Sunday, 27 April 2025

पीएम मोदी की टिप्पणी: ‘सात बहनें’ और बांग्लादेश की कूटनीति

Mohammad Yunus : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने थाईलैंड में आयोजित छठे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में भाग लेने से पहले एक…

पीएम मोदी की टिप्पणी: ‘सात बहनें’ और बांग्लादेश की कूटनीति

Mohammad Yunus : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने थाईलैंड में आयोजित छठे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में भाग लेने से पहले एक महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र को इंटर-रीजनल ग्रुप का केंद्र बताया और इस क्षेत्र में पूर्वोत्तर राज्यों की प्रमुखता को रेखांकित किया। पीएम मोदी का यह बयान बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस (Mohammad Yunus) की हाल की टिप्पणी का जवाब माना जा रहा है, जिसमें उन्होंने भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के समुद्र तक पहुंचने की मुश्किलों का जिक्र किया था। पीएम मोदी की टिप्पणी और बांग्लादेश के रुख ने क्षेत्रीय कूटनीति में नया मोड़ ला दिया है।

यूनुस (Mohammad Yunus) की टिप्पणी का संदर्भ

हाल ही में बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस (Mohammad Yunus) ने चीन में एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘सात बहनें’ (भारत का पूर्वोत्तर) भूमि से घिरी हुई हैं और भारत के पास समुद्र तक पहुंचने का कोई रास्ता नहीं है। यह बयान उस समय आया था जब बांग्लादेश चीन से अपने संबंधों को मजबूत करने की बात कर रहा था। यूनुस के इस बयान के बाद भारत में इसे तीव्र प्रतिक्रिया मिली और इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील माना गया। पीएम मोदी का यह बयान उसी संदर्भ में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।Mohammad Yunus :

पीएम मोदी और यूनुस (Mohammad Yunus) के बीच बैठक की संभावना

पीएम मोदी की यह टिप्पणी बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के दौरान आई, जहां बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस (Mohammad Yunus) और नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के साथ उनकी मुलाकात होनी थी। सूत्रों के अनुसार, बांग्लादेश ने इस सम्मेलन के बाद पीएम मोदी से बैठक की मांग की है। यह बैठक बांग्लादेश में 2025 में अंतरिम सरकार के गठन के बाद दोनों नेताओं के बीच पहली मुलाकात हो सकती है। इस बैठक के दौरान, दोनों देशों के बीच संभावित मुद्दों पर चर्चा की जा सकती है।

बांग्लादेश का स्पष्टीकरण और भारत की चिंताएं

बांग्लादेश ने यूनुस (Mohammad Yunus) की टिप्पणी के बाद इसे गलत तरीके से समझे जाने का दावा किया है। उनके कार्यालय ने स्पष्ट किया कि यह टिप्पणी ‘ईमानदार इरादों’ से की गई थी और इसे गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया। बांग्लादेश ने यह भी कहा कि यूनुस का उद्देश्य चीन के साथ भौगोलिक संबंधों को बढ़ावा देना था, न कि भारत के पूर्वोत्तर राज्यों को निशाना बनाना। इस बीच, भारत बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर चिंतित है, खासकर कट्टरपंथी घटनाओं के बढ़ने से।

प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस पर यूनुस (Mohammad Yunus) को पत्र लिखकर दोनों देशों के आपसी संबंधों को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया था।Mohammad Yunus :

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