75 Rupee Coin: बाजार में आ गया 75 रूपये का सिक्का, मोदी ने किया जारी

30 13
75 Rupee Coin
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 05:14 PM
bookmark
75 Rupee Coin:: NCC 75th foundation day: बाजार में अब आपको 75 रूपये का सिक्का भी देखने को मिलेगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को एनसीसी के 75वें स्थापना दिवस पर इसे जारी किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है और इसका सबसे बड़ा कारण भारत के युवा हैं। 'युवा शक्ति' भारत की विकास यात्रा की प्रेरक शक्ति है। उन्होंने कहा कि देश के विकास में एनसीसी के योगदान का इतिहास रहा है। उनके राष्ट्रनिर्माण के योगदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है। भारत को एनसीसी कैडेट्स के दृढ़ संकल्प और सेवा भावना पर गर्व है।

75 Rupee Coin

पीएम मोदी शनिवार को एनसीसी के 75वें वर्षगांठ समारोह रैली को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने एनसीसी के 75 सफल वर्षों के उपलक्ष्य में एक विशेष डे कवर के साथ 75 रुपये का एक मेमोरियल क्वाइन भी जारी किया। राजधानी दिल्ली के करियप्पा मैदान में एनसीसी की रैली 75वें स्थापना दिवस पर आयोजित था। इस रैली में 19 देशों के 196 अधिकारी और कैडेट भाग ले रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एनसीसी अपने गठन के 75 साल मना रहा है। जिन्होंने पिछले 75 वर्षों में एनसीसी का प्रतिनिधित्व किया है, वे इसका हिस्सा रहे हैं, मैं राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान की सराहना करता हूं। भारत को एनसीसी कैडेटों के दृढ़ संकल्प और सेवा की भावना पर गर्व है। भारत के रक्षा क्षेत्र में सुधारों से देश के युवाओं को लाभ मिल रहा है। पिछले 8 सालों में पुलिस और अर्धसैनिक बलों में हमारी बेटियों की संख्या दोगुनी हो गई है। आज हम सशस्त्र बलों के तीनों अंगों में महिलाओं की संख्या को देख रहे हैं और उनकी हर जगह तैनाती की जा रही है।

Noida News : नोएडा में फिर गूंजा श्रीकांत त्यागी प्रकरण

देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noida  #ChetnaManch  #चेतनामंच
अगली खबर पढ़ें

Jammu Kashmir: जम्मू में प्रदर्शन कर रहे दिहाड़ी मजदूरों, शिक्षकों को पुलिस ने हिरासत में लिया

29 13
Jammu Kashmir
locationभारत
userचेतना मंच
calendar27 Nov 2025 11:56 PM
bookmark
Jammu Kashmir: जम्मू। जम्मू में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे दिहाड़ी मजदूरों और शिक्षकों को पुलिस ने शनिवार को थोड़ी देर के लिए हिरासत में ले लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

Jammu Kashmir

अधिकारियों के मुताबिक जहां दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी अपनी सेवाओं के नियमितीकरण और लंबित वेतन जारी करने की मांग कर रहे हैं, वहीं शारीरिक शिक्षक अपनी परिवीक्षा अवधि को सात से घटाकर पांच वर्ष करने की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें हिरासत में ले लिया। प्रदर्शनकारी प्रेस क्लब और पास के डोगरा चौक के बाहर अलग-अलग एकत्र हुए और बाद में उन्होंने मुख्य सड़क को अवरुद्ध कर दिया। प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्वक तितर-बितर करने के सभी प्रयासों के विफल होने के बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले जल शक्ति विभाग के सैकड़ों दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी डोगरा चौक जाने से पहले मुख्य अभियंता के मुख्य कार्यालय परिसर में एकत्रित हुए। नियमितीकरण और वेतन जारी करने की अपनी लंबे समय से लंबित मांग के समर्थन में नारे लगा रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रोका। पुलिस ने बाद में प्रदर्शनकारियों पर हल्का लाठी चार्ज किया और उनमें से 100 को हिरासत में ले लिया। करीब 60,000 से अधिक दिहाड़ी मजदूर और अन्य कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में जम्मू और श्रीनगर दोनों में पिछले दो दशकों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि पुलिस ने करीब 50 प्रदर्शनकारी 'रहबर-ए-खेल' (शारीरिक शिक्षक) को भी हिरासत में ले लिया, जब उन्होंने प्रेस क्लब के बाहर विरोध प्रदर्शन करने के बाद मुख्य सड़क की ओर मार्च करने की कोशिश की।

Noida News : नोएडा में फिर गूंजा श्रीकांत त्यागी प्रकरण

देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noida  #ChetnaManch  #चेतनामंच
अगली खबर पढ़ें

Chhattisgarh: माओवादी हमले में शहीद पुलिसकर्मियों को वीरता पुरस्कार, परिवार के लिए गर्व का मौका

