Good news : पंचायत चुनाव में जान गंवाने वाले कर्मियों के परिजनों को मिलेंगे 30 - 30 लाख रुपये

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 01:25 AM
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Good news सहारनपुर। त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन-2021 (panchayat chunav 2021) में चुनाव डयूटी में तैनात कार्मिकों की कोविड-19 व नाॅन कोविड से मृत्यु होेने पर शासन द्वारा तीस — तीस लाख रूपए मृतक अनुग्रह धनराशि निर्धारित की गई है। जनपद के 21 कर्मियों की मृत्यु होने पर 6 करोड़ 30 लाख रूपए की अनुग्रह धनराशि मतृक के परिजनों के बीच वितरित कराई जायेंगा। जिला मजिस्ट्रेट अखिलेश सिंह ने आज यहां यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि संबंधित कार्मिक की सेवा पुस्तिका में दर्ज सभी आश्रितों को बराबर-बराबर सहायता की धनराशि उनके द्वारा वितरित करायी जायेगी। उन्होंने बताया कि यदि सेवा पुस्तिका में आश्रितों के नाम दर्ज नहीं है तो मृतक कार्मिक के उत्तराधिकारियों में सहायता की धनराशि बराबर-बराबर उनके द्वारा वितरित की जायेगी। डीएम अखिलेश सिंह ने बताया कि जनपद सहारनपुर के कार्यालय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के सहायक अध्यापक स्व. विकास कुमार राणा, श्रीमती सुनीता रानी सहायक अध्यापक, श्रीमती सीमा रानी सहायक अध्यापक, श्रीमती मुमताज जहां सहायक अध्यापक, नदीम अख्तर सहायक अध्यापक, रकम सिंह सहायक अध्यापक, राकेश कुमार सहायक अध्यापक, रीनू सिंह सहायक अध्यापक, विकास कुमार सहायक अध्यापक, विरेन्द्र कुमार सहायक अध्यापक, विनोद कुमार सहायक अध्यापक, बिजेन्द्र सिंह सहायक अध्यापक, कार्यालय जिला कृषि रक्षा अधिकारी से डा. दीपक कुमार टैक्नीकल असिस्टेंट, कार्यालय नलकूप खण्ड से स्व. सतबीर सिंह टयूबैल आपरेटर, कार्यालय जिला पंचायत राज अधिकारी से स्व. इमरत सफाई कर्मचारी, सुशील कुमार सहायक राजस्व निरीक्षक, कार्यालय क्षेत्रीय सेवायोजन से प्रवीण कुमार सीनियर असिस्टेन्ट, राजकीय भूमि संरक्षण प्रशिक्षण केन्द्र से विरेन्द्र मलिक, सीनियर टैक्नीशियन असिस्टेंट, कार्यालय जिला गन्ना अधिकारी उबैद उस्मानी सीनियर क्लर्क, कार्यालय वाणिज्य कर से नरेश कुमार वरिष्ठ सहायक, कार्यालय जिला ग्राम्य विकास अभिकरण से कर्म सिंह टैक्नीकल असिस्टेंट के आश्रितों को भुगतान करने की स्वीकृति प्रदान की जाती है।

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इलाहाबाद विश्विद्दालय में 25 सितंबर से शुरु होगी पीजी और प्रोफेशनल परिक्षाएं

Allahabad University 1 3
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calendar30 Nov 2025 07:42 PM
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प्रयागराज: इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय Allahabad Central University में जल्द ही परिक्षांए करवाने की योजना बनाई जा रही है। कोरोना के दौरान विश्विद्दालय बन्द होने की वजह से छात्रों की पढ़ाई काफी प्रभावित हुई है। फिलहाल संक्रमण का खतरा कम हो चुका है। इसको ध्यान में रखकर परास्नातक और इंस्टीट्यूट आफ प्रोफेशनल स्टडीज वाली अंतिम सेमेस्टर Semester की परीक्षाएं 25 सितंबर से शुरु होगी। बुधवार को समीति बैठक Meeting में यह फैसला लिया गया। इससे संबिंधित आधिकारिक नोटिफिकेशन Official Notification भी जारी किया जा चुका है जिससे जानकारी को आसानी से साझा किया सके।

विश्वविद्दालय University की ओर से 20 सितंबर को सूचना जारी की गई, जिसमें कहा गया था कि पीजी और प्रोफेशनल Professional पाठ्यक्रम की परीक्षाएं 25 सितंबर से करवाई जाएगी। इसका विस्तृत कार्यक्रम भी जारी हुआ था। छात्रों की सुविधा के लिए 20 सितंबर को परीक्षा नियंत्रक की तरफ से परीक्षा स्थगित करने की सूचना जारी की गई। इस सूचना में परीक्षाएं 22 से 30 अक्टूबर के बीच कराई जाने का ज़िक्र किया गया।

