उत्तर प्रदेश सरकार ने दे दी है धान खरीद नीति को मंजूरी, किसानों को होगा फायदा

उत्तर प्रदेश सरकार ने दे दी है धान खरीद नीति को मंजूरी, किसानों को होगा फायदा
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 12:55 PM
bookmark
UP News : उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों को बड़ा तोहफा दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार को मत है कि प्रदेश के किसान अर्थव्यवस्था का मूल आधार है। किसानों को उनकी फसल का वाजिब दाम अक्सर नहीं मिलता है। इसी बात को ध्यान रखते हुए उत्तर प्रदेश की सरकार ने प्रदेश के किसानों को बड़ा तोहफा दिया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश सरकार ने किसानों को यह बड़ी तोहफा दिया है।

धान की अधिक से अधिक खरीद का लक्ष्य

बता दें कि सरकार ने इस साल 70 लाख टन धान खरीद का लक्ष्य रखा है, जिसमें पश्चिमी यूपी में खरीद प्रक्रिया 1 अक्टूबर से शुरू होगी। जबकि पूर्वी और मध्य यूपी में यह 1 नवंबर से शुरू होगी। खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा तैयार इस प्रस्ताव को मंगलवार को कैबिनेट बाई सर्कुलेशन ने मंजूरी दे दी। इस फैसले से प्रदेश के लाखों किसानों को राहत मिलेगी। साथ ही किसानों को इससे कई लाभ भी मिलेगे।

धान खरीदने के लिए समय और स्थान

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों जैसे मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली, आगरा, अलीगढ़, झांसी और लखनऊ मंडल के हरदोई, लखीमपुर, सीतापुर में 1 अक्तूबर 2024 से 31 जनवरी 2025 तक धान की खरीद होगी। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसानों को 48 घंटे के भीतर उपज का भुगतान मिले और खरीद प्रक्रिया में किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो।

सभी वर्ग के उद्यमियों को मिलेगी राहत UP News

योगी सरकार ने सभी वर्ग के उद्यमियों के लिए भी अहम फैसले लिए है। राज्य में सीएनजी जनरेटर की खरीद पर सरकार 50 प्रतिशत अनुदान देगी। साथ ही सरकार ने डीजल जनरेटरों में प्रदूषण नियंत्रण यंत्र लगाने का निर्देश भी दिया है। और इस नीति से प्रदूषण तो कम होगा ही, और साथ ही उद्यमियों को भी बहुत राहत मिलेगी।

इस नीति से होगें कई फायदें

इस प्रस्ताव को कैबिनेट बाई सर्कुलेशन ने मंजूरी दी है। किसानों को अपने उपज का उचित दाम मिलेगा। साथ ही किसानों को धान की खरीद के लिए मंडियों में इंतजार नहीं करना होगा। ऑनलाइन पॉर्टल के जरिए सभी जानकारी मिलती रहेगी। इस नीति से किसानों को आर्थिक मजूबती मिलेगी। साथ ही यह नीति प्रदेश के उद्योगों को लिए भी फायदेंमंद साबित होगी। उद्यमियों के लिए स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा के इस्तेमाल को भी बढ़ावा देगी, जिससे प्रदूषण को नियंत्रित करने में भी मदद मिलेगी। UP News

उत्तर प्रदेश में है एशिया का सबसे बड़ा गांव, विशेषताओं से भरा है गांव

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

उत्तर प्रदेश में है एशिया का सबसे बड़ा गांव, विशेषताओं से भरा है गांव

उत्तर प्रदेश में है एशिया का सबसे बड़ा गांव, विशेषताओं से भरा है गांव
locationभारत
userचेतना मंच
calendar27 Sep 2024 07:39 PM
bookmark
UP News : एशिया का सबसे बड़ा गांव कहां पर है? इस सवाल का जवाब बड़े से बड़े बुद्धिजीवी नहीं दे पाते हैं। हम आपको बता रहे हैं कि एशिया का सबसे बड़ा गांव उत्तर प्रदेश में है। उत्तर प्रदेश में मौजूद एशिया के सबसे बड़े गांव की ढ़ेर सारी विशेषताएं हैं। उत्तर प्रदेश में मौजूद सबसे बड़े गांव की विशेषताएं जानकर आपका मन भी जरूर करेगा कि आप उत्तर प्रदेश के इस गांव को जरूर देख लें। आपको हम यहां उत्तर प्रदेश में मौजूद एशिया के सबसे बड़े गांव से परिचित करा रहे हैं।

