Friday, 18 October 2024

Snake Like Robot: शनि ग्रह पर जीवन की तलाश करेगा NASA का सांप जैसा रोबोट

Snake Like Robot Developed By NASA: अभी तक 8 ग्रहों में पृथ्वी ही एकमात्र ऐसा ग्रह है, जहां पर जीवन…

Snake Like Robot: शनि ग्रह पर जीवन की तलाश करेगा NASA का सांप जैसा रोबोट

Snake Like Robot Developed By NASA: अभी तक 8 ग्रहों में पृथ्वी ही एकमात्र ऐसा ग्रह है, जहां पर जीवन संभव है, और जीवित रहने के लिए एक जीव को जिन जिन चीजों की आवश्यकता है वह पृथ्वी पर ही मौजूद है। दुनिया भर के वैज्ञानिक पिछले कई दशकों से लगातार पृथ्वी के बाहर जीवन की तलाश में जुटे हुए हैं। नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) की तरफ से लगातार पृथ्वी के बाहर जीवन की तलाश के लिए रिसर्च किया जा रहा है। समय-समय पर इससे जुड़े प्रयोग भी किए जाते रहे हैं।

अब इसी दिशा में नासा की तरफ से एक नया जरिया तैयार किया जा रहा है, जो पृथ्वी से बाहर जीवन की तलाश कर सकेगा। दरअसल नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) एक सांप के आकार का रोबोट विकसित कर रहा है, जो अपने विविध अनुकूलन क्षमता के माध्यम से अंतरिक्ष अन्वेषण को बढ़ावा दे सकेगा। नासा के वैज्ञानिक इस रोबोट को शनि के छठे सबसे बड़े चंद्रमा एंसेलेडस (Enceladus) पर फोकस कर तैयार कर रहे हैं। सांप के आकार वाले इस विशेष रोबोट के जरिए शनि के चंद्रमा एंसेलेडस पर जीवन की तलाश की जा सकेगी।

16 फुट लंबा होगा सांप के आकार का रोबोट (Snake Like Robot)-

नासा द्वारा तैयार किए गए खास रोबोट को एक्सोबायोलॉजी एक्सटेंट लाइफ सर्वेयर (EELS) नाम दिया गया है। ये रोबोट शनि के चंद्रमा एंसेलेडस पर जीवित रहने के लिए सभी आवश्यक तत्वों की मौजूदगी के साक्ष्य की तलाश करने में मदद करेगा। जानकारी के लिए आपको बता दें एंसेलेडस शनि के 83 चंद्रमा में से एक है। यह एक छोटा बर्फीला पिंड है, जिसकी तलाश 1789 में की गई थी। वैज्ञानिकों के मुताबिक ये सौरमंडल के सबसे दिलचस्प स्थलों में से एक है। वैज्ञानिकों के मुताबिक एंसेलेडस पर जीवन की संभावना प्रबल है। और एक्सोबायोलॉजी एक्सटेंट लाइफ सर्वेयर (EELS) इसमें सफलता हासिल कर सकता है।

नासा की जेट प्रोपल्शन लैबोरेट्री के मुताबिक एक्सोबायोलॉजी एक्सेंट लाइव सर्वेयर सिस्टम (Snake Like Robot, EELS) असल में एक मोबाइल इंस्ट्रूमेंट प्लेटफॉर्म है जो आंतरिक इलाकों की संरचनाओं का पता लगाने और जीवन के साथियों का पता लगाने में मदद करेगा इसे खासतौर पर समुद्री दुनिया जैसे कठिन वातावरण और तरल पदार्थों के अनुकूल डिजाइन किया गया है। चूंकि एंसेलेडस की बर्फीली सतह अपेक्षाकृत काफी चिकनी बताई जा रही है, और वहां का तापमान -300 डिग्री फॉरेनहाइट से भी अधिक रहता है। अतः यह अनुमान लगाया जा रहा है कि एंसेलेडस की बर्फीली सतह के नीचे भारी मात्रा में पानी भी मौजूद हो सकता है। इन्हीं सब आंकड़ों को ध्यान में रखते हुए ‘ईईएलएस’ को तैयार किया जा रहा है।

ईईएलएस का आकार लगभग 16 फुट लंबा, सांप जैसा होगा। वैज्ञानिकों की तरफ से कहा जा रहा है कि यदि यह रोबोट सफल होता है तो कई ऐसे आकाशीय ग्रहों और संरचनाएं जहां पर पहुंचना फिलहाल अभी संभव नहीं है, से जुड़ी कई अहम बातों की खोज की जा सकेगी। फिलहाल अभी नासा की तरफ से इस प्रोजेक्ट को लॉन्च करने के लिए कोई ऑफिशियल डेट अनाउंस नहीं की गई है। अभी इस रोबोट को लांच होने में थोड़ा समय लग सकता है।

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