Site icon चेतना मंच

Telugu Hanuman Jayanti : दक्षिण भारत के इन राज्यों में 14 मई को क्यों मनाई जाएगी हनुमान जयंती, जानिए कारण

Telugu Hanuman Jayanti

Telugu Hanuman Jayanti

Telugu Hanuman Jayanti : उत्तर भारत में जहां चैत्र माह में हनुमान जयंती मनाई जाती है, वही दक्षिण भारत में कुछ स्थानों पर हनुमान जयंती का पर्व ज्येष्ठ माह में आने वाली कृष्ण पक्ष की दशमी के दिन मनाया जाता है। जहां उत्तर भारत में चैत्र पूर्णिमा का समय हनुमान जी के जन्मोत्सव से संबंधित है। उसी प्रकार दक्षिण भारत के आंध्र और तेलंगाना प्रदेशों में, भक्त चैत्र पूर्णिमा पर 41 दिनों की दीक्षा शुरू करते हैं और ज्येष्ठ माह की दशमी पर इसका समापन होता है जिसे हनुमान जयंती के रुप में मनाया जाता है। पंचांग गणना अनुसार माह के भेद और तिथि के भेद के कारण यह अंतर दिखाई देता है।

Telugu Hanuman Jayanti

पंचांग अनुसार ये समय ज्येष्ठ माह का है और कृष्ण पक्ष चल रहा है पर दूसरी ओर दक्षिण भारतीय पंचांग गणना अनुसार अभी अन्य मा​ह का समय अत: वहां दशमी तिथि के दिन हनुमान जयंती होगी जो अन्य पंचांग अनुसार 14 मई को होगी।

तेलुगु हनुमान जयंती की तिथि और पूजा मुहूर्त

तेलुगु हनुमान जयंती 14 मई 2023 को रविवार के दिन मनायी जाएगी।

दशमी तिथि का प्रारंभ 14 मई 2023 को प्रात: 04:42 पर होगा और दशमी तिथि की समाप्ति 15 मई 2023 को प्रात: 04:46 बजे पर होगी।

दक्षिण भारत में चैत्र पूर्णिमा से भक्त की दीक्षा का आरंभ होता है और यह दीक्षा 41 दिनों तक चलने के पश्चात जब समाप्त होती है। जब इसका समापन होता है तो उस समय पर इसे हनुमान जयंती के रुप में भक्ति भाव के साथ मनाया जाता है। इस समय पर विशेष पूजा अर्चना का आयोजन होता है। दीक्षा का समय बेहद कठोर एवं नियमों का समय होता है। इस समय पर भक्त व्रत एवं पूजा अर्चना करते हैं और 41 दिनों तक चली साधना हनुमान जयंती पर समाप्त होती है।

हनुमान जयंती दीक्षा का महत्व

हनुमान जयंती का ये समय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में 41 दिनों की चलने वाली कठोर साधना दीक्षा के साथ अनोखे तरीके से मनाया जाता है। चैत्र मास में पूर्णिमा के दिन से 41 दिनों तक भगवान अंजनेय की पूजा की जाती है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में हजारों लोगों द्वारा हनुमान दीक्षा उत्साह के साथ मनाई जाती है।

हनुमान दीक्षा एक विशेष पूजा एवं व्रत तपस्या का समय होता है। 41 दिनों की दीक्षा अवधि के दौरान, हनुमान जी के भक्त विशेष पूजा करते हैं और सात्विकता का पालन करते हैं। यह एक कठिन तपस्या होती है जिसमें साधक माला, नारंगी धोती पहनते हैं और व्रत अवधि के दौरान बिना जूतों के रहते हैं। इन दिनों की तपस्या आंध्र प्रदेश में हनुमान या भगवान राम को समर्पित भद्राचलम राम मंदिर, विजयवाड़ा कनक दुर्गा मंदिर या करीमनगर जिले में कोंडागट्टू हनुमान तीर्थस्थल जैसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों एवं मंदिरों की यात्रा दर्शन के साथ समाप्त होती है।

राजरानी

Nautapa 2023: 25 मई से शुरु होगा नौतपा अभी से गर्मी से बचाव की कर लें तैयारी

देश विदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें।

देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।

Exit mobile version