Gujrat Political News : गुजरात के लोग 27 साल की अहंकारी पार्टी से हिसाब मांग रही हैं: राघव चड्ढा

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Delhi News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 02:46 PM
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Gujrat Political News : अहमदाबाद/राजकोट/गुजरात : राज्यसभा सांसद और 'आप' गुजरात के सह-प्रभारी राघव चड्ढा ने कहा है की भाजपा इसलिए डर गई है क्योंकि आज गुजरात के लोग 27 साल की अहंकारी पार्टी से हिसाब मांग रही हैं। लोग कह रहे हैं कि आपने 27 साल में क्या काम किया? उसके बारे में बताएं! जब एक सामान्य गुजराती इस 27 साल की अहंकारी भाजपा पार्टी से पूछता है कि आपने महंगाई का क्या किया, तो भाजपा के पास कोई जवाब नहीं होता राज्यसभा सांसद और 'आप' गुजरात के सह-प्रभारी राघव चड्ढा जी आज सुबह राजकोट एयरपोर्ट पर पहुंचे और वहां ‘आप’ के नेशनल जॉइंट सेक्रेटरी इंद्रनील राजगुरु और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने राघव चड्ढा जी का एयरपोर्ट पर गर्मजोशी से स्वागत किया।

Gujrat Political News :

राज्यसभा सांसद और 'आप' गुजरात के सह-प्रभारी राघव चड्ढा जी ने एक महत्वपूर्ण मुद्दे पर मीडिया को संबोधते हुए कहा कि, आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल जी की बढ़ती लोकप्रियता देखकर और जैसे-जैसे आम आदमी पार्टी जनता के मन में अपनी जगह बना रही है वह देखकर भारतीय जनता पार्टी डर गई है, बौखला गई है और हर प्रकार का हथकंडा अपना रही है। आज भारतीय जनता पार्टी आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हमले करवा रही है। आम आदमी पार्टी भगवान गणेश की पूजा के लिए जो पंडाल लगाती है उसे भाजपा वाले उखाड़ फेंक रहे हैं, वहां मारपीट करते है, हमारे नेताओं का सिर फोड़ने का काम करते है, जिस बिल्डिंग में आम आदमी पार्टी अपनी मीटिंग करती है या जिस हॉल में अरविंद केजरीवाल जी जनता को संबोधित करते हैं अगले ही दिन वहां बुलडोजर भेज कर उस हॉल को डिमोलिश कराने का काम भारतीय जनता पार्टी कर रही है। आज प्रधानमंत्री जी सौराष्ट्र की धरती पर है, आम आदमी पार्टी के कई नेताओं को नजरकैद कर लिया गया है। हमारे जामनगर नॉर्थ के कैंडिडेट को उनके घर में नजर कैद करके, हाउस अरेस्ट कर लिया है। हमारे संगठन मंत्री को, हमारे लोकसभा इंचार्ज को, हमारे जिला प्रधान को, हमारे तमाम बड़े पदाधिकारियों को या तो घर में कैद कर लिया है या तो पुलिस थाने में बुलाकर बिठा रखा है कि जब तक प्रधानमंत्री जी का कार्यक्रम खत्म ना हो जाए तब तक आप लोग नजर कैद रहेंगे। यह सारी चीजें पुराने वीडियो निकाल कर चलाना, कोई 5 साल पुराने वीडियो को आज की वीडियो बता कर दिखाना, पूरी राजनीति को इसके आसपास घुमाना दिखाता है कि भारतीय जनता  पार्टी डर गई है। गुजरात के 6.5 करोड़ लोग जो सवाल पूछ रहे हैं, महंगाई से लेकर बेरोजगारी तक, भ्रष्टाचार से लेकर गुजरात में चल रहे अवैध शराब के व्यापार तक, भाजपा वाले उन सवालों का जवाब दे। गोपाल इटालिया यही कह रहे हैं कि सामान्य परिवार के बच्चे को अच्छी शिक्षा मिले, गुजरात में हर जगह इलाज मुफ्त हो, मोहल्ला क्लीनिक बने, अस्पताल बने, आज हर घर को 300 यूनिट बिजली मुफ्त मिले, यानी गोपाल इटालिया तो गुजरातियों के हित की बात कर रहे हैं लेकिन भारतीय जनता पार्टी वाले आज गोपाल इटालिया के कोई पुराने कथाकथित वीडियो को मुद्दा बनाना चाहते हैं। आम आदमी पार्टी और 6.5 करोड़ गुजरातियों के जो सवाल है उनसे भटकाने के लिए भाजपा वाले कह रहे हैं कि एक पुराना वीडियो आ गया है अब वह देखो और हम को वोट दो, हमसे कोई सवाल मत तो करो वीडियो देखकर बस हमें वोट दो।

