नकली नोटों के मामले में बदनाम है उत्तर प्रदेश का ये शहर, एक बार फिर चर्चाओं में

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UP News
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calendar23 JUN 2025 03:56 PM
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UP News : उत्तर प्रदेश का अमरोहा जिला एक बार फिर नकली नोटों के धंधे को लेकर सुर्खियों में है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने रविवार को उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में कई स्थानों पर छापा मारकर नकली नोटों के गोरखधंधे का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है और उनके पास से 47,000 रुपये के नकली नोट, नोट छापने के उपकरण लैपटॉप, प्रिंटर और विशेष कागज भी बरामद हुए हैं। दिल्ली पुलिस इन दोनों को अपने साथ राजधानी ले गई है और अब इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच की जा रही है।

अमरोहा में छप रहे नकली नोट

दरअसल, इस कार्रवाई की शुरुआत शुक्रवार को हुई जब दिल्ली में अमरोहा निवासी अदनान को 20,000 रुपये के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान अदनान ने चौंकाने वाला खुलासा किया कि ये नकली नोट दिल्ली में नहीं, बल्कि अमरोहा में छप रहे हैं। इसी सूचना के आधार पर दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम रविवार को अमरोहा पहुंची और अदनान को साथ लेकर नगर कोतवाली में आमद कराई।

छापा मारकर युवक को किया गिरफ्तार

इसके बाद टीम ने मुहल्ला जलीलाबाद में छापा मारकर दानिश नामक युवक को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 27,000 रुपये के नकली नोट बरामद किए गए। उसके घर से नोट छापने की फुल सेटअप मशीनरी जैसे प्रिंटर, लैपटॉप और कच्चा माल भी मिला। इतना ही नहीं, टीम ने मुहल्ला सराय कोहना में एक जनसेवा केंद्र पर भी छापा मारा जहां से उन्हें इस रैकेट से जुड़ी महत्वपूर्ण सूचनाएं मिलीं। हालांकि जनसेवा केंद्र संचालक को हिरासत में नहीं लिया गया, केवल पूछताछ की गई और जरूरत पड़ने पर दिल्ली बुलाने की बात कही गई है। पुलिस की इस कार्रवाई के दौरान इलाके में काफी भीड़ जमा हो गई। लोग यह जानकर हैरान थे कि उनके बीच रहने वाले लोग इस तरह के संगीन अपराध में शामिल हैं।

नकली नोटों के मामले में बदनाम है अमरोहा

गौर करने वाली बात यह है कि अमरोहा पहले भी नकली नोटों के मामलों में बदनाम रहा है। महज पांच महीने पहले मुहल्ला मछरट्टा में भी नकली नोट छापने का मामला सामने आया था जहां भूरा नामक युवक को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। उससे पहले अहमद नगर की एक महिला और युवक और नौगावां सादात के दो सगे भाई जो नोएडा में नौकरी करते थे, भी इस गोरखधंधे में पकड़े जा चुके हैं।

संभल से भी 6 लोग हुए थे गिरफ्तार

संभल जिले में भी बीते साल इसी नेटवर्क से जुड़े छह लोग गिरफ्तार किए गए थे। हाल ही में आदमपुर थाना क्षेत्र में भी पुलिस ने दो लोगों को नकली नोटों के मामले में जेल भेजा है। जाहिर है कि पश्चिमी यूपी में नकली नोटों का यह नेटवर्क एक गहरी जड़ें जमा चुका सिंडिकेट बन चुका है। इस बार की कार्रवाई से भले ही एक बड़ा मॉड्यूल पकड़ा गया हो, लेकिन यह भी साफ हो गया है कि पूरा खेल अभी खत्म नहीं हुआ है। UP News

उत्तर प्रदेश का यह नामी डॉक्टर चला रहा था बड़ा सैक्स रैकेट

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उत्तर प्रदेश का यह नामी डॉक्टर चला रहा था बड़ा सैक्स रैकेट

Sex Racket 1
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar23 JUN 2025 03:03 PM
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UP News : उत्तर प्रदेश का एक नामी डॉक्टर बहुत बड़ा ‘कलाकार’ निकाला। उत्तर प्रदेश का यह नामी डॉक्टर बहुत बड़ा SEX रैकेट चला रहा था। उत्तर प्रदेश में चलाए जा रहे SEX रैकेट में विदेशी लड़कियों का इस्तेमाल किया जा रहा था। SEX रैकेट में लगाई गई विदेशी लड़कियों की पहचान बदली जा रही है। उत्तर प्रदेश का नामी डॉक्टर विदेशी लड़कियों के चेहरे के प्लास्टिक सर्जरी करके उनकी पहचान को बदल देता था। विदेशी लड़कियों की पहचान एक खास कारण से बदली जाती थी।

