National News : केंद्र ने तटीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सामान्य संचार योजना को मंजूरी दी




Jammu and Kashmir: जम्मू कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में तीन ‘हाइब्रिड’ आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
कश्मीर जोन की पुलिस ने ट्वीट किया, ‘‘सेना (2आरआर) और श्रीनगर पुलिस ने तीन हाइब्रिड आतंकवादियों को श्रीनगर के बाहरी इलाके से गिरफ्तार किया तथा उनके पास से तीन एके राइफल, दो पिस्तौल, नौ मैगजीन और 200 कारतूस बरामद किए गए।’’ पुलिस ने कहा कि मामले में जांच जारी है।
अधिकारी के मुताबिक, सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों की मौजूदगी की विशिष्ट सूचना मिलने के बाद दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के बिजबेहरा स्थित चेकी डूडू इलाके में घेराबंदी एवं तलाशी अभियान शुरू किया।
कश्मीर जोन पुलिस ने ट्वीट किया, ‘‘जब तलाशी दल संदिग्ध ठिकाने की ओर पहुंचा, तब आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें कुलगाम का रहने वाला लश्कर का हाइब्रिड आतंकवादी सज्जाद तांत्रे मारा गया।’’
पुलिस ने आगे लिखा, ‘‘तलाशी दल आतंकवादी ठिकाने की पहचान के लिए तांत्रे को साथ लेकर पहुंचा था। तांत्रे को एसडीएच बिजबेहरा ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।’’
अधिकारियों ने बताया कि तांत्रे 13 नवंबर को बिजबेहरा के राखमोमेन में एक प्रवासी मजदूर की हत्या में शामिल था।
अधिकारियों ने कहा, ‘‘हाइब्रिड आतंकवादी सज्जाद तांत्रे पहले लश्कर आतंकवादियों का सहयोगी था और वह पीएसए से रिहा हुआ था। तांत्रे ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि उसने 13 नवंबर 2022 को अनंतनाग स्थित बिजबेहरा के राखमोमेन में दो प्रवासी मजदूरों पर हमला किया था, जिसमें दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए थे।’’
उन्होंने बताया, ‘‘हमले में घायल मजदूर छोटा प्रसाद ने 18 नवंबर 2022 को अस्पताल में दम तोड़ दिया था। तांत्रे के खुलासे पर घटना में इस्तेमाल हथियार (पिस्टल) और वाहन भी बरामद कर लिया गया।’’
पुलिस के अनुसार, इस मॉड्यूल के आतंकवादियों के और सहयोगियों को गिरफ्तार करने के लिए जांच जारी है। हाइब्रिड आतंकवादी उन गैर-सूचीबद्ध आतंकवादियों को कहा जाता है जो आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के बाद अकसर बिना कोई निशान छोड़े नियमित जीवन जीने लगते हैं।
Jammu and Kashmir: जम्मू कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में तीन ‘हाइब्रिड’ आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
कश्मीर जोन की पुलिस ने ट्वीट किया, ‘‘सेना (2आरआर) और श्रीनगर पुलिस ने तीन हाइब्रिड आतंकवादियों को श्रीनगर के बाहरी इलाके से गिरफ्तार किया तथा उनके पास से तीन एके राइफल, दो पिस्तौल, नौ मैगजीन और 200 कारतूस बरामद किए गए।’’ पुलिस ने कहा कि मामले में जांच जारी है।
अधिकारी के मुताबिक, सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों की मौजूदगी की विशिष्ट सूचना मिलने के बाद दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के बिजबेहरा स्थित चेकी डूडू इलाके में घेराबंदी एवं तलाशी अभियान शुरू किया।
कश्मीर जोन पुलिस ने ट्वीट किया, ‘‘जब तलाशी दल संदिग्ध ठिकाने की ओर पहुंचा, तब आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें कुलगाम का रहने वाला लश्कर का हाइब्रिड आतंकवादी सज्जाद तांत्रे मारा गया।’’
पुलिस ने आगे लिखा, ‘‘तलाशी दल आतंकवादी ठिकाने की पहचान के लिए तांत्रे को साथ लेकर पहुंचा था। तांत्रे को एसडीएच बिजबेहरा ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।’’