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में है सबसे बड़ा गांव

आपको बता दें कि एशिया का सबसे बड़ा गांव उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में मौजूद है। उत्तर प्रदेश में स्थापित एशिया के सबसे बड़े गांव का नाम गहमर है। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में स्थित गहमर गांव की आबादी डेढ़ लाख है। 1.50 लाख की आबादी वाला उत्तर प्रदेश का गहमर गांव भारत का तो सबसे बड़ा गांव है ही। गहमर गांव की अनेक विशेषताओं में से एक खास विशेषता हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती है।

गहमर गांव है फौजी गांव

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में स्थित गहमर गांव को फौजी गांव भी कहा जाता है। कुछ लोग गहमर गांव को फौजियों का गांव कहते हैं। गहमर को फौजी गांव कहने का खास कारण यह है कि गहमर गांव में हर दूसरे घर का कोई ना कोई युवक फौज की नौकरी में है अथवा रहा है। अकेले गहमर गांव के 20 हजार लोग फौजी हैं। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के गहमर गांव में 15 हजार के करीब रिटायर्ड फौजी हैं। वहीं 42 फौजी ऐसे हैं जो लेफ्टिनेंट से ब्रिगेडियर की पोस्ट तक पहुंचे हैं। इस गांव में 35 लोग आज आर्मी में कर्नल के पद पर हैं। पूरा गांव 22 टोले में बंटा है। दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार यहां के हर टोले का नामकरण किसी फौजी के नाम पर है। गांव में जाने पर पता चलता है कि यहां हर युवा फौज में जाने की तैयारी कर रहा है। कोई एक्सरसाइज कर रहा है तो कोई दौड़ लगा रहा है।

फौज की तैयारी के लिए हैं इंतजाम

गहमर गांव में 83 साल के पहलवान बली सिंह रोज मैदान पर युवाओं को ट्रेनिंग देने के लिए पहुंच जाते हैं। वहीं गांव के युवा सुबह 4 बजे मैदान में पहुंच जाते हैं। इसके बाद सुबह 8 बजे तक ट्रेनिंग चलती है। गांव में तैयारी के लिहाज से बड़ी-बड़ी हैलोजन लाइट भी लगवाई गई है। शाम को 6 बजे से लेकर रात 9 बजे तक भी ऐसे ही ट्रेनिंग होती है। गांव के रिटायर्ड फौजियों ने आने वाली पीढ़ी को फौज में भर्ती कराने के लिए मठिया नामक मैदान में 1600 मीटर का स्पेशल ट्रैक बनाया है। इस ट्रैक पर जो युवा दिल से दौड़ लगाता है उसका सेना में सेलेक्शन तय माना जाता है। इस मैदान में दौड़ लगाने वाले 12 हजार युवा अभी फौज में है। यही कारण है कि एशिया के सबसे बड़े गांव गहमर को फौजी गांव भी कहा जाता है। गहमर गांव की दूसरी अनेक विशेषताओं से आपको जल्दी ही परिचित कराएंगे।

उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी गांव पंचायत

उत्तर प्रदेश ही नहीं एशिया का सबसे बड़े गांव गहमर को आपने जान लिया है। साथ में ही यह भी जान लेते हैं कि उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी गांव पंचायत कौन सी है। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश भारत में सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है। साल 2011 में यहां की जनसंख्या 19 करोड़ 98 लाख 12 हजार 341 दर्ज की गई थी। वर्तमान में यह आंकड़ा 25 करोड़ के पार हो गया है। इसके साथ ही भारत का यह राज्य सबसे अधिक जिलों वाला राज्य भी है। भारत के 73वें संविधान संशोधन के तहत त्रिस्तरीय पंचायती राज प्रणाली में ग्राम पंचायत प्रमुख संस्था है। इसमें निर्वाचित सदस्य होते हैं, जो कि ग्राम सभा द्वारा चुने जाते हैं। ऐसे में ग्राम सभा ग्राम पंचायत का प्रमुख अंग है। वहीं, ग्रामीण स्तर पर कार्य प्रणाली के लिए ग्राम पंचायत जिम्मेदार होती हैं, जो कि सीधे गांव के लोगों से जुड़ी होती हैं। अब हम यह जान लेते हैं कि उत्तर प्रदेश में कुल कितनी ग्राम पंचायत मौजूद हैं। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की पंचायती राज विभाग की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, प्रदेश में कुल 57,691 ग्राम पंचायत मौजूद हैं। इसके साथ ही यहां 56,642 पंचायत भवन हैं। उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत की बात करें, तो यह गाजियाबाद जिले में मौजूद है, जो कि डासना ग्राम पंचायत है। डासना ग्राम पंचायत नौ गांवों को जोडक़र एक ग्राम पंचायत बनी है। इसमें इंदरगढ़ी, भूडगढ़ी, राजीव कॉलोनी, कल्लू गढ़ी, मयूर विहार, उस्मान गढ़ी, गुर्जर गढ़ी, कुडय़िा गढ़ी व जेल कॉलोनी शामिल है। UP News