उत्तर प्रदेश का यह डाक्टर चला रहा था अंतर्राष्ट्रीय SEX रैकेट

उत्तर प्रदेश पुलिस ने हाल ही में एक बहुत बड़े SEX रैकेट का खुलासा किया है। उत्तर प्रदेश पुलिस का दावा है कि उत्तर प्रदेश में चलाया जा रहा यह SEX रैकेट अंतर्राष्ट्रीय स्तर का रैकेट था। उत्तर प्रदेश पुलिस ने बताया कि इस SEX रैकेट को चलाने में उत्तर प्रदेश के एक नामी प्लास्टिक सर्जन की भूमिका सामने आई है। सर्जन का नाम डॉ. विवेक गुप्ता है। आरोप है कि डॉ. गुप्ता ने उज्बेकिस्तान की दो महिलाओं- होलिडा और निलोफर की प्लास्टिक सर्जरी कर उनकी पहचान बदल दी। ऐसा इसलिए किया गया ताकि दोनों बिना पासपोर्ट और वीजा के भारत में अवैध रूप से रह सकें साथ ही देह व्यापार के काले धंधे को भी चला सकें।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पकड़ा गया बड़ा SEX रैकेट

बीते 21 जून को विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) और उत्तर प्रदेश पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में इन दोनों महिलाओं को ओमेक्स हजरतगंज के एक फ्लैट से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि उज्बेकिस्तान की महिलाओं को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शरण देने और उनके चेहरे को बदलने का काम डॉ. विवेक गुप्ता ने अर्जुन राणा नाम के शख्स के कहने पर किया था। अर्जुन राणा खुद को मीडिया पर्सन बताता है। वह उज्बेकिस्तानी गैंग लीडर लोयोला नामक महिला का पति है। लोयोला के खिलाफ पहले से उज्बेकिस्तान में लुक आउट नोटिस जारी है। वहां से फरार होने के बाद उसने भारत में शरण लेकर यहां सेक्स रैकेट का संचालन शुरू कर दिया। शक है कि उसके सेक्स रैकेट का दायरा सिर्फ लखनऊ तक सीमित नहीं होगा। यह SEX रैकेट पूरे उत्तर प्रदेश में फैला हुआ था। गौरतलब है कि खुलासे के बाद खुफिया एजेंसियां भी हरकत में आ गई हैं। उत्तर प्रदेश की राजधानल लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाने में आरोपी डॉक्टर विवेक गुप्ता और अर्जुन राणा के खिलाफ विदेशी अधिनियम सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। फिलहाल, एफआरआरओ की टीम ने इनके नेटवर्क को खंगालना शुरू कर दिया है। पुलिस इस गैंग के अन्य ठिकानों और विदेशी कनेक्शन की जांच कर रही है। UP News

उत्तर प्रदेश सरकार ने शुरू कर दी है बड़ी योजना, खर्च होंगे 45 अरब रुपए

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उत्तर प्रदेश सरकार ने शुरू कर दी है बड़ी योजना, खर्च होंगे 45 अरब रुपए

Cm yogi 19 min
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar23 JUN 2025 02:16 PM
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UP News : उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बहुत बड़ी योजना शुरू कर दी है। उत्तर प्रदेश सरकार की इस बड़ी योजना को पूरा करने पर 45 अरब रुपए खर्च किए जाएंगे। उत्तर प्रदेश सरकार की यह बड़ी योजना प्रदेश के भविष्य को निखारने तथा संवारने की योजना है। उत्तर प्रदेश सरकार की इस बड़ी योजना के तहत प्रदेश के सभी 75 जिलों को कवर किया जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार इस बड़ी योजना पर तेजी के साथ काम कर रही है।

क्या है उत्तर प्रदेश सरकार की बड़ी योजना

उत्तर प्रदेश सरकार की बड़ी योजना प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था से जुड़ी हुई है। उत्तर प्रदेश सरकार की इस बड़ी योजना के तहत 75 जिलों में कम से कम दो-दो मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालय (Composite School) स्थापित किए जाएंगे। उत्तर प्रदेश के हर जिले में स्थापित होने वाले मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालय की स्थापना पर 30 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। पूरे उत्तर प्रदेश में 150 मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालय स्थापित होंगे। एक विद्यालय पर 30 करोड़ रूपए के खर्च के हिसाब से पूरी योजना पर 150X300000000 = 45000000000 पूरे 45 अरब रुपए खर्च किए जाएंगे।

