Tuesday, 29 April 2025

भाषा से लेकर पानी तक, हर मुद्दे पर सरकार फेल: आदित्य का तीखा प्रहार

Aditya Thackeray : महाराष्ट्र में प्राथमिक शिक्षा को लेकर एक नई बहस छिड़ गई है। राज्य सरकार ने पहली से…

भाषा से लेकर पानी तक, हर मुद्दे पर सरकार फेल: आदित्य का तीखा प्रहार

Aditya Thackeray : महाराष्ट्र में प्राथमिक शिक्षा को लेकर एक नई बहस छिड़ गई है। राज्य सरकार ने पहली से पांचवीं कक्षा तक हिंदी को तीसरी अनिवार्य भाषा बनाने का निर्णय लिया है, जिस पर शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने न केवल इस निर्णय को बच्चों पर अतिरिक्त बोझ बताया, बल्कि शिक्षा व्यवस्था की अन्य खामियों और पानी की समस्या को लेकर भी सरकार की आलोचना की।

“बच्चों पर न डाला जाए अतिरिक्त बोझ” – शिक्षा नीति पर सवाल

आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) ने चिंता जताते हुए कहा कि पहली कक्षा के बच्चों पर पहले ही काफी पढ़ाई का दबाव होता है, ऐसे में तीसरी भाषा के रूप में हिंदी को अनिवार्य करना बच्चों पर अनावश्यक बोझ डालने जैसा है। उन्होंने कहा कि पहले राज्य को शिक्षकों की भर्ती, स्कूलों की मूलभूत सुविधाएं जैसे मिड-डे मील, बिजली, पंखे और तकनीकी संसाधनों पर ध्यान देना चाहिए। उनका कहना था कि मराठी भाषा तो पहले से शिक्षा का हिस्सा है, साथ ही अंग्रेज़ी पर भी बल देना जरूरी है ताकि बच्चे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकें।

पानी की किल्लत और पेड़ों की कटाई पर भी ठाकरे (Aditya Thackeray) ने उठाए सवाल

शिक्षा के साथ-साथ ठाकरे (Aditya Thackeray) ने मुंबई और ठाणे में बढ़ती जल समस्या को लेकर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हीटवेव के दौरान पानी की भारी कमी है, लेकिन न सरकार कुछ बोल रही है, न ही संबंधित मंत्री। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री द्वारा 5 लाख पेड़ों की कटाई की अनुमति दी गई है, जिससे पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचेगा। उन्होंने कटाक्ष करते हुए पूछा कि ये पेड़ किस बिल्डर की परियोजना के लिए काटे जा रहे हैं?

घाटकोपर विवाद और मराठी अस्मिता की बात

घाटकोपर में एक सोसाइटी में नॉनवेज खाने को लेकर हुए विवाद पर भी आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अगर मराठी लोगों के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है, तो सरकार को कड़ा कदम उठाते हुए दोषियों को डिपोर्ट करना चाहिए, जैसा अमेरिका में ट्रंप ने किया था। यह टिप्पणी तब आई जब एक वायरल वीडियो में मनसे कार्यकर्ताओं ने कुछ गुजराती निवासियों पर मराठी लोगों के साथ बदसलूकी का आरोप लगाया। Aditya Thackeray :

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