General Staff : रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने सेना के नेतृत्व में बड़ा फेरबदल करते हुए नया जनरल स्टाफ(General Staff) प्रमुख नियुक्त किया है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब यूक्रेन की सेना रूस के कुर्स्क क्षेत्र में संघर्ष कर रही है और पूर्वी डोनेट्स्क में बढ़ते दबाव का सामना कर रही है, जिससे युद्ध की स्थिति और चुनौतीपूर्ण हो गई है। यूक्रेन को अपने सैन्य नेतृत्व को मजबूत करने और युद्ध में बेहतर रणनीति बनाने की आवश्यकता महसूस हो रही थी, इसलिए यह महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है।
नए जनरल स्टाफ(General Staff) प्रमुख का चुनाव
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने अंद्रीय हनातोव को जनरल स्टाफ(General Staff) का नया प्रमुख नियुक्त किया है। हनातोव ने अनातोली बारहिलेविच की जगह ली है, जो फरवरी 2024 से इस पद पर कार्यरत थे। बारहिलेविच की नियुक्ति के बाद से यूक्रेनी सेना ने कई रणनीतिक सफलता हासिल की थी, लेकिन अब ज़ेलेंस्की ने सेना की क्षमता और युद्धक रणनीतियों को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए यह बदलाव किया है। रक्षा मंत्री रुस्तम उमेरोव ने कहा कि यह बदलाव यूक्रेनी सेना की युद्धक क्षमता को और आधुनिक बनाने के लिए किया गया है।
उमेरोव ने यह भी स्पष्ट किया कि बारहिलेविच को रक्षा मंत्रालय में जनरल इंस्पेक्टर के रूप में नई जिम्मेदारी दी गई है और वह सेना में अनुशासन और सैन्य मानकों को मज़बूत करने में अहम भूमिका निभाएंगे। इसके अलावा, ओलेक्ज़ांडर सिरस्की यूक्रेन की सेना के कमांडर-इन-चीफ के पद पर बने रहेंगे, जो सेना की रणनीतिक दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
युद्ध में बढ़ी चुनौतियां
यूक्रेन ने 2023 में रूस को चौंकाते हुए कुर्स्क क्षेत्र के 1300 वर्ग किलोमीटर हिस्से पर कब्जा किया था, लेकिन अब स्थिति बदल रही है। रूस ने हाल ही में कुर्स्क के सबसे बड़े शहर, सूज़ा पर नियंत्रण का दावा किया है, जो पहले यूक्रेन के कब्जे में था। इसके अलावा, डोनेट्स्क क्षेत्र में भी रूसी सेना लगातार आगे बढ़ रही है, जिससे यूक्रेन की स्थिति और कठिन होती जा रही है। इस समय, युद्ध की रणनीति में बदलाव की आवश्यकता महसूस हो रही है, और यूक्रेन को अपनी स्थिति को मजबूत करने और क्षेत्रीय नियंत्रण को बनाए रखने के लिए नई रणनीतियों की जरूरत है।
यूक्रेनी सरकार के इस कदम से यह साफ संकेत मिलता है कि युद्ध की बदलती परिस्थितियों को देखते हुए अब तक की सैन्य रणनीतियों में बदलाव की जरूरत है। सैन्य नेतृत्व में यह बदलाव ऐसे समय पर हुआ है जब युद्धविराम की संभावनाओं को लेकर चर्चाएं तेज हो रही हैं, और यूक्रेन को अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए पूरी तरह से तैयार रहना होगा।
इस सैन्य फेरबदल के साथ, यूक्रेन को उम्मीद है कि उसकी सेना रूस के खिलाफ और प्रभावी तरीके से संघर्ष कर सकेगी। साथ ही, इस बदलाव से यूक्रेन की सैन्य क्षमता में और अधिक सुधार होगा और देश को इस युद्ध में विजय हासिल करने की उम्मीदें बनी रहेंगी।General Staff :
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