Delhi University News : सेवानिवृत्ति के तीन साल बाद भी पुडुचेरी विवि के कुलपति ने खाली नहीं किया डीयू का आवास

Gurmeet
Even after three years of retirement, the Vice Chancellor of Puducherry University did not vacate the DU residence
locationभारत
userचेतना मंच
calendar19 Feb 2023 08:33 PM
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नई दिल्ली। पुडुचेरी विश्वविद्यालय के कुलपति गुरमीत सिंह ने दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) से सेवानिवृत्ति के तीन साल बाद भी विश्वविद्यालय में अपना सरकारी आवास खाली नहीं किया है। उन पर 23 लाख रुपये बकाया है। संबंधित सरकारी कागजों से यह जानकारी सामने आयी है।

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गुरमीत सिंह ने कहा कि शुरुआत में देरी कोविड के कारण लगे लॉकडाउन के चलते हुई। बाद में दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा बकाया राशि की गलत गणना और समय की कमी की वजह से हुई। उन्होंने विश्वविद्यालय पर उनके साथ गलत व्यवहार करने और उनकी सेवानिवृत्ति निधि के 50 लाख रुपये रोकने का भी आरोप लगाया। डीयू ने पिछले सप्ताह सिंह को नया नोटिस भेजा था, जिसमें उन्हें या तो नॉर्थ कैंपस में कैवलरी लाइंस स्थित 'टाइप 5' बंगला खाली करने के लिए कहा गया था या बिजली एवं पानी के कनेक्शन काटे जाने और इस तरह की अन्य कार्रवाइयों का सामना करने की चेतावनी दी थी। उन्हें अब तक कुल नौ नोटिस जारी किए जा चुके हैं।

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डीयू ने नोटिस में कहा कि न तो आपने विश्वविद्यालय का आवास खाली किया है और न ही सामान्य लाइसेंस शुल्क के 50 गुना की दर से लागू क्षति शुल्क एवं पानी शुल्क की बकाया राशि का भुगतान किया है। भारत सरकार के नियम सेवानिवृत्ति के बाद छह महीने से अधिक रहने की अनुमति नहीं देते हैं। इसके विपरीत, आप किराया दंड का भुगतान किए बिना दो साल और नौ महीने से अधिक की अवधि तक कब्जा किए हुए हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया है। दिल्ली विश्वविद्यालय का दावा है कि कुलपति पर उसका 23.70 लाख रुपये किराया दंड और पानी का शुल्क बकाया है।

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सिंह ने 2017 में पुडुचेरी विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में कार्यभार संभाला था। उन्हें पिछले साल सितंबर में एक वर्ष का विस्तार दिया गया था। सिंह तमिलनाडु में गांधीग्राम ग्रामीण संस्थान के कुलपति का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रहे हैं। वह अक्टूबर 2019 में दिल्ली विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त हुए थे। उन्हें अप्रैल 2020 तक डीयू का सरकारी आवास खाली करना था। सिंह ने इस बात की पुष्टि की कि उन्हें पुडुचेरी विश्वविद्यालय में भी आवास मिला हुआ है।

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सिंह ने कहा कि मैंने 43 वर्ष से अधिक समय तक विभिन्न पदों पर रहते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय की सेवा की है। 50 लाख रुपये की मेरा बकाया सेवानिवृत्ति निधि अभी भी विश्वविद्यालय के पास है। आवास खाली करने की मेरी अनुग्रह अवधि अप्रैल 2020 में समाप्त हो गई थी। हालांकि, कोविड-19 के कारण लगे लॉकडाउन और आने-जाने पर लगीं पाबंदियों के चलते मैं आवास खाली नहीं कर पाया। मेरे साथ गलत व्यवहार किए जाने के बावजूद मैं विश्वविद्यालय को इस बारे में बताता रहा हूं। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
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Airline : लागत में कमी के लिए एयरलाइन कंपनियां साझा एमआरओ सुविधा स्थापित करें : सुरेश प्रभु

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Airline Companies
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 05:18 AM
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Airline Companies : नई दिल्ली। देश की एयरलाइन कंपनियां अपने बेड़े का विस्तार करने की तैयारी में लगी हैं। ऐसे में पूर्व नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने सुझाव दिया है कि भारतीय एयरलाइन कंपनियों को देश के भीतर ही रखरखाव, मरम्मत और ओवरहॉल (एमआरओ) के लिए एक साझा सेवा सुविधा स्थापित करने पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे इन कंपनियों की लागत घटेगी।