Gujrat Political News :

हमें फोन करके लोग हमसे सवाल पूछ रहे हैं कि, क्या गोपाल इटालिया को आज भारतीय जनता पार्टी इसलिए अटैक कर रही है क्योंकि वह पाटीदार समाज से आते हैं? आज से कुछ साल पहले एक बहुत बड़ा आंदोलन पूरे गुजरात में हुआ, पूरे पाटीदार समाज ने सड़क पर उतरकर भारतीय जनता पार्टी का विरोध किया। क्या आज उस आंदोलन का बदला लेने के लिए आम आदमी पार्टी के पाटीदार नेता गोपाल इटालिया पर भाजपा हमला कर रही है? क्या भाजपा उस आंदोलन का बदला ले रही है? हम चाहते हैं कि भाजपा इस सवाल का जवाब दें। आज बीजेपी अपने 27 साल की अहंकारी सरकार का एक भी काम नहीं गिना सकती, इसलिए मुद्दा भटका कर पुराने वीडियो लाकर उसे प्रासंगिकता देने की कोशिश कर रही है। आज अरविंद केजरीवाल जी गुजरात आते हैं तो अपने 7 साल के दिल्ली में किए गए काम का रिपोर्ट कार्ड लेकर आते हैं। अरविंद केजरीवाल जी बताते हैं कि मैंने दिल्ली के हर व्यक्ति को 300 यूनिट बिजली मुफ्त दी, हर महीने 20,000 लीटर पानी मुफ्त दिया, मोहल्ला क्लीनिक और बढ़िया इलाज दीया, शानदार अस्पताल बनाएं, हर बच्चे को शानदार शिक्षा दी, बुजुर्गों को बड़े-बड़े मंदिरों के दर्शन कराने का काम किया, दिल्ली की महिलाओं को मुफ्त में बस की यात्रा दी, और इन्हीं सारे काम के आधार पर अरविंद केजरीवाल जी वोट मांगते हैं। जब पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान जी गुजरात जाते हैं तो 7 महीने की अपनी सरकार के कामकाज का रिपोर्ट कार्ड लेकर आते हैं कि कैसे उन्होंने 30,000 लोगों की नौकरियां पक्की की, कई हजार लोगों को नौकरियां दी, 300 यूनिट बिजली मुफ्त दी और न जाने क्या-क्या काम किए। वह अपने 7 महीने की पंजाब सरकार के काम के नाम पर वोट मांगते हैं। आम आदमी पार्टी वाले आज गुजरात की भारतीय जनता पार्टी से पूछना चाहते हैं कि हम लोग अपने 7 साल के दिल्ली के काम पर और अपने 7 महीने के पंजाब के काम के नाम पर वोट मांगते हैं, क्या आप अपने 27 साल के काम के नाम पर वोट मांग सकते हैं? क्या एक भी ऐसा काम गिनवा सकते हैं जो भाजपा की सरकार ने आम गुजरात की जनता की जिंदगी को आसान बनाने के लिए किया हो? आज यही सवाल गुजरात की जनता भी पूछ रही है। गुजरात की जनता के सवाल को दबाने के लिए प्रोपेगेंडा किया जाएगा, कीचड़ उछाला जाएगा, आम आदमी पार्टी पर हमले किए जाएंगे, जिस बिल्डिंग पर हम सभा करते हैं उस बिल्डिंग को बुलडोजर से तोड़ा जाएगा, अरविंद केजरीवाल जी की रैलियों की मीटिंग की परमिशन कैंसल की जाएगी, हमारे सारे नेताओं पर हमले किए जाएंगे, गुजरात सरकार हम सबके फोन भी टैप करा रही है, सारे हथकंडे अपना रही है, सिर्फ एक चीज के लिए कि केजरीवाल को रोको, आम आदमी पार्टी को रोको। जिस पार्टी ने दिल्ली और पंजाब में लोगों के दिलों में जगह बना ली कही ये गुजरात में भी आ गए तो हमारी दुकानों पर ताले लग जाएंगे। आज गुजरात में भाजपा के लोगों के बच्चे, रिश्तेदार सब करोड़पति बन गए, लेकिन मैं गुजरात की आम जनता से पूछना चाहता हूं कि आपको कुछ मिला क्या? आपके बच्चों को अच्छी शिक्षा मिली? क्या आपका भविष्य सुधरा? क्या आपकी जेब में दो पैसे खर्च करने के लिए सरकार ने डालें? यह लोग यह कभी नहीं करेंगे। यह अपने रिश्तेदारों, अपने दोस्तों, अपने बच्चों के लिए ही सारे काम करेंगे। अगर आपको अपने बच्चों, अपने परिवार के, भविष्य की चिंता है तो इस बार सारे लोग मिलकर परिवर्तन के लिए झाड़ू का बटन दबाकर आम आदमी पार्टी को वोट दें। आज भारतीय जनता पार्टी हमसे इतनी डरी हुई है कि, सिर्फ हमें ही गालियां दे रही है, हम जिस बिल्डिंग में सभा करते हैं उसे बुलडोजर से तोड़ दिया जाता है, हमारे फोन को टेप किए जाते है। दिल्ली के एक मंत्री ने इस्तीफा दिया और साथ में एक पत्र भी लिखा, उसमें कहां है कि किस तरह भाजपा दलितों का उत्पीड़न कर रही है, कैसे भाजपा दलित समाज से आने वाले लोगों पर अत्याचार कर रही है। आज भाजपा किसी भी बिरादरी के लिए काम नहीं करती, किसी भी जाति, किसी भी धर्म के लिए काम नहीं करती, भाजपा सिर्फ अपने रिश्तेदारों के लिए, अपने बच्चों, अपने दोस्तों के लिए काम करती है। उनके सोने के महल बनवाती है, उनकी करोड़ों की फैक्ट्रियां लगवाती है, उनके बड़े शॉपिंग मॉल बनवाती है, उन्हें हजारों करोड़ों रुपए देती है। यह ना कि सी बिरादरी के हैं, ना किसी धर्म के हैं, यह सिर्फ अपने है और अपना ही हित जानते हैं। [video width="640" height="352" mp4="https://chetnamanch.com/wp-content/uploads/2022/10/VID-20221010-WA0021.mp4"][/video]
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Mulayam Singh Yadav Death : राजकीय सम्मान के साथ होगा मुलायम सिंह का अंतिम संस्कार: योगी आदित्यनाथ

