Myanmar Army : म्यांमार की सेना ने चीनी रेड क्रॉस के राहत काफिले पर चेतावनी स्वरूप गोलियां चलाईं, जो संघर्ष प्रभावित क्षेत्र में बिना पूर्व सूचना के प्रवेश कर रहा था। यह घटना म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप के बाद हुई, जिसमें अब तक 2,886 लोगों की मौत हो चुकी है और 4,639 लोग घायल हुए हैं।
काफिले की आवाजाही की पूर्व सूचना नहीं थी
म्यांमार के सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल के अनुसार, यह घटना मंगलवार दोपहर एक बजकर 10 मिनट पर हुई। उन्होंने बताया कि काफिला बिना अनुमति के संघर्ष क्षेत्र में प्रवेश कर रहा था, और सेना ने उसे रुकने के लिए कई बार संकेत दिया। जब काफिला नहीं रुका, तो सैनिकों ने चेतावनी स्वरूप गोलियां चलाईं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह थी कि इस काफिले की आवाजाही की कोई पूर्व सूचना न तो म्यांमार सरकार को थी और न ही चीन के दूतावास को।
चीन ने नाराजगी जताई
चीन ने इस घटना पर नाराजगी जताई है और म्यांमार से राहत कार्यों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है। बीजिंग ने सभी पक्षों से तुरंत संघर्ष विराम करने और सीमा क्षेत्रों में लोगों के जीवन और संपत्ति की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने का आग्रह किया है।
इस घटना ने म्यांमार में जारी गृह युद्ध और प्राकृतिक आपदाओं के बीच राहत सामग्री पहुंचाने में आने वाली कठिनाइयों को उजागर किया है। संयुक्त राष्ट्र और ह्यूमन राइट्स वॉच जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने म्यांमार सरकार से राहत कार्यों में बाधा न डालने की अपील की है, ताकि प्रभावित लोगों तक आवश्यक सहायता पहुंचाई जा सके।
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