उत्तर प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला, महाकुंभ मेला नो मीट जोन घोषित

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

उत्तर प्रदेश में जल्द आएगा नया नियम, रात में सड़कों पर गाड़ी खड़ी की तो...

उत्तर प्रदेश में जल्द आएगा नया नियम, रात में सड़कों पर गाड़ी खड़ी की तो...
locationभारत
userचेतना मंच
calendar27 Sep 2024 07:23 PM
bookmark
UP News : आपने रात के समय उत्तर प्रदेश के कई शहरों की सड़कों पर लोगों को गाड़ी पार्क करते हुए देखा होगा। क्या आपने कभी सोचा है कि ये पार्किंग शुल्क होती है या नि:शुल्क? आगर आपका जवाब ना है तो हम आपको बताते हैं। दरअसल रात समय लोगों द्वारा सड़कों पर जो गाड़ी पार्क की जाती है वो निशुल्क होती है, और कार ड्राइवर से पार्किंग के लिए सरकार की तरफ से किसी तरह का शुल्क नहीं लिया जाता है। लेकिन अब उत्तर प्रदेश सरकार पार्किंग को लेकर बेहद जल्द नया फैसला सुनाने वाली है। जानकारी के मुताबिक सरकार की तरफ से अब सड़कों पर रात भर गाड़ी खड़ी करने पर शुल्क देना होगा। नगर विकास विभाग की ओर से इसकी तैयारी कर ली गई है।

उत्तर प्रदेश सरकार करेगी नया नियम लागू

दरअसल उत्तर प्रदेश के शहरों में रात में सड़कों पर गाड़ी पार्क करने वालों के खिलाफ सरकार एक नया नियम बेहद जल्द लागू करने जा रही है। योजना के मुताबिक, यदि कोई रात में नगर निगम के अधिकार क्षेत्र (सार्वजनिक जगहों) में आने वाले स्थानों पर गाड़ी खड़ी करता है तो उससे पार्किंग शुल्क लिया जाएगा। यह शुल्क प्रति रात 100 रुपये, हफ्ते भर के लिए 300 रुपये, महीने भर के लिए 1000 रुपये और साल भर के लिए एक हजार रुपये होगा।

कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद लागू होगा नियम

बता दें कि प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात ने प्रदेश नगर निगम अनंतिम नियमावली-2024 के की जानकारी देते हुए इस पर सुझाव मांगे हैं। उनका कहना है कि, लोगों के सुझाव मिलने के बाद विचार किया जाएगा और आपत्तियों का निवारण करने के बाद नई पार्किंग नीति के लिए कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा, शहरों में पार्किंग ना होने कारण नगर निगम मन माने तरीके से वसूली करता है। इससे अवैध पार्किंग में भी बढ़ोत्तरी हुई है।

जल्द लाई जाएगी नई पार्किंग नीति UP News

प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात ने जानकारी देते हुए कहा कि, सुनियोजित पार्किंग के लिए नगर विकास विभाग से नई नीति लाने का निर्देश दिया था। उसी के आधार पर नई पार्किंग नीत जल्द लाई जाएगी। वहीं नई पार्किंग नीति पर नगर विकास के अधिकारी ने कहा कि इससे निकायों की आय में भारी इजाफा होगा। उन्होंने कहा कि शहरों में पार्किंग ठेकों के लिए बड़ी कंपनियां भी टेंडर डाल सकेंगे। UP News

प्यार के खातिर लॉ स्टूडेंट बन बैठा शातिर चोर, लखनऊ का है अजब-गजब मामला

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।