अधिकारियों ने बताया कि तांत्रे 13 नवंबर को बिजबेहरा के राखमोमेन में एक प्रवासी मजदूर की हत्या में शामिल था।
अधिकारियों ने कहा, ‘‘हाइब्रिड आतंकवादी सज्जाद तांत्रे पहले लश्कर आतंकवादियों का सहयोगी था और वह पीएसए से रिहा हुआ था। तांत्रे ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि उसने 13 नवंबर 2022 को अनंतनाग स्थित बिजबेहरा के राखमोमेन में दो प्रवासी मजदूरों पर हमला किया था, जिसमें दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए थे।’’
उन्होंने बताया, ‘‘हमले में घायल मजदूर छोटा प्रसाद ने 18 नवंबर 2022 को अस्पताल में दम तोड़ दिया था। तांत्रे के खुलासे पर घटना में इस्तेमाल हथियार (पिस्टल) और वाहन भी बरामद कर लिया गया।’’
पुलिस के अनुसार, इस मॉड्यूल के आतंकवादियों के और सहयोगियों को गिरफ्तार करने के लिए जांच जारी है। हाइब्रिड आतंकवादी उन गैर-सूचीबद्ध आतंकवादियों को कहा जाता है जो आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के बाद अकसर बिना कोई निशान छोड़े नियमित जीवन जीने लगते हैं।

Ayodhya Ram Mandir: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर भवन निर्माण समिति के दूसरे दिन की मैराथन बैठक का समापन हो गया है। बैठक में राम जन्म भूमि के अंदर सीवर, विद्युत और पेयजल को लेकर को लेकर विचार विमर्श हुआ। 500 वर्षों के बाद राम जन्मभूमि पर भगवान श्री राम की भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है लेकिन इन 500 वर्षों के दौरान राम मंदिर के संघर्षों की कहानी को लेकर फिल्म बनाई जाएगी। राम मंदिर निर्माण कार्य में भगवान रामलला के गर्भगृह का निर्माण कार्य जारी है।
भवन निर्माण समिति के दूसरे दिन की बैठक में लोअर प्लिंथ को लेकर चर्चा हुई लोअर प्लिंथ में लगभग 100 रामायण के प्रसंगों पर आधारित झांकियां लगाई जाएंगी। वाल्मीकि रामायण से 300 प्रसंग चुने गए थे जिस पर आखिरी मुहर राम मंदिर ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि ने लगाई है। अब जल्द ही इन मूर्तियों को बनाया जाएगा। मूर्तियों का निर्माण सबसे पहले पेंसिल से होगा फिर क्ले बनाया जाएगा उसके बाद मॉडलिंग की जाएगी और फिर पत्थर की तराशी होगी।
ट्रस्ट के महासचिव ने जानकारी देते हुए कहा कि रामलला के मंदिर के संघर्षों के इतिहास पर बनाई जा रही फिल्म को लेकर भी बैठक में मंथन हुआ है। 500 वर्षों के इतिहास पर फिल्म बनाई जा रही है जो दूरदर्शन बना रहा है। इस फिल्म के निर्माण के लिए कोआर्डिनेशन का कार्य इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के सचिव सच्चिदानंद जोशी करेंगे चाणक्य के निर्माता डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी उनका साथ देंगे राम मंदिर के इतिहास पर बनाई जा रही फिल्म में आवाज मशहूर फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन देंगे।
इन सभी लोगों ने निशुल्क अपनी सेवाएं प्रस्तुत करने को कहा है। स्क्रिप्ट लिखने का काम फिल्म सेंसर बोर्ड के प्रसून जोशी करेंगे। चंपत राय ने कहा कि मंदिर के इतिहास पर फिल्म बनाने के लिए 5,6 लोगों की टीम बन गई है। ट्रस्ट के महासचिव की माने तो अयोध्या राज परिवार के युवराज यतींद्र मिश्रा ने भी और प्लिंथ के चित्रण में फ़िल्म के निर्माण में अपनी सीमाएं देना स्वीकार किया है।
