दिव्यांगजनों के लिए बड़ी खुशखबरी, योगी सरकार ने दोगुना किया भत्ता

दिव्यांगों को मिली बड़ी राहत
प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में दिव्यांगजनों के सामाजिक और आर्थिक सशक्तीकरण की दिशा में लगातार ठोस और संवेदनशील कदम उठाए जा रहे हैं। भत्ते में की गई यह बढ़ोतरी दिव्यांग बच्चों और उनके परिजनों के लिए न केवल आर्थिक राहत है बल्कि यह सरकार की मानवीय सोच का भी परिचायक है।यह भी पढ़े: क्या है UP का निराश्रित महिला पेंशन योजना? इसका उद्देश्य और लाभ
लागू की गई नई व्यवस्था
प्रमुख सचिव सुभाष चंद्र शर्मा द्वारा जारी शासनादेश के अनुसार, वर्ष 2016 में जारी पुराने आदेश को संशोधित करते हुए यह नई व्यवस्था लागू की गई है। इस संबंध में सभी मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों, मंडलीय उपनिदेशकों, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारियों, विभागीय प्रशिक्षण केंद्रों, आश्रयगृहों के अधीक्षकों और राजकीय विशेष विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को सूचित कर दिया गया है ताकि पात्र लाभार्थियों तक समय से यह सहायता पहुंचे। इस निर्णय से प्रदेश भर के हजारों दिव्यांग छात्र-छात्राओं और उनके परिवारों को सीधा लाभ मिलेगा, जिससे उनकी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करना और बेहतर जीवन यापन संभव हो सकेगा। Uttar Pradesh Newsअगली खबर पढ़ें
दिव्यांगों को मिली बड़ी राहत
प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में दिव्यांगजनों के सामाजिक और आर्थिक सशक्तीकरण की दिशा में लगातार ठोस और संवेदनशील कदम उठाए जा रहे हैं। भत्ते में की गई यह बढ़ोतरी दिव्यांग बच्चों और उनके परिजनों के लिए न केवल आर्थिक राहत है बल्कि यह सरकार की मानवीय सोच का भी परिचायक है।यह भी पढ़े: क्या है UP का निराश्रित महिला पेंशन योजना? इसका उद्देश्य और लाभ
लागू की गई नई व्यवस्था
प्रमुख सचिव सुभाष चंद्र शर्मा द्वारा जारी शासनादेश के अनुसार, वर्ष 2016 में जारी पुराने आदेश को संशोधित करते हुए यह नई व्यवस्था लागू की गई है। इस संबंध में सभी मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों, मंडलीय उपनिदेशकों, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारियों, विभागीय प्रशिक्षण केंद्रों, आश्रयगृहों के अधीक्षकों और राजकीय विशेष विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को सूचित कर दिया गया है ताकि पात्र लाभार्थियों तक समय से यह सहायता पहुंचे। इस निर्णय से प्रदेश भर के हजारों दिव्यांग छात्र-छात्राओं और उनके परिवारों को सीधा लाभ मिलेगा, जिससे उनकी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करना और बेहतर जीवन यापन संभव हो सकेगा। Uttar Pradesh Newsसंबंधित खबरें
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