Friday, 15 November 2024

Eye Disease in Children : बच्चों में अचानक बढ़ी मोतियाबिंद और ग्लूकोमा की बीमारी।

Eye Disease in Children : बच्चों में बढ़ती आँखो की समस्या के कारण डॉक्टर चिंतित हैं । कहा जा रहा…

Eye Disease in Children : बच्चों में अचानक बढ़ी मोतियाबिंद और ग्लूकोमा की बीमारी।

Eye Disease in Children : बच्चों में बढ़ती आँखो की समस्या के कारण डॉक्टर चिंतित हैं । कहा जा रहा की करोना काल के बाद से ही  बच्चों में  मोतियाबिन्द और ग्लुकोमा का खतरा बढ़ता जा रहा है ।बीते तीन महीनों  में  जीएसवीएम मेडिकल कालेज के नेत्र चिकित्सा विभाग मे 19 बच्चे अपनी समस्या ले कर आये। शुरुआती दौर में इनकी संख्या कम थी बाद मे धीरे-धीरे बढ़ कर 19 जो गयी,  जिन्मे से 5 बच्चो की मोतियाबिंद और ग्लुकोमा की सर्जरी की गयी। डॉक्टरों का कहना है की बच्चो में  उभरती इन  बिमारियों की जिम्मेदारी ज्यादातर अनुवांशिक होने के साथ रिश्तों मे हो रहे विवाह है ।

Eye Disease in Children :

 

इसलिये डॉक्टरों ने इसकी जड़ तक पहुचने के लिये नेत्र विभाग ने इन बच्चों की केस हिस्ट्री  तैयार की जिसका क्रॉस सेक्शनल स्टडी करने का फ़ैसला किया।मेडिकल कालेज की प्रोफेसर डॉक्टर शालनी मोहन शहर के रहने  वाले अलग-अलग उम्र के बच्चों का ऑपरेशन किया जिसमे  एक महीने,छह महीने  और डेढ़ साल की उम्र के तीन बच्चों का मोतियाबिंद ऑपरेशन किया।समय से सर्जरी  होने के कारण  तीनो बच्चो की रोशनी लौट आयी |

Noida News: राष्ट्रपति ने सराहा नोएडा के दादी की रसोई वाले अनूप खन्ना को

फतेहपुर के दो भाइयों  चार और सात साल के बच्चों का ग्लुकोमा का ऑपरेशन किया गया।दोनो की आँखो मे परेशानी होने लगी थी आँखो का साईज बड़ा होने लगा था। तभी उनके माता पिता उन्हे नेत्र विभाग ले आये थे।जहां उन बच्चों को ग्लूकोमा डायग्नोस हुआ था। बच्चों को लेकर अभिभावक काफी जागरूक और जिम्मेदार हुए हैं  ।इसलिये वो नेत्र विभाग आ रहे है ।सर्जरी भी बढ़ी है  इसलिये बच्चे तेजी से परीक्षण के लिये आ रहे है ।समय के साथ सर्जरी होने से जटिलताएं भी खत्म हो रही है और इलाज भी समय से हो रहा है ।ऐसे मे अभिभावकों  को चाहिए की अपने बच्चों की आँखो में बदलाव को देखे तो बिना देरी किये नेत्र विभाग मे समय से आकर परीक्षण करायें ।

Uttrakhand: सरकारी नौकरी पाना हुआ आसान, इन पदों के लिए नहीं देना होगा इंटरव्यू

Related Post