Delhi इंदिरा गांधी हवाईअड्डे पर 64 लाख रुपये की विदेशी मु्द्रा के साथ यात्री पकड़ा गया

15 23
Delhi News:
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 04:22 PM
bookmark

Delhi News:: नई दिल्ली के इंदिरा गांधी हवाई अड्डे पर रविवार को सीआईएसएफ कर्मियों ने 64 लाख रुपये मूल्य की विदेशी मुद्रा के साथ एक भारतीय यात्री को पकड़ा। यात्री कथित तौर पर अपने ट्राली बैग के हैंडल में विदेशी मुद्रा छिपाकर बैंकॉक जा रहा था। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

Delhi News

अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा जांच के दौरान इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाईअड्डे के टर्मिनल-3 पर सुरक्षाकर्मियों ने जब एक्स-रे स्कैनर पर करेंसी नोटों की तस्वीर देखी, तब यात्री को रोका गया।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यात्री को थाई एयरलाइंस की फ्लाइट से बैंकॉक जाना था।

अधिकारी ने बताया कि, सीआईएसएफ कर्मियों ने छिपे हुए नोटों को निकालने के लिए पेचकस का इस्तेमाल कर 64 लाख रुपये मूल्य के 68,400 यूरो और 5,000 न्यूजीलैंड डॉलर बरामद किए।

उन्होंने बताया कि उक्त व्यक्ति को आगे की जांच के लिए सीमा शुल्क अधिकारियों को सौंप दिया गया है।

Parliament Session: चीन सीमा विवाद और आर्थिक मुद्दों पर सरकार को घेरेगा विपक्ष

Budget 2023-24 : बजट में मध्यम वर्ग, नौकरीपेशा लोगों को आयकर में मिल सकती है कुछ राहत : सुदिप्तो मंडल

देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

Odisha News : एएसआई ने ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री को गोली मारी

Goli 1
ASI shoots health minister of Odisha
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 02:45 AM
bookmark
भुवनेश्वर। ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले में एक सहायक पुलिस उपनिरीक्षक (एएसआई) ने रविवार को राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री नब किशोर दास को पर गोली मार दी।

Odisha News

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह घटना जिले के ब्रजराजनगर शहर में दोपहर करीब एक बजे उस समय हुई, जब दास एक बैठक में शामिल होने के लिए जा रहे थे। उस दौरान वह लोगों का अभिवादन स्वीकार करने के लिए कार से उतरे थे। ब्रजराजनगर के एसडीपीओ गुप्तेश्वर भोई ने संवाददाताओं को बताया कि सहायक पुलिस उपनिरीक्षक (एएसआई) गोपाल दास ने मंत्री पर गोली चला दी। घटना में मंत्री घायल हुए हैं, उन्हें अस्पताल ले जाया गया है। भोई ने बताया कि स्थानीय लोगों ने आरोपी एएसआई को पकड़ लिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया।

New Delhi News : केंद्र दिल्ली को 1300 एमजीडी पानी मुहैया कराए तो 24 घंटे करेंगे जलापूर्ति : केजरीवाल

घटना की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि अपराध शाखा को मामले की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने एक बयान में कहा कि मैं माननीय मंत्री नब दास पर हुए इस दुर्भाग्यपूर्ण हमले से स्तब्ध हूं। मैं उन पर हमले की कड़ी निंदा करता हूं और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। अपराध शाखा के वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर जाने के निर्देश दिए गए हैं।

Odisha News

घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। उसमें मंत्री दास अचेत नजर आ रहे हैं। उनके सीने से खून बह रहा है। वीडियो में स्थानीय लोग मंत्री को उठाकर कार की अगली सीट पर बैठाने की कोशिश करते दिखाई दे रहे हैं। एसडीपीओ के मुताबिक, मंत्री को पहले झारसुगुड़ा जिला मुख्यालय अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन बाद में बेहतर इलाज के लिए उन्हें हवाई मार्ग से भुवनेश्वर के अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की गई।