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एयर इंडिया द्वारा 17 वर्षों से अधिक के बाद नए विमानों के ऑर्डर देने पर प्रभु ने कहा कि एयरलाइन को लाभदायक खाड़ी मार्गों पर और अधिक उड़ानों का परिचालन करने के साथ पूर्व में अपने संचालन वाले ‘ऐतिहासिक संपर्क’ को बहाल करने का प्रयास करना चाहिए।

प्रभु मार्च, 2018 से मई, 2019 तक नागर विमानन मंत्री थे। उनके कार्यकाल के दौरान घाटे में चल रही एयर इंडिया के पुनरुद्धार के प्रयास भी किए गए। अंततः टाटा समूह ने जनवरी, 2022 में सरकार के विनिवेश कार्यक्रम के तहत एयर इंडिया का अधिग्रहण किया।

प्रभु ने कहा, ‘‘हमें भारत को अंतरराष्ट्रीय विमानन केंद्र बनाने के साथ एक साझा विमानन सुविधा पर भी काम करना चाहिए। इसका इस्तेमाल सभी एयरलाइन कंपनियां कर सकेंगी। भारत में ज्यादातर विमानों को एमआरओ सेवाओं के लिए विदेशों में ले जाना पड़ता है। देश में साझा एमआरओ सुविधा से एयरलाइन कंपनियों का काफी खर्च बचेगा।’’ उन्होंने कहा कि विमानन क्षेत्र काफी चुनौतीपूर्ण है। ऐसे में एयर इंडिया को अपनी पूरी क्षमता पर काम करना चाहिए। ।

इस सप्ताह की शुरुआत में एयर इंडिया ने एयरबस और बोइंग से 470 विमानों की खरीद के ऑर्डर की घोषणा की है। इसके अलावा एयरलाइन के पास 370 और विमान खरीदने का भी विकल्प होगा।

पूर्व नागर विमानन मंत्री ने कहा, ‘‘विमान का ऑर्डर देना एयर इंडिया के लिए काफी जरूरी था। जेट एयरवेज के ठप होने के बाद एक ‘खालीपन’ आ गया था, जिसे विस्तार ने आंशिक रूप से कुछ भरा है। एयर इंडिया द्वारा बड़ी संख्या में विमानों की खरीद के साथ इस खाली जगह को काफी हद तक भरा जा सकेगा।’’

उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा भारतीय शहरों को हवाई संपर्क से जोड़ने से एयर इंडिया का मुनाफा बढ़ेगा। जेट एयरवेज ने वित्तीय संकट के चलते अप्रैल, 2019 में परिचालन बंद कर दिया था।

भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा विमानन बाजार है और बढ़ती हवाई यातायात की मांग को पूरा करने के लिए घरेलू एयरलाइन कंपनियां अपने बेड़े के साथ-साथ परिचालन का विस्तार कर रही हैं।

Business News : भारत में अगले दो-तीन साल में 3,600 करोड़ रुपये का निवेश करेगी आरएचआई मैग्नेसिटा

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Business News : भारत में अगले दो-तीन साल में 3,600 करोड़ रुपये का निवेश करेगी आरएचआई मैग्नेसिटा

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RHI Magnesita to invest Rs 3,600 crore in India in the next two-three years
locationभारत
userचेतना मंच
calendar19 Feb 2023 08:19 PM
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नई दिल्ली। वियना की कंपनी आरएचआई मैग्नेसिटा भारत में अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने और संयंत्रों के आधुनिकीकरण के लिए अगले दो से तीन साल में 3,600 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। कंपनी के वैश्विक मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) स्टीफन बोर्गस ने यह जानकारी दी।

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बोर्गस ने बताया कि कंपनी ने 3,600 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय के एक हिस्से का इस्तेमाल भारत में दो रिफ्रैक्टरी संपत्तियों के अधिग्रहण में किया है। सीईओ ने कहा कि हमने भारत में निवेश के लिए 3,600 करोड़ रुपये रखे हैं। इस राशि का इस्तेमाल भारत में अधिग्रहण और पुरानी सुविधाओं की क्षमता बढ़ाने पर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह निवेश कंपनी अपनी अनुषंगी आरएचआई मैग्नेसिटा इंडिया लि. के जरिये करेगी आरएचआई मैग्नेसिटा इंडिया इस्पात, सीमेंट, गैर-लौह धातु और कांच उद्योग के लिए रिफ्रैक्टरी उत्पादों, प्रणालियों और समाधानों का विनिर्माण और आपूर्ति करती है।

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कंपनी ने हाल ही में क्रमशः 1,708 करोड़ रुपये और 621 करोड़ रुपये में डालमिया ओसीएल और हाई-टेक केमिकल्स के रिफ्रैक्टरी कारोबार का अधिग्रहण पूरा किया है। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।