दिल्ली में सेवाओं पर जारी अध्यादेश वापस लें केंद्र, अन्यथा यह संसद में नाकाम होगा : केसीआर

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calendar30 Nov 2025 04:11 PM
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Telangana News : हैदराबाद। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ बैठक के बाद तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से शनिवार को दिल्ली में सेवाओं के नियंत्रण पर केंद्र द्वारा जारी अध्यादेश को तत्काल वापस लेने की मांग की।

‘केसीआर’ के नाम से चर्चित राव ने अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान यह मांग की। आम आदमी पार्टी (आप) के दोनों नेताओं ने राव से मुलाकात कर केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ लड़ाई पर उनका समर्थन मांगा।

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राव ने आरोप लगाया कि केंद्र ने जिस तरह से अध्यादेश जारी किया उसने आपातकाल के दिनों की याद दिला दी। राव ने कहा, ‘‘(प्रधानमंत्री) मोदी और भाजपा नेता आपातकाल के खिलाफ इतनी मुखरता से बोलते हैं। ठीक ऐसा ही आपातकाल से पहले हुआ था। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले के बाद, उस फैसले को रद्द करने के लिए एक संवैधानिक संशोधन किया गया था।’’ उन्होंने दावा किया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार 1975 में इंदिरा गांधी द्वारा आपातकाल लागू करने जैसे ही रास्ते पर है। राव ने सवाल किया कि तत्कालीन इंदिरा गांधी शासन और मौजूदा केंद्र सरकार में क्या अंतर है।

राव ने कहा, ‘‘हम प्रधानमंत्री से मांग करते हैं कि वह अध्यादेश वापस लें नहीं, तो हम सभी केजरीवाल का समर्थन करेंगे। हम उनके साथ खड़े रहेंगे। हम अध्यादेश को नाकाम करने के लिए लोकसभा और राज्यसभा में अपनी पूरी ताकत लगा देंगे।’’

सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान नहीं कर रहा केंद्र

उन्होंने कहा कि मोदी नीत सरकार ने अध्यादेश लाकर दिल्ली की जनता का अपमान किया है। राव ने आरोप लगाया कि केंद्र दिल्ली की चुनी हुई सरकार को काम नहीं करने दे रहा है और उच्चतम न्यायालय के फैसले का सम्मान नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘उच्चतम न्यायालय की वृहद पीठ के फैसले का सम्मान नहीं करने का मतलब है आपातकाल की ओर जाना।’’ राव ने कहा कि ‘‘समूचा सिस्टम’’ केजरीवाल का समर्थन करेगा क्योंकि यह ‘‘लोकतंत्र के अस्तित्व का सवाल’’ है।

केजरीवाल ने राव को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘देश भर में लोग पूछ रहे हैं कि अगर प्रधानमंत्री न्यायालय के आदेश को नहीं मानेंगे तो लोग न्याय के लिए कहां जाएंगे।’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘एक तरह से, प्रधानमंत्री दिल्ली के लोगों को चुनौती दे रहे हैं कि वह सरकार को काम नहीं करने देंगे, भले ही लोगों द्वारा चुनी गई सरकार हो।’’ केजरीवाल ने किसी राज्य में लोगों द्वारा गैर-भाजपा सरकार चुने जाने पर केंद्र पर दखल देने का भी आरोप लगाया।

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा या तो ईडी भेजकर ‘‘विधायकों को खरीदती है, सरकार को गिराती है या राज्यपाल का दुरुपयोग करते हुए एक अध्यादेश लाती है, जैसा कि विभिन्न राज्यों में देखा गया है।’’ यह उल्लेख करते हुए कि भाजपा के पास राज्यसभा में बहुमत नहीं है, उन्होंने कहा कि यदि सभी गैर-भाजपा दल उच्च सदन में अध्यादेश के लिए विधेयक को नाकाम करते हैं, तो इससे देश के लोगों में विश्वास पैदा होगा कि मोदी नीत सरकार 2024 में सत्ता में नहीं लौटेगी। उन्होंने कहा कि लड़ाई लोकतंत्र की रक्षा के लिए है।

राजभवन बन गए हैं भाजपा कार्यालय

मान ने आरोप लगाया कि राजभवन ‘भाजपा कार्यालय’ बन गए हैं और राज्यपाल केंद्र में मौजूदा राजग सरकार के लिए भाजपा के ‘स्टार प्रचारक’ हैं। मान ने यह भी कहा कि वह शनिवार को दिल्ली में नीति आयोग की बैठक में शामिल नहीं हुए क्योंकि पिछली बैठक में जो मांग की गई थी वह नहीं मिला। उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार बैठकें करती है, लेकिन वही करती है जो वह चाहती है।’’ लोकसभा और राज्यसभा में राव की पार्टी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के सदस्यों की संख्या क्रमश: नौ और सात है।

