Superfood : जब भी अनाज की बात होती है तो हमारे दिमाग मे रोजाना खाने वाले दाल,चावल,गेहूं का ही ख्याल आता है । इनका इस्तेमाल लगभग सभी घरों मे होता है लेकिन जब हेल्दी आनाज की बात होती है तो सबसे पहले लोग मोटे अनाज के बारे मे बात करते है ।आजकल हमारे देश मे मोटे अनाज का महत्व(millets) बढ़ता जा रहा है । मोटा अनाज स्वास्थ्य के लिए कई तरह से फायदेमंद हो सकता है। खासतौर पर अगर आपको गेहूं में मौजूद ग्लूटेन से किसी भी तरह की एलर्जी है, तो मोटा अनाज आपके लिए एक हेल्दी और बेस्ट विकल्प हो सकता है।मोटे आनाज (millets)की श्रेणी मे ज्वार, बाजरा, रागी, सावां, कंगनी, चीना, कोदो, कुटकी और कुट्टू शामिल है। मोटे अनाज पौष्टिक तत्वों से भरपूर होते हैं। ऐसे में आइये आज मोटे अनाजों के सेवन से होने वाले फायदे के बारे में जानते हैं।सरकार विश्व में मोटे अनाज को क्यों बढ़ावा देना चाहती है और स्वास्थ्य के लिए मोटा अनाज कितना सेहतमंद हो सकता है।
Superfood : अपनी रोजाना की जिंदगी मे शामिल करिये ये 5 सुपर फूड,जिन्हे प्रधानमंत्री मोदी भी खाते हैं
मोटा अनाज खाने से आपके शरीर को कई लाभ होते हैं, क्योंकि इसमें कार्ब्स की मात्रा काफी कम होती है। वहीं, यह अन्य पोषक तत्वों का भंडार होता है। 2023 को ‘मोटे अनाज का अंतरराष्ट्रीय वर्ष’घोषित किया गया है । International Year of Millets (IYM 2023) हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डाइट में भी ये मोटे अनाज शामिल हैं।
Superfood : तो आइये जानते है की खाने में मोटे अनाज को कैसे शामिल करे:(millets)
ज्वार;
ज्वार की तासीर ठंडी होती है,आप इसे गर्मी के मौसम मे खा सकते है । ज्वार “new quinoa” को आप चावल की तरह बना कर खा सकते है । ज्वार की रोटी भी बनाई जाती है ,दलिया बना कर दुध के साथ खा सकते है । इसमे फाइबर की मात्रा भरपूर होती है । इसमें विटामिन बी पोटेशियम, फॉस्फोरस और कैल्शियम भरपूर मात्रा मे मिलता है । ये हड्डियों और दिल को स्वस्थ रखता है। जिनको ग्लूटेन एलर्जी होती है उनके लिये ये फायदेमंद होता है ।
Superfood : बाजरा:
बाजरे की खिचड़ी ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मददगार है। बाजरे की खिचड़ी में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है जो पेट को ठीक रखता है और कब्ज की समस्या को दूर करती है।इसमे चावल की अपेक्षा 8 गुना अधिक आयरन पाया जाता है । बाजरे pearl millet.की तासीर गरम होती है । यह पोटेशियम , मेग्नीशियम , आयरन , जिंक , फास्फोरस , कॉपर तथा विटामिन ए का अच्छा स्रोत है ।
रागी:
रागी Finger Millet मे विटामिन डी तथा कैल्शियम दोनों पाए जाते हैं । रागी मे प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है । यह त्वचा के लिए , हड्डी और दातों के लिए अत्यंत लाभदायक होता है। रागी में आयरन की मात्रा ज्यादा होती है जो कि एनीमिया की बीमारी से बचाता है। इसके अलावा ये शरीर में हीमोग्लोबिन लेवल को भी बैलेंस करने में मदद करता है। रागी का हलवा बना सकते है और रागी को चपाती , डोसा आदि के रूप मे उपयोग किया जा सकता है ।
जौ :
जौ भी मोटे अनाज मे आता है। ये एक पौष्टिक भोजन हैं । जौ Barley का दलिया पेट के लिये बहुत फायदेमंद होता है । पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और वजन कम करने में मददगार है। इसके अलावा जौ विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट एनर्जी बूस्ट करता है और इम्यूनिटी बढ़ाता है। इसमे कॉपर की मात्र पायी जाती है जो गठिया को कम करने मे मदद करता है ।
सांवा
Superfood : इसमें मौजूद पोषक तत्व- फाइबर, प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम और विटामिन-बी आदि शरीर को खास एनर्जी देते हैं. इसके नियमित सेवन से सूजन, हार्ज डिजीज और डायबिटीज का खतरा भी कम होता है । इसकी आप खीर बना कर इसको खा सकते है । इसको आप रोटी ,इडली ,और खिचड़ी के रूप मे भी उपयोग कर सकते है ।