COVID-19 Update: लगातार पैर पसार रहा कोरोना, सामने आए 7,633 नए मामले

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locationभारत
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calendar01 Dec 2025 01:37 AM
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COVID-19 Update : नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 7,633 नए मामले सामने आने के बाद देश में अभी तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 4,48,34,859 हो गई। वहीं देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 61,233 पर पहुंच गई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार को सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से दिल्ली में चार और हरियाणा, कर्नाटक तथा पंजाब में एक-एक मरीज की मौत के बाद देश में कोरोना वायरस संक्रमण से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 5,31,152 हो गई। वहीं संक्रमण से मौत के आंकड़ों का पुन:मिलान करते हुए केरल ने वैश्विक महामारी से दम तोड़ने वाले मरीजों की सूची में चार नाम और जोड़े हैं।

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अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी 61,233 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 0.14 प्रतिशत है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.68 प्रतिशत है। अभी तक कुल 4,42,42,474 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं, जबकि कोविड-19 से मृत्यु दर 1.18 प्रतिशत है।

स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, भारत में राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 220,66,27,271 खुराक लगाई जा चुकी हैं।

गौरतलब है कि भारत में सात अगस्त 2020 को कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे।

देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे। चार मई 2021 को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। पिछले साल 25 जनवरी को संक्रमण के कुल मामले चार करोड़ के पार चले गए थे।

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Covid-19 : दिल्ली में अगले कुछ सप्ताह में चरम पर पहुंच सकते हैं कोविड के मामले

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Covid cases may reach peak in Delhi in next few weeks
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 09:11 PM
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नई दिल्ली। लोकनायक जयप्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित एक नवजात को इस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगले कुछ सप्ताह में दिल्ली में कोविड के मामले चरम पर पहुंच सकते हैं।

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सात माह बाद एक दिन में मिले 1000 से अधिक मामले

स्वास्थ्य विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में बुधवार को पहली बार एक दिन में संक्रमितों की संख्या 1,000 को पार कर गई। पिछले सात महीनों में ऐसा पहली बार हुआ। शहर में संक्रमण की दर 23.8 प्रतिशत रही। राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को कोविड के 1,149 नये मामले आये थे, जबकि संक्रमण से एक व्यक्ति की मौत हुई थी।

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बच्चों को अधिक प्रभावित कर रहा है कोरोना का नया स्वरूप

एलएनजेपी के चिकित्सा निदेशक डॉ. कुमार ने बातचीत के दौरान बताया कि अस्पताल में मास्क लगाना अनिवार्य है। दो हजार बिस्तरों वाला यह अस्पताल दिल्ली सरकार के मातहत आने वाला शहर का सबसे बड़ा अस्पताल है। डॉ. कुमार ने कहा कि बच्चों का टीकाकरण नहीं हुआ है, ऐसे में हमें उनके लिए एहतियात बरतने की जरूरत है, क्योंकि उनमें बुखार, खांसी-सर्दी, आंखों में संक्रमण और पेट के संक्रमण जैसे लक्षण नजर आ रहे हैं। (कोरोना वायरस का) यह स्वरूप (एक्सबीबी.1.16) बच्चों को ज्यादा प्रभावित कर रहा है। हमारे अस्पताल में 18 दिन के नवजात को भर्ती कराया गया है। वह कोरोना वायरस से संक्रमित है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में चार और बच्चे भर्ती हैं। उन्होंने कहा कि स्कूलों और सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनना सही है। वरिष्ठ नागरिकों को भी मास्क लगाना चाहिए। सावधानी बरतना हमेशा बेहतर होता है।

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कोविड नियम का पालन करें और बूस्टर डोज लें

डॉ. कुमार ने कहा कि हम अगले एक-दो सप्ताह में कोविड के मामलों को चरम पर देखेंगे, और फिर उनमें गिरावट आने लगेगी। हमने अस्पताल में मरीजों, खासतौर से बच्चों के लिए पूरे प्रबंध किये है, क्योंकि संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। दिल्ली में कोविड के मामलों में वृद्धि के बीच चिकित्सा क्षेत्र के विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस का नया स्वरूप एक्सबीबी.1.16 इस वृद्धि के लिए जिम्मेदार हो सकता है। हालांकि, उन्होंने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए टीके की एहतियाती खुराक (बूस्टर डोज) जरूर ले लेनी चाहिए। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
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Kanpur News: हथेली में समाएगी ये एक्सरे मशीन, आसान होगी टीबी की पहचान

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Kanpur News:
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 05:14 PM
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  Kanpur News:  चार युवा इंजीनियरों ने IIT KANPUR  के स्टार्टअप इन्क्यूबेशन एवं इनोवेशन सेंटर (एसआईआईसी) में एक ऐसी एक्सरे मशीन बनाई है, जिसे हाथ में लेकर कहीं भी जाया जा सकता है। इससे टीबी रोग पीड़ितों का एक्सरे करने के साथ ही यह भी जाना जा सकता है कि उनमें तपेदिक रोग की संभावना कितनी है। आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस से लैस मशीन एक साथ 100 रोगियों का डाटा विश्लेषण करने में भी सक्षम है। [caption id="attachment_82048" align="aligncenter" width="675"]kanpur kanpur[/caption]