Politics: भगवान कृष्ण और हनुमान दुनिया के सबसे बड़े राजनयिक: जयशंकर

पुलिस उपायुक्त प्रतीक सिंह ने बताया कि मंत्री को भुवनेश्वर के अस्पताल तक ले जाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। उन्होंने बताया कि मंत्री को सुरक्षित पहुंचाने के लिए पूरे गलियारे में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। घटना के बाद ब्रजराजनगर में तनाव उत्पन्न हो गया है। बीजू जनता दल (बीजद) के मंत्री के समर्थक सुरक्षा चूक पर सवाल उठा रहे हैं। कुछ का दावा है कि मंत्री को निशाना बनाने के लिये साजिश रची गई। एसडीपीओ ने बताया कि आरोपी एएसआई को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ जारी है। उन्होंने कहा कि घटना की गहन जांच के बाद ही और जानकारियां सामने आ पाएंगी। गौरतलब है कि मंत्री खनन केंद्र झारसुगुड़ा के ताकवर नेता हैं और वर्ष 2019 के चुनाव से पहले कांग्रेस का साथ छोड़ बीजद में शामिल हुए थे। माना जाता है कि उनका कारोबारी हित कोयला खनन, परिवहन और आतिथ्य क्षेत्र में है। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

Udyan Utsav 2023: राष्ट्रपति ने किया उद्यान उत्सव 2023 का उद्घाटन किया, मंगलवार से आम लोगों के लिए खुलेगा अमृत उद्यान

14 23
Udyan Utsav 2023
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 02:37 PM
bookmark

Udyan Utsav 2023: नई दिल्ली। ‘अमृत उद्यान’ समेत राष्ट्रपति भवन के उद्यानों को आम लोगों के लिए खोलने को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को ‘उद्यान उत्सव-2023’ का उद्घाटन किया। राष्ट्रपति भवन के ‘मुगल गार्डन’ का नाम बदलकर शनिवार को ‘अमृत उद्यान’ किया गया था। यह उद्यान साल में एक बार जनता के लिए खुलता है और लोग इस बार 31 जनवरी से इस उद्यान को देखने जा सकते हैं।

Udyan Utsav 2023

राष्ट्रपति भवन द्वारा रविवार को जारी एक बयान में कहा गया कि अमृत उद्यान 31 जनवरी से 26 मार्च तक पूर्वाह्न 10 बजे से शाम चार बजे तक आगंतुकों के लिए खुला रहेगा। बयान के मुताबिक 28 मार्च से 31 मार्च तक उद्यान विशेष वर्ग के लिए खुला रहेगा।

किसानों के लिए 28 मार्च को, दिव्यांग के लिए 29 मार्च को, रक्षा, अर्द्धसैनिक बलों और पुलिस कर्मियों के लिए 30 मार्च को और आदिवासी महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों सहित महिलाओं के लिए 31 मार्च को उद्यान खुला रहेगा।

मूल रूप से, राष्ट्रपति भवन के उद्यान में ईस्ट लॉन, सेंट्रल लॉन, लॉन्ग गार्डन और सर्कुलर गार्डन शामिल हैं। पूर्व राष्ट्रपतियों डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम और रामनाथ कोविंद के कार्यकाल के दौरान, हर्बल-एक, हर्बल-दो, बोन्साई गार्डन और आरोग्य वनम नामक कई उद्यान विकसित किए गए थे। इस साल के उद्यान उत्सव में, कई अन्य आकर्षणों के बीच, आगंतुक 12 अनूठी किस्मों के विशेष रूप से उगाए गए ट्यूलिप देख पाएंगे।

लोग अपने स्लॉट पहले से ही ऑनलाइन बुक कर सकते हैं। ऑनलाइन स्लॉट बुक नहीं कराने की स्थिति में भी आगंतुकों को उद्यानों में प्रवेश मिल सकता है। हालांकि, उन्हें सुविधा काउंटर के साथ-साथ राष्ट्रपति भवन के गेट नंबर 12 के पास कियोस्क पर अपना पंजीकरण कराना होगा।

राष्ट्रपति भवन ने शनिवार को एक बयान में कहा कि भीड़ से बचने और समय बचाने के लिए पहले से स्लॉट ऑनलाइन बुक करने की सलाह दी जाती है। सभी आगंतुकों के लिए प्रवेश और निकास राष्ट्रपति संपदा के गेट नंबर 35 से होगा।

अमृत उद्यान 15 एकड़ में फैला हुआ है और इसमें 150 से अधिक किस्मों के गुलाब, और ट्यूलिप, एशियाई लिली, डैफोडील्स और अन्य सजावटी फूल हैं।

