दिशा में प्रयास जारी रहेंगे।  PM Modi :

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कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट: पेट्रोल-डीजल में कटौती की संभावना !

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Crude Oil Prices :
locationभारत
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calendar05 Apr 2025 05:12 PM
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Crude Oil Prices : बीते कुछ दिनों में कच्चे तेल की कीमतों (Crude Oil Prices ) में भारी गिरावट देखने को मिली है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टैरिफ बढ़ाने के बाद चीन की ओर से जवाबी टैरिफ लगाए गए, जिससे कच्चे तेल की कीमतों (Crude Oil Prices ) में 13 प्रतिशत तक की गिरावट आई। एक हफ्ते में कच्चे तेल की कीमतों में 10 प्रतिशत से ज्यादा की कमी आई है, जो दो साल के बाद सबसे बड़ी वीकली गिरावट है। इसके परिणामस्वरूप तेल की कीमतें तीन साल के निचले स्तर पर आ गई हैं, जिससे वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता और चिंताएं पैदा हो गई हैं। आइए जानते हैं कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट का भारतीय बाजार पर क्या असर पड़ा है और आने वाले समय में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में क्या बदलाव हो सकता है।

कच्चे तेल की कीमतों (Crude Oil Prices ) में भारी गिरावट

हाल ही में वैश्विक बाजार में खाड़ी देशों का कच्चा तेल 65.58 डॉलर प्रति बैरल तक गिर गया है, जबकि अमेरिकी क्रूड ऑयल 61.99 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। इस गिरावट के परिणामस्वरूप ब्रेंट क्रूड ऑयल और अमेरिकी कच्चे तेल की कीमतों में चार साल का सबसे निचला स्तर देखा गया। ब्रेंट क्रूड की कीमतों में पिछले सप्ताह 10.9 प्रतिशत और दो दिनों में 12.50 प्रतिशत की गिरावट आई। अमेरिकी कच्चे तेल की कीमतें भी 10.6 प्रतिशत गिरकर अपने दो साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गईं।

भारत में कच्चे तेल की कीमतों (Crude Oil Prices ) का असर

जब कच्चे तेल की कीमतों (Crude Oil Prices ) का आकलन भारतीय मुद्रा में किया गया, तो यह बेहद चौंकाने वाला था। खाड़ी देशों का कच्चा तेल 65.58 डॉलर प्रति बैरल के हिसाब से 159 लीटर के बैरल में बांटा गया, जिससे एक लीटर कच्चा तेल की कीमत करीब 35 रुपये प्रति लीटर निकलती है। यह कीमत कोक और पेप्सी जैसे लोकप्रिय उत्पादों से भी कम है, जिनकी कीमतें 65 रुपये प्रति लीटर के आसपास होती हैं। इसके बावजूद, भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें 100 रुपये प्रति लीटर से ऊपर हैं, जिससे यह सवाल उठता है कि कच्चे तेल की गिरती कीमतों का लाभ उपभोक्ताओं को क्यों नहीं मिल रहा है।

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी की संभावना

विशेषज्ञों का मानना है कि कच्चे तेल की कीमतों (Crude Oil Prices ) में गिरावट आने से भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती हो सकती है। अनुमान है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 20 से 25 रुपये तक की कमी हो सकती है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कमोडिटी एक्सपर्ट अनुज गुप्ता ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती करनी चाहिए। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरकार विंडफॉल टैक्स को फिर से लागू करती है, तो कीमतों में कमी लाना मुश्किल हो सकता है।

अंतरराष्ट्रीय और घरेलू बाजारों का भविष्य

अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों (Crude Oil Prices ) में गिरावट आने से वैश्विक आर्थिक स्थिति पर असर पड़ा है। हालांकि, आने वाले समय में तेल की कीमतों में और गिरावट की संभावना जताई जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी तेल की कीमतें 50 डॉलर प्रति बैरल तक गिर सकती हैं। इसके बावजूद, भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर ज्यादा असर दिखने में समय लग सकता है, और यह भी देखना होगा कि तेल कंपनियां और सरकार इस गिरावट का लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंचाने में कितनी तेजी से कदम उठाती हैं।Crude Oil Prices :

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PM Modi: मोदी का लंका दौरा: रिश्तों में नई ऊँचाई, स्वागत में दिखा जोश

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calendar01 Dec 2025 08:53 AM
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PM Modi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के श्रीलंका दौरे ने दोनों देशों के रिश्तों में नई ऊर्जा भर दी है। शनिवार शाम को पीएम मोदी जैसे ही कोलंबो पहुंचे, श्रीलंकाई सरकार के पांच वरिष्ठ मंत्रियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। उनकी यात्रा के दूसरे दिन, आज उन्हें कोलंबो के ऐतिहासिक स्वतंत्रता चौक पर औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर और 21 तोपों की सलामी दी गई। यह सम्मान इस बात का प्रतीक है कि श्रीलंका भारत के साथ अपने संबंधों को कितनी गंभीरता और सम्मान के साथ देखता है।

राजनयिक मुलाकातों का दौर

प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा के दौरान कई अहम द्विपक्षीय वार्ताएं होने जा रही हैं। कोलंबो में भारतीय प्रधानमंत्री की श्रीलंकाई राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके से मुलाकात हुई, जिसमें दोनों देशों के बीच ऋण पुनर्गठन, मुद्रा विनिमय व्यवस्था और बुनियादी ढांचे के विकास को लेकर समझौते संभावित हैं। इसके अलावा श्रीलंकाई प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या से भी पीएम मोदी की भेंट तय है।

दोनों देशों की साझा परियोजनाओं पर भी रोशनी डाली जाएगी, जिनमें सामपुर सौर ऊर्जा परियोजना का वर्चुअल शिलान्यास एक प्रमुख पहल है। यह परियोजना न केवल श्रीलंका की ऊर्जा ज़रूरतों को पूरा करेगी, बल्कि स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में भारत की प्रतिबद्धता को भी दर्शाएगी।

सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जुड़ाव

पीएम मोदी की यात्रा का एक और अहम पहलू भारत और श्रीलंका के सांस्कृतिक संबंधों को फिर से प्रकट करना है। इस कड़ी में पीएम मोदी भारतीय शांति सेना (IPKF) स्मारक पर श्रद्धांजलि देंगे और ऐतिहासिक अनुराधापुरा शहर में स्थित महाबोधि मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। इस मंदिर का बोधि वृक्ष, भारत के मूल बोधि वृक्ष की ही एक शाखा से उत्पन्न माना जाता है, जो दोनों देशों के बीच आध्यात्मिक संबंधों को और प्रगाढ़ करता है।

रक्षा सहयोग में ऐतिहासिक प्रगति

श्रीलंका यात्रा का एक ऐतिहासिक पहलू यह भी है कि अब भारत और श्रीलंका के बीच रक्षा सहयोग को नई दिशा मिल रही है। आगामी रक्षा समझौते से वह अध्याय समाप्त हो सकता है, जब 35 वर्ष पहले भारतीय शांति सेना को द्वीप से वापस बुलाया गया था। यह समझौता न केवल रणनीतिक सहयोग बढ़ाएगा, बल्कि दोनों देशों के बीच विश्वास को भी गहरा करेगा।  PM Modi :

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