जर्मन फार्मा कंपनी ने किया करार

इस मशीन का जल्द ही मेडिकल ट्रायल किया जाएगा और अगले साल जनवरी में इसको लॉन्च करने की तैयारी है। एक्सरे मशीन से सिर और रीढ़ की हड्डी को छोड़कर बाकी शरीर के सभी हिस्से का एक्सरे किया जा सकता है। खास बात यह भी है कि इसे संचालित करने के लिए बिजली आपूर्ति पर भी आश्रित नहीं रहना होगा। एनआईटी भोपाल के सत्येन्द्र चौधरी, आईआईटी रुड़की के चिराग अग्रवाल और अनीश कौल के साथ आईआइटी धनबाद के सिद्धेश धाकड़ ने इसे लीथियम आयन बैटरी से जोड़ा है।यह बैटरी एक बार चार्ज हो जाने पर 100 से 120 बार एक्सरे करने में सक्षम है। मशीन की विशेषताओं को देखते हुए जर्मन फार्मा कंपनी बोहरिंगा इंगलहाइम ने युवा इंजीनियरों की कंपनी लेनेक टेक्नोलाजीज के साथ पिछले महीने प्रोजेक्ट पर साथ काम करने का करार किया है।

दो से तीन किलोग्राम वजन

बड़ी एक्सरे मशीन का कांपैक्ट वर्जन तैयार करने के दौरान इंजीनियरों ने इस बात का ध्यान रखा है कि वजन ज्यादा न हो। 25 सेमी लंबी 15 सेमी चौड़ी और 10 सेमी ऊंचाई वाली मशीन का बैट्री समेत कुल वजन दो से तीन किग्रा के बीच होगा। भारत की पहली हैंड हेल्ड एक्सरे मशीन की कीमत दो से तीन लाख रुपये के बीच होगी। अब तक केवल दक्षिण कोरिया ही ऐसी मशीन तैयार कर सका है। कोरियाई मशीनों की कीमत भारत में आठ से 25 लाख रुपये के बीच है।

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का सपोर्ट

Kanpur News: मशीन को टीबी रोगियों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। ग्रामीण व सुदूर क्षेत्रों में जहां एक्सरे और तकनीशियन की सुविधा उपलब्ध नहीं है। जहां विशेषज्ञ चिकित्सकों का अभाव है, वहां मशीन का आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस सपोर्ट काम आएगा। मशीन से किए जाने वाले एक्सरे डाटा का आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस की मदद से विश्लेषण किया जा सकेगा। मतलब एक्सरे रिपोर्ट देखने के बाद जिस तरह विशेषज्ञ चिकित्सक बताते हैं कि टीबी रोग का स्तर कितना है और कैसा इलाज करना होगा। उसी तरह यह मशीन भी बता देगी कि मरीज में टीबी रोग का संक्रमण स्तर कितना है।

आईआईटी से इन्क्यूबेटेड है लेनेक टेक्नोलॉजी

आईआईटी कानपुर के स्टार्टअप इन्क्यूबेशन एवं इनोवेशन सेंटर (एसआईआईसी) से युवा इंजीनियरों की कंपनी लेनेक टेक्नोलाजीज इन्क्यूबेटेड है। फार्मा कंपनी बोहोरिंगा इंगलहाइम के साथ करार भी एसआईआईसी की ओर से किया गया है। एसआईआईसी के प्रभारी प्रो अंकुश शर्मा ने बताया कि फार्मा कंपनी के साथ मिलकर हैंड हेल्ड एक्सरे मशीन को जल्द ही आम लोगों के उपयोग के लिए तैयार किया जाएगा।

मशीन का तकनीकी पक्ष

कंपनी के सह-संस्थापक सत्येन्द्र चौधरी ने बताया कि यह मशीन 70 किलो वोल्ट्स पर 2-5 मिली एंपियर ट्यूब करंट प्रवाहित करेगी। इसका फोकल प्वाइंट 0.4 मिलीमीटर रखा गया है। तकनीक में किए गए इस बदलाव की वजह से ही छोटे आकार के बावजूद मशीन ज्यादा प्रभावी बन सकी है।

मशीन का प्रोटोटाइप तैयार

Kanpur News: प्रभारी एसआईआईसी प्रोफेसर अंकुश शर्मा ने बताया कि एटामिक एनर्जी रेगुलेटरी बोर्ड और सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल आर्गनाइजेशन से हैंड एक्स-रे मशीन का प्रमाणीकरण अगले कुछ महीने में मिलने की उम्मीद है। इसके बाद निर्माण की गतिविधियां तेज होंगी।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में उपयोगी होगी

गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज, कानपुर के रेडियोलाजी विभागाध्यक्ष डॉ. अशोक वर्मा ने कहा कि सरकार की ओर से गुणवत्ता प्रमाणीकरण मिल जाने के बाद अगर ऐसी हल्की मशीन उपयोग के लिए मिलती है तो ग्रामीण क्षेत्रों के प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध हो सकती है। सैय्यद अबू साद

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