प्रथम चरण में उत्तर प्रदेश के 39 जिलों में शुरू हो गई है बड़ी योजना

आपको बता दें कि, उत्तर प्रदेश प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को आधुनिक और समावेशी बनाने की दिशा में 39 जिलों में मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालयों का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। वहीं 10 अन्य जिलों में भी जल्द निर्माण कार्य शुरू करने की तैयारी है। शेष अन्य जिलों के लिए वित्तीय स्वीकृति व भूमि चयन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। प्रदेश के सभी 75 जिलों में मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालयों का निर्माण होना है। पिछले दिनों एक कार्यक्रम में सीएम ने 39 जिलों के विद्यालयों के निमार्ण कार्य का शिलान्यास किया था। इसके बाद यहां काम शुरू कर दिया गया है। वहीं इनके सभी जिलों में निर्माण के बाद दूसरे चरण में भी हर जिले में 1-1 मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालय का निर्माण प्रस्तावित है। हर जिले में 2-2 मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालयों के निर्माण की कार्ययोजना है। इनमें प्री-प्राइमरी से 12वीं तक की कक्षाएं एक ही परिसर में चलेंगी। 5 से 10 एकड़ भूमि पर 30 करोड़ की लागत से विद्यालय स्थापित किए जा रहे हैं। निर्माण के लिए सरकार ने 6 निर्माण एजेंसियों को अलग अलग जिम्मेदारी दी है।

उत्तर प्रदेश के इन जिलों में शुरू हो गया है निर्माण

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर, हापुड़, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, मुजफ्फरनगर, बागपत, बिजनौर, सम्भल, अमरोहा, रामपुर, बदायूं, सीतापुर, सुल्तानपुर, रायबरेली, अमेठी, कानपुर देहात, महाराजगंज, अम्बेडकरनगर, लखीमपुर खीरी, बलिया, हमीरपुर, औरैया, हरदोई, चित्रकूट, ललितपुर, जालौन, चन्दौली, फिरोजाबाद, श्रावस्ती, इटावा, मैनपुरी, कौशाम्बी, मऊ, शाहजहांपुर, संतकबीरनगर, गाजीपुर, हाथरस, बहराइच, भदोही जिलों में निर्माण कार्य शुरू हो गया है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताई बड़ी योजना की विशेषताएं

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बड़ी योजना की विशेषताएं बताई हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालयों को अटल आवासीय विद्यालयों की तर्ज पर एक मॉडल के रूप में चलाया जाएगा। यहां साइंस, मैथ्स, कंप्यूटर लैब, कौशल विकास केंद्र, स्टेडियम और मल्टीपर्पज हॉल भी होगा। अभी हर जिले में दो-दो विद्यालय दिए गए हैं। आगे चलकर हर विधानसभा में एक-एक सीएम मॉडल कंपोजिट विद्यालय दिए जाएंगे। इससे एक ही घर के बच्चे अलग-अलग विद्यालयों में नहीं बल्कि एक ही कैंपस में पढ़ेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बताया कि, इन विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ प्रशिक्षित व पर्याप्त शिक्षक भी मिलेंगे। उन्होंने डीबीटी के माध्यम से बच्चों के यूनिफॉर्म, बैग, जूते, मोजे और स्वेटर के लिए 1200 करोड़ रुपये जारी करते हुए शिक्षकों से कहा कि वह इस राशि के सदुपयोग के लिए अभिभावकों को जागरूक करें। उन्होंने यह भी कहा कि जुलाई में शिक्षक घर-घर जाएं और अभिभावकों को 5 से 14 साल के हर बच्चे को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करें। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बताया कि, 2017 से पहले बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में जर्जर भवन, गंदगी और अव्यवस्था का बोलबाला था। छात्रों की कमी और ड्रॉपआउट दर अधिक थी। आज इन स्कूलों में शौचालय, पेयजल, खेल के मैदान, स्मार्ट क्लास और डिजिटल लाइब्रेरी जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसकी वजह से स्कूलों में छात्रों की संख्या 800 से 1200 तक पहुंच गई है। यह शिक्षा का एक नया मॉडल है, जो बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और समग्र विकास के अवसर दे रहा है। UP News

उत्तर प्रदेश के हर व्यक्ति की सेवा करना मेरा फर्ज है : योगी आदित्यनाथ

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