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CM Yogi Adityanath
locationभारत
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calendar10 Oct 2022 04:35 PM
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Mulayam Singh Yadav Death : लखनऊ। समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन पर उत्तर प्रदेश सरकार ने तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। मुलायम सिंह यादव का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुलायम सिंह यादव जी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह समेत कई नेताओं ने उन्हें याद करते हुए दुख जताया है।

Mulayam Singh Yadav Death :

मुलायम सिंह का अंतिम संस्कार सैफई में उनके पैतृक गांव में होगा। उन्हें धरती पुत्र के नाम से जाना जाता है। वह जमीन से जुड़े नेता थे, यही वजह है कि उनकी पहचान आमजन के नेता के तौर पर होती थी। वह लोगों की समस्याओं को करीब से समझते थे, यही वजह है कि वह एक लोकप्रिय नेता के तौर पर उभरे।

Breaking News : नहीं रहे नेताजी मुलायम सिंह यादव

मुलायम सिंह यादव पिछले कई दिनों से बीमार थे। उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, जिसके बाद उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मुलायम सिंह से मिलने के लिए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, शरद यादव समेत कई दिग्गज नेता मेदांता अस्पताल पहुंचे थे। मेदांता के आईसीयू में मुलायम सिंह यादव का इलाज चल रहा था, लेकिन उन्हें कुछ खास स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल रहा था। अस्पताल की ओर से जो हेल्थ अपडेट दी जा रही थी, उसमें लगातार कहा जा रहा था कि मुलायम सिंह यादव की हालत बेहतर नहीं हो रही थी। मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश के सबसे दिग्गज नेता के तौर पर याद किए जाएंगे। वह 8 बार उत्तर प्रदेश से विधायक रहे, संसद पहुंचे और तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद को संभाला। वह न सिर्फ उत्तर प्रदेश, बल्कि केंद्र की राजनीति में भी काफी सक्रिय थे। वह देश के रक्षामंत्री भी रहे।
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Mulayam Singh Yadav : इंदिरा गांधी को वंशवाद के लिए कोसने वाले मुलायम बाद में वंशवाद के प्रति लचीले हो गए