26 17
Chhattisgarh News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 10:19 PM
bookmark
Chhattisgarh: रायपुर। रायपुर के बाहरी इलाके में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल की चौथी बटालियन में शिवाजी सोढ़ी नियमित प्रशिक्षण अभ्यास में व्यस्त थे तभी उनकी बहन ने टेलीफोन कर बताया कि उनके पिता हेड कांस्टेबल नारायण सोढ़ी को मरणोपरांत कीर्ति चक्र प्रदान किया गया है। छह माह पहले ही अनुकंपा के आधार पर छत्तीसगढ़ पुलिस में शामिल हुए शिवाजी सोढ़ी के लिए यह बड़ा भावुक और गर्व का पल था। फिलहाल उनका प्रशिक्षण चल रहा है।

Chhattisgarh News

जब छत्तीसगढ़ पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) यूनिट के हेड कांस्टेबल नारायण सोढ़ी 2021 में बीजापुर जिले में माओवादियों द्वारा घात लगाकर किये गये हमले में शहीद हुए तब नारायण सोढ़ी महज 17 साल के थे। दो और पुलिस कर्मियों उपनिरीक्षक दीपक भारद्वाज एवं हेड कांस्टेबल श्रवण कश्यप को भी नक्सलियों के साथ संघर्ष में अदम्य साहस प्रदर्शित करने के लिए कीर्ति चक्र से नवाजा गया है। ये दोनों भी उसी हमले में शहीद हुए थे। शिवाजी सोढ़ी ने कहा कि मेरे पिता मेरे नायक हैं और मुझे गर्व महसूस होता है। मैंने अन्य प्रशिक्षुओं एवं दोस्तों को यह खबर दी। नारायण सोढ़ी बीजापुर जिले के अवापल्ली क्षेत्र के पूनुर गांव के निवासी थे । उनका परिवार फिलहाल बीजापुर शहर में रहता है। वह पांच बेटों में सबसे बड़ी संतान थे और उनके तीन भाई भी बीजापुर में पुलिस में अपनी सेवा दे रहे हैं। शिवाजी सोढ़ी ने कहा कि अपने पिता एवं चाचा की तरह मैं भी सदैव पुलिसकर्मी बनना चाहता था और अपनी मातृभूमि बस्तर की सेवा करना चाहता था। उसकी बड़ी बहन 22 वर्षीय सुक्रिया ने बताया कि उसके पास शुक्रवार को एक स्थानीय पत्रकार से पुरस्कार की घोषणा का फोन आया था। सुक्रिया ने कहा कि वैसे कोई भी पुरस्कार मेरे पिता की शहादत से बड़ा नहीं हो सकता लेकिन पूरा परिवार इस बात से खुश है कि बस्तर के लाल को उसके बलिदान को लेकर ऐसा सम्मान मिला है। विज्ञान स्नातक की पढ़ाई कर रही सुक्रिया ने कहा कि उसकी मां पेट रोग के कारण अस्वस्थ रहती हैं और वह 26 जनवरी को इलाज के लिए चेन्नई गयीं। उपनिरीक्षक दीपक भारद्वाज का परिवार भी इस वीरता पुरस्कार के बारे में मिली जानकारी के बाद बेहद प्रसन्न है। उनके पिता सरकारी विद्यालय के शिक्षक राधेलाल ने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि मैं एक शहीद का पिता हूं। मैं उसके लिए आंसू नहीं बहाता हूं क्योंकि उसने जो किया है उसके लिए साहस एवं पराक्रम की जरूरत है। यह वाकई मेरे और पूरे गांव के लिए गर्व का पल है। भारद्वाज परिवार नवगठित जिले शक्ति के पिहरीड गांव में रहता है। दीपक भारद्वाज 2013 में पुलिस में शामिल हुए थे और 2020 में उनकी शादी हुई थी। इस दंपति की कोई संतान नहीं है। राधेलाल ने कहा कि दीपक की मृत्यु के बाद उसकी पत्नी मायके चली गयी और फिर उसने हमसे कभी संपर्क नहीं किया। र्कीति चक्र पुरस्कार से अन्य सम्मानित पुलिसकर्मी श्रवण कश्यप बस्तर जिले के नागरनार क्षेत्र के बनियागांव के थे। ये तीनों उन 22 सुरक्षाकर्मियों में शामिल थे जो तीन अप्रैल, 2021 को बीजापुर जिले में जोनागुडा और तेकुलगुदेम गांवों के बीच माओवादियों द्वारा घात लगाकर किये गये हमले में शहीद हुए। पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) सुंदरराज पी ने बताया कि यह सम्मान उन हजारों वीर सिपाहियों के लिए पथप्रदर्शक का काम करेगा जो नक्सलियों के साथ लोहा ले रहे हैं और बस्तर क्षेत्र की शांति एवं विकास के लिए कटिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम इस घटना में अपने बहादुर सिपाहियों को गंवा बैठे लेकिन उनके वीरतापूर्ण कृत्य को उन्हें मरणोपारांत र्कीर्ति चक्र देकर एक पहचान दी गयी है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार हुआ है कि डीआरजी कर्मियों को उनके बलिदान के लिए मरणोपरांत यह सम्मान दिया गया है।

Noida News : नोएडा में फिर गूंजा श्रीकांत त्यागी प्रकरण

देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noida  #ChetnaManch  #चेतनामंच