Thursday, 26 December 2024

वजन घटाने के लिए सिर्फ एक्सरसाइज ही नहीं, नींद भी है जरूरी

Sleep and health News नींद शरीर के लिए एक ऐसी जरूरत है जिसे यदि पर्याप्‍त मात्रा में लिया जाए तो…

वजन घटाने के लिए सिर्फ एक्सरसाइज ही नहीं, नींद भी है जरूरी

Sleep and health News नींद शरीर के लिए एक ऐसी जरूरत है जिसे यदि पर्याप्‍त मात्रा में लिया जाए तो सेहत दुरुस्‍त रहती है। इसलिए परिवार के बड़े बुजुर्ग हमेशा समय पर पर्याप्‍त नींद लेने की हमेशा सलाह देते रहे हैं। यह सच है कि कम सोने या ज्‍यादा सोने दोनों ही सूरत में यह नुकसान दायक है। लेकिन अभी एक रिसर्च सामने आई है, जिसे पढ़कर ज्यादा सोने वालों की चांदी हो जाएगी। इस रिसर्च के मुताबिक अगर आप दिन में 30 मिनट बैठकर काम करने की जगह सो जाएं तो आपके बाडी का वजन कम हो  सकता है।

वजन कम करने के इस विज्ञान को समझिए

यह जानकारी मिलते ही तुरंत सोने न चले जाइएगा। आइये पहले ये समझते हैं कि सोने पर वजन कम होता कैसे है। वजन कम करने के इस विज्ञान को पहले समझिए फि‍र आजमाने की कोशिश करियेगा। बचपन से यही सुनते आए कि अगर वजन कम करना है तो शरीर को हिलाओ डुलाओ। खेलो कूदो और व्‍यायाम आदि के द्वारा शरीर की चर्बी कम की जा सकती है। अब इस रिसर्च में कहा जा रहा है कि वजन कम करना है तो सो जाओ।

संतुलित नींद जरूरी

हमलोग यह बात बचपन से ही जानते हैं कि संतुलित नींद हमारे जीवन का बहुत जरूरी हिस्सा है। लेकिन कम ही लोगों का ध्‍यान इस ओर है कि हम पर्याप्त नींद नहीं ले रहे हैं। इस बारे में एक रिसर्च में पाया गया कि 55% भारतीय जरूरत यानी औसत 6 घंटे से कम नींद ले रहे हैं। और तो और, 21% लोग ऐसे हैं जो सिर्फ 4 घंटे ही नींद ले पा रहे हैं। पर्याप्त नींद न लेने के बहुत से नुकसान हैं। नींद खाने की तरह है, ज्यादा खाएंगे तो भी नुकसान और बहुत कम खाएंगे तो भी नुकसान होता है। तो पिफर नींद को लेकर आखिर इस रिसर्च में ऐसा क्‍या है आइ जानते हैं।

Sleep and health News in hindi 

बैठे या लेटे रहने से ज्यादा सेहतमंद है सोना

पांच देशों के करीब 15 हजार लोगों पर यह रिसर्च की गई। इसमें लोगों के सोने, जागने, बैठकर काम करने और कसरत के टाइम पर लगातार नजर रखी गई। इस रिसर्च में जो बातें सामने आईं, उन्हें एक-एक करके समझते हैं।

  1. जो लोग कई घंटे बस यूं ही जगे और बैठे रहने की बजाय उस समय में सो रहे थे, कसरत कर रहे थे या खड़े रहकर काम कर रहे थे, उनका वजन बाकी लोगों से कम बढ़ा और उनका दिल भी ज्यादा हेल्दी था। मतलब जिन लोगों ने आधे घंटे बैठे रहने की बजाय आधे घंटे सोना या कसरत करना चुना, उनका वजन कम और हेल्थ दूसरों के मुकाबले ज्यादा दुरुस्त पाई गई।
  2. वहीं जो लोग एक सीमा से ज्यादा सो रहे थे और कसरत या व्यायाम का समय भी सोने में निकाल दे रहे थे, उनकी हेल्थ और वजन पर भी बुरा असर पड़ा। उनका वजन और कोलेस्ट्रॉल दोनों बढ़े हुए पाए गए। यानी अति सर्वत्र वर्जयेत। मतलब अगर हम बैठकर फोन चलाने की बजाय उस समय में सो लें तो ये हमारे लिए ज्यादा हेल्दी होगा। वहीं अगर हम कसरत या एक्सरसाइज करने की जगह हर वक्त सोते ही रहें तो ये भी सेहत के लिए ठीक नहीं होगा

