मंगलवार के शुभ योग में होगा भगवान बजरंगबली का जन्मोत्सव और चैत्र पूर्णिमा

Hanuman Jayanti 2024
हनुमान जी के जन्मोत्सव से संबंधित विशेष बातें
हनुमान जयंती के दिन चैत्र पूर्णिमा का समय स्नान दान के लिए बहुत ही शुभ होता है। इस दिन भगवान का पूजन करने पर भक्तों को हनुमान जी को आशीर्वाद प्राप्त होगा। शास्त्रों के अनुसार हनुमान जी के जन्म और उनके पृथ्वी पर अवतरण से जुड़े कई तथ्य कई विचारों से संबंधित अनुसार चैत्र मास की पूर्णिमा को मनाई जाती है। इसके अलावा कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को भी हनुमान के जन्म उत्सव का पर्व धूम धाम से मनाया जाता है। हनुमान जी के जन्मदिन के रूप में देश भर में इस पर्व की धूम देखने को मिलती है। बड़ी धूमधाम से इस दिन को मनाते हैं। इसी के साथ हनुमान जयंती के दिन को हनुमान जन्मोत्सव से संबंधित मतभेद भी बहुत अधिक मिलता है। हनुमान जयंती कहा जाए या हनुमान जन्मोत्सव इन दोनों शब्दों के अर्थ की गंभीरता और विशिष्टता को ध्यान देने की जरुरत है। जयंती अर्थात विजय की स्थिति जय प्राप्ति की घटना, जन्म का उत्सव है जन्मोत्सव अत: दोनों में ही समान रुप से दिन किसी भी रुप में मनाया जाए. इसकी अभिव्यत्कि भक्तों को सुख प्रदान करने वाली है।हनुमान जयंती उपाय
मंगलवार के दिन हनुमान जयंती का समय यदि कुछ उपायों को कर लिया जाए तो इसके विशेष फल प्राप्त होते हैं हनुमान जी की पूजा चार प्रहर की शुभ होती है सुबह दोपहर शाम एवं निशिथ काल की पूजा करने से भक्त शक्ति सुख समृद्धि को पाने में सक्षम होते हैं। हनुमान जयंती के दिन भगवान हनुमान जी के समक्ष चमेली के तेल का दीपक जलाकर हनुमान चालीसा, सुंदरकांड करना बहुत ही शुभ फल देता है। इस समय पर किया जाने वाला यह उपाय हर प्रकार के संकट से मुक्ति दिलाने वाला होता है।हनुमान जयंती पर करें विशेष उपाय ,पाएं रोगों,नकारात्मक शक्तियों और शनि के दोष से मुक्ति
ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुकपर लाइक करें या ट्विटरपर फॉलो करें।अगली खबर पढ़ें
Hanuman Jayanti 2024
हनुमान जी के जन्मोत्सव से संबंधित विशेष बातें
हनुमान जयंती के दिन चैत्र पूर्णिमा का समय स्नान दान के लिए बहुत ही शुभ होता है। इस दिन भगवान का पूजन करने पर भक्तों को हनुमान जी को आशीर्वाद प्राप्त होगा। शास्त्रों के अनुसार हनुमान जी के जन्म और उनके पृथ्वी पर अवतरण से जुड़े कई तथ्य कई विचारों से संबंधित अनुसार चैत्र मास की पूर्णिमा को मनाई जाती है। इसके अलावा कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को भी हनुमान के जन्म उत्सव का पर्व धूम धाम से मनाया जाता है। हनुमान जी के जन्मदिन के रूप में देश भर में इस पर्व की धूम देखने को मिलती है। बड़ी धूमधाम से इस दिन को मनाते हैं। इसी के साथ हनुमान जयंती के दिन को हनुमान जन्मोत्सव से संबंधित मतभेद भी बहुत अधिक मिलता है। हनुमान जयंती कहा जाए या हनुमान जन्मोत्सव इन दोनों शब्दों के अर्थ की गंभीरता और विशिष्टता को ध्यान देने की जरुरत है। जयंती अर्थात विजय की स्थिति जय प्राप्ति की घटना, जन्म का उत्सव है जन्मोत्सव अत: दोनों में ही समान रुप से दिन किसी भी रुप में मनाया जाए. इसकी अभिव्यत्कि भक्तों को सुख प्रदान करने वाली है।हनुमान जयंती उपाय
मंगलवार के दिन हनुमान जयंती का समय यदि कुछ उपायों को कर लिया जाए तो इसके विशेष फल प्राप्त होते हैं हनुमान जी की पूजा चार प्रहर की शुभ होती है सुबह दोपहर शाम एवं निशिथ काल की पूजा करने से भक्त शक्ति सुख समृद्धि को पाने में सक्षम होते हैं। हनुमान जयंती के दिन भगवान हनुमान जी के समक्ष चमेली के तेल का दीपक जलाकर हनुमान चालीसा, सुंदरकांड करना बहुत ही शुभ फल देता है। इस समय पर किया जाने वाला यह उपाय हर प्रकार के संकट से मुक्ति दिलाने वाला होता है।हनुमान जयंती पर करें विशेष उपाय ,पाएं रोगों,नकारात्मक शक्तियों और शनि के दोष से मुक्ति
ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुकपर लाइक करें या ट्विटरपर फॉलो करें।संबंधित खबरें
अगली खबर पढ़ें