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव की मानें तो श्री रामलला के परिसर में स्वतंत्र विद्युत व्यवस्था होगी यानी की राम जन्मभूमि परिसर में ही विद्युत उत्पन्न की जाएगी और उसी से परिसर को लाइट दी जाएगी। इसके अलावा सीवर प्लांट भी राम जन्मभूमि परिसर में खुद का होगा ताकि नगर निगम पर किसी तरीके का बोझ ना हो। इतना ही नहीं जन्मभूमि परिसर में दो जगह सीवर ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जाएंगे जिसमें सीवर के पानी को शुद्ध करके पेड़ पौधों के बागवानी में इस्तेमाल किया जाएगा।
इसके अलावा ऐसी व्यवस्था रखी जाएगी जिससे कि विद्युत सुचारु रहे। दो तरफ से विद्युत व्यवस्था की जाएगी। यदि कभी कोई तकनीकी समस्या आती है तो विद्युत समस्या मंदिर में ना खड़ी हो दूसरी तरफ से विद्युत सुचारु की जाएगी।
Ayodhya Ram Mandir: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर भवन निर्माण समिति के दूसरे दिन की मैराथन बैठक का समापन हो गया है। बैठक में राम जन्म भूमि के अंदर सीवर, विद्युत और पेयजल को लेकर को लेकर विचार विमर्श हुआ। 500 वर्षों के बाद राम जन्मभूमि पर भगवान श्री राम की भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है लेकिन इन 500 वर्षों के दौरान राम मंदिर के संघर्षों की कहानी को लेकर फिल्म बनाई जाएगी। राम मंदिर निर्माण कार्य में भगवान रामलला के गर्भगृह का निर्माण कार्य जारी है।
भवन निर्माण समिति के दूसरे दिन की बैठक में लोअर प्लिंथ को लेकर चर्चा हुई लोअर प्लिंथ में लगभग 100 रामायण के प्रसंगों पर आधारित झांकियां लगाई जाएंगी। वाल्मीकि रामायण से 300 प्रसंग चुने गए थे जिस पर आखिरी मुहर राम मंदिर ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि ने लगाई है। अब जल्द ही इन मूर्तियों को बनाया जाएगा। मूर्तियों का निर्माण सबसे पहले पेंसिल से होगा फिर क्ले बनाया जाएगा उसके बाद मॉडलिंग की जाएगी और फिर पत्थर की तराशी होगी।
ट्रस्ट के महासचिव ने जानकारी देते हुए कहा कि रामलला के मंदिर के संघर्षों के इतिहास पर बनाई जा रही फिल्म को लेकर भी बैठक में मंथन हुआ है। 500 वर्षों के इतिहास पर फिल्म बनाई जा रही है जो दूरदर्शन बना रहा है। इस फिल्म के निर्माण के लिए कोआर्डिनेशन का कार्य इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के सचिव सच्चिदानंद जोशी करेंगे चाणक्य के निर्माता डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी उनका साथ देंगे राम मंदिर के इतिहास पर बनाई जा रही फिल्म में आवाज मशहूर फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन देंगे।
इन सभी लोगों ने निशुल्क अपनी सेवाएं प्रस्तुत करने को कहा है। स्क्रिप्ट लिखने का काम फिल्म सेंसर बोर्ड के प्रसून जोशी करेंगे। चंपत राय ने कहा कि मंदिर के इतिहास पर फिल्म बनाने के लिए 5,6 लोगों की टीम बन गई है। ट्रस्ट के महासचिव की माने तो अयोध्या राज परिवार के युवराज यतींद्र मिश्रा ने भी और प्लिंथ के चित्रण में फ़िल्म के निर्माण में अपनी सीमाएं देना स्वीकार किया है।
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव की मानें तो श्री रामलला के परिसर में स्वतंत्र विद्युत व्यवस्था होगी यानी की राम जन्मभूमि परिसर में ही विद्युत उत्पन्न की जाएगी और उसी से परिसर को लाइट दी जाएगी। इसके अलावा सीवर प्लांट भी राम जन्मभूमि परिसर में खुद का होगा ताकि नगर निगम पर किसी तरीके का बोझ ना हो। इतना ही नहीं जन्मभूमि परिसर में दो जगह सीवर ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जाएंगे जिसमें सीवर के पानी को शुद्ध करके पेड़ पौधों के बागवानी में इस्तेमाल किया जाएगा।
इसके अलावा ऐसी व्यवस्था रखी जाएगी जिससे कि विद्युत सुचारु रहे। दो तरफ से विद्युत व्यवस्था की जाएगी। यदि कभी कोई तकनीकी समस्या आती है तो विद्युत समस्या मंदिर में ना खड़ी हो दूसरी तरफ से विद्युत सुचारु की जाएगी।