Navagraha astrology क्या आप भी ससुराल में होती हैं अपमानित तो तुरंत कीजिए ये उपाय

Navagraha astrology : हर युवती (Girl) का सपना (dream) होता है कि जब वह शादी (marriage) के बाद अपनी ससुराल (In law's house) जाए तो उसे पति के अलावा ससुराल पक्ष के हर व्यक्ति से ढेर सारा प्यार और सम्मान मिले। लेकिन हर युवती का यह सपना साकार नहीं हो पाता है। शादी के बाद ससुराल जाने पर कुछ युवतियों को अपमान के घुंट पीने पड़ते हैं। आखिर ऐसा क्यों होता है। तो हम आपको बताना चाहते हैं कि युवती की कुंडली में उपस्थित ग्रहों की स्थिति पक्ष में न होने पर युवती को ससुराल में बार बार अपमानित होना पड़ता है। यहां जानिए इन समस्याओं से मुक्ति पाने के उपाय के बारे में…
1- मंगल मंगल को क्रोधी ग्रह माना जाता है। क्लेश, झगड़ा और गुस्से का कारक मंगल को ही माना गया है। मंगल की अशुभ स्थिति जीवन में अमंगल की वजह बनती है। यदि किसी लड़की की कुंडली में मंगल की अशुभ स्थिति बनी हो, तो उसे जीवन में कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
उपाय : मंगलवार की अशुभ स्थिति को शुभ बनाने के लिए लिए आप मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें। हनुमान चालीसा का पाठ करें। अगर संभव हो तो हर मंगल को सुंदरकांड का पाठ करें। लाल मसूर की दाल, गुड़ आदि का दान करें।
2- शनि शनि अगर शुभ स्थिति में हों, तो जीवन बना देते हैं, लेकिन शनि की अशुभ स्थिति जीवन को तहस नहस कर डालती है। अगर किसी लड़की की कुंडली में शनि की स्थिति ठीक न हो, तो ससुराल में उसके साथ बर्ताव अच्छा नहीं होता। उसे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
उपाय : हर शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। शनिवार के दिन सरसों के तेल, काले तिल, काली दाल, काले वस्त्र आदि का दान करें। शनि चालीसा का पाठ करें। 3- राहु और केतु राहु और केतु दोनों ग्रहों को पाप ग्रहों की श्रेणी में रखा जाता है। जब ये अशुभ होते हैं तो मानसिक तनाव की वजह बनते हैं, साथ ही कई बार व्यक्ति को बेवजह कलंकित होना पड़ता है। राहु को ससुराल का कारक भी माना गया है। ऐसे में किसी लड़की की कुंडली में राहु और केतु की अशुभ स्थिति शादी के बाद उसके जीवन को बुरी तरह से प्रभावित करती है।
उपाय : राहु को शांत रखने के लिए माथे पर चंदन का तिलक लगाएं। महादेव का पूजन करें और घर में चांदी का ठोस हाथी रखें। वहीं केतु को शांत रखने के लिए भगवान गणेश की पूजा करें। चितकबरे कुत्ते या गाय को रोटी खिलाएं।
यशराज कनिया कुमार, वैदिक एवं अंक ज्योतिष
Navagraha astrology : हर युवती (Girl) का सपना (dream) होता है कि जब वह शादी (marriage) के बाद अपनी ससुराल (In law's house) जाए तो उसे पति के अलावा ससुराल पक्ष के हर व्यक्ति से ढेर सारा प्यार और सम्मान मिले। लेकिन हर युवती का यह सपना साकार नहीं हो पाता है। शादी के बाद ससुराल जाने पर कुछ युवतियों को अपमान के घुंट पीने पड़ते हैं। आखिर ऐसा क्यों होता है। तो हम आपको बताना चाहते हैं कि युवती की कुंडली में उपस्थित ग्रहों की स्थिति पक्ष में न होने पर युवती को ससुराल में बार बार अपमानित होना पड़ता है। यहां जानिए इन समस्याओं से मुक्ति पाने के उपाय के बारे में…
1- मंगल मंगल को क्रोधी ग्रह माना जाता है। क्लेश, झगड़ा और गुस्से का कारक मंगल को ही माना गया है। मंगल की अशुभ स्थिति जीवन में अमंगल की वजह बनती है। यदि किसी लड़की की कुंडली में मंगल की अशुभ स्थिति बनी हो, तो उसे जीवन में कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
उपाय : मंगलवार की अशुभ स्थिति को शुभ बनाने के लिए लिए आप मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें। हनुमान चालीसा का पाठ करें। अगर संभव हो तो हर मंगल को सुंदरकांड का पाठ करें। लाल मसूर की दाल, गुड़ आदि का दान करें।
2- शनि शनि अगर शुभ स्थिति में हों, तो जीवन बना देते हैं, लेकिन शनि की अशुभ स्थिति जीवन को तहस नहस कर डालती है। अगर किसी लड़की की कुंडली में शनि की स्थिति ठीक न हो, तो ससुराल में उसके साथ बर्ताव अच्छा नहीं होता। उसे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
उपाय : हर शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। शनिवार के दिन सरसों के तेल, काले तिल, काली दाल, काले वस्त्र आदि का दान करें। शनि चालीसा का पाठ करें। 3- राहु और केतु राहु और केतु दोनों ग्रहों को पाप ग्रहों की श्रेणी में रखा जाता है। जब ये अशुभ होते हैं तो मानसिक तनाव की वजह बनते हैं, साथ ही कई बार व्यक्ति को बेवजह कलंकित होना पड़ता है। राहु को ससुराल का कारक भी माना गया है। ऐसे में किसी लड़की की कुंडली में राहु और केतु की अशुभ स्थिति शादी के बाद उसके जीवन को बुरी तरह से प्रभावित करती है।
उपाय : राहु को शांत रखने के लिए माथे पर चंदन का तिलक लगाएं। महादेव का पूजन करें और घर में चांदी का ठोस हाथी रखें। वहीं केतु को शांत रखने के लिए भगवान गणेश की पूजा करें। चितकबरे कुत्ते या गाय को रोटी खिलाएं।
यशराज कनिया कुमार, वैदिक एवं अंक ज्योतिष



