Pillow Cover Side Effects: क्या आप जानते है कि आप जिस तकिए पर सोते हैं या फिर आप जिस तकिए के कवर को इस्तेमाल करते हैं, उससे आपको कई समस्याएं हो सकती है और आप बीमार तक भी हो सकते हैं। जी हां, यह सुनने में जरा अटपटा लगेगा लेकिन यह सच है कि आपके तकिए और उसका कवर आपको परेशानी में डाल सकते हैं।
जानकार लोगों को सही तकिए और उसके कवर के चयन की सलाह देते हैं और इनकी अच्छी से सफाई भी करने को कहते हैं। ऐसे में आइए जानते है कि कैसे एक तकिया आपकी समस्या को बढ़ा सकता है और इससे बचने के क्या उपाय है। यही नहीं तकिए और उसके कवर की साफ सफाई कैसे करनी चाहिए, आइए इस बारे में भी हम जान लेते हैं।
क्या कहते हैं जानकार
हेल्थ एक्सपर्ट्स की अगर माने तो अगर सही तकिए और कवर का इस्तेमाल न हो तो इससे आपकी इम्युनिटी, मेंटल हेल्थ और पूरी लाइफस्टाइल प्रभावित हो सकती है। जानकार कहते हैं कि सोते समय अगर सही तकिए यूज नहीं किया गया तो इससे आपका सिर नीचे की ओर झुक सकता है।
यही नहीं इससे गर्दन में दर्द, चक्कर आना और यहां तक कि ऊपरी अंगों में दर्द और सुन्नता भी होने की संभावना काफी बढ़ जाती है।
उनका यह भी कहना है कि जो लोग खराब फिटिंग वाले तकिए और फिर गंदे कवर इस्तेमाल करते हैं तो इस हालत में उनके गर्दन और रीढ़ की हड्डी को सही से सहारा नहीं मिलता है।
यही नहीं गंदे कवर के यूज के कारण उसमें मौजूद धूल के कण से लोगों को एलर्जी हो सकती है। इसके अलावा कवर में मौजूद गंदगी से आपको इंफेक्शन भी हो सकता है। इससे आपको अस्थमा या श्वसन संबंधी समस्या हो सकती है।
ऐसे करें खुद का बचाव
एक्सपर्ट्स का कहना है कि लोगों को ज्यादा मोटे, गंदे कवर वाले तकिए यूज नहीं करना चाहिए। उनके अनुसार, लोगों को ऐसे तकिए इस्तेमाल करना चाहिए जो शरीर की प्राकृतिक आकृति के अनुरूप गर्दन और रीढ़ को उचित सहारा दे। यही नहीं उन्हें तकिए का चयन करते समय मेमोरी फोम, लेटेक्स और फेदर जैसे तकिए का ही केवल चयन करना चाहिए।
जहां तक तकिए और उसके कवर को साफ करने की बात है तो इसके लिए जानकारों का यह कहना है कि हर इस्तेमाल किए हुए तकिए को तीन से छह महीने के यूज के बाद उसे धोना चाहिए। यही नहीं वे हर इस्तेमाल हुए तकिए के कवर को एक से दो हफ्ते के बाद उसे धो देना चाहिए।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं इंटरनेट पर मौजूद जानकारियों के आधार पर यहां पेश किया गया है। Chetna Manch इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।)