नींद कम लेना भी स्‍वास्‍थ्‍य के लिए नुकसानदायक

हमारे शरीर में विविध क्रियाकलापों के द्वारा खून का संचार बेहतर होता है। जिससे खून के साथ ऑक्सीजन, ग्लूकोज और जरूरी तत्व दिल की धड़कनों की वजह से ही पूरे शरीर में पहुंच पाते हैं। सभी को लगातार ऑक्सीजन की जरूरत होती है। ये न मिले तो ये अंग काम करना बंद कर सकते हैं। यही कारण है कि हमारे दिल को दिन-रात काम करना पड़ता है। शरीर को चलाने के लिए जब दिल इतनी जिम्‍मेदारी निभा रहा है तो उसे आराम भी मिलना जरूरी है। बस यही मरम्मत का काम हमारा शरीर नींद में करता है। लेकिन इसके लिए पर्याप्त 6-8 घंटे की गहरी नींद जरूरी है। ये नींद कई स्टेज में पूरी होती है। सिर्फ ज्यादा देर तक सो लेना ही काफी नहीं, नींद की क्वालिटी भी अच्छी होनी चाहिए। तभी हमारा शरीर, दिमाग और दिल आराम कर पाते हैं। नींद के अलग-अलग स्टेज को नीचे लगे ग्राफिक से समझते हैं। नींद कम या ज्‍यादा लेना शरीर के लिए नुकसानदायक है।

कम सोने से इंसान की उम्र भी घटती है

पर्याप्त नींद न लेना हमारे अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है और उन्हें समय से पहले बूढ़ा कर सकता है। स्लीप रिसर्च सोसाइटी की एक स्टडी में देखा गया कि 6 घंटे से कम सोना असमय मौत के खतरे को भी बढ़ा सकता है। आइए समझते हैं कि पर्याप्त नींद न लेने से शरीर के किस अंग पर क्या प्रभाव पड़ता है।

हार्ट

हमारे उचित समय तक नींद लेने का हमारे ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल लेवल पर भी सीधा असर पड़ता है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की एक रिसर्च में देखा गया कि जो लोग 7 घंटे से कम नींद लेते हैं, उनमें ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल का खतरा ज्यादा रहता है। ये कंडीशन हमारे दिल पर सीधा असर डालती हैं और हार्ट अटैक जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ा सकती है।

डायबिटीज

यह भी देखा गया है कि नींद की कमी हमारे ब्लड शुगर लेवल पर भी असर डालती है और टाइप-2 डायबिटीज का खतरा बढ़ा सकती है।

इम्युनिटी

शरीर को रोगों से लड़ने के लिए पर्याप्‍त और उचित नींद बहुत जरूरी है। घाव नींद में जल्दी ठीक होते हैं। इंफेक्शन से लड़ने में भी नींद की अहम भूमिका है। वहीं अगर शरीर को पर्याप्त नींद न मिले तो हमारी इम्युनिटी प्रभावित हो सकती है।

दिमाग

नींद हम कई स्टेज में पूरी करते हैं। और अलग-अलग स्टेज में दिमाग अलग काम करता है। ऐसे ही गहरी नींद याददाश्त बनाने और चीजें याद रखने के लिए बहुत जरूरी है। कई रिसर्च में ये भी देखा गया कि कम नींद के साथ भूलने की बीमारी का खतरा भी जुड़ा है।

डिप्रेशन

हमारा शरीर की क्रियाविधि को पूरी तरह समझना इतना आसान नहीं है। कौन सी चीज हमें कैसे प्रभावित करती है, इस बारे में वैज्ञानिक सालों से शोध में लगे हुए हैं। यही मामला नींद के साथ भी है। हमारे स्वास्थ्य पर नींद का असर आज भी शोध का विषय है। हमें अगर अकाल मृत्‍यु और तमाम रोगों से बचना है तो हमें उचित समय तक पर्याप्‍त मात्रा में नींद लेना चाहिए।

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