Tuesday, 14 May 2024

भीड़ में बोलने से घबराता है आपका बच्चा, आज से ही करें ये काम

Parenting Tips : हर पेरेन्ट्स (Parents) अपने बच्चों के भविष्य की चिंता बचपन से ही करते हैं। इसलिए जब बच्चे…

भीड़ में बोलने से घबराता है आपका बच्चा, आज से ही करें ये काम

Parenting Tips : हर पेरेन्ट्स (Parents) अपने बच्चों के भविष्य की चिंता बचपन से ही करते हैं। इसलिए जब बच्चे छोटे होते हैं तो मां-बाप अपने बच्चे को हर वो काम सिखाते है जिससे आगे चलकर बच्चे का भविष्य (Future) संवर सके। लेकिन कई बार माता-पिता के लाख चिंताओं के बाद भी बच्चों में कमी रह जाती है और वो लोगों के सामने किसी भी विषय पर बात करने से बहुत कतराने लगते हैं।

Parenting Tips

अगर आपके बच्चे में भी कॉन्फिडेंस (Confidence) की कमी है तो कहीं ना कहीं आपसे ही ऐसी भूल-चूक हो रही है। जिसके कारण आपका बच्चा दूसरों के सामने अपनी बातें खुलकर नहीं रख पाता और बेहद परेशान हो जाता है। आज हम आपको बताएंगे कि आपको ऐसा कौन सा तरीका अपनाना चाहिए, जिसके कारण आपका बच्चा भरी महफिल में अपनी बात रखने से बिल्कुल ना कतराए।

अपने बच्चे से बात करें

ज्यादातर माता-पिता अपने बच्चे से बेहद कम बात करते हैं जिससे बच्चा पूरी तरह से खुल नहीं पाता है और हमेशा उसके मन में एक डर बना रहता है। इसलिए अपने बच्चे से बिना किसी रोक-टोक के बात करें ताकि आपका बच्चा मेंटली और फिजिकली स्ट्रॉन्ग (Mentally And Physically Strong) बन सके।

पढ़ाने के अलावा बच्चे से कहानी भी सुनें

यदि आपका बच्चा भीड़ में बोलने से बहुत घबराता है या फिर आपके बच्चे की स्पीकिंग स्किल्स अच्छी नहीं है, तो आपको उसे छोटे से ही रीडिंग की आदत डालनी चाहिए। इससे बच्चा बात करने का तरीका और शब्दों का सही उच्चारण (Pronunciation) दोनों ही सीख पाएगा। इतना ही नहीं जब आपका बच्चा स्कूल से घर आए तो समय निकालकर अपने बच्चे से उसके दिनचर्या (Routine) के बारे में पूछें। ऐसा करने से आपके बच्चे की याददाश्त तेज होगी इसके अलावा आपका बच्चा बोलना भी सिखेगा।

सही शब्दों का चयन करें

ये बात हम सभी जानते हैं कि बच्चा अपने माता-पिता को देखकर ही हर काम सीखता है। ऐसे में आपको अपने बच्चे के सामने ऐसे किसी भी शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, जिससे आगे चलकर आपके बच्चे के भविष्य में किसी भी तरह का गलत असर हो। इसके अलावा अगर आपका बच्चा आपके सामने किसी शब्द का गलत उच्चारण कर रहा है तो उसकी नादानी समझने के बजाय बच्चे को टोकें और बात करते समय सही शब्द का इस्तेमाल करना सिखाएं।

कॉम्पिटिशन में हिस्सा बनाना

अगर आपके बच्चे के अंदर कोई अलग और अच्छी आदत है तो उसके लिए उसकी सराहना करें और उसे शुरूआत से हर तरह की प्रतियोगिता (Competition) में हिस्सा लेने दें। उदाहरण के तौर पर देखें तो पेंटिंग, डांस, सिंगिंग और स्पोर्ट से जुड़ी कई प्रतियोगिताएं स्कूल में होते रहती हैं। ऐसे में बच्चे को डांटने की बजाय उसे कॉम्पिटिशन का हिस्सा बनने के लिए तैयार करें। क्योंकि आपकी ये आदत आपके बच्चे के अंदर आत्मविश्वास पैदा करती है। लेकिन आपको ये बात हमेशा याद रखनी है कि आप अपने बच्चे पर कभी भी जीतने का प्रेशर ना डालें क्योंकि आपकी ये आदत आपके बच्चे पर बुरा असर डाल सकती है।

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