Navagraha astrology क्या आप भी ससुराल में होती हैं अपमानित तो तुरंत कीजिए ये उपाय

One sad woman sitting
क्या आप भी ससुराल में होती हैं अपमानित तो तुरंत कीजिए ये उपाय प्रतीकात्मक फोटो : फोटो क्रेडिट शटरस्टॉक
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 04:56 AM
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Navagraha astrology : हर युवती (Girl) का सपना (dream) होता है कि जब वह शादी (marriage) के बाद अपनी ससुराल (In law's house) जाए तो उसे पति के अलावा ससुराल पक्ष के हर व्यक्ति से ढेर सारा प्यार और सम्मान मिले। लेकिन हर युवती का यह सपना साकार नहीं हो पाता है। शादी के बाद ससुराल जाने पर कुछ युवतियों को अपमान के घुंट पीने पड़ते हैं। आखिर ऐसा क्यों होता है। तो हम आपको बताना चाहते हैं कि युवती की कुंडली में उपस्थित ग्रहों की स्थिति पक्ष में न होने पर युवती को ससुराल में बार बार अपमानित होना पड़ता है। यहां जानिए इन समस्याओं से मुक्ति पाने के उपाय के बारे में…

1- मंगल मंगल को क्रोधी ग्रह माना जाता है। क्लेश, झगड़ा और गुस्से का कारक मंगल को ही माना गया है। मंगल की अशुभ स्थिति जीवन में अमंगल की वजह बनती है। यदि किसी लड़की की कुंडली में मंगल की अशुभ स्थिति बनी हो, तो उसे जीवन में कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।

उपाय : मंगलवार की अशुभ स्थिति को शुभ बनाने के लिए लिए आप मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें। हनुमान चालीसा का पाठ करें। अगर संभव हो तो हर मंगल को सुंदरकांड का पाठ करें। लाल मसूर की दाल, गुड़ आदि का दान करें।

2- शनि शनि अगर शुभ स्थिति में हों, तो जीवन बना देते हैं, लेकिन शनि की अशुभ स्थिति जीवन को तहस नहस कर डालती है। अगर किसी लड़की की कुंडली में शनि की स्थिति ठीक न हो, तो ससुराल में उसके साथ बर्ताव अच्छा नहीं होता। उसे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।

उपाय : हर शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। शनिवार के दिन सरसों के तेल, काले तिल, काली दाल, काले वस्त्र आदि का दान करें। शनि चालीसा का पाठ करें। 3- राहु और केतु राहु और केतु दोनों ग्रहों को पाप ग्रहों की श्रेणी में रखा जाता है। जब ये अशुभ होते हैं तो मानसिक तनाव की वजह बनते हैं, साथ ही कई बार व्यक्ति को बेवजह कलंकित होना पड़ता है। राहु को ससुराल का कारक भी माना गया है। ऐसे में किसी लड़की की कुंडली में राहु और केतु की अशुभ स्थिति शादी के बाद उसके जीवन को बुरी तरह से प्रभावित करती है।

उपाय : राहु को शांत रखने के लिए माथे पर चंदन का तिलक लगाएं। महादेव का पूजन करें और घर में चांदी का ठोस हाथी रखें। वहीं केतु को शांत रखने के लिए भगवान गणेश की पूजा करें। चितकबरे कुत्ते या गाय को रोटी खिलाएं।

यशराज कनिया कुमार, वैदिक एवं अंक ज्योतिष

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Navagraha astrology क्या आप भी ससुराल में होती हैं अपमानित तो तुरंत कीजिए ये उपाय

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क्या आप भी ससुराल में होती हैं अपमानित तो तुरंत कीजिए ये उपाय प्रतीकात्मक फोटो : फोटो क्रेडिट शटरस्टॉक
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Navagraha astrology : हर युवती (Girl) का सपना (dream) होता है कि जब वह शादी (marriage) के बाद अपनी ससुराल (In law's house) जाए तो उसे पति के अलावा ससुराल पक्ष के हर व्यक्ति से ढेर सारा प्यार और सम्मान मिले। लेकिन हर युवती का यह सपना साकार नहीं हो पाता है। शादी के बाद ससुराल जाने पर कुछ युवतियों को अपमान के घुंट पीने पड़ते हैं। आखिर ऐसा क्यों होता है। तो हम आपको बताना चाहते हैं कि युवती की कुंडली में उपस्थित ग्रहों की स्थिति पक्ष में न होने पर युवती को ससुराल में बार बार अपमानित होना पड़ता है। यहां जानिए इन समस्याओं से मुक्ति पाने के उपाय के बारे में…

1- मंगल मंगल को क्रोधी ग्रह माना जाता है। क्लेश, झगड़ा और गुस्से का कारक मंगल को ही माना गया है। मंगल की अशुभ स्थिति जीवन में अमंगल की वजह बनती है। यदि किसी लड़की की कुंडली में मंगल की अशुभ स्थिति बनी हो, तो उसे जीवन में कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।