मुगल गार्डन का नाम बदलकर अमृत उद्यान किए जाने से पूर्व सरकार ने पिछले साल दिल्ली के प्रतिष्ठित ‘राजपथ’ का नाम बदलकर ‘कर्तव्य पथ’ कर दिया था। केंद्र का कहना है कि इन चीजों के नाम में बदलाव औपनिवेशिक मानसिकता के निशान को हटाने का प्रयास है।

राष्ट्रपति भवन के प्रसिद्ध उद्यानों का इतिहास फूलों के सुगंधित भंडार जितना समृद्ध है, और राष्ट्रपति भवन (मूल रूप से वायसराय हाउस के रूप में निर्मित) के निर्माण के साथ जुड़ा हुआ है, जिसे वास्तुकार सर एडविन लुटियंस द्वारा डिजाइन किया गया था।

वर्ष 1911 में, किंग जॉर्ज ने दिल्ली में एक भव्य दरबार आयोजित किया, जहां उन्होंने राजधानी को कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित करने की भी घोषणा की थी। लुटियंस और सर हर्बर्ट बेकर ने वायसराय हाउस और नॉर्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक को ‘नयी दिल्ली’ के केंद्र में रखकर नयी शाही राजधानी को आकार दिया। शहर को आधिकारिक तौर पर 1926 में नामित किया गया था।

स्वतंत्रता के बाद, वायसराय हाउस राष्ट्रपति भवन बन गया और रायसीना हिल से इंडिया गेट तक फैले ‘किंग्स-वे’ का नाम बदलकर राजपथ कर दिया गया। शनिवार को मुगल गार्डन का नाम बदलने के बाद, राष्ट्रपति भवन सचिवालय ने भी अपनी वेबसाइट को अपडेट किया है, जिसमें प्रसिद्ध उद्यानों का संक्षिप्त इतिहास दिया गया है।

वेबसाइट पर विवरण में लिखा है, ‘‘15 एकड़ में फैले अमृत उद्यान को अक्सर राष्ट्रपति महल की आत्मा के रूप में चित्रित किया गया है और यह इसके योग्य भी है। अमृत उद्यान जम्मू कश्मीर के मुगल उद्यानों, ताजमहल के आसपास के उद्यानों और भारत तथा फारस की लघु चित्रकला से प्रेरित है।’’

विवरण में कहा गया है कि सर एडविन लुटियंस ने 1917 की शुरुआत में ही बगीचों के डिजाइन को अंतिम रूप दे दिया था। हालांकि, इसमें 1928-1929 के दौरान पौधारोपण किया गया था। उद्यानों के लिए लुटियंस के सहयोगी बागवानी के निदेशक विलियम मस्टो थे।

बयान में कहा गया है कि जिस तरह राष्ट्रपति भवन की इमारतों में वास्तुकला की दो अलग-अलग भारतीय और पश्चिमी शैलियां हैं, उसी तरह, लुटियंस ने बगीचों के लिए मुगल शैली और अंग्रेजी शैली की दो अलग-अलग बागवानी परंपराओं को एक साथ लेकर काम किया। बयान में कहा गया है कि मुगलकालीन नहरों, बगीचों और फूलों की क्यारियों को यूरोपीय शैली के फूलों के बगीचों, लॉन के साथ खूबसूरती से मिश्रित किया गया है।

गुलाब आज भी प्रसिद्ध बगीचों की एक प्रमुख विशेषता है। उद्यानों में गुलाब की 159 प्रसिद्ध किस्में उगाई जाती हैं जो मुख्य रूप से फरवरी और मार्च के महीने में खिलते हैं।

उद्यान में 101 ज्ञात प्रकार के बोगनवेलिया में से 60 किस्में हैं। बगीचे को ढकने वाली घास दूब घास है, जिसे मुगल गार्डन में रोपने के लिए मूल रूप से कलकत्ता (अब कोलकाता) से लाया गया था। विवरण में कहा गया, ‘‘उद्यान में लगभग 50 तरह के पेड़, झाड़ियां और लताएं हैं जिनमें मौलश्री वृक्ष, गोल्डन रेन ट्री, फूल वाले टार्च ट्री और कई अन्य शामिल हैं। वर्तमान में, राष्ट्रपति भवन के उद्यानों के विकास और रखरखाव के लिए 300 से अधिक स्थायी और अस्थायी कर्मचारी तैनात हैं।’’

Parliament Session: चीन सीमा विवाद और आर्थिक मुद्दों पर सरकार को घेरेगा विपक्ष

देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।