बैठक में परीक्षा करवाने का लिया गया फैसला

बुधवार के दिन परीक्षा Examination समिति की आपात बैठक Meeting हुई। इसमें सबकी सहमति से निर्णय Decision लिया गया कि यह परीक्षाएं अब 25 सितंबर से होगी। जानकारी के मुताबिक 23 सितंबर को दीक्षा समारोह होना है जिसके चलते परीक्षाएं स्थगित की गईं थीं। समारोह की मुख्य अतिथि सूबे की राज्यपाल और इवि की चीफ रेक्टर आनंदी बेन पटेल व्यस्त चल रही, जिसके चलते समारोह स्थगित किया गया था। इसके बाद यह निर्णय लिया कि अब यह परीक्षाएं पूर्व निर्धारित तिथि यानी 25 सितंबर से करवाई जाएगी।

अक्टूबर में कराई जाएंगी प्रतियोगी परिक्षांए

छात्रों ने जानकारी Information दिया कि अक्टूबर में कई प्रतियोगी परीक्षाएं Competitive Exams भी होनी है। उन परीक्षाओं और इवि की परीक्षाओं की तिथि एक ही दिन पर रखी गई थी। इसकी वजह से छात्रों ने इवि प्रशासन से परीक्षा स्थगित करने का अनुरोध किया था। अक्टूबर के आखरी हफ्ते में परीक्षा के नतीजे जारी होंगे।

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Saharanpur News : एटीएस की टीम ने सहारनपुर से गिरफ्तार किए पांच युवक

Saharanpur
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calendar23 Sep 2021 01:30 PM
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Saharanpur News : मौलाना कलीम maulana kaleem को गिरफ्तार करने के बाद मेरठ एटीएस ATS टीम सहारनपुर पहुंची। एटीएस टीम ने सरसावा के मुख्य बाजार में एक धार्मिक स्थल पर छापेमारी की। एटीएस ATS टीम ने अलग-अलग शहरों के रहने वाले पांच युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। यह पांचों युवक लोगों को धर्मांतरण कराने के लिए विवश कर रहे थे।

एटीएस टीम ने मुजफ्फरनगर से कुछ दिन पहले मौलाना कलीम सिद्दीकी को गिरफ्तार था। पूछताछ के बाद मौलाना ने एटीएस टीम को सहारनपुर में अपने कुछ युवक रहने की बात बताई। एटीएस टीम ने तुरंत एक्शन लिया और 20 सितंबर की देर रात सहारनपुर के सरसावा में पहुंच गई और मुख्य बाजार में छापेमारी में पांच युवकों को गिरफ्तार कर मेरठ ले गई।

एटीएस टीम द्वारा गिरफ्तार पांचों युवकों पर आरोप था कि यह लोगों को जबरन, डरा धमकाकर धर्मांतरण कराते हैं। जिसके लिए दूसरे देशों से फंडिंग भी हो रही है। बताया जा रहा है कि यह युवक अलग-अलग राज्यों से आए है और तीन माह से सहारनपुर के सरसावा में रह रहे थे। सुबह होते ही वह निकल जाते थे और रात होते ही धार्मिक स्थल में ठहर जाते थे। आसपास के लोगों को भी यह जानकारी नहीं थी कि वह क्या करते थे।

आसपास के लोगों में दहशत की टीम जब 20 सितंबर की देर रात को पांच गाड़ियों के साथ पहुंची तो आसपास के लोगों में हलचल मच गई। लोगों को कहना है कि पांच गाड़ियों में कुछ लोग आए थे और धार्मिक स्थल से पांच लोगों को उठाकर ले गए। लेकिन यह कुछ मिनट में हो गया और लोग समझ भी नहीं पाए की क्या हुआ है?

कुछ दिन पूर्व उत्तराखंड के रहने वाले फिलहाल सहारनपुर निवासी नितिन पंत उर्फ अली हसन पिछले माह धर्मांतरण मामले में काफी चर्चाओं में थे। नितिन पंत ने खुलासा किया कि वह भी मौला कलीम सिद्दीकी से कई बार मिल चुके हैं। वह सऊदी अरब और पाकिस्तान से फंडिंग होने का दावा करते थे। नितिन ने बताया कि दिल्ली के रोहिणी में इनका बड़ा ऑफिस है, जहां से धर्मांतरण का बड़ा कार्य किया जाता है। नितिन ने बताया कि वह हिंदू लड़कियों को फंसाकर अश्लील वीडियो बनाकर धर्मांतरण कराने हिंदू युवकों को नशे का आदी बनाने को कहा करते थे।

एसएसपी डा.एस.चनप्पा का कहना है कि इस मामले की कोई जानकारी नहीं है। हां, अक्सर जब भी आसपास के लोगों में दहशत छापेमारी करती है तो वह लोकल पुलिस को सूचना नहीं करती है। सहारनपुर में भी आसपास के लोगों में दहशत आई होगी, लेकिन यहां लोकल पुलिस को सूचना नहीं दी गई।