सीमा पर बम और गोलियों की बौछार, थाई-कंबोडिया टकराव में इतनी मौतें

आसपास के निवासियों ने दी गोलीबारी की सूचना
कंबोडिया की पूर्व सीमा से लगे बंथात पर्वत के पास के निवासियों ने सुबह 5 बजे तोपखाने से की गई गोलीबारी की सूचना दी। टैम्बोन नोएन साई के राय पा मंदिर के एक भिक्षु ने बताया कि उन्होंने पहाड़ के ऊपर आग की लपटें देखीं। इसके बाद थाई सैनिक वहां पहुंचे। कंबोडिया के कोह कांग से 11 किलोमीटर दूर खलोंग याई में चौकियां स्थापित की गई हैं। थाईलैंड ने गुरुवार को शुरू हुई लड़ाई के बाद से मरने वालों की संख्या 19 बताई है। इनमें छह सैनिक शामिल हैं। 60 से अधिक लोग घायल हुए हैं। कंबोडिया ने 13 लोगों के मारे जाने की सूचना दी है। उधर, संयुक्त राष्ट्र में थाईलैंड के राजदूत, चेर्डचाई चाइवैविद ने शुक्रवार को सुरक्षा परिषद की एक बैठक में बताया कि जुलाई के मध्य से दो मौकों पर थाई क्षेत्र में बिछाई गई बारूदी सुरंगों से सैनिक घायल हुए हैं। कंबोडिया ने इन दावों को बेबुनियाद बताया है।हमले में मारे गए कई नागरिक
कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, थाईलैंड ने गुरुवार को जानबूझकर बिना उकसावे के सैन्य हमला किया था और अब वह सीमा पर सैनिकों और घातक हथियारों को तैनात कर रहा है। सनद रहे थाईलैंड और कंबोडिया 817 किलोमीटर (508 मील) लंबी सीमा पर विभिन्न अनिर्धारित बिंदुओं के अधिकार क्षेत्र को लेकर दशकों से झगड़ रहे हैं। इनमें प्राचीन हिंदू मंदिर ता मोआन थॉम और 11वीं शताब्दी के प्रीह विहेअर का स्वामित्व विवादों का केंद्र रहा है। खमेर टाइम्स के अनुसार, कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि थाई सैनिकों ने जानबूझकर कंबोडियाई क्षेत्र के भीतर स्थित दूरदराज के गांवों को निशाना बनाया है। इनमें बौद्ध पैगोडा और अन्य गैर-सैन्य स्थल शामिल हैं। इन हमलों में कई नागरिक मारे गए हैं। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल माली सोचेता ने आज कहा कि स्थिति तनावपूर्ण है। थाईलैंड ने पश्चिम की ओर पुरसत प्रांत में सैन्य घुसपैठ कर लड़ाई का नया मोर्चा खोल दिया है। कंबोडिया ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तत्काल हस्तक्षेप की अपील की है।अगली खबर पढ़ें
आसपास के निवासियों ने दी गोलीबारी की सूचना
कंबोडिया की पूर्व सीमा से लगे बंथात पर्वत के पास के निवासियों ने सुबह 5 बजे तोपखाने से की गई गोलीबारी की सूचना दी। टैम्बोन नोएन साई के राय पा मंदिर के एक भिक्षु ने बताया कि उन्होंने पहाड़ के ऊपर आग की लपटें देखीं। इसके बाद थाई सैनिक वहां पहुंचे। कंबोडिया के कोह कांग से 11 किलोमीटर दूर खलोंग याई में चौकियां स्थापित की गई हैं। थाईलैंड ने गुरुवार को शुरू हुई लड़ाई के बाद से मरने वालों की संख्या 19 बताई है। इनमें छह सैनिक शामिल हैं। 60 से अधिक लोग घायल हुए हैं। कंबोडिया ने 13 लोगों के मारे जाने की सूचना दी है। उधर, संयुक्त राष्ट्र में थाईलैंड के राजदूत, चेर्डचाई चाइवैविद ने शुक्रवार को सुरक्षा परिषद की एक बैठक में बताया कि जुलाई के मध्य से दो मौकों पर थाई क्षेत्र में बिछाई गई बारूदी सुरंगों से सैनिक घायल हुए हैं। कंबोडिया ने इन दावों को बेबुनियाद बताया है।हमले में मारे गए कई नागरिक
कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, थाईलैंड ने गुरुवार को जानबूझकर बिना उकसावे के सैन्य हमला किया था और अब वह सीमा पर सैनिकों और घातक हथियारों को तैनात कर रहा है। सनद रहे थाईलैंड और कंबोडिया 817 किलोमीटर (508 मील) लंबी सीमा पर विभिन्न अनिर्धारित बिंदुओं के अधिकार क्षेत्र को लेकर दशकों से झगड़ रहे हैं। इनमें प्राचीन हिंदू मंदिर ता मोआन थॉम और 11वीं शताब्दी के प्रीह विहेअर का स्वामित्व विवादों का केंद्र रहा है। खमेर टाइम्स के अनुसार, कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि थाई सैनिकों ने जानबूझकर कंबोडियाई क्षेत्र के भीतर स्थित दूरदराज के गांवों को निशाना बनाया है। इनमें बौद्ध पैगोडा और अन्य गैर-सैन्य स्थल शामिल हैं। इन हमलों में कई नागरिक मारे गए हैं। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल माली सोचेता ने आज कहा कि स्थिति तनावपूर्ण है। थाईलैंड ने पश्चिम की ओर पुरसत प्रांत में सैन्य घुसपैठ कर लड़ाई का नया मोर्चा खोल दिया है। कंबोडिया ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तत्काल हस्तक्षेप की अपील की है।संबंधित खबरें
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