केंद्र ने हाल में दिल्ली में ग्रुप-ए के अधिकारियों के स्थानांतरण और पदस्थापना को लेकर एक प्राधिकरण बनाने के लिए एक अध्यादेश जारी किया, जिसे आप नीत सरकार ने सेवाओं के नियंत्रण पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के साथ ‘धोखा’ बताया था। Telangana News

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Delhi News केंद्र सरकार नौ सालों में सभी मोर्चों पर नाकाम रही : जदयू

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 12:40 AM
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Delhi News: जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) ने शनिवार को आरोप लगाया कि केंद्र ने लोगों को सपने दिखाने के अलावा कुछ नहीं किया और यह सरकार सभी मोर्चों पर नाकाम रही।

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जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने अपनी नौवीं वर्षगांठ मनाने में जुटी केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए दावा किया कि यह सरकार केवल ‘प्रचार’ के भरोसे चल रही है और जनता से किये गये अपने किसी भी वादे को पूर्ण रूप से पूरा करने में नाकाम रही है।

रंजन ने कहा, ‘‘लोग ठगा-सा महसूस कर रहे हैं। भाजपा को बताना चाहिए कि उसने अपने वादे के मुताबिक कितने किसानों की आय दोगुनी की है।’’

उन्होंने कहा कि भाजपा ने पेट्रोल और डीजल के दाम कम करने का वादा किया था, लेकिन कच्चे तेल की कीमत घटने के बावजूद उनके दाम बढ़ ही गये हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि ‘अंबानी और अडाणी’ जैसे केवल बड़े कारोबारी ही इस सरकार में समृद्ध हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारी-भरकम रकम खर्च करने के बावजूद गंगा नदी को साफ करने का अभियान नाकाम हो गया ।

उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने अपने नौ सालों के कार्यकाल में प्रवर्तन निदेशालय और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो का इस्तेमाल विपक्षी दलों को निशाना बनाने में किया, सांप्रदायिकता की भावना को भड़काया और लोगों को भ्रमित किया।

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New Parliament House Inauguration: कौन कर रहा उद्घाटन में खलल डालने की तैयारी ?

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New Parliament House Inauguration
locationभारत
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calendar01 Dec 2025 02:16 PM
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New Parliament House Inauguration: दिल्ली पुलिस ने नए संसद भवन के आसपास की सुरक्षा बढ़ा दी है। 28 मई को होने वाले उद्घाटन कार्यक्रम से पहले दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा को मजबूत किया है। रिपोर्ट के अनुसार नए संसद भवन के आसपास 70 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी ने कहा कि कल के कार्यक्रम को देखते हुए कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए यह इंतजाम किए गए हैं।

New Parliament House Inauguration

28 मई को होगा नए संसद भवन का उद्घाटन

दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि कल नए संसद भवन का उद्घाटन किया जाना है। इसे देखते हुए नए संसद भवन के आसपास सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की गई है। हम कल के कार्यक्रम के लिए और पुलिसकर्मियों को लगा सकते हैं। दिल्ली पुलिस को यह इनपुट मिला है कि कुछ अराजक तत्व दीवारों पर एंटी नेशनल या एंटी पीएम स्लोगन लिख सकते हैं जिसकी वजह से यह कदम उठाया गया है। यही वजह है कि दिल्ली पुलिस ने नए संसद भवन के आसपास पुलिस की भारी तैनाती की है। यह तैनाती 24 घंटे जारी रहेगी।

सीसीटीवी सर्विलांस से रखी जा रही सुरक्षा पर नजर

दिल्ली के नए संसद भवन के आस पास लगाई गई सुरक्षा का जायजा असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस द्वारा मॉनीटर किया जा रहा है। साथी ही सीसीटीवी सर्विलांस से भी 24 घंटे नजर रखी जा रही है। इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने बॉर्डर भी सील कर दिए थे ताकि किसी तरह का विरोध प्रदर्शन न हो सके और विरोध करने वालों का जमावड़ा न हो सके। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि खाप पंचायत ने महिला पहलवानों का सपोर्ट करने के लिए महिला पंचायत का ऐलान किया है। ऐलान किया गया है कि 28 मई को नए संसद भवन के सामने विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

नए संसद भवन के सामने प्रदर्शन का ऐलान

दिल्ली पुलिस ने इस पंचायत के आयोजन को अभी तक मंजूरी नहीं दी है। प्रदर्शनकारियों को खाप पंचायत बुलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी क्योंकि पीएम मोदी 28 मई को ही नए संसद भवन का उद्घाटन करने वाले हैं। इस उद्घाटन समारोह का एक हाईलाइट यह है कि पुराने सेंगोल को नए संसद भवन में लोकसभा अध्यक्ष की सीट के पास स्थापित किया जाएगा। New Parliament House

New Parliament House: एक क्लिक में जानें नए और पुराने संसद भवन में डिफरेंस

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