उपाय : मंगलवार की अशुभ स्थिति को शुभ बनाने के लिए लिए आप मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें। हनुमान चालीसा का पाठ करें। अगर संभव हो तो हर मंगल को सुंदरकांड का पाठ करें। लाल मसूर की दाल, गुड़ आदि का दान करें।

2- शनि शनि अगर शुभ स्थिति में हों, तो जीवन बना देते हैं, लेकिन शनि की अशुभ स्थिति जीवन को तहस नहस कर डालती है। अगर किसी लड़की की कुंडली में शनि की स्थिति ठीक न हो, तो ससुराल में उसके साथ बर्ताव अच्छा नहीं होता। उसे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।

उपाय : हर शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। शनिवार के दिन सरसों के तेल, काले तिल, काली दाल, काले वस्त्र आदि का दान करें। शनि चालीसा का पाठ करें। 3- राहु और केतु राहु और केतु दोनों ग्रहों को पाप ग्रहों की श्रेणी में रखा जाता है। जब ये अशुभ होते हैं तो मानसिक तनाव की वजह बनते हैं, साथ ही कई बार व्यक्ति को बेवजह कलंकित होना पड़ता है। राहु को ससुराल का कारक भी माना गया है। ऐसे में किसी लड़की की कुंडली में राहु और केतु की अशुभ स्थिति शादी के बाद उसके जीवन को बुरी तरह से प्रभावित करती है।

उपाय : राहु को शांत रखने के लिए माथे पर चंदन का तिलक लगाएं। महादेव का पूजन करें और घर में चांदी का ठोस हाथी रखें। वहीं केतु को शांत रखने के लिए भगवान गणेश की पूजा करें। चितकबरे कुत्ते या गाय को रोटी खिलाएं।

यशराज कनिया कुमार, वैदिक एवं अंक ज्योतिष

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Umiya Mata Temple यहां बन रहा है दुनिया का सबसे ऊंचा मंदिर, 400 कमरों का हॉस्टल भी होगा

Umiyadham Temple 1
Umiya Mata Temple
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userचेतना मंच
calendar16 Dec 2021 05:59 PM
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Umiya Mata Temple : भारत में यूं तो इन दिनों अयोध्या में ​बन रहे श्रीराम मंदिर (Shri Ram Mandir)  की चर्चा हो रही है, लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया का सबसे ऊंचा मंदिर (world's tallest temple) कहां बन रहा है और इसे कौन बनवा रहा है। हम आपको बताना चाहते हैं कि अयोध्या के श्रीराम मंदिर के अलावा भारत में एक और मंदिर का निर्माण हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि यह मंदिर विश्व का सबसे ऊंचा मंदिर होगा। यह मंदिर गुजरात में बनवाया जा रहा है। जिसका नाम है उमिया माता मंदिर (Umiya Mata Temple)। खास बात यह है कि इस मंदिर के साथ एक अन्य इमारत भी बनवाई जा रही है, जिसमें करीब 400 कमरों का एक हॉस्टल होगा।

उमिया माता गुजरात के कड़वा पाटीदारी किसान समुदाय की कुल देवी मानी जातीं हैं। उमिया धाम के नाम से बनने वाले इस मंदिर को 1500 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जाएगा। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) नें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मंदिर के शिलान्यास समारोह में हिस्सा लिया था।

74000 वर्ग गज भूमि में बनने वाले उमिया माताजी संस्थान ऊझा में मुख्य मंदिर के निर्माण के साथ ही एक 13 मंजिला इमारत भी बनेगा। मंदिर के बराबर में एक बिल्डिंग भी बनाई जाएगी, जिसमें 400 कमरों का हॉस्टल होगा। इस हॉस्टल में पाटीदार समाज से यूपीएससी और जीपीएससी की तैयारी करने वाले युवाओं को इस सुविधा का लाभ मिलेगा। इस इस हॉस्टल में 1200 लड़के-लड़कियों के रहने की सुविधा होगी। इसके अलावा उमैया धाम परिसर में एक बैंक्वेट हॉल के साथ-साथ और हॅास्पटल भी रहेगा। मंदिर में दर्शन को आने वालों के लिए दो मंजिला पार्किंग सुविधा रहेगी। जिसमें तकरीबन 1000 कार आसानी से पार्क किए जा सकेंगे। उमिया माता मंदिर 255 फीट लंबा और 160 फीट चौड़ा होगा। इस मंदिर की भूतल से लेकर कलश तक की ऊंचाई करीब 132 फीट रहेगी। इसके साथ ही महापीठ (प्लेटफॉर्म) की ऊंचाई करीब 6 फीट रखी जाएगी। इस मंदिर में स्थापित किए जाने वाले देवता की प्रतिमा की ऊंचाई 22 फीट होगी। मंदिर में कुल मिलाकर 92 पिलर होंगे। इस पिलर को प्राचीन शास्त्र के आधार पर बनाया जाएगा। उमिया देवी के इस विशालकाय मंदिर में एक भी लोहे की कील इस्तेमाल नहीं की जाएगी।