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Mulayam formed the Samajwadi Party after being upset with the infatuation of the son of Chaudhary Charan Singh.
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calendar10 Oct 2022 03:54 PM
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Mulayam Singh Yadav :

भारतीय राजनीति को एक नई दिशा दिखाने वाले आधुनिक भारतीय राजनीति के नेताजी मुलायम सिंह यादव अपने अनूठे अंदाज को दूरदर्शिता के लिए जाने जाते थे। बेशक वह आज हमारे बीच नहीं रहे, लेकिन उनकी यादें हमेशा हमारे साथ रहेगी। अपने 83वें जन्मदिन से कुछ ही सप्ताह पहले उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में दाखिल किया गया। लेकिन, लाख जतन के बाद भी उन्हें सकुशल घर नहीं लौट सके।

Mulayam Singh Yadav :

किशोरावस्था के बाद से ही उन्हें पहलवानी का शौक हो गया। उन्होेंने पहलवानी की और बाद में शिक्षक हो गए। मुलायम सिंह ने जीवन में हर धूप छांव देखी। कई दलों में रहे। कई बड़े नेताओं की शागिर्दी भी की, लेकिन उसके बाद अपना दल बनाया और यूपी पर एक दो बार नहीं, बल्कि तीन बार राज किया। यूपी की पॉलिटिक्स जिन धर्म और जाति के मुकामों की प्रयोगशाला से गुजरी, उसके एक कर्ताधर्ता मुलायम सिंह ही थे। उनके जानने वाले बताते हैं कि किस तरह लखनऊ में मुलायम सिंह यादव 80 के दशक में साइकिल से सवारी करते भी नजर आ जाते थे। कई बार साइकिल चलाते हुए अखबारों के आफिस और पत्रकारों के पास भी पहुंच जाया करते थे। तब उन्हें खांटी सादगी पसंद और जमीन से जुड़ा ऐसा नेता माना जाता था, जो लोहियावादी था, समाजवादी था, धर्मनिरपेक्षता की बातें करता था। हालांकि 80 के दशक में वह यादवों के नेता माने जाने लगे थे। किसान और गांव की बैकग्राउंड उन्हें किसानों से भी जोड़ रही थी। मुस्लिमों के पसंदीदा वह राम मंदिर आंदोलन के शुरुआती दिनों में बने। बहुत कम लोगों को याद होगा कि 80 के दशक तक अपने राजनीतिक गुरु चरण सिंह के साथ मिलकर वह इंदिरा गांधी को वंशवाद के लिए कोसने का कोई मौका छोड़ते भी नहीं थे। हालांकि बाद में धीरे धीरे वंशवाद के प्रति इतने लचीले होते गए कि खुद अपने बेटे और कुनबे को राजनीति में बडे़ पैमाने पर आगे बढ़ाने के लिए भी जाने गए। मुलायम सिंह यादव एक बार चौधरी चरण सिंह से तब वह क्षुब्ध हो गए थे, जब उन्होंने राष्ट्रीय लोकदल में मुलायम सिंह यादव के जबरदस्त असर और पकड़ के बाद भी अमेरिका से लौटे अपने बेटे अजित सिंह को पार्टी की कमान देनी शुरू कर दी। बाद में इसी बिना पर चरण सिंह के निधन के बाद पार्टी टूटी और उसके एक धड़े की अगुवाई मुलायम सिंह करने लगे। 1992 में उन्होंने नई पार्टी बनाई, जिसे हम समाजवादी पार्टी के तौर पर जानते हैं, जिसका प्रतीक चिन्ह उन्होंने उसी साइकिल को बनाया, जिस पर कभी उन्होंने खूब सवारी की थी।