Dharam Karma : वेद वाणी

Rigveda
locationभारत
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calendar28 Nov 2025 09:29 AM
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Sanskrit: यद्वा दिवि पार्ये सुष्विमिन्द्र वृत्रहत्येऽवसि शूरसातौ। यद्वा दक्षस्य बिभ्युषो अबिभ्यदरन्धयः शर्धत इन्द्र दस्यून्॥ ऋग्वेद ६-२३-२॥

Hindi : हे परमेश्वर! आप अपने उपासक के अज्ञानता के अंधकार को समाप्त करने में उसकी सहायता करते हो। आप अपने उपासक के दुष्टता के भावों को नियंत्रित करने में सहयोग करते हो और वासना के संग्राम में उसे विजेता बनाते हो। (ऋग्वेद ६-२३-२)

English: O God! You help your worshipper to dispel the darkness of ignorance. You help your worshipper to control his wickedness and make him victorious in the battle of lust. (Rig Veda 6-23-2)

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Stock Market Update: साल के आखरी दिन निवेशक हुए मालामाल, बढ़त में रहा शेयर बाजार

Navbharat Times 1
(Share Market News) Source: NavBharat Times
locationभारत
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calendar01 Jan 2022 04:44 PM
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शेयर बाजार (Stock Market Update) में हफ्ते के आखरी दिन यानी कि शुक्रवार को तेजी हुई है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स (Sensex) 459 पॉइंट्स बढ़ोतरी के बाद 58,253 पर बन्द होने में कामयाब हुआ था। वहीं जानकारी के मुताबिक निवेशकों को लगभग ढाई लाख करोड़ रुपये का फायदा हुआ है। इस हफ्ते के दौरान शुरुआत में उतार चढ़ाव देखने को मिला है। शेयर बाजार में गिरावट भी हुई थी। हफ्ते के आखिर में बाजार ने सुधार किया और साल के आखरी दिन निवेशकों को फायदा पहुंचाया है।

इन कंपनियों के शेयर्स में हुई बढ़त

शेयर बाजार (Share Market) में इस हफ्ते कई नामचीन कंपनियों के शेयर्स में बढ़ोतरी देखने को मिली है। इन कंपनियों के शेयर्स में टाइटन, एयरटेल, एक्सिस बैंक, कोटक बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, इंडसइंड बैंक, डॉ. रेड्‌डी, बजाज फाइनेंस, रिलायंस, HCL टेक, एशियन पेंट्स, सनफार्मा, अल्ट्राटेक, पावर ग्रिड , टेक महिंद्रा और कोटक बैंक शामिल है।

कुछ कंपनियों के शेयर्स में हुई भारी गिरावट

इस हफ्ते के दौरान कुछ कंपनियों के शेयर्स में गिरावट हुई है। जिसमें देश की मशहूर कंपनियां भी शामिल हैं। इसमें डॉ. रेड्‌डी, टेक महिंद्रा, एनटीपीसी, पावर ग्रिड, इंफोसिस, HDFC बैंक, टाटा स्टील, कोटक बैंक, एयरटेल, इंडसइंड बैंक, रिलायंस और मारुति शामिल है।

कुछ शेयर्स में हुई जबरदस्त रिकवरी

इस साल के आखरी दिन निवेशकों (Investors) को काफी मुनाफा है। निफ्टी के कुछ शेयर्स में अधिक उछाल हुई थी। इसमें हिंदाल्को, टाइटन कंपनी, अल्ट्राटेक सीमेंट ने शानदार रिकवरी किया था। इससे निवेशकों की काफी उम्मीद बढ़ गई है। बाजार में काफी अच्छे संकेत मिले हैं।

इस साल स्मॉलकैप शेयर का रहा बोलबाला

ये 2021 साल की बात करें तो ब्रॉडर मार्केट का वर्ष माना गया है। इसमें निवेशकों को काफी अच्छी रिटर्न मिला है। ब्रॉडर मार्केट स्टॉक्स में दांव लगाने पर काफी जमकर फायदा हुआ है। इसमें टाटा, जिंदल स्टील लिमिटेड, बीएसई लीमिटेड, एचएफएसएल लीमिटेड और बालाजी एमाइन्स लीमिटेड भी सूची में शामिल है।
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Big Breaking: जिस सरकारी कंपनी के खाद कारखाने का PM मोदी ने किया उद्घाटन, अब वो जा रही बिकने

Modi 1
मोदी पर पीएचडी
locationभारत
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calendar02 Dec 2025 02:26 AM
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नई दिल्‍ली। 7 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने गोरखपुर में खाद कारखाने के लोकार्पण समारोह में भाग लिया था। फिर 14 दिसंबर को खबर आ गई कि मोदी सरकार ने PDIL कंपनी (PDIL Company) को बेचने का फरमान जारी कर दिया है. दरअसल पीडीआईएल (PDIL) भारत सरकार के स्वामित्व वाले उर्वरक विभाग के तहत एक कंपनी है। यह एक मिनी रत्न, श्रेणी-1 और आईएसओ 9001:2008 प्रमाणित प्रीमियर कंसल्टेंसी एंड इंजीनियरिंग सीपीएसई है। खासतौर पर यूरिया खाद आदि के कारखानों के निर्माण में इस संस्था की भूमिका सबसे बड़ी मानी जाती है। PDIL भारतीय उर्वरक उद्योग के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और इसके पास अवधारणा से लेकर विभिन्न परियोजनाओं को शुरू करने तक डिजाइन, इंजीनियरिंग और संबंधित परियोजना निष्पादन सेवाएं प्रदान करने में छह दशकों से अधिक का अनुभव और विशेषज्ञता है। ऐसा भी नहीं है कि यह संस्था घाटे में चल रही है बल्कि पिछले कुछ सालों से तो इसने बेहतरीन रिजल्ट दिए हैं। पीडीआईएल (PDIL) ने 2019-20 में अब तक का सबसे उच्‍चतम वित्‍तीय प्रदर्शन किया है। इसके तहत उसने 133.01 करोड़ रुपये की लागत के काम-काज से राजस्‍व, 142.16 करोड़ रुपये की कुल आमदनी, टैक्‍स पूर्व 45.86 करोड़ का लाभ और टैक्‍स के बाद 31.83 करोड़ का लाभ हासिल किया है। GST: समाजवादी इत्र की असली सुगंध की खोज में जीएसटी-छापेमारी का बढ़ा विस्तार अब ऐसे संस्थान को भी क्यो बेचा जा रहा है यह समझ लीजिए सच तो यह है कि मोदी सरकार पूरी तरह से भारत को एक बार फिर से विदेशी ताकतों की गुलाम बनाना चाहती है। एक बात तो सभी मानेंगे कि किसान अपनी आमदनी तभी बढ़ा सकेंगे जब उन्हें यूरिया खाद आदि कम दामों में मिले और यह वस्तुए कम दाम पर तब मिलेगी जब इनका उत्पादन सरकारी कारखानों मे होगा, लेकिन भारत की बढ़ती हुई जरूरत को पूरा करने के लिए यूरिया के नए कारखाने खुलेंगे कैसे? जब PDIL जैसे PSU को ही बेच दिया जाएगा आपको जानकर हैरानी होगी कि पीडीआईएल ने भारत में लगने वाली लगभग 95% उर्वरक/अमोनिया यूरिया इकाइयों के निर्माण में अपना स योगदान दिया है।