Kartik Month Rules:कार्तिक माह का समय कई नियमों एवं आध्यात्मिक कार्यों के लिए महत्वपूर्ण होता है. इस माह पर किए जाने वाले कार्यों के द्वारा व्यक्ति के जीवन में शुभता का संचार होता है तथा अशुभता दूर होने लगती है. कार्तिक माह में स्नान के साथ साथ जप तप एवं हवन इत्यादि करते रहना उत्तम फल प्रदान करने वाला होता है.
कार्तिक माह के आगमन के साथ ही आरंभ हो जाता है त्यौहारों का तथा इसी के साथ शुरु हो जाते हैं विशेष नियम. शुभ एवं पावन माह के रुप में इस दिन कई तरह के कार्यों को करना विशेष होता है. कार्तिक माह में कई सारी बातों का उल्लेख मिलता है. इस दिन भगवान विष्णु का पूजन किया जाता है तथा इसके साथ ही खान पान से जुड़े नियम भी बहुत विशेष होते है. शास्त्रों में इस महीने के नियमों का वर्णन धर्म ग्रंथों में विस्तार पूर्वक मिलता है. इन नियमों का पालन करके भक्त शुभ लाभ पाते हैं.
कार्तिक माह से जुड़े नियम (Kartik Month Rules)
पूजा एवं खान-पान को लेकर कुछ नियम बताए गए हैं और इन नियमों का पालन करने से तन मन की शुद्धि संभव होती है. शरीर के साथ मन भी स्वस्थ रहता है. जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है. आइए जानते हैं कार्तिक माह को लेकर शास्त्रों में क्या नियम प्राप्त होते हैं जिनका पालन करके मिलता है शुभ लाभ.
कार्तिक माह से जुड़े नियम
- अक्टूबर के अंत का समय कार्तिक मास के शुरु होने का समय बना है. यह समय धार्मिक दृष्टि से बहुत खास माना जाता है. इस महीने में भगवान पूजा का सबसे अधिक महत्व है. जप, तप, व्रत को लेकर भी विशेष महत्व है.
- कार्तिक के महीने में जमीन पर सोना एक विशेष नियम में आता है. ऎसा करने से तन मन को बल प्राप्त होता है.
- कार्तिक माह के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करना जरुरी माना गया है. इसके द्वारा शरीर के साथ साथ आत्मिक बल में भी वृद्धि होती है.
- कार्तिक माह के दौरान दीपदान करना बहुत शुभ होता है. इस समय पर किया जाने वाला यह्द ईपदान का कार्य जीवन में शुभता लाता है.
- कार्तिक माह के दौरान तुलसी की पूजा करना शुभ फल प्रदान करता है. ऎसा करने से व्यक्ति के शुभ कर्म बढ़ते हैं और पाप कर्मों का नाश होता है.
- कार्तिक माह के दौरान दामोदर भगवान का पूजन करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है. इस समय को दामोदर माह के रुप में भी पूजा जाने का विधान रहा है.
- कार्तिक माह में खान-पान के नियमों में सात्विक आहार को विशेष माना गया है. इस समय पर तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए.
एस्ट्रोलॉजर राजरानी
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